बड़ौदा में कपल के साथ देसी ग्रुप सेक्स-4

(Baroda Me Copule Ke Sath Desi Group Sex- Part 4)

This story is part of a series:

सभी फ्रेश हुए जमीला ब्रेकफास्ट बनाने चली गई. अब बेड पर मैं और रफीक ही थे.
रफीक- यार, मस्ताना बड़ा कमाल का है रात बहुत मजा दिया, मेरा चूसने का दिल कर रहा है.
मैं- साले गांडू, मुझे पता था तू सुबह होते ही मस्ताना चूसेगा, अब देख क्या रहा है मुहूर्त निकालना पड़ेगा क्या, चल आ जा चूस तू बड़ा मस्त चूसता है और तेरी बहन सबीना भी मस्त चूसती है.

मैं बेड पर दीवार से पीठ लगा कर बैठ गया और टाँगें फैला ली और रफीक मेरे आगे टांगों के बीच में पेट के बल लेट के मस्ताना के टोपे को चाटने लगा और फिर पूरे लण्ड पर जीभ फिराने लगा और उसके बाद नीचे गोलियों को चाटते हुए चूसने लगा और फिर नीचे जीभ ले जाकर मेरी गांड के छेद को भी चाटने लगा. मेरा मस्ताना और कड़क हो गया वो फिर वापस मस्ताना के टोपा को चाटने लगा.

अब मैंने रफीक से उसकी बहन सबीना को साथ में चोदने के बारे में बात करना शुरू किया.
मैं- आहह क्या मस्त चूसते हो तुम भाई बहन… काश तुम दोनों एक साथ इसको चूसते, यार तुम कहो तो आज सबीना को तेरे सामने ही चोद दूँ और तुम भी उसकी चूत और मेरे मस्ताना के मिलन का चाट कर आनन्द ले सकते हो.
रफीक- क्या तुम ऐसा कर पाओगे? वैसे मेरा भी इरादा है कि मैं भी सबीना की चूत और गांड चाटूँ और उसको चुदवाते हुए देखूं.
और धीरे से बोला- चोदूँ भी.

मैं- यह बात जमीला को मत बताना और तुम आज ऑफिस ऑफ़ कर दो. और ऑफिस जाने का ड्रामा करना, तेरी गाड़ी जैसे ही गेट से बाहर होगी सबीना यहाँ होगी उसके आधा घण्टा बाद तुम आ जाना हम तीनों बैडरूम में चुदाई में बिजी होंगे तुम धीरे से गेट खोल कर अंदर आ जाना और बैडरूम के दरवाजे से देखते रहना और जब सबीना चुद रही हो तो तुम बिल्कुल नंगे रूम में आना और आकर ऐसा वर्ताव करना जैसे तुमने सबीना को आज ही चुदवाते देखा है.
रफीक- ठीक है, पर सबीना को बुरा तो नहीं लगेगा?
मैं- यार, तुम जब घुसना जब सबीना चुदाई में डूबी हो. और वैसे भी मैं चुदाई करता हुआ नहीं रुकूँगा, हाँ ऐसे ही चूस और टोपे को भी चाट… तुम गोलियों को मस्त चूसते हो एक एक गोली मुँह में लेकर. आहह मजा आ रहा है चल अब तेरी गांड मारता हूँ, फिर ब्रेकफास्ट करेंगे.

रफीक को मैंने मेरी इसी पोजीशन पर खड़े मस्ताना पर कंडोम चढ़ा कर मेरे मस्ताना पर बैठने को कहा अब रफीक ने कंडोम मेरे मस्ताना पर चढ़ाया और मैंने रफीक की गांड में कोल्ड क्रीम भरी जिसको रफीक ने गांड ढीली करवा कर भरवा ली और फिर रफीक मेरी टांगों के दोनों तरफ पैर रख कर मेरे कंधों पर हाथ रख कर मस्ताना पर बैठने लगा.
मैंने अपने हाथों से उसकी गांड मस्ताना के टोपे पर टिकाई और उसको गांड ढीली करने को कहा. जैसे ही मुझे रफीक की गांड ढीली महसूस हुई मैंने दोनों हाथों का दबाव रफीक के कंधों पर दिया और नीचे से ऊपर को दबाव और मस्ताना रफीक की गांड में घुसता चला गया.

रफीक- आहहहह… यार राजेश मेरी गांड फाड़ दी उम्म्म… साले तेरा लण्ड है या मूसल?
थोड़ी देर रुक कर जब रफीक थोड़ा रिलेक्स हुआ तो मेरे लण्ड पर उछलने लगा. मैं भी रफीक की गांड पर जोर जोर से चपत लगा रहा था.
मैं- बहन चोद, तेरी गांड बहुत टाइट है लण्ड छिल जायेगा मेरा.
रफीक- आज तो मेरे मस्ताना की चमड़ी उतार दूँगा अपनी गांड से पूरा रस भी निचोड़ लूँगा. अभी तुमने मेरी गांड और मेरा जलवा देखा ही कहाँ है.

