बहन का लौड़ा -51

(Bahan Ka Lauda-51)

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अभी तक आपने पढ़ा..

राधे एक ही सांस में पूरी बीयर पी गया और अब उसकी निगाहें मीरा के नंगे जिस्म पर थीं.. उसकी जीभ पर पानी और लौड़े में तनाव आ गया था। वो झट से मीरा के ऊपर झपट पड़ा।
अब राधे मीरा के मम्मों पर लगी चॉकलेट चाटने लगा.. साथ ही साथ वो निप्पलों को दाँत से हल्का काट भी लेता.. जिससे मीरा पर बीयर के नशे के साथ-साथ वासना का नशा भी होने लगा।
वो सिसकने लगी और राधे उसकी जवानी का मज़ा लूटने में मस्त हो गया।
मीरा- आह्ह.. उइ.. आराम से चूसो ना.. राधे आह्ह.. काटो मत.. दुखता है.. उई…

अब आगे..

राधे धीरे-धीरे मीरा के जिस्म को चूमता हुआ उसकी चूत तक पहुँच गया था और मीरा की बेचैनी बढ़ने लगी थी।
मीरा- आह ऑउच राधे.. मेरी चूत तड़प रही है.. उईई… चूसो ना.. आह्ह.. चाट लो आह्ह.. प्लीज़ आह्ह..
पन्द्रह मिनट राधे बहुत कस कर मीरा की चूत को चूसता रहा, राधे ने उसके बदन में आग लगा दी, अब चूत अपने आप खुलने लगी.. उसको लौड़े के सिवाय कुछ नहीं चाहिए था। इस चुसाई से मीरा की हिचकियां भी बन्द हो गई थीं और सिसकिया शुरू हो गई थीं।

मीरा- आह्ह.. राधे उइ.. प्लीज़.. अब मत तड़पाओ.. आह्ह.. घुसा दो.. आह्ह.. मेरी चूत फट जाएगी.. आह्ह.. घुसा दो अपना लौड़ा.. आह्ह.. उह आह..
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अब राधे का तापमान भी ‘आउट ऑफ हण्ड्रेड’ हो गया था.. उसका लौड़ा रिसने लगा था। उसको चूत रस के साथ मीठा स्वाद कुछ अलग ही अहसास दिला रहा था।
अब उससे बर्दाश्त नहीं हो रहा था.. वो सीधा बैठ गया।
मीरा नशे में धुत्त थी.. मगर सेक्स की आग उसको होश में रहने को मजबूर कर रही थी.. लौड़े की चाहत उसको तड़पा रही थी।

राधे- मेरी जान.. आज तो तुमने मुझे पागल बना दिया.. लौड़े को चूसे बिना गीला कर दिया.. ले अब घुसा रहा हूँ.. आह्ह.. तेरी चूत का हाल से बेहाल कर दूँगा आज.. आह्ह..
राधे ने सुपारे को चूत पर रखा और एक ही शॉट में पूरा घुसा दिया।

मीरा- आह्ह.. आईईइ.. चोदो आह्ह.. अब उइ.. फास्ट आह्ह.. और फास्ट.. आह उइ..।
राधे की कमर किसी मशीन की तरह ठकाठक.. ठकाठक.. हिल रही थी और मीरा बस उत्तेजना की दुनिया में खो गई थी।
पन्द्रह मिनट के बाद मीरा की चूत ने अपना जलवा बिखेर दिया.. मगर राधे का लौड़ा अभी भी अपने पूरे शवाब पर ठुकाई कर रहा था।

अगले 20 मिनट राधे ने मीरा को 2 अलग-अलग पोज़ में दम से चोदा और मीरा की चूत को एक बार और ठंडा किया। उसके बाद उसके लौड़े ने लावा उगला और वो ठंडा हुआ..
अब मीरा पर बीयर अपना असर दिखा चुकी थी और ज़बरदस्त चुदाई के कारण उसको नींद आने लगी थी। उसकी आँखें बन्द हो रही थीं।

राधे के सीने पर मीरा ने सर रखा हुआ था और उसकी आँखें बन्द थीं। वो नींद की गहराइयों में गोता लगा रही थी।
राधे- हैलो माय स्वीट मीरा.. क्या हुआ.. कुछ बात करो ना जान..
मीरा- उहह.. नहीं मुझे ब्ब..बहुत नींद आ रही है.. सो जाओ न.. गुड नाइट..

