रात के ग्यारह बजे
मैं एक सहपाठी के साथ मिल कर एक निजी घर में पेइंग-गेस्ट की तरह रहती थी! एक रात मैंने देखा कि पति और उनकी पत्नी बिल्कुल नग्न अवस्था में बिस्तर पर लेटे एक दूसरे के साथ यौन-संसर्ग में लीन थे।
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छिप कर या अनजाने में किसी नर नारी को सेक्स, चूत चुदाई, प्रेमालाप करते देखने की कहानियाँ
Chhip kar kisi ko sex karte dekhne ki kahaniyan
Antarvasna Voyeur stories – Sometimes it is more pleasing to see it then do it!
मैं एक सहपाठी के साथ मिल कर एक निजी घर में पेइंग-गेस्ट की तरह रहती थी! एक रात मैंने देखा कि पति और उनकी पत्नी बिल्कुल नग्न अवस्था में बिस्तर पर लेटे एक दूसरे के साथ यौन-संसर्ग में लीन थे।
सारिका कंवल अगले दिन मेरी सहेली अपने दोस्त के साथ मुझसे मिलने आई, उसने मुझसे मुलाकात करवाई, उसका नाम विजय था। कद काफी लम्बा करीब 6 फ़ीट से ज्यादा, काफी गोरा, चौड़ा सीना, मजबूत बाजू देख कर लगता नहीं था कि उम्र 54 की होगी। बाकी मेरे घरवालों से भी मिलवाया। मैंने उनको नाश्ता पानी […]
मैंने साफ़ देखा कि उसकी जींस और भी नीचे खिसक गई और उसके चूतड़ लगभग नंगे देख रहे थे... अब मैंने अंकल को देखा, वो ठीक सलोनी के पीछे ही खड़े थे और उनकी नजर सलोनी के नंगे चूतड़ों की दरार पर ही थी...
मैंने उसके सामने ही उसकी कच्छी का चूत वाला हिस्सा अपनी नाक पर रख सूंघा...- अरे, लगता है तुमने कच्छी में ही शूशू कर दिया..
वैसे रोज़ी, सच... तुम अंदर से भी बहुत सुन्दर हो... तुम्हारा एक एक अंग साँचे में ढला है... बहुत खूबसूरत ! सच... रोज़ी बुरी तरह से लजा गई...
मेरे चूतड़ ऊपर की तरफ थे, मेरी चूत में से नीलेश के लौड़े का पानी मेरी जांघों से निकल कर बिस्तर पर दाग बना रहा था, मेरे कमरे का दरवाज़ा भी खुला हुआ था और ससुर पहले अपने कमरे में गए और फिर मेरे कमरे में आ गये।
उसकी लो वेस्ट जीन्स उसके मोटे गदराये चूतड़ से 3 इंच नीचे तक ही आती है... उसकी कच्छी का काफी हिस्सा दिखता रहता है.. और अब तो उसने बिना कच्छी के पहनी है...
इमरान सलोनी ने अभी भी तौलिया बाँधा नहीं था… केवल अपने हाथ से अगला हिस्सा ढक कर अपनी बगल से पकड़ा हुआ था… अंकल फुसफुसाते हुए- बेटा एक बात कहूँ… बुरा मत मानना प्लीज़… सलोनी- अब क्या है???? अंकल- बेटा एक बार और हल्का सा दिखा दे… दिल कि इच्छा पूरी हो जाएगी !!! सलोनी- […]
इमरान भाभी- अच्छा ठीक है, मैं चलती हूँ तुम दोनों मजे करो… और हाँ… खिड़की बंद कर लेना… ही… ही… मैं चौंक गया… सलोनी दरवाजा बंद करके आ गई… मैं- यह भाभी क्या कह रही थीं… खिड़की मतलब… क्या कल ये भी थीं… इन्होंने भी कुछ देखा क्या… सलोनी- अरे नहीं जानू… हा हा हा… […]
इमरान एक ऐसा एहसास था कि कोई उसको नंगी अवस्था में ऐसे चुदाई करते देख रहा है… वाह… दोस्तो… इस तरह के सेक्स ने यहाँ हमारे जीवन में अचानक ही एक नया मोड़ ला दिया था… सलोनी के चूत के पानी ने मेरे लण्ड को और भी जोश में ला दिया था… मगर आश्चय यह […]
