बेट्टिंग ने दिलाई चूत

समीर 2012-03-31 Comments

मेरे मस्ताने लंड की ओर से सभी काम की देवियों को हैलो ! मेरी कहानियों को पसंद करने के लिये आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद। और मुझे मेल करके मेरा हौंसला बढ़ाने के लिए तहे दिल से शुक्रिया ! आज मैं अपने एक दोस्त की कहानी उसी की जुबानी सुनाने जा रहा हूँ जो उसने मुझे मेल की थी, मैंने बस इसे सही आकार दिया है। आशा है कि मेरी पिछली कहानियों की तरह यह भी आपको बेहद पसंद आएगी।

तो एक दिन में बेटिंग कर रहा था तो मेरे दोस्त ने कहा- आज तू पूरे मैच में बेटिंग करना !

एक दिन पापा और मेरी बहस हो गई और मैं घर छोड़ कर वहाँ से मेरे खुद के घर पर जो सट्टे से ख़रीदा था, वहाँ आ गया और वहीं पर रहने लगा और उस मकान में मैंने एक कमरे में हर चीज फ्रिज कूलर टीवी आदि लाकर रख दिए। ऐसे ही थोड़े दिन बीत गए और वहाँ पर एक मैंने नए किरायेदार रखे थे जो पति पत्नी थे, उनका नाम मोनिका और सुरेश था। वो दोनों ही बहुत मजाकिया थे और मैं भी थोड़े दिनों में उन दोनों के साथ घुलमिल गया और थोड़े दिन बाद मैंने देखा कि वो दोनों आपस में खूब झगड़ते थे और सुरेश एक दिन लड़ाई के बाद घर पर ही नहीं आया।

ऐसे ही वो कुछ 3 महीनों से नहीं आया था।

एक दिन बारिश का मौसम था तो मोनिका भाभी ने मुझे आवाज लगाई- साकेत, मेरा एक काम कर दो।

मैंने कहा- क्या?

वो बोली- मेरे रिचार्ज करा दो !

मोनिका ने मुझे पैसे दे दिए और मुझे अपने मोबाइल में नम्बर लिखने को कहा, मैंने लिख लिया और जाकर रिचार्ज करा दिया।

उसके बाद मैंने आकर पूछा- हो गया रिचार्ज?

वो बोली- हाँ, हो गया।

तभी मुझे आवाज आई कुछ गिरने की तो मैंने पूछा- क्या हुआ?

तो अन्दर से आवाज आई- अन्दर आ जाओ।

मैं गया भाभी झुकी हुई थी और प्लेट उठा रही थी, उनके कूल्हे एकदम पीछे की तरफ जैसे चुदने के लिए पोज़ म बना रखा हो। उसको देख कर उसी वक़्त मेरा लंड खडा हो गया, मैंने पजामा पहना था तो उभार साफ़ दिख रहा था।

तभी भाभी बोली- प्लेट उठवाओ ना !

मैंने उठवाई और फिर मैं और भाभी खड़े हो गए, भाभी की नज़र मेरे लंड पर थी और मेरा लंड साफ़ दिख रहा था पाजामे में उभरा हुआ !

भाभी की नज़रें उसी पर थी।

फिर मैंने भाभी से कहा- भाभी, मुझे काम है, मैं जाता हूँ !

तो भाभी बोली- ठीक है !

और मैं चला गया।

फिर अगले दिन मैंने मोनिका को मैसेज किया- हाय भाभी !

उसका उसी वक़्त रिप्लाई आया- हाय !

मैंने उससे पूछा मैसेज में- क्या कर रही हो भाभी?

तो बोली- कुछ नहीं अकेली बैठी हूँ, बीते दिनों की याद आ रही है।

मैंने पूछा- बीते दिनों की कौन सी यादें?

भाभी- ऐसे ही जब मेरी शादी हुई थी, उस वक़्त की याद आ रही थी। तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?

मैंने कहा- अब नहीं है, पहले थी।

तो बोली- क्या क्या किया था गर्लफ्रेंड के साथ?

मैंने कहा- सब कुछ किया हुआ है।

उसने बोला- हाँ वो तो जब तुम मेरे रूम में आये थे तभी मुझे लगा था।

मैं समझ गया कि वो मेरे लंड की बात कर रही है।

मैं- भाभी आपकी शादी बाद तो आपके पति को भी बहुत मजे आये होंगे?

