जिगरी दोस्त की बहन को चूत चुदवाने की ललक थी-1

(Best Friend Ki Sister Ko Choot Chudane Ki Lalak Thi- Part 1)

जिगर पटेल 2017-03-09 Comments

This story is part of a series:

मैं जिगर अमदाबाद से हूँ। यह सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी एक बहुत पक्के दोस्त की बहन की है, उसका नाम सबा है, उसकी उम्र 27 साल है वो अविवाहित है। उसकी हाइट 5’4″ है और फिगर 34-28-34 है।

मेरा उस दोस्त के घर काफ़ी आना-जाना था, उसकी फैमिली के सभी लोग मुझे जानते थे, मैं उनके लिए एक फैमिली मेंबर की तरह ही हो गया था।
इस तरह मेरी सबा से ‘हाय.. हैलो..’ हो जाती थी, जब दोस्त के घर जाता था तो सबा से भी कुछ न कुछ बातें होती रहती थीं।

एक दिन मैंने अपनी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट प्रोफाइल पर सबा की एड रिक्वेस्ट देखी तो मैंने एक्सेप्ट कर लिया। उस टाइम तक मुझे यह नहीं पता था कि यह वो ही सबा है क्योंकि उसने अपनी फोटो नहीं लगाई हुई थी।

एक दिन ऐसे ही मैं ऑनलाइन था तो वो भी ऑनलाइन आ गई। मेरे पूछने पर उसने सही बता दिया कि वो मेरे दोस्त की बहन है।

खैर.. फिर यूं ही लगभग रोज ही उससे काफ़ी-काफ़ी देर देर तक चैट होती रहती थी। अब हम काफ़ी खुल गए थे और खूब बातें करते.. गपशप करते।

एक बार सबा ने पूछा- आपकी कोई गर्लफ्रेंड भी है?
मैंने बताया- अभी तो नहीं है.. लेकिन एक थी।
उसने पूछा- कौन थी..?
मैंने कहा- मेरी कॉलेज और यूनिवर्सिटी दिनों में एक लड़की थी.. लेकिन अब वो अपनी फैमिली के साथ विदेश चली गई है।
उसने पूछा- तो क्या कभी उसने आपको ‘खुश’ भी किया था?

मैं उसके इस सवाल पर थोड़ा चौंका, फिर भी मैंने खुलते हुए कह दिया- हाँ कई बार..
उसने कहा- वाऊ.. कैसे?
मैंने उसके इस सवाल पर एक आँख मारने वाला स्माइली भेजते हुए लिखा- हर तरह से..
वो कहने लगी- वाह यार.. क्या बात है।
इसके बाद मैंने पूछा- सबा आपका कोई ब्वॉयफ्रेण्ड?
उसने कहा- नहीं यार.. हमारी ऐसी किस्मत कहाँ..

मैंने कहा- यह क्या बात हुई.. इसमें किस्मत का मतलब.. आप क्यूट हैं, सुन्दर और आकर्षक हैं.. आपका कोई तो होगा, लेकिन आप बता नहीं रही हो।
मेरी बात पर उसने पूछा- मैं ब्यूटीफुल कैसे हूँ.. जरा बताओ तो सही?

मैंने कहा- यार आपकी काफी अच्छी लुक है.. आपकी सुंदर आँखें.. और लवली स्माइल बहुत अच्छी लगती है।
उसने कहा- और..
मैंने कहा- आपका कलर भी फेयर है.. डीसेंट पर्सनालिटी है।

उसने कहा- और..?
मैंने कहा- अब मैंने कभी ऐसे देखा नहीं.. बस यही पता है।
उसने कहा- यह भी क्या बात हुई..? अब जब आओ तब ठीक से देखना.. फिर बताना?
मैंने कहा- ओके..

