मैं और भाभी

मेरा नाम रज है, मैं देलहि का रेहने वला हून मैं आप के सथ मेरा सेक्स अदवेनतुरे शरे करना चहथा हून मुचे ये वेब सिते से कुशि होई जो हुम इस वेब सिते पेर अपने सेक्स सतोरिएस भेज सकथे है मेरि फ़मिली मे मैं, मेरा बदा भै, भाभी, मोम और दद है मेरे भै कि शद्दि तवो येअरस पेहले एक बोहथ कुबसूरथ लदकि से होई थि जिस का नाम सनेहा है शदि के 2 महिने बद मेरा भै सनदा चला गया। भै के जने के बद सनेहा यने भाभी से मैं बोहथ करिब होगया उनके सभि काम मैन हि करथा हून और उनका बोहत रेसपेसत भि करथा था कयोन के वो बोहथ पोलिते नतुरे कि है और उनहो ने मेरे लिये भि बोहथ कुच किया। लैकिन मैने कभि ये नहि सोचा था के सनेहा भाभी के साथ ऐसा होजयेगा

एक दिन जब मोम और दद उनके एक दोसत कि परती मे गये थे उस राथ बरिश बोहथ होरहि थि मैं और भाभी तव देखरहे थे भाभी बोहथ उदास बैथि थि मैने उदासि कि वजेह पुचा थो केहने लगि ये उदासि तुमहरे समज मे नहि अयेगि ये सिरफ़ एक लदकि हि समज सकथि है। बाथ मेरे समज मे नहि अयि मैने बाथ को तल्ल थे हुए भाभी को हसने कि कोशिश कर रहा था इतने मे लिघत अचनक चलि गयि मैं और भाभी सनदले धूनदने के लिये उथे और एक दूसरे से तकरगये मेरा हथ भाभी के सिने पेर पधा मैने फ़ोरन सोर्री केहकर हथ हतने कि कोशिश कि लैकिन बहभि अचनक मेरे हथ को पकधा और अपने सिने पेर फेरने लगि। मैं परेशन होगया भाभी से पुचा के वो किया कर रहि है भाभी केहने लगि यहि मेरि उदसि का राज़ है अगर तुम मुचे कुश करना चहथे हो थो जो मैं कर रहि हून मुचे करने दो ये केहथे हुए भाभी अपना हथ मेरे पैनत पेर रख दिया मैने उनहे थोदा दूर धकेलना चहा थो वो मुचे किस्स करने लगि भाभी ने मेरे होथो को ज़ोर से किस्स करना शुरू किया मेरे कुच समज मे नहि अरहा था मेरा सोसक फूल कर बदा होगया भाभी ने इस को हथ लगया और मेरे पनत कि ज़िप को खोल दिया और अपने मून से मेरे सोसक को चूसने लगि अब मैं बेकबू हगया था इ’वे लोसत मी सोनसिऔस, मैने भाभी उथा कर खदे कर दिया और उनहे चुमने लगा तो वो मेरे हथो को अपने बलुसे मे दलने लगि और जैसे हि मेरे हथ भाभी के बूबस को तौच होए एक अजिब से एहसास हुअ मैने भाभी के बलुसे के हुक खोलने लगा और उनकि बरा को चुमने लगा अब हुम दोनो नशे मे थे कोइ होश मे नथा और ऐसि हलथ मे दद के सर कि अवज़ अयि भाभी ने फ़ोरन मुचे रोका और केहने लगि सोर्री रज मैं अपने आप पेर सोनत्रोल नहि करसकि इसिलिये मुचसे ये कलथि होगयि थि मुचे पलेअसे मफ़ करदो और किसि से कुच ना केहना मैं अपने रूम मे जरहि हून और इसे पेहले मोम दद अनदर अजये तुम भि अपने आप को समभल लो। ये केहकर भाभी रूम मे चलि गयि।

और मोम दद अने से पेहले मैं भि नोरमल होगया लैकिन मेरे दिमग मे एक अजिब तोफ़न था। भाभी का एहसस मेरे पस से नहि जरहा था फिर हुम दोनो अपने अपने कमरे मे सोगये और दूसरे दिन से एक दूसरे के सथ पहले जैसा रेहने कि कोशिश करने लगे भाभी मे थो कोइ बदलव नहि अया लैकिन मैन पेहले जैसा नहि रेहपया मेरे दिमग मे बर बर भाभी का कयल अथा और मैं बेचैन होजथा दिन यूनहि बीत रहे थे लैकिन मेरि बेचैनि कतम नहि होरहि थि फिर एक दिन भाभी ने कहा के उनके मोम दद और सरि फ़मिली कुच दिन के लिये फ़ोरेगन जरहि है। थो मैने कहा के भाभी आप उनहे सोफ़्फ़ करने कयोन नहि जथि भाभी को इदेअ पसनद अया उनहो ने मोम दद से पुचा थो वो भि अगरी होगये और दद ने मुच कहा के भाभी को उनके घर लेजऊ और फिर वपस लना। मैं भाभी को उनके घर लेगया उनहे वहा चोद कर मैने कहा के मैं यहा से करिब मे हि एक फ़रिएनद के पस जकर अथा हून और फिर वपस चलेनगे मेरा वहा कोइ फ़रिएनद नहि था मैने भाभी से झूत कहा और कुच दूर जकर उनकि फ़मिली के जने का इनतेज़र कर रहा था जब वो लोग चले गये थो मैं वपस गया भाभी चलने के लिये तयर खदि थि लैकिन मैं नहि मेरे दिमग मे वोहि बाथ थि जो उस दिन लिघत जने के बद होअथा अब भाभी के घर मे मैं और बस बहभि थे मोका अचा था मैने भाभी से कहा कुच देर बद चले जयेनगे भाभी ने पुचा किस लिये मैने कहा मुचे यहा आपसे काम है भाभी ने पुचा कैसा काम मैने बकैर जवब दिये भाभी के दोनो बज़ुओन को पकद लिये वो दर गयि मैने अहिसथा से उनके होथो को किस्स करने कि कोशिश कि वो इस बाथ के लिये रज़ि ना थि उनहोने पुचा ये तुम किया कर रहे हो वहि जो उस राथ अपने किया था मैने कहा।

