मेरी रियल लव की देसीसेक्स स्टोरी

(Meri Real Love Ki Desisex Story)

अन्तर्वासना पर चुदाई की हज़ारों देसी सेक्स कहानियां हैं। मैंने सारी तो नहीं लेकिन बहुत सी कहानियां पढ़ी हैं। उनमें से कई तो इतनी सच लगती हैं जैसे ये सब सामने हो रहा हो।
सबकी तरह आज मैंने भी सोचा क्यों ना मैं भी अपनी कहानी लिखूँ।

यह बात तब की है.. जब मेरे मामा के लड़के की शादी थी और मैं अपने ननिहाल गया हुआ था। वहां पर कोई जाने का काम आ गया तो मुझे और मेरे मामा के छोटे लड़के को उस काम को करने के लिए भेजा गया।
मेरे मामा के लड़के का नाम लकी है और वो मेरी उम्र का ही है इसलिए हम दोनों सारी बातें शेयर कर लेते थे।
उसने मुझसे कहा- यार तू कॉलेज जाता है, कोई सेटिंग कर रखी हो.. तो हमारी भी करवा दे।
मैंने उसकी बात को टालते हुए कहा- नहीं यार, कॉलेज में वैसे भी कोई खूबसूरत लड़की नहीं आती।

लेकिन वो मेरे कॉलेज में गया हुआ था.. तो उसे पता था।
उसने कहा- कमीने क्यों झूठ बोलता है.. उस दिन में तुम्हारे साथ कॉलेज गया था। मुझे मालूम है कि तेरे कॉलेज में किस तरह का कंटीला माल आता है।

इस तरह बातें करते हुए हम दोनों उस घर में पहुँच चुके थे जहाँ पर हमें किसी काम से भेजा गया था। लकी घर में अन्दर गया और पुकारा लेकिन कोई आवाज नहीं आई।
लेकिन हम जैसे ही घर से निकल रहे थे, एक खूबसूरत लड़की सामने आई और बोली- मम्मी घर पर नहीं हैं.. बोलो क्या काम था?
वो इतनी खूबसूरत थी कि क्या बताऊं.. वो करीब 18 साल की मस्त फिगर वाली बेहद ही खूबसूरत लड़की थी।

मैं उसे देखकर भी किसी वजह से अनदेखा कर रहा था। हमने काम बताया और सामान लेकर घर आ गए। लेकिन मेरी नज़रों के सामने अब भी वो लड़की घूम रही थी।

हम पूरे दिन काम में बिजी रहे जिस वजह से बहुत थक चुके थे और क्योंकि शादी दूसरे ही दिन थी तो काम बहुत ज्यादा था।

दिन ढल चुका था और हम लोग अब भी काम में बिजी थे। कुछ देर बाद कुछ औरतें हमारे घर आ रही थीं.. मैंने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया लेकिन अचानक मैंने देखा कि वही लड़की जिसे मैंने सुबह देखा था, वो उन औरतों के साथ हमारे घर आई थी।

मैं उसे देख कर खुश हो गया था क्योंकि आज पूरे दिन मैं उसी लड़की के बारे में सोचता रहा था।

अब शाम हो चुकी थी और प्रोग्राम की तैयारी भी पूरी हो चुकी थी। औरतें गीत गाने लगी थीं। कुछ देर बाद स्पीकर लगा दिए गए और उस लड़की ने एक गाने पर डांस भी किया। उस लड़की ने बहुत अच्छा डांस किया।

तब तक मेरे मामा का लड़का आया और बोला- चलो खाना खाते हैं।
हम लोग खाना खा रहे थे.. तो मैंने कहा- लकी देख.. वो लड़की क्या मस्त आईटम है यार.. क्या मस्त डांस करती है।

यह बात हमारे पास पास में बैठी खाना खा रही मेरी मौसी को सुनाई दे गई।
मौसी ने मेरी तरफ देखा और बोली- क्या कहा तूने.. वो लड़की तुम्हें आईटम लगती है?
मैंने कुछ नहीं बोला.. बस सर नीचे करके खाना खाता रहा।

कुछ देर बाद लकी, उसका दोस्त और मैं बियर पीने के लिए एकांत में चले गए।

जब हम बियर पीकर वापिस आ रहे थे, तो वो लड़की अपनी एक सहेली के साथ अचानक मेरे सामने आ गई। वो सिर्फ मुझे देख रही थी.. मैं उससे बचकर निकलना चाहता था.. लेकिन वो मेरे सामने आ चुकी थी।
वो बोली- क्या मैं तुम्हें आईटम लगती हूँ?
मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था लेकिन मैं हल्के से नशे में था और मैंने कहा- हाँ..