तो बोली- शादी के बाद तो नहीं, पर पहले आये थे।

मैंने उससे कहा- फ़ोन पर बात करें?

उसने कहा- ओके, कॉल करती हूँ।

उसने कॉल किया, उसकी आवाज बड़ी सुरीली थी।

मैंने उसको कहा- भाभी यह शादी से पहले बहुत मजे किये वो मैसेज जो तुमने किया, उसका क्या मतलब?

तब भाभी बोली- हमारी लव मैरिज हुई और शादी से पहले तो ये बड़े ही रोमांटिक थे, कभी लड़ाई नहीं करते थे और कभी मुझसे दूर नहीं जाते थे।

तो मैंने कहा- भाभी आपके बच्चे नहीं हुए? अभी तक शादी को कितना टाइम हो गया?

तो भाभी इस बारे में कुछ नहीं बोली और मुझे कहने लगी- तुमने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ क्या क्या किया, मुझे बताओ।

मैंने कहा- भाभी मैंने उसके साथ सेक्स वगैरा सब किया हुआ है।

तब भाभी बोली- हाय राम कैसे बोलते हो, शर्म नहीं आती क्या?

तो मैंने कहा- इसमें क्या शर्माना?

तो भाभी बोली- मैं तो बहुत अकेली हूँ, ऐसे ही बैठी रहती हूँ मन भी नहीं लगता।

तो मैंने कहा- भाभी मैं हूँ ना, आप मुझसे बात कर लिया करो।

तो भाभी बोली- हाँ अब से ऐसा ही करुँगी।

और हम लोग रोजाना बातें करने लगे और दो-तीन बार बाहर खाना खाने भी गए। एक दिन भाभी को बायो डाटा बनाना था तो वो मेरे कम्प्यूटर पर उसे करने आई और कम्प्यूटर पर काम करने लग गई, मैं टीवी देख रहा था। उस दौरान सुरेश बहुत वक़्त से घर पर नहीं आया था।

और उसी वक़्त भाभी का फ़ोन बजा, भाभी की सहेली का फ़ोन था और भाभी रोने लग गई।

मैंने पूछा- क्या हुआ?

तो बोली- कुछ नहीं !

और रोती-रोती अपने कमरे में चली गयी। मैं भी उनके पीछे गया और बोला- क्या हुआ? बोलो तो सही !

तो बोली- जाओ तुम !

तो मैं उधर से चला आया और 5 मिनट बाद भाभी का मैसेज आया- रूम में आओ।

मैं गया तो भाभी ने बोला- मेरी एक सहेली है, मेरे हसबेंड उसके साथ रहते हैं और उसी को अपनी बीवी मान रखा है।

मैंने कहा- यह तो बहुत बुरा हुआ।

तो भाभी बोली- वो तो किसी और के साथ रहते हैं पर मैं तो अकेली रहती हूँ।

उसी वक़्त मुझसे रहा नहीं गया और मैंने कहा- तो क्या हुआ? वो भी तो किसी और के साथ सेक्स करने लगे हैं, तुम भी कर लो किसी और के साथ, बात बराबर !

तो बोली- क्या तुम मुझे पसंद करते हो?

मैंने फटाक से हाँ बोली और उसने मेरे होंठों को चूम लिया, मैंने भी उसका साथ दिया और चूसने लगा।

भाभी बोली- आज मैं भी बदला लेकर रहूँगी !

मैंने देरी ना करते हुए उनको अपनी बाहों में ले लिया, भाभी मेरे होंठों को चूसते हुए मेरे बालों में हाथ फिराने लगी और मैंने अपने हाथ उनके ब्रा के अन्दर घुसा दिए। उनकी ब्रा के अन्दर हाथ घुसते ही तो उनकी सिसकारियाँ निकलने लगी ‘आअह्ह्ह्ह आह्ह’ और मैंने जोर जोर से भाभी के चूचों को दबाना शुरु कर दिया। उनके बोबे तो बड़े-बड़े और एकदम सुडौल थे, उस वक़्त मेरा लंड एकदम कड़क हो गया था, वो मेरे लंड के ऊपर हाथ फिराने लगी और मैंने उनकी ब्रा भी खोल दी उनके बोबे बाहर आते ही उछाल मार रहे थे। वो मेरे लंड पर हाथ फेर रही थी और मैं उसके बोबे चूस रहा था। उसका गोरा-गोरा बदन जिसे कोई भी देख कर चोदे बिना उसे रह ना सके।

