मस्त मणिपुरी भाभी की चूत की चुदाई-2

(Mast Manipuri Bhabhi Ki Choot Ki Chudai-2)

जय वर्मा 2015-06-17 Comments

This story is part of a series:

जब मैं नहा-धो कर उसके यहाँ गया और दरवाजे की घंटी बजाई.. तो वो तैयार होकर बाहर निकल आई.. मैं उसे देख कर पागल हो गया।

उसने अपने सर पर चुनरी बाँधी थी और उसके होंठ गुलाबी लिपस्टिक लगे हुए थे.. उसने सफेद कलर की स्पोर्टिंग और सेफ ब्रा पहनी हुई थी.. साथ में स्लिम फिट जीन्स.. छोटा सा चुस्त टॉप और हाईहील की सैंडिल.. कसम मैं तो उसे वहीं पर चूमना चाहता था.. पर अपने आप को किसी तरह रोक लिया.. वो बहुत ही जवान और मस्त चोदने लायक माल लग रही थी।

मैंने उससे और कपड़े साथ लेने को कहा.. क्योंकि हम क्वीन्सलैंड जा रहे थे।

फिर हम चल दिए.. मैं उसे मीठी-मीठी बातें करके लुभा रहा था और क्वीन्सलैंड पर पहले स्वीमिंग पूल पर गए। वहाँ नहाते समय.. वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी। मुझे तो छोड़ो.. दूसरे लड़के भी उसे ही घूर रहे थे।

मुझे भी उसकी मचलती जवानी को देख कर उसकी चुदाई करने का मन हो उठा था।

मैंने उसको देख कर आँख मारी तो उसने भी मुझे जबाव में एक फ्लाइंग किस उछाल दी.. मैं समझ गया कि आज ये जरूर चुद जाएगी।

फिर उसने कपड़े बदल लिए और हम पिराता पर गए.. जब पिराता शिप शुरू हुआ तो वो मुझसे डर के मारे चिपकने लगी।
दोस्तो, क्वीन्सलैंड पर बहुत ही डरावने चीजें हैं.. इसलिए वो मुझे मजबूर होकर पकड़ रही थी।
फिर हम काफी समय बिताने के बाद रात तक घर लौट आए।

अब हम दोनों काफ़ी खुल चुके थे, मुझे लगने लगा था कि यह अब मुझसे फंस चुकी है।

इसके बाद एक बार में उसे स्काइवॉक ले गया.. वो बहुत ही एक्सपेन्सिव कपड़े मुझसे खरीदवा रही थी.. पर मुझे मालूम था कि औरतें तो ऐसी ही होती हैं।

फिर जब रात 8:30 हम ऑटो से वापस जा रहे थे.. तो हमारे बीच बहुत बिंदास बातें हो रही थी। वो मुझसे खूब हँस कर बातें कर रही थी.. तो मुझे ठरक चढ़ गई और मैंने उसे अपनी तरफ खींच लिया, फिर मैंने उसके गुलाबी होंठों को चूम लिया।

वो मेरे इस कदम से भड़क उठी और उसने मुझे एक धक्का दे दिया.. वो मुझसे छिटक कर दूर हो गई और उसने अपने होंठों को मुझसे छुड़ा लिया.. पर फिर मैंने दुबारा उसे ज़बरदस्ती अधर चुम्बन किया.. इस बार वो मुझसे गुस्सा हो गई मगर उसके गुस्से से ऐसा नहीं लगा कि उसको मेरी हरकत ऐसी लगी हो जो वह अपने पति से कह दे।

मैंने उससे ‘सॉरी’ कहा.. पर वो मुझसे गुस्सा हो रही थी।
फिर ऑटो वाले को मैंने घर पहुँचने से पहले रोक दिया और हम पैदल ही गहर की तरफ चल दिए।

मैंने उससे कहा- मैं तुम्हें बहुत चाहता हूँ..
उसने कहा- मैं शादीशुदा हूँ और मेरे दो बच्चे भी हैं।

मैंने उसका हाथ पकड़ा.. पर उसने हाथ मुझसे छुड़ा लिया।
फिर मैं कुछ नहीं बोला.. कुछ ही पलों में हम घर पहुँच गए थे। मैं उसके कमरे तक गया.. वो मुझे गुस्से में भी बहुत क्यूट लग रही थी.. बल्कि उसका गुस्सा वाली सूरत तो उसे और भी सेक्सी बना रही थी।

मैंने उसे खूब मनाया.. पर वो ना मानी। दूसरे दिन मैंने उसके बेटे से फूल भिजवाए और दूसरे दिन में कहीं नहीं गया।

भले वो मुझसे गुस्सा थी पर तब भी मुझमे कुछ आत्मविश्वास जाग गया था। मैं उसके घर आया.. अब मुझमें उसे चोदने की हिम्मत आ चुकी थी और मेरे अन्दर शैतान जाग उठा था।

उसका बेटा स्कूल गया हुया था.. मैं सीधा उसके कमरे में गया। जब मैं कमरे के अन्दर घुसा तो मैंने देखा कि वो केवल एक सफेद पेटीकोट अपनी चूचियों तक चढ़ा कर लेटी हुई थी और सो रही थी.. पास ही उसकी बेटी भी सोई थी।

मैंने देखा कि उसकी बगलें पूरी शेव की हुई थीं और वो बहुत ही सेक्सी दिख रही थी।

मैं अपने कामातुर लौड़े को नहीं संभाल पाया.. वो जाग उठा था।

मैं चुपचाप उसके पास आया.. उसके पेटीकोट को नीचे सरकाया और उसकी चूचियां नंगी हो गईं.. फिर क्या था मैं तो चुदास से भरा हुआ था ही.. सो मैंने उसकी चूचियों को धीरे-धीरे सहलाया.. दबाया.. और फिर चूसने लगा।

