गर्लफ्रेंड बना कर चुत की सील तोड़ चुदाई

(Girlfriend Bana Kar Chut Ki Seal Tod Chudai)

हाय दोस्तो कैसे हो, मैं मनोज पाल गाजियाबाद से हूँ. मैं अर्न्तवासना का एक नियमित पाठक हूँ. आज इधर मैं अपनी एक सच्ची सेक्स स्टोरी आप लोगों के सामने पेश कर रहा हूँ कि कैसे मैंने अपनी गर्ल फ्रेंड को चोदा.

दोस्तो, मैं पहली बार कोई कहानी लिख रहा हूँ अगर कोई गलती हो जाए तो माफ कर देना. इस कहानी में सभी पात्रों के नाम बदले हुए हैं.

कहानी अब से 3 महीने पहले की है, जब मैं कम्पटीशन की तैयारी कर रहा था. मेरा कोचिंग सेन्टर मेरे घर से दूर पड़ता था तो मैंने अपने घर वालों से बोल कर कोचिंग सेन्टर के पास एक रूम किराए से ले लिया और वहीं रह कर अपनी पढ़ाई करने लगा.
यहीं मेरी मुलाकात मेरे मकान मालिक की लड़की से हुई, उसका नाम पूजा था. पूजा का फिगर साइज काफी मादक था. उसके चूचे 30 इंच के थे, जो खुद उसने ही मुझे बताए थे.

मुझे पूजा पहली ही नजर में पसन्द आ गई थी, पर शुरूआत में मैं उससे ज्यादा बात नहीं करता था. एक दिन वो ही आकर मुझसे बोली- आप किसी से बात नहीं करते हो क्या?
तो मैंने कहा- नहीं ऐसी कोई बात नहीं है.

इसके बाद से मेरी उससे बातें होने लगीं. कुछ दिन बीते तो मैंने सोचा कि अब मुझे इससे अपने प्यार का इजहार कर देना चाहिए. तो मैंने एक दिन उससे कहा कि मुझे तुमसे वो वाली फ्रेंडशिप करनी है.
उसने कहा- मैं सिर्फ तुमसे दोस्ती कर सकती हूँ. गर्लफ्रेंड तुम किसी और को बना लेना.

वास्तव में मेरी कोई लड़की अब तक गर्लफ्रेंड नहीं थी तो मैंने उससे कहा- मेरी तो कोई लड़की ऐसी दोस्त नहीं हैं. मैं तुम्हें अपनी गर्ल फ्रेंड बनाना चाहता हूँ.
काफी नखरे के बाद उसने हां कर दी.

मैं उस दिन बहुत खुश हुआ. फिर मेरी पूजा से बातें होने लगीं. कुछ दिन बाद मैंने पूजा से किस करने के लिए कहा तो वो मान गई.

मैंने उसे अपने रूम में बुला लिया और अपनी लाइफ का पहला किस किया. हमारा पहला किस 2 मिनट तक चला. फिर हमारे मिलने का सिलसिला शुरू हो गया. हम मिलते किस करते और मैं उसके मम्मों को दबा देता. पूजा भी गनगना कर आह उह्ह.. करके मुझे अपने मम्मों से चिपका लेती थी.

फिर मैंने पूजा से सेक्स करने के लिए कहा तो वो मना करने लगी. मेरे बहुत मनाने पर वो मान गई. उस दिन वो अगले दिन आने का कह कर चली गई.
मैं बड़ी बेसब्री से दूसरे दिन चुत मिलने का इंतजार करने लगा. वास्तव में इंतजार करना बहुत कठिन हो रहा था.

वो अगले दिन 2 बजे मेरे रूम में आई.. तो मैंने उसे रूम में अन्दर लेकर दरवाजा लगा दिया. वो आते ही मुझसे लिपट गई. मैं उसे किस करने लगा और उसके मम्मों को दबाने लगा. पहले मैंने उसे होंठों पर किस किया, फिर उसकी गर्दन पर किस करते हुए मैं नीचे आने लगा.
दोस्तो, गर्दन पर किस करने से लड़की बहुत जल्दी ही गर्म हो जाती है.

फिर मैंने उसके मम्मों को चूसते हुए उसके कपड़े उतार दिए. अब वो मेरे सामने ब्रा और पैंटी में आ गई. वास्तव में वो ब्रा और पैंटी में बड़ा ही मस्त माल लग रही थी. उसको इस तरह देख कर ही मुझे अपने नसीब पर रश्क होने लगा. अब तक वो काफी गर्म हो चुकी थी.