मैंने उनकी चूत के ऊपर हाथ लगाया और हाथ अन्दर चड्डी में डाल दिया। उनकी चूत तो एकदम गीली हो चुकी थी, मैं उनकी चूत के ऊपर हाथ घुमाने लगा, मैंने उसकी चूत में उँगली डाली तो देखा कि चूत एकदम एकदम टाइट थी।

वो बोली- थोड़ा सा ऊपर होना !

मैं थोड़ा ऊपर हुआ और उसने मेरा पजामा उतार दिया और चड्डी भी।

मेरा लंड बाहर आते ही उसने मुझे पलंग पर लेटने को कहा, मैं अपना लेट गया और उसने मेरा लंड चुसना शुरू कर दिया।

वो चूसते चूसते बोली- जानू, आपका लंड बहुत बड़ा लग रहा है मुझे, कितने इंच का है?

मैंने कहा- मुझे नहीं पता !

तो वो उठी और इन्चिटेप लेकर आई, उसी के रूम में था। मेरा लंड नापा तो 7 इंच का था।

उसने कहा- मेरे पति का लंड तो 5 इंच का है।

फिर उसने वापस मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया कहने लगी- जानू, मुझे लंड चूसना बहुत अच्छा लगता है।

मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मैंने उसका मुँह हाथ में लेकर पूरा का पूरा लंड उसके मुँह में दे दिया और उसकी चूत में उंगली करने लगा, वो सिसकारियाँ ले रही थी ‘आह्ह्ह ऊउह्ह्ह जानू और’ लंड चूसने के साथ साथ ही वो ये सब आवाजें निकाल रही थी।

तभी मैंने अपनी उंगली की स्पीड बढ़ाई, वो सिकुड़ने लगी, कहने लगी- जान, मेरा पानी निकलने वाला है। रुकना मत प्लीज !

और वो आअह्ह्ह आअह्ह्ह्ह करने लगी।

मैंने उसके होंठ चूसने शुरू कर दिया, वो सिसकारियाँ ले रही थी, कहने लगी- जान, निकल रहा है पानी ! जान आअह्ह्ह ! निकल रहा है जान ! गया !

और एकदम से शांत हो गई और मुझे अपने हाथ पर चिपचिपा सा लगने लगा, उसका पानी निकल गया था। फिर मैंने उसके बोबे चूसे और ताकि वो फिर से पानी निकलवाने लायक हो।

तभी वो बोली- जानू, मेरे पति कभी मुझे ऐसे नहीं चूसने देते इतनी देर तक !

मैंने सिसकारिया भरते हुए उसे कहा- तो चूस ना ! आज तो तुझे चूसने को मिल रहा है ना !

वो बोली- आज से मुझे भाभी नहीं मोना या मोनिका ही बोलना।

मैंने कहा- ठीक है।

तभी वो वापस इंची टेप को पकड़ कर मेरे लंड की मोटाई नापने लगी, उसने देखा वो मेरा लंड 3 इंच मोटा था।

उसने मुझसे कहा- तुम्हारा लंड तो आज मेरा चूत के 12 बजा देगा।

तभी मैंने उसे पलंग के पास खींचा और खुद जमीन पर बेठ कर उसकी चूत चाटने लगा, उसकी चूत पूरी गीली थी।

मैंने उसकी चूत के अन्दर जुबान डाली और हिलाने लगा।

वो बोली- उम्म्म्म उम्म्म्म्म बेबी आह्ह्ह … छोड़ो ना अब ! मुझे तड़पाओ मत ! अन्दर डालो ना !

मैंने बिना रुके उसकी चूत की चटनी बनाने की सोच ली थी और चाटे जा रहा था। तभी वो मेरा मुँह चूत के अन्दर घुसाने लगी और आवाजें निकाल रही थी- आअह्ह्ह आह्ह्ह मेरा पानी छुट रहा है !

