मेरी बेबाक बीवी-1
This story is part of a series:
-
keyboard_arrow_right मेरी बेबाक बीवी-2
-
View all stories in series
होली पर घटी यह घटना वास्तव में अप्रत्याशित थी।
लेकिन मैं बता दूँ कि असली घटना हमेशा कहानियों से ज्यादा रोमांचक होती है और जो लोग जोरदार सेक्स खेल खेलते हैं वे मेरी बात से सहमत भी होंगे पर यह भी सही है कि हर कोई ऐसा नहीं करता।
मैं खुद मानता हूँ कि ऐसी होली नहीं होनी चाहिए। कोई अन्य सभ्य पुरुष यह बर्दाश्त नहीं कर सकता पर मैंने इसमें मज़ा लिया, यही तो चिंता की बात है।
शायद मैं विकृत मानसिकता का शिकार हो गया हूँ लेकिन इसमें अकेले मेरी गलती नहीं है, मुझे बीवी ही ऐसी मिली है।
अब मैं आपको खुल कर अपनी बीवी के बारे में बताता हूँ, जब लोग इस फोरम में अपनी अपनी बीवी के नग्न फोटो अपलोड कर सकते हैं तो कम से कम मैं लिख तो सकता हूँ।
वो इस समय 36 साल की भरी-पूरी महिला है। दिखने में स्मिता पाटिल जैसे नयन-नक्ष हैं कद में उससे थोड़ी कम है। शादी के समय दुबली थी पर अब डर्टी पिक्चर की विद्या बालन जैसी हो गई है, वक्ष और कूल्हे भारी हैं लेकिन स्वाभाव बहुत ही बेबाक है, राखी सावंत, वीना मालिक टाइप का !
व्यस्क संदेश, द्वीअर्थी बातचीत, रोमांटिक नोवेल-फिल्मों की शौकीन और सबसे खास और अजीब बात यह है कि जिन मर्दों को जानती है उनसे फ्लर्ट करना, धोल धप्पे से बातें करना अन्तरंग बातों को लेकर चुहल करना उसकी आदत है।
शादी से पहले हॉस्टल में रही है, वहाँ वो हस्तमैथुन की जबरदस्त आदि हो गई थी, वो बहुत ही स्पष्टवादी भी है, मुझसे कुछ भी बात छुपाती नहीं है, अभी भी यौनपूर्व क्रीड़ा के दौरान उसे योनि की मालिश सबसे ज्यादा पसंद है। सम्भोग में चरम की स्थिति में बेधड़क गालियाँ बकती है, वो भी एकदम गन्दी-गन्दी !
गुस्सा तेज है, उसके साथ कुछ किसी ने किया तो उसका तुरंत बदला जरूर निकलती है।
शायद ऐसा ही कुछ होली वाले दिन हुआ जब हम दोनों के एक दोस्त ने उसकी चूत में हाथ डाला और उसे लगभग नंगा कर दिया तो वो बिफर गई और उसका लण्ड झाड़ कर ही मानी।
मेरी बीवी की होली वाली घटना जो मेरे दोस्त और उसके बीच घटी थी वास्तव में बहुत ही ज्यादा सनसनीखेज और उत्तेजक थी, जिसने मुझे और मेरे दोस्त को हिला दिया था। यह भी एक रोचक किस्सा है जिसे आपको फिर कभी बताऊँगा।
और सबसे अजीब बात जिसे सुन कर शायद आप होली वाले वाकये को सही से समझ पायेंगे, उसे अपने नग्न शरीर को दिखाने में कतई भी संकोच नहीं आता, इसका कारण वो कोलेज के दिनों में सहेलियों के द्वारा उसके साथ किये हस्त मैथुन और एक बार महज दो हजार रुपयों के लिये उसने फाईन आर्ट की लाइव पोट्रेट क्लास में सभी लड़के लडकियों और टीचर की मौजूदगी में नग्नावस्था में खुद की पेंटिंग बनाने के लिए एक घंटे तक बैठी रही, वो भी निहायत ही अश्लील मुद्रा में क्योंकि विषय के हिसाब से उसे अपनी गुच्छेदार झांटों को हाईलाइट करना था।