थोड़ी देर बाद मैंने उसको मेरे सीने की तरफ पीठ करके लण्ड पर बैठने को कहा तो वो खड़ा हुआ और पलट कर झटके से पूरा लण्ड गांड में ले गया क्योंकि अब गांड फ़ैल गई थी लण्ड के अनुसार, अब रफीक मेरे कंधों पर हाथ रख कर खुद ही अपनी गांड मेरे मस्ताना से चुदवा रहा था.

5-7 मिनट बाद जब मेरा मस्ताना अकड़ से दर्द करने लगा तो मैंने रफीक को आगे झुकाया और पीछे से उसे चोदने लगा और फिर बिना लण्ड निकाले उसको घोड़ी बना के उसकी गांड चोदन लगा और रफीक को बेड के कोने पर खिसका लिया और चोदने लगा.
उस कोने की तरफ ही बैडरूम का दरवाजा है हम दोनों की उधर से पीठ थी और न जाने कब जमीला ने सबीना को बुला लिया और दोनों दरवाजे से रफीक की गांड चुदाई देख रही थी.

रफीक- आहह… भाईजान जोर से फाड़ो मेरी गांड को और जोर से… आज तुम मेरी बहन सबीना की गांड भी ऐसे ही चोदना. उसकी चूत को मैं चोदूँगा, दोनों एक साथ उसकी चूत और गांड चोदेंगे जिससे मेरी बहना को एक साथ दो लण्ड का मजा मिले, बेचारी 6 महीने से लण्ड को तड़प रही है. देखा कल तुमसे कैसे पागलों की तरह चुदवा रही थी, मैं वैसे खासकर तुमको सबीना की चुदाई के लिए ही जमीला से बात करके बुलाया है.

तभी मुझे मेरे लण्ड पर और गोलियों पर एक साथ दो जीभ का टच लगा. मैंने मुड़कर देखा तो जमीला लण्ड चाट रही थी और सबीना गोलियों को!
जमीला ने मुझे चुप रहने और चुदाई जारी रखने का इशारा किया और जमीला उस साइड से चाट रही थी कि अगर रफीक पीछे मुड़ कर देखे तो केवल जमीला दिखे.

जमीला अब मेरा लण्ड और रफीक की गांड भी चाटने लगी तो रफीक ने पीछे मुड़कर देखा तो जमीला मुस्करा दी. सबीना अभी भी मेरी गोलियों को चूस और चाट रही थी कभी कभी मेरी गांड के छेद को भी चाट देती!

रफीक- आह आ गई मेरी जान, अच्छे से चाट मेरी गांड और राजेश का लण्ड भी, तेरे चाटने ने मजा दुगुना कर दिया मेरी जान.
मैं- काश! सबीना भी होती और मेरे टट्टे चाटती चूसती तो तुम उसकी चूत चूसते कितना मजा आता.
रफीक- हाँ यार आहह… जोर से ठोको मेरी गांड को आहह… सबीना बहन की रसीली चूत का रस चखने की बहुत तमन्ना है और उसके बड़े चुचे भी मेरी लार टपका देते हैं.

जमीला- तो बुला लूँ उस चुदक्कड़ ननद को? बहुत आग लगी है उसकी चूत में, राजेश आज दोनों भाई बहन की गांड मारना तुम.
मैं- जरूर मेरी रानी बुलाओ तुम तो, आज उसकी गांड का उदघाटन कर देता हूँ वैसे तेरी गांड भी चोदने का भी दिल है.
जमीला- बुला लूँगी यदि रफीक उसकी रसीली चूत चाटे अपनी गांड मरवाते हुए!

रफीक को गांड मरवाते हुए अपनी बहन की चूत चाटने की सोच के ही जोश में आ गया.

उधर जमीला ने सबीना को बिल्कुल नंगी होने का इशारा किया.

रफीक- आहह… यदि सबीना अब मेरे सामने आ गई तो उसे अपने नीचे लिटा कर उसके साथ 69 होकर उसकी चूत चाटूँगा और उससे अपना लण्ड चुसवाते हुए गांड मारवाऊंगा और तुमसे गांड चटवाऊंगा मेरी जमीला रानी.

जमीला यही सुनना चाहती थी और उसने सबीना को आवाज देते हुए उसको खड़ा किया और बोली- ये ले तेरी चुदक्कड़ बहन तो पहले ही नंगी खड़ी है चूत चूसवाने को! सबीना, मैं कह रही थी ना तेरा भाई तेरी चूत रस चाटने को मरा जा रहा है, जा चुसवा ले चूत और तू भी अपने भाई जान का लौड़ा चूस और उसकी गांड चुदते हुए देख.

यह सुनते ही रफीक ने पीछे मुड़कर देखा तो सबीना नंगी खड़ी है, उसकी चिकनी चूत बिना बालों के चमक रही है और उसके बड़े मम्मे कड़क हो रहे हैं. रफीक को अपनी ओर देखते ही सबीना शरमा गई और उसने अपना मुँह दोनों हाथों से ढक लिया और जमीला से बोली- आहह… भाभी मुझे शर्म आती है, यदि भाईजान अपनी आँख बंद कर ले तो एक बार मैं भाई के नीचे लेट जाऊँ फिर तो मैं अपने आप भाई जान से खुल जाऊंगी.