मैंने उसे किस करते हुए उसकी ब्रा और पैंटी भी खोल दी. अब वो मेरे सामने कुदरती स्वरूप में थी. मैं भी उसकी कमर पर हाथ फिराने लगा. वो अब चुदासी और गर्म हो गई थी. उसकी मादक आवाजें निकल रही थीं.
मैं उसके मम्मे चूसने लगा तो उसके कंठ से ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ निकलने लगा.

वो मुझसे बेल की तरह लिपट रही थी, मेरी शर्ट के बटन खींच रही थी. मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और अब मैं भी अन्डरवियर में आ गया. उसने मेरे लंड पर अपना हाथ फिराया, तो मैंने अपना 6 इंच का खड़ा लंड निकाल कर उसके हाथ में रख दिया.

वो मेरा मूसल की तरह मोटा लंड देख कर डर गई और वो बोलने लगी कि इतना मोटा.. मैं कैसे सहन करूँगी?
तो मैंने कहा- तुम डरो मत, मैं बहुत आराम से करूँगा.
वैसे 6 इंच का लंड किसी भी औरत को खुश करने के लिये काफी होता है.

वो अगले ही पल मेरे हिनहिनाते हुए लंड को अपने हाथ से सहलाते हुए उससे खेलने लगी. मैंने उससे लंड चूसने के लिये बोला तो वो मुंडी हिला कर मना करने लगी. मैंने भी ज्यादा फ़ोर्स नहीं किया. फिर मैं उसे किस करने लगा और किस करते हुए उसकी चुत पर पहुंच कर वहां पर किस करने लगा.

चुत पर मेरे मुँह का टच पाते ही उसकी चुत की फांकें एकदम से सिहर सी गईं. उसकी भी सिहरन बढ़ गई. मैं अपनी जीभ से उसको चोदने और चूसने लगा.

जब मैं उसकी चुत चूस रहा था, तो वो इतनी गर्म हो गई थी कि वो मेरा मुँह अपनी चुत पर दबाने लगी. कुल दो मिनट में ही उसने अपना पानी मेरे मुँह पर छोड़ दिया. मैं उसकी चुत का रस बड़े स्वाद लेकर चाटता रहा. सारा रस पी जाने के बाद भी मैं उसकी चूत को चाटता रहा. इसका नतीजा ये निकला कि वो थोड़ी ही देर बाद फिर से गर्म हो गई.

अब वो मुझसे बोलने लगी- मनोज अब डाल दो… अब और बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
मैंने उसके मम्मे सहलाते हुए कहा कि रानी थोड़ा दर्द होगा, सहन कर लेना.
मुझे मालूम था कि उसका और मेरा दोनों का ही पहली बार था.

वो बोली- ठीक है मुझे मालूम है, मैंने सुना भी है और अन्तर्वासना पर पढ़ा भी है.
दरअसल मैंने ही उसको अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरी पढ़ने के लिए कहा था ताकि वो चुदाई के लिए राजी हो जाए. मैं समझ गया कि आज ये इतनी जल्दी चुत खोलने को राजी हुई है, इसका कारण अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरी पढ़ना ही है.

फिर मैंने उसे चित लिटाया और उसकी टांगें फैला कर अपना लंड उसकी चुत पर रगड़ने लगा. तो वो तड़प उठी. अब वो अब अपने आप अपनी गांड उठाने लगी. उसकी चुत लंड को खाने के लिए रिस रही थी, जिससे उसकी चुत का पानी मेरे लंड को चिकनाई दे रहा था. मेरा लंड उसके काम रस से गीला हो गया था.

मैंने अपना लंड का सुपारा उसकी चुत पर रखा. उसने नीचे से अपनी गांड उठा कर लंड लीलने की कोशिश की. इधर उसी वक्त जैसे ही मैंने धक्का लगाया तो मेरा लंड उसकी चुत से बगल में फिसल गया. चूंकि उसकी चुत कसी हुई थी और पानी निकलने के कारण काफी फिसलन ही रही थी.

लंड फिसल जाने से उसकी हंसी निकल गई. मैंने कहा- ज्यादा हंस मत रानी, अभी घुसेगा तो गांड फट जाएगी.
वो मस्ती में थी, सो बोली- पहले घुसाओ तो यार.. मेरी उसमें आग लगी है.

