मेरी अंतरंग डायरी: ग्रुप सेक्स में कौमार्य विसर्जन-2

(My Intimate Diary: Loosing Virginity In Group Sex- Part 2)

मेरी सेक्स कहानी के पहले भाग
मेरी अंतरंग डायरी: ग्रुप सेक्स में कौमार्य विसर्जन-1
में आपने पढ़ा:

अब मेरा कंट्रोल मुझ से जा रहा था, मैं ज़ोर ज़ोर से लौड़ा आगे पीछे करने लगा, जब मैं चरम पे पहुँचा, मैंने उसका सर पकड़ा और अपना पूरा लंड मुँह में घुसा दिया. मेरा लंड उसके पूरे गले तक घुस गया. रूबी की साँस रुक गयी, उसकी आँखें फटी जा रही थी. मेरी जांघों के बीच उसका चेहरा फँसा था. वो छटपटाने लगी, मैं उत्तेजना के शिखर पे सुध खो बैठा. वो ज़ोर ज़ोर से मेरी गांड पे हाथ मारने लगी. तब मुझे होश आया और उससे अलग हुआ.

अब आगे:

रूबी की साँस वापस आई- साले, जान से मारेगा क्या नौसिखिए?
मैं बोला- सॉरी.
वो हँसी- हा हा !!! टेस्ट भी नहीं लेने दिया अच्छे से, सारे सड़का सीधे गले में उतार दिया.
मैं मुस्कुराया, उसके बगल लेटा तेज़ साँसें ले रहा था. ज़िंदगी में इतना मज़ा कभी नहीं आया. मैं रूबी की ओर पलटा, और उसके गाल सहलाने लगा. उसकी आखों में देखते बढ़ा और उसकी होठों को चूम लिया.

उसने मेरे गले से हाथ करते मेरे बालों में हाथ डाला और मुझे खींच के स्मूच करने लगी. उसकी ज़ुबान मेरी ज़ुबान से मिली, उसका टेस्ट और नमकीन हो गया था. उसके मुँह में वीर्य का ख्याल आते ही मैं यक… करते अलग हो गया, मैं अपने ज़ुबान अपने बाजू से साफ करने लगा.
सब हंस पड़े.
कीकु बोला- बोल, किसका टेस्ट किया तूने?

अब प्रभु और कीकु भी बेड पे आ गये अपने सारे कपड़े उतार कर… प्रभु रूबी की गोरी जांघों पे हाथ फिरा रहा था. कीकु रूबी के सर की तरफ बैठा था.
रूबी बोली- मेरे जैसों को ठरकी बूढ़े ही ज़्यादा मिलते हैं, तुम्हारे जैसे जवान कम ही मिलते हैं. तुम लोगों को ऐसी यादें दूँगी कि ज़िंदगी भर संजो के रखोगे!

कीकु ने झुक के रूबी का मुँह चूम लिया, फिर उसके गालों को चूमा, कभी उसकी गर्दन को चूमता.
रूबी ने कीकु को हल्का पीछे किया और उठ बैठी. मैं उसकी बेड के दूसरी साइड में था. रूबी ने पलट कर मेरी ओर देखा, और मुस्कुराते हुए अपनी आँखों से अपनी पीठ की ओर इशारा किया. मैं समझ गया, आगे बढ़ के उसकी ब्रा को अनहुक किया.

रूबी ने अपने एक हाथ से अपने बूब्स को छिपाते, दूसरे हाथ से कंधे से ब्रा की स्ट्रीप हटाई. मैं उसकी नंगी पीठ देख पा रहा था. वो धीरे से पीठ के बल लेट गयी. हमारी आखें चौड़ी हुए पड़ी थी उसकी चुचियों के दीदार के लिए…

अपना सर एक तरफ करते हुए उसने अपनी ब्रा हटा दी.
उफ़… उसके तने हुए गोल बूब्स के ऊपर सुर्ख तने हुए चूचुक… ऐसी खूबसूरत चीज़ ज़िंदगी में पहली बार देखी.

हम सभी का लंड तन चुका था. मैं और कीकु दोनों साइड से आगे बढ़े और उसके एक एक बूब को हाथ में लिया. इतनी नाज़ुक कोमल फिर भी तने हुए. मैंने धीरे से उसके चूचुक को चूसना शुरू किया.
वो मेरे सर पे हाथ फेरने लगी.
कीकु भी शुरू हो चुका था.

उधर प्रभु उसकी जांघों को चूमना शुरू कर चुका था. मैं बूब्स दबाते उसके खूबसूरत गले को किस करने लगा. कीकु बहुत गर्म हो चुका था, वो रूबी की निप्पल को अपने दाँत से दबाने लगा. रूबी सिसकारियाँ मारने लगी.

उधर प्रभु हमें नीचे से देखते रूबी की कमर की ओर बढ़ा. उसकी मांसल जांघों के बीच, उसकी गीली पैंटी की खुशबू अब उस तक आने लगी. मतवाला होकर उसने अपनी नाक उसकी जांघों के बीच घुसा दी. उसकी नाक और रूबी की गीली चूत के बीच अब सिर्फ़ गीली पैंटी थी.