रफीक अपने होंठों पर जीभ फिराते हुए बोला- अब आ ही गई हो सबीना तो शर्माना छोड़ो और आओ मजे लो, मुझे पता है तुम बहुत तड़प रही हो और मैं भी तड़प रहा हूँ तेरी रसीली के लिए, राजेश भाई रुको थोड़ी देर और अपना मस्ताना निकालो पहले बहन को लिटा लूँ फिर तुम बहना को मेरी गांड चुदाई दिखाना.
रफीक बड़ी बेशर्मी से बोला.

जमीला ने सबीना की चूत पर किस किया और उसको अपने भाई के साथ मजा लेने की इजाजत देके खुद बेड पर ऐसे लिटा दिया कि उसका मुंह बेड के किनारे पर… अब रफीक सबीना के ऊपर लेट गया 69 में और उसको तसल्ली नहीं हुई उसने सीधा अपना मुँह सबीना की रसीली चूत पर टिकाया जो पहले ही पनिया रही थी, उसको चाटा और नमकीन चूत रस का आनन्द लिया.

इधर मैंने मस्ताने से कंडोम उतारा और सबीना और जमीला को चुसवाया. फिर सबीना ने उलटे मुँह से ही कंडोम मस्ताना को पहनाया और हाथ से पकड़ कर रफीक की गांड के छेद पर रखकर बोली- फाड़ दो एक ही झटके में मेरे गांडू भाई की गांड!

मैंने एक जोर का झटका मारा. रफीक की गांड चुदाई से पहले ही ढीली थी और एक झटके में लण्ड पेलने से टट्टे सीधे सबीना की नाक पर जा भिड़े जो रफीक की गोलियों को चूस रही थी.
रफीक सबीना की चूत से मुँह हटाकर चीखते हुए- बहन की लौड़ी सबीना, क्यों अपने भाई की गांड के चीथड़े इस हब्शी लण्ड मस्ताना से करवाना चाहती है, फाड़ दी मेरी गांड मादरचोद भोसड़ी वाले अहःहःहः…
जमीला- देखा तेरी चुदक्कड़ बहन को कैसे भाई की गांड फड़वा रही है, अब गण्डवे तुम भी अपनी बहन की गांड को फड़वाने के लिए तैयार करो.

अब रफीक सबीना की चूत चाटते हुए और चूसते हुए उसकी गांड का छेद भी चाटने लगा, सबीना सिसकारियाँ भरने लगी.

तभी रफीक ने सबीना की चूत में दो उंगली घुसा कर चूत रस से गीली करके सबीना की गांड को चाटते हुए धीरे धीरे दोनों उंगली सबीना की गांड में घुसा कर अंगूठा चूत में घुसा के चूत और गांड को चाटते हुए उंगली और अंगूठे को सबीना की चूत और गांड में धीरे धीरे आगे पीछे हिलाने लगा.
सबीना भी अपनी गांड ऊपर उठा उठा कर रफीक को जोश दिला रही थी और सबीना मजे भी ले रही थी.

इधर सबीना रफीक के लण्ड का जूस निचोड़ने में लगी थी और जमीला मेरे टट्टे और रफीक की गांड चाट रही थी, बीच बीच में सबीना को किस करते हुए उसके बड़े बड़े चुचों को दबा रही थी.

इधर मेरी स्पीड बढ़ रही थी क्योंकि मस्ताना जोश में आ रहा था और लौड़े में सरसराहट सी होने लगी जिसका इशारा था कि अब कभी भी मस्ताना रस की बौछार कर सकता था तो मैंने लण्ड रफीक की गांड से बाहर निकाला और कंडोम उतार कर रफीक की पीठ पर रख दिया और जमीला को लण्ड चुसवाया.
फिर सबीना का मुँह बेड से थोड़ा नीचे खींचकर उसके मुँह में लण्ड पेल दिया और मुँह को ऐसे चोदने लगा जैसे कोई भोसड़ी हो.

इतने में रफीक ने अपनी दोनों उंगली सबीना की गांड में जड़ तक घुसा दी जिससे दर्द के मारे सबीना ने मुँह बन्द करना चाहा पर मस्ताना की वजह से मुँह बन्द नहीं हुआ.

अब लण्ड निकाल के मैंने तीनों को फर्श पर बिठाया और सबीना से मुठ मारवाई तो सबीना ने मेरे टट्टे चूसे और लण्ड हिलाया जिसने एक ही मिनट में पिचकारी मारना शुरू कर दिया जिसको तीनों ने मिलकर चाट लिया.
उसके बाद हम चारों बेड पर लेट गए और बात करने लगे.

मेरी ग्रुप सेक्स कहानी पर अपने विचार भेजें!
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top