chudai ki kahani

चुदाई की कहानी हिंदी में, मजेदार हर तरह की सेक्स से भरपूर मनोरंजक स्टोरीज,
Hindi chudai kahani padh kar maja len!
General Sex Stories in hindi

लिंगेश्वर की काल भैरवी-1

(एक रहस्य प्रेम-कथा) मेरे प्रिय पाठको और पाठिकाओ, मेरी यह कहानी मेरी एक ई-मित्र सलोनी जैन को समर्पित है जिनके आग्रह पर मैंने अपने इस अनूठे अनुभव को कहानी का रूप दिया है। … प्रेम गुरु अपना पिछला जन्म और भविष्य जानने की सभी की उत्कट इच्छा रहती है। पुरातन काल से ही इस विषय […]

वो बुरके वाली

By टॉम हूक On 2010-09-21 Tags:

नमस्कार दोस्तो, सबसे पहले आप सबका धन्यवाद करता हूँ कि आप सभी को मेरी पिछली कहानियाँ काफी पसंद आई और आपके सुझावों और सराहना के लिये शुक्रिया। मेरी पिछली कहानी को पढ़ने के बाद मुझे दोस्ती के काफ़ी ऑफर आये। एक छोटी सी प्रार्थना है कि कृपया मुझसे मेरी महिला मित्रों के नाम व नंबर […]

दर्द है, फिर भी चाह है

By रॉकी कुमार On 2010-09-19 Tags:

प्रेषक : रॉकी कुमार मैं नौकरी की तलाश में हैदराबाद गया हुआ था, वहाँ मैं एक बॉयज़ हॉस्टल में रुका था अपने कुछ दोस्तों के साथ। जहाँ यह हॉस्टल था वो जगह लड़कियों से हमेशा भरी रहती थी और मैं हमेशा सोचता रहता था कि मुझे कब कोई मिलेगी क्योंकि मेरे बाकी सब दोस्तों के […]

बाबा की शीशी

प्रेषक : जो हण्टर यदि घर में एक अदद भाभी हो तो मन लगा रहता है। उसकी अदायें, उसके द्विअर्थी डॉयलोग बोलना, कभी कभी ब्लाऊज या गाऊन में से अपने सुडौल मम्मे दिखाना… दिल को घायल कर देती है। तिस पर वो हाथ तक नहीं धरने देती है। भाभी की इन्हीं अदाओं का मैं कायल […]

शालू की गुदाई-3

By लीलाधर On 2010-08-13 Tags:

लेखक : लीलाधर उसने कहा- लगातार चुभन से कभी कभी सिहरन होती है इसलिए उसे उसके हाथों को कुर्सी के हत्थों से बांधना होगा। शालू तब तक शर्म पर काबू पा चुकी थी, उसने पूछा क्या ऐसा करना जरूरी है? “No, but it will help !” (नहीं, लेकिन यह अच्छा रहेगा) शालू एक सेकंड के […]

शालू की गुदाई-2

By लीलाधर On 2010-08-12 Tags:

लेखक : लीलाधर 21 मई का बेसब्री से प्रतीक्षित दिन ! हमारी शादी की सालगिरह ! शालू को उसका तोहफा देने का दिन ! “क्या पहनकर जाना ठीक रहेगा?” मैंने सुझाया कि शलवार-फ्रॉक या शर्ट-पैंट पहनकर मत जाओ, शलवार या पैंट उतारने में नंगापन महसूस होगा। क्यों न पहले से ही थोड़ा ‘खुला’ रखा जाए। […]

शालू की गुदाई-1

दोस्‍तो, आपने मेरी पिछली कहानी ‘केले का भोज’ को तहेदिल से पसंद किया। शुक्रिया। उससे पहले स्‍वीटी या जूली, पुष्‍पा का पुष्‍प आदि कहानियों ने भी आपका भरपूर मनोरंजन किया। आपने उसकी भाषा की स्‍तरीयता और कल्‍पनाशीलता की प्रशंसा की। आपसे मिली प्रतिक्रियाओं ने मेरा उत्‍साह बढ़ाया है। अब मैं अगली कहानी लेकर आपके सामने […]

वो राधा थी-2

प्रेषक : जो हन्टर राधा धीरे से उठी…- मेरे माधो… मेरे दिल की इच्छा पूरी हो गई… अब मैं चलूँ… बहुत से काम बाकी हैं अभी। “अरे जा रही हो ? रुक जाओ ना…” “माधो… मैं तो कब की जा चुकी हूँ… बस तेरा प्यार पाना था, उसे ही निभाने आई थी… कहीं मेरा प्यार, […]

वो राधा थी-1

प्रेषक : जो हन्टर इस इन्सानी दुनिया से खौफ़नाक और कोई दूसरी क्रूर दुनिया नहीं है। आप ठीक कहते है, जी हाँ ! एक दूसरी दुनिया भी है पर वहाँ के भी कुछ अपने ही नियम है, जो सिर्फ़ अपने नियम पर चलते हैं। यहाँ तो जो इन्सान जो खुद ही नियम बनाते हैं और […]