राधे- अरे ये क्या बात हुई.. मेरे अन्दर आग लगाकर तुम सोने की बात कर रही हो.. अभी तो पूरी रात बाकी है मेरी जान.. तेरी गाण्ड भी मारनी है मुझे.. मेरे लौड़ा का रस नहीं पिओगी क्या तुम.. आह्ह.. मीरा बोलो ना..
मीरा- मैं स..सोना नहीं चाहती.. मगर ये आह्ह.. आँखें.. अपने आप ब्ब..बन्द हो रही हैं।
राधे- ऐसा मत करो जान.. प्लीज़ आज कितने दिनों बाद तो मौका मिला है.. खुल कर चुदाई करने का.. उठो ना..

मीरा ने कोई जबाव नहीं दिया। अब वो नींद की दुनिया में चली गई थी।
राधे बस उसके बालों को सहला रहा था और हल्का मुस्कुरा कर अपने आप से बात कर रहा था।
राधे- अरे वाह रे.. मेरी भोली मीरा.. तेरे भी अजीब से फंडे हैं एक अंजान आदमी पर इतना भरोसा कर लिया कि अपना सब कुछ मेरे नाम कर दिया और आज मेरे लिए बीयर भी पी गई.. तू कितना कर रही है.. मगर मैं तुम्हें क्या दे पाऊँगा..

राधे मीरा के होंठों पर उंगली घुमा रहा था।

राधे- तू इतनी सेक्सी है कि क्या बताऊँ.. अब तू तो सो गई.. मैं कहाँ जाऊँ.. लगता है सोते हुए ही तुझे चोदना होगा.. नहीं तो मेरा ये शैतान मुझे नहीं सोने देगा.. चल थोड़ी देर तू मज़े से सो.. मैं भी इस लौड़े को आराम देता हूँ। उसके बाद तेरे साथ क्या करना है.. वो सोचूँगा.. साला पेशाब करके आता हूँ।

ये बीयर भी ना.. बड़ी कुत्ती चीज है.. पेट में पचती ही नहीं.. मूत बनकर निकल जाती है..

राधे ने मीरा को आराम से एक तरफ़ सुलाया और खुद उठकर बाथरूम की तरफ़ चला गया।

दोस्तो, आप जानते हो.. अब यहा से थोड़ी देर आपको कहाँ ले जाऊँगी.. तो सोचो मत.. चलो..

रात को रोमा अपने कमरे में पढ़ाई कर रही थी.. तभी उसकी माँ ने उसको बताया कि तेरी सहेली टीना को यहाँ क्यों नहीं बुलाती.. तू ही वहाँ जाती है?
तब रोमा ने झूट कहा- वहाँ और लड़कियाँ भी स्टडी करने आती हैं.. तो अब सबको यहाँ नहीं बुला सकती ना..

रोमा की माँ वहीं बैठ गई और थोड़ी देर उससे बात करके चली गई.. मगर जाते-जाते वो रोमा को ऐसी बात कह गई कि जिसे सुनकर रोमा की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। अब वो बात क्या है.. यह आपको सुबह बता दूँगी.. अभी वहाँ राधे बाहर आ गया है.. चलो वहाँ देखते हैं।

दोस्तो, उम्मीद है कि आप को मेरी कहानी पसंद आ रही होगी.. मैं कहानी के अगले भाग में आपका इन्तजार करूँगी.. पढ़ना न भूलिएगा.. और हाँ आपके पत्रों का भी बेसब्री से इन्तजार है।
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