इमरान पहले भी ना जाने कितनी बात सलोनी घर में नंगी ही और काम करती रहती थी मगर मैं उससे कोई रोमांस नहीं करता था और ना मुझे कोई अजीब लगता था। क्युकि हम दोनों यहाँ अकेले ही रहते थे। तो उस आज़ादी का फ़ायदा उठाते थे। मैं भी ज्यादातर पूरा नंगा ही सोता हूँ […]
मैं खाना बना कर कमरे में अपने बिस्तर पर लेटी थी जब गुसलखाने से साहिल तौलिया बांधे हुए बाहर निकला। शायद उसने मुझे नहीं देखा था इसलिए उसने तौलिया खोल के एक तरफ रख दिया और नंगा हो कर अंडरवियर पहनने लगा।
टी पी एल प्रिय अन्तर्वासना के पाठको, मेरा आप सबको सादर प्रणाम ! मैं पिछले तीन वर्षों से अन्तर्वासना की पाठिका हूँ और इन तीन वर्षों में मैंने इसमें प्रकाशित काफी कहानियाँ पढ़ी हैं ! मुझे कुछ रचनाएँ तो बहुत ही पसंद आई क्योंकि वे बहुत ही उच्चतम शैली में लिखी गई थी ! उन […]
मेरा नाम मोनू है। मैं 26 साल का लड़का हूँ। मैं सीकर का रहने वाला हूँ। मैं आज आपको मेरी मम्मी और मेरे फूफा जी के बारे में बताता हूँ। बात शायद 15-16 साल पुरानी है, मेरी मम्मी बड़ी ही सुंदर और गोरी हैं, देखने में बहुत ही मस्त लगती हैं। मुझे यह कहने में […]
मेरी दीदी बैड पर घोड़ी बनी हुई थी, एक लड़के ने अपना लण्ड पीछे से दीदी के अंदर डाला हुआ था और वो हिल-हिल के अपना लण्ड दीदी के अंदर-बाहर कर रहा था और एक लड़का दीदी के सामने खड़ा था और दीदी उसका लण्ड चूस रही थी और जोर जोर से चीख रही थी।
बात तब की है जब लैला दीदी 18 साल की नवयौवना हो चुकी थी। बला की खूबसूरत तो लैला दीदी थी ही, ऊपर से कुदरत ने दीदी को यौवन के कटाव और उठान भी भरपूर दिये थे, मतलब दीदी की छाती और कूल्हे अपनी हमजोलियों के मुकाबले ज्यादा ही बड़े थे। लैला दीदी उन दिनों दो ही जगह मिलती थी, या तो शीशे के सामने या घर के मेन गेट पर।
जोधपुर की यात्रा-1 जोधपुर की यात्रा-2 अब अनवर बोला- मैडम, मुझसे नहीं रुका जाता ! अब बस मुझे अपनी चूत के दर्शन करने दो ! मैंने खड़े होते हुए कहा- तुम्हें किसने रोका है ? दिखा अपना बल ! तुमने ही तो कहा था कि देखते हैं कौन नाजुक है और कौन कठोर ! और […]
जोधपुर की यात्रा-1 तो अनवर ने मुझसे कहा- वो तो ठीक है, लेकिन आपको जाना कहाँ है? तो मैंने कहा- जहाँ पहले तुम गए थे ! यह सुनकर वो हंस दिया और मुझे गाड़ी के पीछे ना ले जाकर गाड़ी के आगे ले गया जैसा कि मैं भी चाहती थी। ताकि ये दोनों मुझे नग्न […]
मन कर रहा था कि सीमा को पकड़ कर बाहों में भर कर उनके होटों पर अपने होठों को चिपका दूँ लेकिन उनके पति के वहीं पर होने की वजह से मैं काफी शरमा रहा था।
जवान चूत जितना पिटती थी उतनी ही और जोर से लण्ड खाना चाह रही थी। मेरे चुदने की तमन्ना चाची ने पूरी करवा दी थी। फिर तो जी भर कर मैंने अंकल का लण्ड खाया और फिर अपने आप को रोक नहीं पाई...