मैंने लंड का टोपा उसकी चुत की फांकों में रगड़ा और पूछा- मेरे लंड का टोपा तेरी चुत की फांकों में रखा है रानी.. जरा खुल कर बताओ न कि तेरी किस में आग लगी है?
वो इठला कर बोली- तुमको नहीं मालूम कि मेरी किस जगह आग लगी है?
मैंने कहा- मुझे तो मालूम है, पर तुम अपने मुँह से कहो न कि तुम्हारी किसमें आग लगी है.
वो गांड उठा कर लंड को खाने की कोशिश करते हुए बोली- मेरी चुत में आग लगी है साले.. जल्दी चोद दे..
मैंने कहा- अभी चुत की सील खोलता हूँ मेरी डार्लिंग.. जरा रुक..

मैंने उसकी गांड के नीचे तकिया लगाया, जिससे उसकी चुत कुछ ऊपर हो गई. मैंने फिर से अपना लंड उसकी चुत पर लगाया और उसे लिप किस करने लगा और एक जोर का धक्का मारा तो उसकी चीख निकल गई.

होंठों पर मेरे होंठ कसे होने से उसकी आवाज उसके मुँह में ही रह गई. वो तड़फ उठी और मुझे अपने ऊपर से हटाने लगी. पर मैं उसको किस करने और उसके मम्मों को दबाने लगा. कुछ पल उसकी चुत ने अपना दुखड़ा रोया और फिर लंड से दोस्ती कर ली. मेरे मोटे लंड ने भी चुत की गुफा में अपने लिए जगह बना ली थी.

साथ ही उसके मम्मों की रगड़ाई और होंठों की चुसाई करने से उसका कुछ दर्द कम हुआ, तो वो भी नीचे से गांड उठाने लगी.
अब मैंने एक जोर का धक्का मारा तो इस बार मेरा आधे से ज्यादा लंड उसकी चुत में चला गया. पर इस बार भी उसे बहुत तेज दर्द हो रहा था. वो फिर से छटपटाते हुए मुझे अपने ऊपर से हटाने लगी, पर मैं उसके ऊपर ही चढ़ा रहा.

अगली बार एक और बमपिलाट धक्का मारा तो इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चुत में चला गया. उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे. अब उसे बहुत तेज दर्द हो रहा था. पर मैं थोड़ी देर ऐसे ही पड़ा रहा और उसके मम्मों को दबाने और चूसने लगा.

दो मिनट बाद वो भी कुछ नॉर्मल हो गई तो अब मैं भी धक्के लगाने लगा. उसे भी अब कुछ मजा आने लगा. अब वो भी नीचे से अपनी गांड उठा कर नीचे से धक्के लगाने लगी. साथ ही वो मादक आवाजें भी निकालने लगी ‘आह उहह हह आोहह हह…’
उसकी कामुक आवाजें सुन कर मुझे भी जोश आ गया और मैं ओर तेज तेज धक्के लगाने लगा.

तभी शायद उसकी चुत से पानी निकलने की वजह से लंड को अन्दर बाहर करने में मजा आने लगा और चुदाई की मधुर आवाजों का संगीत ‘फचचच फचचच फच…’ गूँजने लगा.
दो पल की शिथिलता के बाद अब वो भी नीचे से धक्के लगाने लगी और बोलने लगी- आह.. मनोज तेज और तेज..
मैं भी जोश में आकर और तेज धक्के लगाने लगा.

वो एकदम अकड़ती जा रही थी. फिर एकदम से ढीली हो गई और उसने पलंग का चादर अपनी मुठ्ठी में भींच लिया. मैं समझ गया कि ये स्खलित हो गई है. उसके करीब 4 या 5 मिनट बाद मैंने भी उसकी चुत में ही अपना माल निकाल दिया और उसके ऊपर ही लेट गया.

थोड़ी देर बाद हम अलग हुए, तो मैंने देखा कि नीचे तकिए पर खून लगा था. वो खून देख कर डर गई तो मैं बोला- पहली बार जब कोई लड़की सेक्स करती है तो उसे खून निकलता है.
शायद उसको भी याद आ गया कि सील टूटने की कहानी में कई बार उसने इस बात को पढ़ा था और खून निकलना एक स्वभाविक क्रिया होती है.
इसके बाद वो मुझसे लिपट कर मुझे प्यार करने लगी और हम दोनों साथ में मरने जीने की कसमें खाने लगे.

चुदाई के कुछ देर बाद खुद को साफ़ करके हम दोनों ने कपड़े पहने और फिर मैंने उसे एक लिप किस किया.
वो जाने लगी तो उससे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था. मैंने उसे एक पेन किलर दी. फिर वो अपने कमरे में चली गई.

तो दोस्तो, कैसी लगी मेरी सेक्स कहानी जरूर बताना. आपके मेल का इंतजार रहेगा.
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top