और उसी वक़्त मैंने अपना हाथ उसकी चूत पर साथ साथ फिराना शुरू कर दिया। वो मेरा हाथ पकड़ने लगी और कहने लगी- ऊउम्म्म छुट गया !

और एकदम से नीचे झुक गई। अब मैं पलंग पर आ गया और उसकी टाँगें अपने कंधों पर रखी और अपना लंड एक बार में पूरा का पूरा घुसा दिया। तभी वो मुझे धक्का देने लगी और कहने लगी- आपका बहुत बड़ा है ! मेरी चूत फट जाएगी ! मैं आपका सारा माल चूस कर निकाल दूंगी ना।

मैंने उसके हाथ में अपना हाथ डाल रखा था और जोर जोर से शॉट लगाने कर दिए। वो हर शॉट पे आअह्ह्ह आआह्ह्ह्ह आअह्ह्ह आह्ह्ह करने लगी। मैंने उसके बोबे चूसने शुरू कर दिए, वो कहने लगी- जान, धीरे धीरे करो न ! पहले ही दो बार आपने पानी छुड़वा दिया है।

मैंने होंठों पर होंठ रखे और शॉट लगाने लगा, तभी उसके पैर काम्पने लगे और पच्च -पच्च की आवाजें आने लगी और लंड पर जैसे एकदम किसी ने गरम गरम कुछ डाल दिया हो, ऐसा लगने लगा।

वो मुझे कहने लगी- जानू प्लीज ! अपना माल छोड़ो ना ! मेरा तो कितनी बार निकलवा दिया है आपने !

तभी मैंने अपने शॉट की स्पीड और बढ़ाई और मुझे लगा कि अब मेरा छुटने वाला है तो उस वक़्त मेरे मुँह से हाअह्ह्ह हाह्ह की आवाज आने लगी।

वो मुझे कहने लगी- मेरे मुँह में निकालना पानी !

मैंने अपना लंड निकाला और उसके मुँह में दे दिया। उसने जोर-जोर से चूसना शुरू किया और मेरे मुँह से ‘हाह्ह्ह मोना ! तेज्ज़ चूस ! और उसके मुँह में ही पानी छुटने लगा। उसने सारा का सारा पानी पी लिया और हम दोनों वैसे ही बिस्तर पर लेट गए।

वो मुझे कहने लगी- जान, आपने मेरी चूत को बहुत अच्छे से चोदा ! आज मजा आ गया !

फिर मैंने उसके होंठ चूसने शुरू किये, साथ में उसकी चूत में भी उंगली डालनी शुरू कर दी।

वो फिर से उत्तेजित होने लगी, उसी वक्त मेरा लंड तो दोबारा कड़क हो गया, इस बार मैंने उसे अपना लंड नहीं चूसने दिया और उसके बोबो को देर तक चूसा, उसके बड़े बड़े बोबे तो मुझे चूसने में आनन्द दे रहे थे, ऊपर से उसकी सख्त निप्पल !

यही सब करते हुए उसकी चूत से पानी फिर से निकलने लगा, वो कहने लगी- जान, इतने महीने से चुदी नहीं हूँ ! सारी कसर एक दिन में निकाल लोगे क्या?

और कहने लगी- उस दिन तुम्हारे पज़ामे में तुम्हारा लंड मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मेरी चूत में कुछ कुछ होने लग गया था तभी, पर क्या करती, तुम्हारा लंड उस समय कैसे लेती।

मैंने कहा- तुम्हारे चूतड़ भी बहुत अच्छी लग रही थी मुझे ! तुम्हारी गांड देख कर ही लंड खड़ा हो गया था !

तो वो कहने लगी- मुझे उस समय मुँह में लेने का मन होने लगा था।

तभी उसको कहा- मोना, तुम वैसे ही हो जाओ जैसे उस दिन प्लेट उठाने के लिए झुकी हुई थी।

तो वो वैसे ही हो गई और मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाया, उसकी चूत गीली थी तो एकदम फट से अन्दर घुस गया और उसके मुँह से आअह्ह्ह की आवाज निकली और मैंने एक जोर से धक्का मारा तो वो गिर गई।उसके सर पर हल्की सी चोट भी लग गई, मैंने उस पर हल्की सी मालिश की हाथ से तो कहने लगी- तुम बहुत अच्छे हो !