दो दिन बाद मैं उनके घर गया तो हमेशा की तरह सबा से भी बात हुई। उस टाइम तो बस ‘हैलो.. हाय..’ ही हुई कुछ देर हम सब (मैं सबा और फ्रेंड) बैठे हुए बातें करते रहे।

फिर मेरा दोस्त अहसान के फोन पर किसी की कॉल आई तो वो बोला- यार मेरे सेल पर किसी की कॉल आई है.. मैं अभी आता हूँ।
वो कुछ टाइम के लिए वहाँ से उठ कर चला गया।

अब सबा ने आहिस्ता से कहा- आज फिर यह ना कह देना कि मैंने ज्यादा गौर से नहीं देखा।
यह कह कर वो मुस्कुरा दी और मैं भी हँस दिया।

फिर रात को सबा से बात हुई तो उसने फिर से पूछा- आज तो देखा था ना.. अब बताओ?
मैंने फिर से उसकी सुन्दरता के बारे में लिखा और साथ ही कहा- आपकी हाइट भी अच्छी है और ड्रेसिंग भी अच्छी करती हो।
उसने कहा- और?
मैंने कहा- आपके लम्बे बाल बहुत अच्छे लगते हैं।
इसके बाद मैंने पूछा- अब मेरे बारे में बताओ।

उसने कहा- एक तो आपकी हाइट बहुत अच्छी है, आपके लम्बे हाथ और लम्बी उंगलियां बहुत अच्छी लगती हैं और आप बातें बहुत मजे की करते हैं.. बातों के दरमियान हल्के-फुल्के जोक्स भी मारते हैं वो बहुत इंट्रेस्टिंग होते हैं।
‘हम्म…’

उसने पूछा- मेरे बारे में और कुछ भी कहना चाहते हो?
मैंने कहा- अगर आपके सैंडिलों का डर ना हो.. तो एक बात कहूँ कि आपका फिगर भी बहुत अच्छा है, वेरी बैलेंन्स्ड..
उसने कहा- ओह्ह रियली.. थैंक्यू!

मैंने कहा- आप इतनी गुड लुकिंग हो कि यक़ीन नहीं आता कि आपका कोई ब्वॉयफ्रेण्ड नहीं होगा।
उसने कहा- यार यह क्या बात हुई? देखो आप से भी तो अच्छी फ्रैंकनेस है.. दोस्ती है.. लेकिन आपने भी तो कभी ऑफर नहीं किया। जबकि मुझे आपसे बात करते समय गर्लफ्रेंड के जैसे ही लगता रहा है।
मैंने कहा- अगर मैं ऑफर करूँ तो?
उसने कहा- पहले करो तो.. फिर बताऊँगी।
इतना लिख कर वो ऑफलाइन हो गई, मैं सोचता ही रह गया।

फिर कुछ दिन शहर से बाहर रहने के कारण ऑनलाइन नहीं आ सका। जब आया तो देखा कि उसके काफ़ी मैसेज आए हुए थे।

पहले एक-दो मैसेज में बस पूछा था- कहाँ हो?
आगे कुछ ख़ास नहीं पूछा होने से मेरा ख़याल था कि उसे अहसान से मेरे शहर से बाहर होने का पता लग गया था।

उसका आखिरी मैसेज आया हुआ था- बंदा बता भी सकता है कि कहीं जाना है.. और अंग्रेजों ने मोबाइल फोन भी इसी के लिए खोजे थे कि कॉंटॅक्ट रखा जा सके।
मैंने मैसेज का रिप्लाइ किया- माफी..

इसी के साथ अपना सेल नंबर भी सबा को सेंड कर दिया।
शाम को उसका एसएमएस आया- दोस्त वापिस आ गए?
‘जी हाँ..’
फिर सन्देश आया- रात को मैसेज करूँगी।
मैंने कहा- ओके..