और मैं वहां से जल्दी से निकल गया। वो लड़की मेरे पीछे-पीछे आ रही थी। मैं लकी के दोस्तों के पास बैठ गया और बातें करने लगा।

वो लड़की अपनी सहेली के साथ खड़ी मुझे ही देखे जा रही थी। कुछ देर बाद जब वो चली गई.. तब जाकर मेरी जान में जान आई।

शाम को हम सबने खूब एन्जॉय किया। रात को लकी उस लड़की और उसकी मम्मी को घर छोड़ने गया.. तो उस लड़की ने लकी से मेरे बारे में पूछा कि मेरा क्या नाम है और मैं कौन हूँ। उसने लकी से मेरा नंबर भी पूछ लिया।

सुबह लकी ने मुझसे पूछा- यहाँ पर जो लड़कियां आई थीं.. उनमें से किसी से तुम्हारी सैटिंग हुई है क्या?
मैंने कहा- नहीं यार.. लेकिन एक लड़की जरूर पसंद आ गई थी, जिसके घर हम कल गए थे और मैंने तुमसे उसका जिक्र भी किया था।
लकी ने मुझे बताया- उसका नाम अनु है और उसने मुझसे तुम्हारा नंबर लिया है।
यह जान कर मेरे तो होश ही उड़ गए।

दोपहर को मुझे एक मिस कॉल आया तो मैंने पलट कर कॉल किया, सामने से एक लड़की बोली- कौन?
मैंने कहा- जितेंन्द्र.. और आप कौन?
आवाज आई- मैं अनु..
मैंने अनजान बनते हुए कहा- कौन अनु?
तो उसने कहा- वही रात वाली आईटम।
मैंने कहा- ओह तुम.. तुम्हारे पास मेरा नम्बर कहाँ से आया?
अनु ने कहा- लकी से लिया..

मैं एक पल के चुप रहा तो उसने कहा- मुझे तुम्हारी मौसी ने बोला कि तुमने मुझे आईटम कहा तो मुझे बहुत गुस्सा आया और मैं तुम्हें उसका जवाब देने के लिए वहां गई थी। लेकिन बाद में पता नहीं मुझे क्या हुआ।
मैंने कहा- मैं बताऊं क्या हुआ?
उसने कहा- हाँ बताओ।
मैंने कहा- शायद प्यार हो गया होगा।
उसने कहा- नहीं मुझे प्यार नहीं हुआ है।
उसने कॉल काट दिया।
थोड़ी देर बाद उसने मुझे फिर कॉल किया और कहा- शायद तुम सही कह रहे थे।
और फिर फ़ोन काट दिया।

मुझे बहुत अच्छा फील हो रहा था क्योंकि वो लड़की मुझे भी बहुत पसंद आ गई थी।

शाम को बारात जाने वाली थी और उस वक़्त वो लड़की वहां आ चुकी थी। इस वक्त वो लाल ड्रेस में बहुत मस्त लग रही थी और मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी, मैं भी उसे ही देख रहा था।
मैंने उसे आँख मार दी तो वो मुस्कुरा दी।

कुछ देर बाद मैं बारात में चला गया और रात को लेट पहुंचा। सुबह उठा तो ख्यालों में सिर्फ वो लड़की आ रही थी। मैंने उसे कॉल किया लेकिन उसका फ़ोन बंद था। मैंने पूरे दिन कोशिश की लेकिन उसका फ़ोन नहीं लगा।

दूसरे दिन मैं अपने घर आ गया। लेकिन अभी तक वो लड़की मेरे ख्यालों से जा नहीं रही थी।
शाम उसका कॉल आया, मैंने पूछा- यार कहाँ चली गई थीं तुम.. मैंने तुम्हें फ़ोन भी किया.. लेकिन तुम्हारा फ़ोन भी नहीं लग रहा था।
‘क्यों क्या बात थी?’
मैंने कहा- अनु, आई लव यू यार.. तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो.. तेरे बिना मेरा दिल भी नहीं लग रहा है।
उसने कहा- मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल है।

अब तो हम रोज बात करने लगे थे और बात किए बगैर एक वक़्त भी नहीं गुजरता था।

एक दिन हमने प्लान बनाया और उसने कहा- तुम मेरे घर आ जाओ, मेरी मम्मी 2 दिन के लिए गांव जा रही हैं।
मैं खुश हो गया और मैंने ‘हाँ’ कर दी। मैं दूसरे दिन अपने ननिहाल चला गया, मुझे देखकर सब खुश थे।

चूंकि मेरी कॉलेज की छुट्टियाँ भी शुरू हो चुकी थीं, तो मैं बिल्कुल फ्री था। दोपहर को उसका कॉल आया, उसने पूछा- कब आ रहे हो?
मैंने कहा- अभी आ जाता हूँ।
उसने कहा- ओके, आ जाओ।