और फिर मेरा हाथ पकड़ कर रसोई में लेकर गई।

उसने अपने दोनों हाथ स्लैब पर रख लिए और मेरा लंड पकड़ के चूत पर रखा। मैंने उसको अन्दर धक्का मार दिया, उसकी चीख निकली ‘आअह्ह !’ मैंने फिर से जल्दी जल्दी शॉट लगाने चालू किये, तब वो कहने लगी- जानू ऐसे मेरा पति मुझे कभी नहीं चोदता ! बहुत मजा आ रहा है ना ! मेरा पति मेरी चूत चाट के मेरा पानी छुड़वाता था। आज मुझे तुम्हारा लुंड बहुत पसंद आ रहा है। आह्ह्ह जानू, धीरे धीरे डालो न !

मैंने कहा- करने दे ना, मुझे मज़ा आ रहा है।

मैंने अपने शॉट तेज किए तो बोली- जानू, आअह्ह्ह आअह्ह्ह्ह मेरा फिर से छुटने वाला है रुकना मत !

और वो चूत मेरे लंड पर उछालने लग गई, उसने उसकी चूत के पानी से मेरे लंड को नहला दिया।उसकी चूत बहुत आवाज करने लगी- पच्च पच्च !

मैंने अपना लंड बाहर निकला उसको फिर से चुसाया, उसने पूरा लंड पानी से भरा हुआ साफ़ किया और फिर मुझे कहने लगी- बस ना जान ! हो गया न ! कितना करोगे?

मैंने कहा- मेरा पानी तो छुटने दे ना मोना !

फिर उसने मेरा लंड चूसना शुरु कर दिया। मैंने उसके मुँह से निकाला लंड को और उसे घोड़ी बनने को कहा।

वो बन गई। मैंने इस बार उसकी चूत पर लंड रगडा और उसकी गांड पे अपने दोनों हाथ रख कर उसकी गांड को खोलने की कोशिश की तो उसकी गांड का खड्डा दिखने लगा।

मैंने उसकी गांड पर लंड रखा और एकदम घुसाने की कोशिश की लेकिन उसको दर्द इतना हुआ कि नीचे सीधी लेट गई वो और मेरे ऊपर चिल्लाने लगी- साकी ! पागल ऐसे मत कर ! मुझे पीछे बहुत दर्द होता है, आगे ही करो।

मैंने उसके उरोज मसलते हुए चुम्बन करते हुए उसे कहा- जाना जानी ! मज़ा आएगा ! करने दे ना !

वो बोली- धीरे धीरे डालना।

मैंने उसके बोबे और पेट पर किस किये और उसको फिर से घोड़ी बनाया और इस बार मैंने तेल लगाया अपने लंड पर और हल्का सा अन्दर घुसाया।

वो- आह्ह्ह ! धीरे डालो ना।

मैंने हल्का सा और अन्दर घुसाया कि फिर से उसकी चीख निकली- आह्ह जानू !

वो बोली- मैंने कभी पीछे लंड नहीं घुसवाया है ! कभी मेरे पति ने डाला ही नहीं !

फिर मैंने कहा- तुम मेरी मर्जी से मुझे करने दो ! और चुपचाप घोड़ी बनी रहो !

वो मान गई। फिर मैंने उसकी गांड की चुदाई की और हर झटके पर वो आह्ह आह्ह्ह कर रही थी। साथ साथ मैं उसकी चूत में उंगली डाल रहा था, वो फिर से झड़ी और मैंने करीबन 20 मिनट तक उसकी गांड मारी।मैंने सारा माल उसकी गांड में ही उतार दिया।

हम दोनों वैसे ही सो गए और उसका गांड मरवाने का भी शौक चढ़ गया।

अब मैं रोजाना उसकी गांड भी मारता हूँ और चूत भी ! और मैंने उसे अपने घर में फ़ोकट में चुदाई की वजह से एक रूम भी दे रखा है और उसने मेरे लंड से एक बच्चा भी लिया है और आज कल वो प्रेग्नेंट है।

कैसी लगी कहानी, मुझे मेल करके बताएँ !

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