आज दिल खोल कर चुदूँगी-21
उसने मेरे बड़े-बड़े मम्मों को अपनी मजबूत चौड़ी छाती के बीच दबा कर मुझे बाँहों में जकड़ लिया और अपने होंठों को मेरे नाजुक होंठों पर कसकर.. उनका रसपान करने लगा। मैं कसमसाते हुए बोली- मैं आपकी बीवी नहीं हूँ.. एक अंजान औरत हूँ।
मेरी कहानी बड़ी अजीब है। आज से 4 साल पहले की बात है मेरी शादी हुई, शादी के बाद मेरे पति की पारिवारिक आर्थिक हालत खराब चलने लगी।
उस वक्त मेरे पति का काम-धन्धा नहीं चल रहा था। मैं एक नई-नवेली दुल्हन थी, पर पति को परेशान देखती तो मुझे दु:ख होता।
मैं पूछती तो वे टाल जाते, मुझसे कहते- सब ठीक हो जाएगा.. तुम चिंता मत करो !
पर उनकी परेशानी बढ़ती ही जा रही थी, रात देर से आना, मेरी चुदाई कभी करते, कभी नहीं..! मैं चुदाने के लिए बेकरार रहती।
एक दिन मैं रात में जिद कर के पूछने लगी, तो बोले- मुझे घाटा हो गया है !
तो मैं बोली- सब ठीक हो जाएगा !
कहानी में आगे आप पढ़ेंगे कि मेरी अन्तर्वासना यानी सेक्स की तलब और पति के घाटे को पूरा करने के लिए हम दोनों ने मेरी चूत चुदाई से पैसा कमाने का फैसला किया..
उसने मेरे बड़े-बड़े मम्मों को अपनी मजबूत चौड़ी छाती के बीच दबा कर मुझे बाँहों में जकड़ लिया और अपने होंठों को मेरे नाजुक होंठों पर कसकर.. उनका रसपान करने लगा। मैं कसमसाते हुए बोली- मैं आपकी बीवी नहीं हूँ.. एक अंजान औरत हूँ।
दीपक मेरे जिस्म से इस तरह से खेलते हुए प्यार कर रहा था कि मेरी चूत खुद ब खुद कुलबुलाने लगी, मैं दीपक के प्यार को पाकर पिघलने लगी।
अब तक आपने पढ़ा.. मैं देश दुनिया से बेखबर बुर चुदाती रही ताबड़तोड़ चुदाई से मेरी बुर पानी छोड़ रही थी। तभी उसका लण्ड मेरी चूत में वीर्य की बौछार करने लगा। मैं असीम आनन्द में आँखें बंद करके बुर को लौड़े पर दबाकर उसके गरम वीर्य को बुर में लेने लगी। तभी उसने अपना […]
महमूद मुझे शॉपिंग और डिनर के लिये ले गए। डिनर लगने के इन्तजार में एक लड़के पर नजर पड़ी, वो मुझे देख कर उतावला हो रहा था। मैं मुस्कुरा दी। कहानी में पढ़ें कि मैं उससे कैसे चुदी।
अब तक आपने पढ़ा.. मैं बिस्तर पर बैठे हुए ही झुककर महमूद का लण्ड ‘गपागप’ चूस रही थी। महमूद पीछे से मेरी चूत मलकर मेरी प्यासी चूत की प्यास बढ़ाते हुए लण्ड चुसाई करवाता रहा। एकाएक तभी महमूद के मुँह से सिसकारी के साथ वो अनाप-शनाप भी बोलने लगा- ले साली चाट.. मेरे लण्ड को […]
दो अंग्रेजों से जमकर चुदाई के बाद मैंने कई दिन आराम किया फिर एक दिन मुझे एक और मर्द को खुश करने जाना था. हम वहां पहुंचे तो वो साठ साल का निकला.