मैं उसके घर चला गया, मुझे देखते ही उसने कहा- इतनी जल्दी आ गए।
मैंने कहा- तुम्हीं ने तो कहा था यार।

आप लोगों को बता दूँ कि इससे पहले मैंने कभी भी सेक्स नहीं किया था। तो मैं बहुत ज्यादा हड़बड़ा रहा था और दिल धकधक कर रहा था।

उसके घर में कोई नहीं था।
मैंने कहा- चलो, अपना घर तो दिखाओ।

मैं घूमता हुआ एक कमरे में चला गया। वो भी मेरे पीछे-पीछे आ गई और बेड पर बैठ गई। मैं उसे देखे जा रहा था और वो मुझे देख रही थी।
मैंने कहा- क्या मुझे तुम्हें किस करने की परमिशन है?

उसने कुछ नहीं कहा.. मैंने दुबारा वही बात कही तो उसने सर झुका कर हां कह दिया।

मैंने कमरे की कुण्डी बंद कर दी और उसके पास आ गया। मैंने धीरे से उंगली उसकी नाक को छुआते हुए होंठों तक लाकर हटा ली। फिर मैंने धीरे से उसे धक्का दिया तो वो बेड पर गिर गई।

मैं भी उसके पास लेट गया लेकिन माँ कसम मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी उसे छूने की.. क्योंकि मैंने पहले कभी सेक्स नहीं किया था।
अब तक उसकी आँखें बंद थीं और अब उसने आँखें खोल ली थीं। उसने मेरी तरफ मुँह कर लिया था।
उसने कहा- क्या हुआ?
मैंने कहा- कुछ नहीं यार, पहली बार है तो हिम्मत नहीं हो रही है।

वो मुसकुरा दी।

फिर मैं धीरे से थोड़ा आगे सरका और उसे कस कर अपने गले से लगा लिया। उसने भी मुझे बाँहों में भर लिया उसके मम्मे मुझे टच हो रहे थे, जिससे मुझे बहुत मजा भी आ रहा था।

मैंने उसे ढीला छोड़ा और उसके उरोजों पर हाथ फेरने लगा। उसने अपना मुँह दूसरी ओर कर लिया था.. जिससे उसकी गांड मेरे लंड को छू रही थी। मैं पीछे से उसके मम्मे दबा रहा था और उसकी गर्दन पर किस कर रहा था।

अब मैंने उसे धीरे से सीधा किया और उसके ऊपर चढ़ गया। मैंने उसके गाल पर किस किया और उसकी गर्दन के आसपास चूमने लगा। अब तो मैं उसे चूमने के साथ ही उसके मम्मे भी दबाए जा रहा था। मैंने उसके होंठों को किस किया। उसने भी अपने होंठ खोल दिए थे और मेरा साथ दे रही थी।

दोस्तो, उस समय जो कुछ हो रहा था सब कुछ अपने आप हो रहा था क्योंकि इससे पहले मैंने किसी लड़की के साथ ये सब नहीं किया था और ये मजाक की बात नहीं है।

उस समय अनु में इतनी अच्छी खुशबू आ रही थी कि पूछो मत। दिल कह रहा था कि यही जन्नत है तो बस यही है।

मैं लगभग 10 मिनट तक उसे किस करता रहा.. बहुत मजा आ रहा था। उसके आँखें बंद कर रखी थीं।
मैंने कहा- अनु आँखें खोलो।
लेकिन उसने आँखें नहीं खोलीं।
मैंने कहा- अनु तुम्हें मेरी कसम है.. प्लीज आँखें खोलो।

तो उसने आँखें खोल दीं। हमारे किस और चूमाचाटी से जो मजा आ रहा था.. वो मैं अनु की आँखों में अच्छी तरह देख सकता था। मैंने अनु की आँखों को चूमा और बहुत ही जोर से चूमे जा रहा था। मैंने अपना एक हाथ अनु के उरोजों पर लगा रहने दिया और दूसरे हाथ को अनु की चूत पर ले गया।

अब अनु ने अपनी आँखें फिर से बंद कर लीं और होंठों को भींच लिया। मैंने धीरे से उंगली फिरानी शुरू की, तो अनु ने मेरा हाथ पकड़ लिया।
मैंने कहा- अनु प्लीज यार.. करने दो ना यार!