उसकी अन्तरंग सहेली ने सर को बता दिया था कि उसकी झांटें घनघोर हैं।
फिर बाद में पूरी क्लास और सर ने उसके फिगर की खूब तारीफ़ की, इससे वो फूल गई और उसका संकोच जाता रहा।
जैसा मैंने पूर्व में बताया कि मेरी बीवी बहुत ही ज्यादा बिंदास और दिलफ़ेंक किस्म की है और मैं उसके पराये मर्दों के साथ खुले और उन्मुक्त व्यवहार को देखकर उत्तेजित हो जाता हूँ यह मेरी कमजोरी है और यह बात वो भी अच्छी तरह से समझ गई है।
मुझे शादी के बाद उसकी इस प्रकृति का पता कैसे लगा, आज मैं आपको यही बात बताने जा रहा हूँ।
मैं साइंस पढ़ा हुआ हूँ, मैं डॉक्टर नहीं बन पाया पर मेरा खास दोस्त डॉक्टर है और मेरी बीवी का भी वो पहले से ही परिचित है, उसके परिवार का हमारे घर खूब आना जाना है।
मेरी बीवी के पिंडली के नीची वाली जगह पर बाल तोड़ हो गया और बहुत ही ज्यादा सूजन ,और भयंकर दर्द रहता था , की उस से चला फिरा भी नहीं जाता था मैंने दोस्त को बताया तो वो बोला- बहुत ही गहन इन्फेक्शन है, केवल खाने वाले एंटीबायोटिक्स से काम नहीं चलेगा, इंजेक्शन लगेंगे सात दिन तक, तब आराम आएगा।
मेरी बीवी को इंजेक्शन के नाम से ही डर लगता है, वो घबरा गई।
तो दोस्त बोला- घबराओ नहीं ! कुछ नहीं होगा, मैं नर्स को भेज दूँगा।
वो बोली- नहीं, मैं तुम्हारे अलावा किसी से नहीं लगवाऊँगी।
मैंने भी कहा तो वो मान गया।
अगले दिन ही वो शाम को आ गया, उसके आते ही मेरी पत्नी घबरा गई।
तो डॉक्टर ने उसे प्यार से गाल पर दुलारते हुए कहा- प्यारी बेबी, डरते नहीं ! मैं हूँ ना ! कुछ नहीं होगा, अब चुपचाप उल्टी लेट जाओ।
वो डरते डरते लेट गई, उसने उस दिन सलवार सूट पहन रखा था।
अब मेरा डॉक्टर दोस्त बिल्कुल प्रोफेशनल अंदाज में आ गया था, उसने मेरी बीवी की कमीज ऊँची कर दी फिर बोला- नाड़ा ढीला करके सलवार नीची करो, यह कूल्हे पर ही लगेगा।
उसने थोड़ी सी सलवार नीचे खिसका दी।
वो बोला- मैडम, इतने से काम नहीं चलेगा, यह टीका मोटी मांसल जगह पर ही लगता है।
पर मेरी बीवी ने यह बात अनसुनी कर दी।
दोस्त बोला- ओफ़ हो ! अब डॉक्टर से क्या शर्माना?
मैंने भी कहा पर वो संकोच में थी तो उसने सलवार थोड़ी सी और सरका ली।
मेरा दोस्त झुंझला कर बोला- यार तुम करो ! यह तो नहीं मान रही है।
मुझे लिखते हुए शर्म आ रही है कि मेरी अन्तर्वासना की आग सुलगने लगी और मैंने उसके सलवार का नाड़ा पकड़े हुए उसके दोनों हाथों को ऊपर कर दिया, फिर उसकी सलवार अंडरवियर समेत कूल्हे पर से सरका दी।
वो कसमसाई, दोस्त भी बोला- यार, इतने की जरूरत नहीं है !
क्योंकि कूल्हे पूरे नंगे हो गये थे।
मैंने कहा- यार जल्दी लगा दो ! मैं तो चाहता हूँ कि मेरी जान को तकलीफ ना हो !