प्रभु ने अब अपनी ज़ुबान निकली और उसकी चूत पैंटी के ऊपर से चाटने लगा. रूबी चिंहुक उठी, उम्म उम्म… करते अपने होंठ दाँतों से दबाने लगी. हमारा भी मन अब उसकी चूत देखने को बेताब हो रहा था.

मैं और कीकु भी धीरे धीरे उसके बदन को चूमते उसके कमर तक आ गये.
रूबी बोली- तैयार हो जाओ, जवानी की गलियों के दीदार को!
उसने अपनी कमर थोड़ी उठाई. मैं और कीकु धीरे से उसकी पैंटी नीचे करने लगे. धीरे धीरे उसकी चूत की गुलाबी फाँक से परदा हट गया. रूबी ने अपनी दोनों टांगें खड़ी कर दी. हम अब उसकी पैंटी टाँगों से निकालने लगे.

प्रभु मतवाला हो गया उसकी चिपकी जांघों के बीच उसकी चूत की उभार देख कर… मैंने और कीकु ने उसकी टाँगें अलग की, उसकी फूली हुए चिकनी चूत हमारी आँखों के सामने थी. प्रभु ने आगे बढ़ के अपने होंठ रूबी के चूत से मिला दिए और उसकी गीली चूत को चाटने लगा. उसका लंड तना हुआ झूल रहा था.

रूबी ने प्रभु के सर पे अपना हाथ डाल के उसका मुँह अपनी चूत पे दबा दिया. प्रभु का लाल चेहरा हमें साफ दिख रहा था. प्रभु ने अपने दोनों हाथों से रूबी की दोनों टाँगों को पकड़ा और अपनी ज़ुबान रूबी की चूत में डाल दी. अपनी जीभ से वो रूबी की चूत चोदने लगा.

रूबी अब आह आह करने लगी. रूबी ने प्रभु के बालों को पकड़ के उसका सर अपनी ओर खींचा. प्रभु उसकी चूत छोड़ उसके ऊपर बढ़ा. प्रभु अब रूबी के ऊपर आ चुका था, रूबी गर्म हो चुकी थी. उसने प्रभु को स्मूच कर अपना चूत का रस चखना शुरू कर दिया. प्रभु का लौड़ा रूबी की पेट में घुसा जा रहा था. अब मैं रूबी की चूत चाटने लगा. अपनी उंगलियों से उसके चूत के फांकों को फैलाते उसकी गुलाबी गीली चूत की गहराइयों में रस पीने लगा, उसकी चूत की गरमी अपनी ज़ुबान पे महसूस कर रहा था.

प्रभु और कीकु उसकी चूचियाँ दबा दबा के चूस रहे थे. अब रूबी को कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था, वो बोल रही थी- अब चोद दो मुझे… चोद दो मुझे!
मैंने अपना लंड तैयार किया और उसकी चूत पे सहलाने लगा, अपने लंड के टोपा उसकी चूत के फांकों में घुसाने लगा.

वो बोली- उम्म्ह… अहह… हय… याह… डाल दो, घुसेड़ दो.
मैंने ज़ोर लगा के पूरा लंड चूत में घुसा दिया.
रूबी चिल्लाई- आह!!
मेरे लंड का चूत से पहला मिलन हो गया. मैं उसकी जांघें पकड़ के लंड पेलने लगा.

रूबी- आहा आहा, बहुत दिन बाद इतने जवान लौड़े का मज़ा मिला है, ज़ोर से चोदो!
ऐसे बोल उसने अपनी टाँगों से मुझे घेर लिया और मेरे रिदम में अपनी कमर आगे पीछे करने लगी. मेरा लंड उसकी चूत की गर्मी से पिघला जा रहा था. मैं थपथप की आवाज़ के बीच पेले जा रहा था. रूबी ज़ोर ज़ोर से आहें भर रही थी.

इसी बीच कीकु ने अपनी टाँगों के बीच रूबी का सर करके अपना लौड़ा उसके मुँह में डाल दिया. वो उसका मुँह चोदने लगा. प्रभु भी उठ बैठा, उसकी बड़े बड़े तने बूब्स को दोनों हाथों से दबा के अपना लौड़ा उनके के बीच घुसा दिया. रूबी ने अब अपने बूब्स अपनी हाथों से खुद ही दबा लिया. प्रभु आराम से उसके बूब्स को चोद पा रहा था. पूरे रूम में गू गू, थप थप और आह आह की आवाज़ गूँज रही थी.

कीकु ने अपना लौड़ा रूबी के मुँह से निकल लिया. अब रूबी की आवाज़ मुझे सुनाई दे रही थी, वो फक मी हार्डर !!! फक मी हार्डर !!! चिल्ला रही थी.
मैं बोला- आह, अब मैं छूटने वाला हूँ!
रूबी ने धकेल के मुझे पीछे किया. बोली- तुम कंट्रोल करो, मुझे तुम्हारा रस चखना है.

कीकु बेड के नीचे आके रूबी गांड के पीछे आ गया. अपना लौड़ा सेट कर के उसकी चूत में पेल दिया. उसकी टाँगें ऊपर करके उसका पैरों की उंगलियाँ चूसने लगा. थोड़ी देर में ही आह आह करते कीकु ने अपना पानी छोड़ दिया.