रात भर उन दोनों ने मेरी चुदाई करके शरीर के पोर-पोर को दुखा कर रख दिया था। मेरी चूत को और मुझे.. आराम की सख्त जरूरत थी। नाश्ता देने आय विनय को मैंने मालिश के लिये तेल लाने को कहा।
चार्ली का मोटा लम्बा लण्ड मेरी गाण्ड को चीरता हुआ तीन-चौथाई हिस्सा अन्दर दाखिल हो गया। मैंने चिल्लाना चाहा.. पर रिची के लण्ड के हलक में होने की वजह से आवाज नहीं निकाल पाई।
मेरे काफ़ी दोस्त मेरी चूत चोदना चाहते हैं। मैं भी आप सबको अपनी चूत देना चाहती हूँ और मेरी चूत आप लोग जम कर चोदो भी. मेरी चूत की रसीली दास्तान की तरफ बढ़ते हैं। उस शाम एक फाईव स्टार होटल में दो विदेशी लौड़े मेरी चूत की चुदाई के लिए अपने लण्ड को तैयार कर रहे थे।
मुझे नाश्ता देने आया लड़का बांका जवान था, उसे देखते ही मेरी चूत गर्म हो गई, मैंने उसे अपने चूतड़ और चूत दिखा कर पटा लिया और अपनी चूत में उसका मजेदार लंड ले लिया.
विनय के करीब आते ही मैंने अपनी जांघों को पूरा खोल दिया और मैं बोली- विनय, अगर तुम्हारे पास केला निकला.. तो खिलाओगे ना.. वादा करो।
नवीन मुझे चोद कर झड़ गया पर मैं प्यासी ही रह गई। सुनील नवीन की बीवी को चोदने क्र बाद मुझे मेरे पति के पास छोड़ गया तो मैं अपने पति से चुदी।
सुरेश के दफ्तर से निकल कर सुनील मुझे अपने एक दोस्त नवीन के घर ले गया. उसने मुझे नवीन के हवाले किया और नवीन ने बताया कि अब सुनील उसकी बीवी को चोदेगा.
मेरे शरीर में तरावट आने लगी, सारा जिस्म मीठे जोश से भर गया, मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं कभी ना झड़ूँ.. बस जिन्दगी भर चुदाती ही रहूँ.. यह मजा किसी और चुदाई से अलग था, कुछ जवानी का जोश और मीठी-मीठी गालियों की मीठी चुभन थी। मैं भी आज जी खोल कर सारी […]
तभी सुनील बोले- चलो स्टॉप आ गया.. बस रुकी, मैं और सुनील बस से उतर कर चल दिए। सुनील बोले- यहाँ से कुछ दूर जाना है एक रिक्शा कर लेते हैं। तभी सुनील की निगाह मेरे पिछवाड़े पर गई। सुनील बोले- नेहा जान ये भीग कैसे गई? मैंने नाटक करते हुए चौंकी- अरे…ये कैसे हुआ… […]
फिर मैं और सुनील होटल से बाहर आए सुनील के साथ बाइक पर बैठ कर चल दी। रास्ते में सुनील बोला- जयदीप जी बोल रहे थे कि नेहा बहुत मस्त लौंडिया है, उसकी शादी जरूर हुई है, पर बिल्कुल कोरा माल है.. दिल खुश कर दिया। उसे एक बार और नीचे लेने की इच्छा है। […]
उसने अपना लन्ड मेरे मुँह में से निकाला और बोला- बोल साली पहले रन्डी किधर डालूँ? मैं बोली- आज तक मैंने अपनी गाण्ड एक ही बार मरवाई है, आज तू इसको दुबारा चोद दे। वो बोला- चल मेरी रानी.. कुतिया बन जा। तो मैं कुतिया की तरह उसके सामने अपनी गाण्ड खोल कर बैठ गई। […]
मेरी कहानी के पिछले तीन भागों में आपने पढ़ा था कि किस तरह मेरे पति ने मुझे रण्डी बना दिया जिसमें मेरी भी सहमति थी। आप लोगों के सामने अपनी कहानी का अगला भाग ला रही हूँ। आशा करती हूँ कि पहले की कहानी की तरह आप सब को पसंद आएगी। मैं नेहा रानी अन्तर्वासना […]
मेरी इस कहानी के पिछले दो भागों में आपने पढ़ा था कि किस तरह मेरे पति ने मुझे रण्डी बना दिया जिसमें मेरी भी सहमति थी। मेरे पति खाना लेकर आ गए फिर हम दोनों ने खाना खा सोने के लिए बिस्तर पर गए तो मेरे पति ने पूछा- क्यों.. बड़ी चुप हो नेहा..? तो […]
हमारी बात हो ही रही थी कि तब तक सुनील अन्दर आ गया, अन्दर आते ही मेरे पति से बोला- यार बड़ी देर कर दी? फिर मुझसे बोला- तू तैयार हो गई? मैंने ‘हाँ’ में सिर हिलाया। फिर वो बोला- वाह…. खूब मस्त लग रही हो..! और मेरे पास आया और पति से बोला- आकाश […]