उसने बहुत सफाई से इंजेक्शन लगाया तब भी वो जोर से चिल्लाई। फिर स्प्रिट का फाहा लगा कर मसलने लगा इससे उसके हिलते हुए नग्न कूल्हे बहुत उत्तेजक लग रहे थे।
इस तरह रोज इंजेक्शन लगने लगे, मेरी बीवी की भी शर्म जाती रही और मैं दोस्त की मौजूदगी में बीवी को अर्धनग्न अवस्था में देख रोमांचित होता रहा।
पर पांचवें दिन थोड़ा सनसनीखेज वाकया हो गया, दरअसल वो तेज गर्मी का मौसम था, मेरी बीवी को माहवारी होकर चुकी थी, लगातार पैड लगाने से उसकी चूत और दोनों जाँघों के बीच के जगह चकत्ते पड़ कर छिल गई थी, वो इस वजह से बहुत परेशानी में थी, मैंने सोचा आज दोस्त से इस बारे में पूछ लूँगा कि क्या लगाना है पर उस दिन वो आया ही नहीं, उसका फोन भी नहीं लग रहा था।
बीवी बोली- लगता है आज नहीं आएगा !
उसने नाइटी पहन ली और सोने की तैयारी कर ली। मैं यहाँ यह बात बिल्कुल नहीं छुपाऊँगा कि हम दोनों ही सोने से पहले ड्रिंक करते हैं। उस दिन थोड़ी बारिश की वजह से थोड़ी ज्यादा ले ली थी।
तभी बेल बजी, बीवी बोली- ओह नो ! लगता है महाराज अब आये हैं !
और वाकई डॉक्टर दोस्त ही था, आते ही बोला- सॉरी भाभी, आज एक ओपरेशन में उलझ गया तो लेट हो गया।
फिर मेरी बीवी को निहारते हुए बोला- वाह भाभी ! क्या लग रही हो, एकदम क़यामत ढा रही हो !
मेरी बीवी चहकते हुए बोली- जनाब, हम तो ऐसे ही है, तुम बताओ कि पहले चाय पिओगे या सूई घुसाओगे?
उसे भी हमारी ड्रिंक का अंदाज हो चुका था, बोला- नहीं, सर भड़क रहा है, एक लार्ज पेग बना लाओ और फटाफट लेट जाओ।
उसने उसे पेग पिलाया, कुछ देर इधर उधर की बातें हुई, फिर बोला- अब आ जाओ मैडम !
वो उठी- ठीक है, मैं चेंज करके आती हूँ, सूट पहन कर !
उसने कहा- काहे का चेंज? लेट जाओ चुपचाप।
वो भागी पर उसने उसका रास्ता रोक लिया, बोला- तुम्हें क्या परेशानी है?
फिर मेरी तरफ देख कर बोला- यार अरुण समझाओ ना इसे !
मैंने समझाया- यार, लगवा लो ! यह डॉक्टर है, अपना दोस्त है।
वो मान गई।
उसकी नाइटी शोल्डरलेस और फ्रंट-ओपन थी, मैंने उसकी बेल्ट खोल दी और जब वो लेट गई तो उसकी नाइटी पूरी की पूरी ऊपर सरका दी। मेरी बीवी के वक्ष बहुत ज्यादा ही उभरे हुए और भारी हैं इसलिए वो रात को सोते समय ब्रा नहीं पहनती है तो अब उसके बदन पर सिर्फ पैंटी ही रह गई और संयोग यह कि पेंटी भी उस दिन माइक्रो पहन रखी थी जिसमें पीछे तो सिर्फ डोरी ही होती है।
अब दोस्त भी दंग रह गया, बोला- वाह, क्या लग रही हो !
और पास बैठ कर उसके कूल्हे पर हाथ फिराने लगा, बोला- दर्द तो नहीं होता?
वो बोली- बहुत होता है और वो जगह सख्त भी हो रही है !