कोई और है

By koiaur On 2010-07-22 Tags:

आमिर को अपनी बीवी किसी बस्ते में लिपटी हुई मजहबी किताब की तरह लगती थी जिसे हाथ लगाते वक्त सावधानी की जरूरत पड़ती है। उसके निकाह को दस साल हो गये थे लेकिन अभी तक वह आमिर से बहुत खुली नहीं थी। आमिर उसको पास बुलाता तो पहले इधर उधर झांककर इत्मिनान कर लेती कि […]

क्रिसमस पार्टी

By शालिनी On 2010-07-17 Tags:

लेखिका : शालिनी मैं और पूजा क्रिसमस के दिन घर पर ही थे। पूजा ने एक छोटी सी पार्टी का इंतज़ाम किया था इसलिए शाम को हम दोनों कुछ खरीदारी करने बाजार गए। उसने पाँच दोस्तों को बुलाया था जिनमें दो लड़कियाँ और तीन लड़के थे। हम सब लोग खाने पीने के साथ लगभग हर […]

मेरी बीवी निहाल हो गई

आपने मेरी कहानी और मेरी बीवी पकड़ी गई पढ़ी होगी. आज मेरा बहुत दिन पुराना सपना सच होने जा रहा था. वजह थी कि मैं अपनी बीवी नीना को चुदते हुए देखना चाह रहा था. वास्तव में जब से मैंने अपने किरायेदार प्रशांत से उसे रात में चुदवा कर लौटते समय देख लिया था. तभी […]

अच्छी नींद आएगी

By आशीष ओझा On 2010-07-08 Tags:

प्रेषक : अक्षय कुमार ओझा तो भाई लोगो, मैं अपनी कहानी बताने जा रहा हूँ कि कैसे हम चार दोस्तों ने अपने ही एक दोस्त की बीवी की प्यास बुझाई थी। हम पाँच दोस्त कोलकाता में रहते थे मोनू, रामरूप, पिंटू, सोनू और महावीर। सोनू की शादी तय हुई, लड़की का नाम शम्मो था। क्या […]

गर्मी का इलाज

मैं शालिनी राठौर… याद तो हूँ ना आपको… आपकी मदमस्त भाभी… आज फिर आपके साथ अपनी मस्ती की एक यादगार चुदाई की दास्तान बांटने आई हूँ। उम्मीद है पहली कहानियों की तरह यह भी आप सबको पसंद आएगी। मेरी पहली कहानियों तो लगी शर्त और जीजा मेरे पीछे पड़ा आप सब ने बहुत पसंद की। […]

बस दो ही कमियाँ हैं

By thakurvansh9 On 2010-06-10 Tags: नंगा बदन

मैं अन्तर्वासना का नियमिक पाठक हूँ। मैं आप सब को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मुझे मालूम है कि आप सोच रहे होंगें कि सब ऐसा ही कहते हैं कि यह मेरी सच्ची कहानी है। पर आपको विश्वास हो ना हो, यह एक सच्ची कहानी है जो मेरे साथ घटी है। वो […]

प्यासी उर्वशी

By karan0314 On 2010-06-05 Tags:

प्रेषक : करन सिंह सभी आदरणीय पाठकों को मेरा अभिवादन। मैं अन्तर्वासना का एक नियमित सदस्य हूँ और मैं आपको अपनी सच्ची कहानी सुना रहा हूँ। मैं आपको यह अपनी पहली कहानी अन्तर्वासना पर भेज रहा हूँ। यह कहानी तीन साल पहले की है, सुनील मेरा बिजनेस पार्टनर था। एक दिन उसने एक लड़की को […]

लण्ड राज

जंगल की वीरानियों को चीरता हुआ एक रथ बहुत तेजी से भागा जा रहा था। उस रथ पर सवार वीर्यपुर की महारानी चूतनन्दा सवार थी। उन्हें शिकार का बहुत शौक था। इस समय भी उनके हाथ में धनुष था और निशाना एक सुन्दर हिरण था। चूतनन्दा गज़ब की सुन्दर स्त्री थी। उसके लाल लाल होंठ […]

ये दिल … एक पंछी-2

प्रेषिका : निशा भागवत “ओह्ह्ह ! मैं तो गई…” “प्लीज निशा …” निशा की चूत से पानी निकल चुका था। पर उनका लण्ड ठोकना बन्द नहीं हुआ … कुछ देर और चुदी फिर एक और आह निकली- बस करो विवेक… मैं तो फिर झड़ने वाली हूँ। पर उसकी कौन सुनता ? उन्हें तो पूरी कसर […]

ये दिल … एक पंछी-1

प्रेषिका : निशा भागवत निशा की शादी हुये पांच वर्ष से अधिक हो चुका था। अब वो पच्चीस वर्ष की हो चुकी थी। पति सरकारी नौकरी में थे। सब कुछ साधारण सा चल रहा था। बस मूड होता था तो वो महीने में दो तीन बार सम्भोग कर लिया करते थे। पर एक साल पहले […]

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