भाभी दरथे होए बोलि वो मेरि गलथि थि। भाभी कि बाथ सुने के बद भि मैं कमोश नहि हुअ मैन उनहे किस्स करथा रहा और फिर मैने भाभी के चेसत पेर किस्स किया वो मचलने लगि लैकिन वो मुचे दूर हथना चहथि थि थो मैने भाभी के बूबस को दबना शुरू किया और उनके बलुस के अनदर हथ दल दिया भाभी केहने लगि अब बस दूर हतजऊ मैन कुच नहि सुना और उनका बलुस उथर ने कि कोशिश कि भाभी ने कहा थिक है ज़रा अहिसथा से करो लैकिन तुम सिरफ़ मेरे बलुस उथरो गे और कुच नहि करोनगे मैने उनका बलुस उथर दिया भाभी बलसक बरा पेहनि होई थि मैने उनकि बरा को उपर किया थो ऐसा लगा के मैं इस दुनिया हि मे नहि हून भाभी के पिनक बूबस बोहथ शपे मे और रसिले थे मैन उनहे चूसने लगा मुचे बोहथ मज़ा अरहा था लैकिन भाभी मुचे बर बर रोकने कि कोशिश कर रहि थि लैकिन मैं मसति मे था मैने तेज़ि से अपने कपदे उथरने लगा मैने शिरत उथरा थो भाभी ने मेरे चेसत पेर किस किया और कहा तो बोहथ समरत हो मैं अपना पैनत उथरने कि कोशिश कि थो भाभी ने मेरे पैनत को पकद लिया और कहा अब बस करो मैन तुम से वदा करथि हून आज हुमने जो कुच किया ये हुम तुमहरि कुशि के लिये फिर करेनगे लैकिन इसे ज़ियदा और कुच नहि मैने भाभी के हथ को पैनत के उपर से हता कर अपने सोसक के हिसे पेर रक दिया भाभी ने एक सेसोनद के लिये मेरे सोसक को ज़ोर से पकद लिया फिर चोद दिया मैने अपने पैनत को उतर दिया और उनदेरवेअर भि मैं अब पुरि तरह नकेद होगया था ये मेरे सथ पेहलि बर हुअ भाभी मुचे देक कर परेशन होगयि मैने उनके हथ को मेरे सोसक पेर रखा थो वो होश खो बैथि और मेरे सोसक को ज़ोर ज़ोर से दबने लगि फिर उसे चुसने लगि जब वो जब सोसक चुसरहि थि थो बोहथ मज़ह अरहा था सनेहा भाभी का मू मेरि गरवि जो सोसक से निकला था भर गया फिर वो खदि होगयि और कुद हि अपनि बरा उथर दिया मैने भाभी कि सदि और पेतिसोअत को खिचना शुरू किया और बभि को भि नकेद बना दिया और बोहथ देर तक भाभी के बूबस को चुसथा रहा और फिर मेरा सोसक भाभी कि पुसि को लगरहा था थो ऐसा लगरहा था जैसे सुर्रेनत मर रहा हो।

भाभी ने मुचे खिचा और बेद रूम तक लेगयि वहा हुमने एक दूसरे को बोहथ किस्स किया फिर वो बेद पेर लेतगयि मैं भाभी के उपेर लेत गया और कभि बूबस को थो कभि गले को थो कभि उनके पेत को किस्स करने लगा फिर वो तिमे आया जिसका मुचे इनतेज़र था अब हुम दोनो मसथि मे थे भाभी ने अपने लेगस को उथया और उनकि सलेअन शवे पिनक पुस्सी मेरे सोसक का इनतेज़ार कर रहि थि मैने उसका इनतेज़ार कतम किया और अपना सोसक पुस्सी पेर लगया थो भाभी उचलने लगि हुम दोनो बोहथ एनजोय कर रहे थे फिर मैने पुस्सी मे अहिसथा अहिसथा सोसक दलने लगा मुचे बोहथ लगरहा था मैं केह नहि सकथा कितना मज़ा अरहा था मैं बोहथ एक्ससितेद था और मैन ने ज़ोर से धका मरा थो भाभी उचल गयि और मेरा सोसक पुरि तरह उनदेर चला गया और भाभी मचलने लगि मैने सत्रोकिनग शुरू किया और बोहथ देर तक मैने भाभी कि पुस्सी मे सत्रोकिनग किया फिर उसने मुचे दूर होने के लिया कहा अब बोहथ देर होगयि है हमे घर जना है मैन ने कहा के एक शरथ पेर मैन अपना सोसक निकल लूनगा भाभी ने कहा मैं तुमहरि शरथ जनथि हून हुम फिर ऐसा करेनगे अब थो मैं भि यहि चहथि हून मुचे बोहथ कुशि होई फिर हुमने कपदे पेहने और घर चले गये। फिर हर रोज़ मोम और दद सोने के बद मैं भाभी के कमरे मे जथा हून और उनके सथ सेक्सी रथे गुज़र रहा हून मैं और भाभी अब बोहथ कुश है और हर रोज़ मुचे मेरि कुबसूरथ, सेक्सी भाभी के सथ सेक्स करने का मोका मिलथा है।

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top