रूबी अब उठ बैठी और डॉगी जैसे पोज़ में आ गयी. प्रभु ने पीछे से आकर उसकी चूत में अपना लंड घुसा दिया और दनादन चोदने लगा.
मैं रूबी के मुँह के सामने आ गया, वो एक हाथ में मेरा लौड़ा लेकर चूसने लगी.

उधर प्रभु अपने चोदने की रफ्तार बढ़ा रहा था, इधर रूबी और भी ज़ोर से मेरा लौड़ा चूसे जा रही थी. मैं परमानन्द के शिखर पे था और मैंने अपना पानी रूबी के मुँह में छोड़ दिया. प्रभु ठप ठप की आवाज़ के साथ चोदे जा रहा था.
जैसे ही उसका पानी छूटने को था, उसने रूबी की कमर ज़ोर से दबाया और काँपते हुए धक्के मारने लगा, अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया. वो साइड होकर निढाल हो गया.

रूबी बोली- अरे अभी तो मेरा पानी नहीं छूटा है.
कीकु और प्रभु लुढ़क गये. लेकिन मेरा लौड़ा पानी छोड़ने के बाद भी तना था. रूबी पेट के नीचे तकिया रख के औंधे लेट गयी. दोनों जांघों से अपनी चूत दबा ली. मुझे पीछे से चोदने को बोला. मैंने उसकी जांघों पे बैठ के अपना लंड उसकी चूत पे सेट किया. इस पोज़ के कारण उसकी चूत बहुत टाइट हो गयी थी. मैंने अपने दोनों हाथ उसके गांड पे रखे, और उन्हें भींचते हुए ज़ोर लगा कर अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
रूबी बोली- आहा, अब आया मज़ा. साले आफ्रिकन्स ने चोद के भोसड़ा बना दिया चूत का. तेरे जैसे तगड़े लौड़े ही फील कर पाती है अब मेरी चूत!

उसकी गांड ज़ोर से दबाते, अपने अंगूठे से उसकी गांड फैलाते चोदे जा रहा था. चूत इतनी टाइट लग रही थी, पूरे लौड़े को कसे जा रही थी. अब मेरा मज़ा और भी बढ़ गया था. तब समझ आया, कुँवारी चूत का मज़ा क्या होता होगा. मैंने स्पीड बढ़ा दी, दो बार छूटने के बाद मेरा पानी अब नहीं आ रहा था.

रूबी की चूत आग उगल रही थी, वो अपने बूब्स दबा के आहें भर रही थी, सिसकारियाँ मार रही थी. मैं अब उसकी पीठ पे लेट गया और उसके दोनों बूब्स हाथ में दबा के दनादन चोदना चालू किया. पूरा बेड हिल रहा था चू चू की आवाज़ के साथ… उसका मखमली जिस्म मेरे जिस्म से चिपका था, हम दोनों पसीने के सने चिपके पड़े थे, थप थप की आवाज़ पूरे रूम में गूँज रही थी.

रूबी अब अपनी गर्दन घुमा के मेरे होंठों को चूमे जा रही थी, उसके होंठ और चेहरा गरम हुए जा रहे थे. इसी बीच उसने आह आह चिल्लाते हुए मेरे बांहों को काटा. मैंने अपने लंड पे गरमागरम लावा महसूस किया.
रूबी का पूरा जिस्म काँप रहा था, उसने पानी छोड़ दिया.

मैं रुका नहीं, अब मैं और भी तेज़ी से रूबी चोदने लगा. तुरंत ही मैंने भी पानी छोड़ दिया और उसकी पीठ पे निढाल हो गया. मैं तेज़ साँसें ले रहा था.
मैंने अपना लंड रूबी की चूत से बाहर निकाला. उसकी चूत से हम दोनों का पानी साथ निकालने लगा.

हम दोनों अब पीठ के बल अगल बगल लेटे तेज़ी से साँस ले रहे थे, दोनों पसीने में डूबे थे. मैं पलट के रूबी की ओर गया और उसके होठों को चूमा, मैं बोला- दिस इज़ द बेस्ट डे ऑफ माइ लाइफ!
वो मुस्कुराई और बोली- मुझे भी बहुत मज़ा आया. सोचा कि अठारह साल के लड़के खूबसूरत नंगी लड़की देख के ही पानी छोड़ देंगे. लेकिन मज़ा आया तुम तीनों के साथ!

मैंने अपना मोबाइल निकाला और अपना चेहरा रूबी के पास ले गया. बेड पे लेते ही उसके गालों को चूमते हुए एक सेल्फी ली. आम तौर पर किसी का भी पहली बार की चुदाई अजीब सी रहती है, लेकिन हमें काफी अनुभवी साथी मिली थी, उसने हमने सही आनन्द दिया.

मैं अपने आगे के कुछ और अनुभव भी लिखूँगा. आप अपने विचार मुझे बताइये.
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कहानी का अगला भाग: मेरी अंतरंग डायरी: मेरी सेक्सी बहन की वासना-1

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