रात को थोड़ा देर से उसका मैसेज आया और हमारी बातें स्टार्ट हो गईं।
फिर मैंने कहा- अगर मैं तुम्हें गर्लफ्रेंड की ऑफर करूँ?
उसने कहा- कभी रियल में करना.. तब बताऊंगी।
फिर कुछ देर यूं ही इधर-उधर की बात होने के बाद हम दोनों ऑफलाइन हो गए।

कोई 4 दिन बाद जब मैं अहसान के घर गया तो वो घर पर नहीं था।
आंटी ने कहा- तुम बैठो वो 10-15 मिनट में आ जाएगा।

मैंने सबा का पूछा तो आंटी ने बताया कि वो मेरी पैकिंग में थोड़ा बिजी है.. क्योंकि मुझे आज शाम को शहर से बाहर जाना है। तुम अकेले बोर तो नहीं हो रहे हो ना?
मैंने कहा- नो प्राब्लम आंटी आई’म वेरी कंफर्टबल।

कुछ देर बाद सबा मेरी लिए कोल्डड्रिंक लाई और मेरे पास ही बैठ गई।
थोड़ी देर में मैंने सबा से कहा- एक बात कहूँ?
उसने कहा- यस..
मैंने कहा- क्या आप मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी?
उसने कहा- किस तरह की गर्लफ्रेंड?
मैंने कहा- मैं तो एक ही तरह की गर्लफ्रेंड बनाता हूँ।
वो मुस्कुरा दी और बोली- ओके तो ठीक है।

मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसके हाथ की बैक पर किस कर दिया।
वो हँस दी और ‘थैंक्यू..’ बोल कर चली गई।

फिर इसके बाद तो मेरी उसके साथ चैट पर, एसएमएस मैसेज पर फुल टाइम रोमांटिक बातें होती रहती थीं।

मैं इस दास्तान को थोड़ा शॉर्ट करके सीधे मेन पॉइंट पर आता हूँ।
अगले दिन मैंने उसे एसएमएस किया- क्या मुलाक़ात हो सकती है?
उसने कहा- कहाँ?
मैंने कहा- कहीं चल कर आइसक्रीम खाते हैं.. कुछ गपशप कर लेंगे।
उसने कहा- और क्या करेंगे?

मैंने कहा- अगर टाइम हो जनाब के पास.. तो मेरे एक फ्रेंड का फ्लैट भी है वहाँ सकून से बैठेंगे।
उसने कहा- ओके।

फिर तय हुआ कि शनिवार को वो ऑफिस से लंच टाइम में निकल आएगी और शाम को रोज के टाइम पर घर आ जाएगी।
मैंने कहा- सुपर आईडिया।
मैंने एक किस की स्माइली भेज दी।
उसकी तरफ से इसी तरह की स्माइली मिली।

फिर शनिवार को मैंने अपनी बाइक पर उसे ऑफिस से पिक किया और पहले एक बड़े फेमस आइसक्रीम पार्लर पर गए। वहाँ बैठ कर आइसक्रीम खाई भी और एक-दूसरे को खिलाई भी। सबा के साथ काफ़ी बातें भी की।

मैंने पूछा- क्या प्लान है?
उसने कहा- मैं इस वक्त फ्री हूँ।

मैं समझ गया और उसे बाइक पर बैठा कर अपने दोस्त के फ्लैट की तरफ चल दिया, फ्लैट की चाभी मेरी पास थी।
फ्लैट में दाखिल हो कर पहले तो एसी ऑन किया और दूसरा काम उसे हग करते हुए उसे चूम लिया।

उसने मुझे चूमने में साथ दिया तो मैंने सबा की आँखों पर.. माथे पर.. गाल आदि सभी जगह चुम्बनों की झड़ी लगा दी।
अंत में मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर लगा दिए।
वाऊ क्या मस्त अहसास था।

कुछ ही पलों में हम दोनों की जुबानें एक-दूसरे को सक करने लगीं और दोनों के जिस्म में एक नशा सा छा रहा था।
दोस्तों सबा के संग जिस्मानी संगत का मौसम बन चुका था।
पूरी दास्तान जल्द ही अगले हिस्से में पेश करता हूँ। मेरे साथ हिंदी सेक्स स्टोरी की इस बेहतरीन साईट से जुड़े रहिए।

आपके खतों का इन्तजार ईमेल पर करता रहूँगा।
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जवान देसी लड़की की चूत चुदाई की कहानी जारी है!

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