उसने आँखें खोलकर मुझे जी भर के देखा फिर मेरा हाथ छोड़ दिया। फिर मुझे कसकर गले से लगा लिया और कहा- जीतू आई लव यू.. प्लीज मुझे कभी भी छोड़ मत देना।
मैंने कहा- नहीं छोडूँगा।

यह कह कर मैंने एक ही झटके में उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया। नाड़ा खुलते ही वो मुझसे चिपक गई, मैंने किस करते हुए उसके सारे कपड़े उतार दिए।
उसकी आँखें फिर से बंद हो चुकी थीं।

मैंने उसकी चूत पर हाथ फिराया जो कि अब तक बहुत गीली हो चुकी थी। अनु का चेहरा एकदम लाल हो चुका था। उसके मम्मे एकदम तन गए थे। मैंने अपने कपड़े भी उतार दिए।

अब में अनु के ऊपर था। उसने आँखें खोल लीं और चुप रही। मैंने धीरे से अपने लंड को उसका रास्ता दिखाया और अन्दर करने की कोशिश की.. लेकिन लंड फिसल गया।

मैंने फिर कोशिश की, लेकिन नाकामयाब रहा। इस बार अनु ने अपनी टांगें खोल दीं। मैंने थोड़ा थूक लगाया और एक लंड लगा कर एक जोरदार शॉट मारा। इस बार मेरा लंड का अगला हिस्सा अनु की चूत में था और अनु की आह निकल गई।

मैं कुछ देर तक रुका रहा.. फिर थोड़ी देर बाद एक धक्का और दे मारा। इस बार मेरा आधे से ज्यादा लंड अनु की चूत में था।

अनु ने दर्द से तड़फते हुए कहा- प्लीज मुझे बहुत दर्द हो रहा है.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… इसे निकाल लो।

मैंने कहा- थोड़ी देर होगा प्लीज.. अपने जीतू के लिए इतना दर्द भी नहीं सह सकती क्या?
तो वो चुप रही..
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थोड़ी देर बाद मैंने फिर एक जोरदार धक्का मारा और मेरा पूरा लंड अनु की चूत में घुस चुका था।
अनु की आँखों में आंसू आ गए क्योंकि उसकी जवानी की शुरुआत थी और उसने भी पहले सेक्स नहीं किया था, उसने कहा- जीतू प्लीज मुझे बहुत दर्द हो रहा है।

तो मैं उसे किस करने लगा और तब तक किया जब तक उसका दर्द कम ना हो गया। फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए। उसने आँखें बंद कर ली थीं और होंठों को दांतों के नीचे दबा रखा था, दर्द की अधिकता से उसने दोनों हाथों से तकिये को कसकर पकड़ रखा था, वो मचल रही थी और मैं धक्के पर धक्का दिए जा रहा था।

कुछ देर बाद उसका दर्द खत्म हो गया और वो मजा लेने लगी। अब मैं उसे किस कर रहा था और पूरी रफ़्तार से चोद रहा था। उसने मुझे कसकर बाँहों में पकड़ लिया था। थोड़ी देर बाद मैं झड़ गया और रुक गया। हम पसीने से लथपथ हो चुके थे क्योंकि गर्मियों का टाइम था।

काफी देर बाद मैं खड़ा हुआ और अपने कपड़े पहन लिए।

मैं जैसे ही खड़ा हुआ उसने एक तौलिया अपने ऊपर ले लिया। आपको एक बात और बता दूँ। वो बात यह है कि मैंने बहुत देर तक सेक्स किया था लेकिन उसने अपनी चूत मुझे नहीं दिखाई। क्योंकि जब भी मैं नीचे आने की कोशिश करता.. वो खींचकर मुझे अपने ऊपर ले लेती।

जाते वक़्त उसने मुझसे कहा- जीतू आई लव यू.. प्लीज मुझे कभी भूल मत जाना।
मैंने कहा- लव यू टू.. मैं तुम्हें कभी नहीं भूलूंगा।

उसके बाद में घर आ गया। उसके बाद भी हमने 3-4 बार सेक्स किया। हमने बहुत वादे किए थे।

लेकिन अब हमारे बीच बहुत दूरियां आ चुकी हैं। कभी-कभी उससे बात हो जाती है। लेकिन मुझे पता है वो आज भी मुझसे बहुत प्यार करती है। जब भी उसकी याद आती है तो कसम से आंसू आ जाते हैं।

तो दोस्तों यह है मेरी लाइफ की लव स्टोरी.. प्लीज दोस्तों बताना जरूर कैसी लगी.. क्योंकि ये सेक्स स्टोरी सिर्फ आप लोगों के लिए ही लिखी है। वरना ये बात में याद करता हूँ तो मुझे अच्छा नहीं लगता क्योंकि अब वो मुझसे दूर चली गई है।

इस देसी सेक्स स्टोरी के लिए आपके मेल का इन्तजार रहेगा।
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