कुछ देर तक मैं उसकी नारंगियों से खेलता रहा.. तभी अचानक वो जाग गई। उसने मुझे उसके मम्मों को चूसते देखा.. तो वो आग-बबूला हो गई।

उसने बिस्तर से उठ कर मेरे गाल पर एक थप्पड़ मारा और मुझे गालियां देने ही वाली थी.. कि मैंने उसे उठा कर वापस बिस्तर पर फेंका और उसके ऊपर कूद कर अपना लौड़ा हाथ में लिया.. जो 8 इन्च लम्बा और 3 इन्च मोटा हो चुका था।

मैंने फिर उसके होंठों को चूमा.. उसके मम्मों पर थप्पड़ मारे और खूब जोर से दबाए.. पर उसने फिर मुझे धकेला और चिल्लाने की धमकी दी।
दउसकी धमकी से मैं भी शांत हो गया और हार मान कर वहाँ से निकल आया।

उसने मेरी इस हरकत को भी किसी से नहीं कहा.. तो मेरी हिम्मत बढ़ गई और फिर उसी रात को मैं फिर से उसके घर चला गया।
मैंने देखा कि आज उसका पति आ गया था। मैं चुपचाप वापस आ गया।

मुझे लग रहा था कि वो अपने पति से मेरी हरकत के बारे में कहेगी और सुबह बवाल हो सकता है.. पर ऐसा कुछ नहीं हुआ तो मुझे राहत के साथ-साथ ख़ुशी भी हुई।

कुछ दिनों के बाद उसका पति फिर चला गया.. और अब मैं एक बार फिर उसके घर आया और मैंने उसे चुदवाने के लिए मनाया.. पर वो ना मानी.. कहने लगी- मैं शादीशुदा हूँ.. यह सब मेरे लिए ठीक नहीं है।

मैंने उसे पकड़ कर अपनी बाँहों में खींचा और उसे जबरन लिटा दिया.. फिर मैंने उसे अपना लौड़ा दिखाया.. पर वो अब भी ना मानी। मैं मन मसोस कर वापस आ गया।

फिर मैं कुछ दिनों तक उसे देखता रहा.. अब मैंने उसे बातें करना छोड़ दीं और घर पर भी कभी-कभार आता था।

शायद वो मुझे मिस करने लगी थी। एक बार मैं घर आया.. तो उसने मुझसे कहा- क्या तुम नाराज़ हो गए हो?
उसने मुझे अपने घर पर कॉफी पीने बुलाया.. मैं गया.. कॉफी पी.. पर उससे पहले जैसे खुल कर बातें नहीं की और वहाँ से निकल आया।
दूसरे दिन जब मैं कमरे से बाहर निकला.. तो देखा की मीना अपना पेटीकोट पहने हुए कपड़े सुखा रही है।

मैंने उसे कमरे के बाहर पहली बार ऐसे देखा था.. वो मेरी तरफ देखने लगी और मुस्कुरा दी।
वो मेरी तरफ आई और मुझसे कहा- आज मुझे स्काइवॉक ले चलो..
मैंने सब कुछ भूल कर ‘हाँ’ कर दी।

फिर.. उसी दिन शाम को मैं उसे बाइक पर ले गया और रात 9:00 बजे वापस आ गए। मैं अपने कमरे आ गया… हम खाना बाहर ही खा लिया था।

मैंने कमरे में आते ही झट से अपने कपड़े उतार फेंके और नंगा हो गया.. अपना लौड़ा हाथ में लेकर मीना को याद करते हुए हिलाना शुरू ही किया था कि मेरे दरवाज़े पर मीना के बेटे ने आवाज़ दी।
मैंने खुद को ठीक किया और दरवाज़ा खोला.. तो उसने बताया कि उसकी माँ मुझे बुला रही हैं।

मैं ठीक से मुठ्ठ भी नहीं मार पाया.. झट से उसके कमरे पर गया.. वहाँ पर उसकी नौकरानी और बच्चे टीवी देख रहे थे।

मैंने मीना की तरफ देखा.. वो पूरी तरह से सजी हुई थी.. उसकी बाल बहुत ही कामुक तरीके से बंधे हुए थे.. और होंठ गुलाबी लिपस्टिक से चमक रहे थे।

वो एक मिनी स्कर्ट और छोटी सी पारदर्शी शिफोन की शर्ट पहने थी.. जिसमें से उसकी गुलाबी रंग की पट्टीनुमा ब्रा साफ दिखाई दे रही थी।

मैंने उससे पूछा- क्या बात है?
वो बोली- बोर हो गई हूँ.. इसलिए बुलाया है.. आओ बैठो..
उसने मुझे अपने बगल में टीवी देखने बिठा लिया.. कुछ समय बाद उसके बच्चे सो गए और नौकरानी भी कमरे से चली गई।
उस वक़्त हम दोनों ही रह गए थे.. उसे मिनी स्कर्ट में देख कर मेरा लौड़ा तो पहले से जगा हुआ था।

यह मेरी उसके साथ बिताई हुई जिन्दगी की सच्ची दास्तान है.. आपको मेरी कहानी कैसी लग रही है.. मुझे ज़रूर ईमेल करें।
उसके साथ बिताए हुए पलों की मदमस्त दास्तान जारी है।
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