उसने उस जगह को दबा दबा कर देखा, फिर मुझसे बोला- अरुण, इस जगह दिन में दो बार बर्फ की मालिश किया करो, सब ठीक हो जाएगा।
फिर उसने इंजेक्शन लगा दिया और स्प्रिट का फाहा मलते मलते बोला- और कोई परेशानी हो तो बता दिया करो।
वो हम दोनों के बीच में लगभग नग्नावस्था में आराम से पसरी हुई थी शराब के सरूर में उसकी तो शर्म जाती रही और हम दोनों के ऊपर उत्तेजना हावी होती गई।
मैं बोला- यार, एक परेशानी और है !
मैंने कहा- जानू, तुम्हारी वो चकत्ते वाली जगह दिखा दो इसे !
वो कुछ नहीं बोली, तकिये में मुँह छुपा लिया।
मैंने फिर पूछा, वो चुप रही।
दोस्त बोला- यार, क्या बात है? क्या छुपा रहे हो? याद रखना कि डॉक्टर से कोई बात नहीं छुपाते हैं।
मैं बोला- नहीं, वो असल में वो जगह ऐसी है न ! इसलिए इसे संकोच हो रहा होगा ! पर खैर कोई बात नहीं ! चल इसे सीधा कर !
मैंने उससे कहा।
हमने मिल कर उसे सीधा किया, अब वो चित्त लेट गई, उसकी नाइटी लगभग हट चुकी थी उसने हाथों से अपने वक्ष छुपा रखे थे, उसकी ऐसी नग्न अवस्था, रात का समय और शराब का नशा इस सबने माहौल को बहुत ही उत्तेजक बना दिया था।
मैं अब मूड में आ चुका था, मैंने उसके हाथ उसकी नंगी छातियों से उठा कर ऊपर कर दिए।
मैं कांपती सी आवाज में बोला- यार, तू तो आज इसका पूरा ही चेकअप कर दे !
फिर उसके नग्न उभारों को मसलते हुए कहा- देख, ये ठीक हैं या नहीं ! इसमें बहुत दर्द की शिकायत करती है।
उसने कहा- ठीक है !
और दोनों हाथों से मेरी बीवी के नग्न उभार थाम लिए और सहलाने लगा। फिर मुझ से बोला- थोड़ा शेम्पू और पानी लाना !
मैंने लाकर दिया तो नो दोनों हाथों में शेम्पू लगा कर उसके वक्ष मसलने लगा और बीवी से बोला- कहीं दर्द हो तो बताना !
पर वो तो बस गहरी गहरी साँसें लेती पड़ी रही।
अच्छे से छातियाँ सहलाने के बाद उसने कहा- कोई प्रोब्लम नहीं है !
फ़िर मुस्कुरा कर बोला- बस बड़े ज्यादा हैं !
मुझ से बोला- इन्हें खूब मसला करो तो आराम मिलेगा ! अब और बताओ ?
रात काफी हो चुकी थी बाहर बारिश हो रही थी, हम तीनों ने ही नशा भी कर रखा था, पत्नी पिछले चार दिनों से कूल्हे में सुई लगवा रही थी और अब उसके बाल तोड़ में काफी फायदा हो गया था और उसका संकोच अब चार दिन बीत जाने के बाद जाता रहा था इसीलिए आज थोड़ी सी जबरदस्ती करने पर वो नाइटी पहने होने के बावजूद भी सुई लगवाने के लिए राजी हो ही गई और सबसे बड़ी बात यह कि वास्तव में जांघों के बीच में हो गए चकत्तों से वो काफी तकलीफ में थी और वो गुप्तांगों में है, उसे अस्पताल में जाकर दिखाने से अच्छा था घर में ही इलाज़ हो जाए तो ठीक रहे। और वो अपने दोनों स्तन की जांच करवा चुकी थी इससे उसे सुकून मिला था।
फिर भी दोस्त ने उससे पूछा- भाभी, आप बताओ और कोई प्रोब्लम तो नहीं है ना इन दोनों में?
और मैं दंग रह गया जब वो पहली बार बोली- कभी-कभी सांस लेने में दिक्कत आती है और कभी-कभी चुचूकों के आस पास बहुत खुजली सी मचती है।
कहानी जारी रहेगी।
कहानी पर अपनी राय मुझे बताएँ।
What did you think of this story??
Comments