प्यारी बहनिया चुद गई-2

जब मैंने उसको पीछे से हाथ लगाया तो पता लगा कि उसने पैन्टी नहीं पहनी है।
तो मैंने उससे पूछ ही लिया- आज तुम्हें टच करने से कुछ अलग सा लग रहा है।
तो वो हँस कर मुझे टालने लगी।

मैंने दोबारा पूछा, तो उसने बताया- आज मैंने ब्रा और पैन्टी नहीं पहनी क्योंकि मुझे रात को पहनना अच्छा नहीं लगता।
और रीना ने मुझसे भी शरमाते हुए पूछ लिया- आज तुम्हें क्या हुआ है?
मैंने बोला- मैं कुछ समझा नहीं?
तो उसने मेरे लण्ड की तरफ़ इशारा करते हुए पूछा, तो मैंने बोला- यह तो ऐसे ही रहता है, बस तुम्हें जीन्स के अन्दर से दिखता नहीं है।
यह सुन कर वो हँसने लगी और हम अपने-अपने कमरे में सोने लिए चले गए।
उस रात मुझे नींद नहीं आ रही थी। मैंने पहली बार उसके नाम से मुठ मारी और तब जाकर मुझे नींद आई।
उसी दिन कॉलेज में जब हम दोनों गए, तो सबको हम से उम्मीदें थीं कि यही दोनों जीतेंगे और हुआ भी ऐसा ही।
हमने स्टेज पर बहुत अच्छा परफॉरमेंस दिया और सभी हमारी केमिस्ट्री को देख कर खुश थे।
हमें प्रथम पुरुस्कार मिला मिला।
जब हम घर आए, तो आते ही उसने मुझे चुम्बन करना शुरु कर दिया और बोली- नितिन आई लव यू…!
उसने पहली बार मुझे मेरे नाम से बुलाया था।
अब कॉलेज में हमारा नाम सबकी जुबान पर आने लग गया था, नितिन-रीना !
और घर पर सब लोग बहुत खुश थे, जब हम घर पर वापिस पहुँचे तो रीना के लिए एक बहुत ही बड़े घर से रिश्ता आया हुआ था।
रीना को यह सुन कर बहुत दु:ख हुआ और उसने मुझे गले से लगा लिया।

जब मैं उसके कमरे में गया तो वो बोली- अभी तो मेरा कॉलेज भी कम्प्लीट नहीं हुआ और मेरे रिश्ते की बात चल रही है।
मैं उसे छेड़ रहा था कि ‘मेरी प्यारी बहनिया बनेगी दुल्हनिया !’
पर वो नाराज़ थी, दो दिन उसने किसी से बात नहीं की।
जब मैंने उससे पूछा- तो उसने बताया कि मुझे नहीं करनी शादी…!
तो मैंने उसे समझाया कि पूरी सेक्सी बन कर जा उसके सामने और उसे बोल दियो कि मेरा किसी और के साथ अफेयर चल रहा है, तो वो मान जाएगा।
रीना बोली- अगर वो ना माना तो?
तो मैंने उसे बताया, कि तू पहले उससे कहीं बाहर होटल में मिल ले और पूरी सेक्सी बन कर उसके सामने जा।
तो वो बोली- भैया सेक्सी बनने का क्या फ़ायदा…!
तो मैंने उसे समझाया- सेक्सी दिखने से उसे लगेगा कि हाँ कोई ना कोई तो होगा ही इसका ब्वॉय-फ्रेण्ड…!
वो खुश हो गई और पूछने लगी- भैया, तुम लड़के सबसे पहले एक लड़की में क्या देखते हो?
तो मैंने उसे बताया- उसके उभार..!
तो वो बोली- मेरे तो छोटे से हैं और शेप भी अच्छी नहीं है..!
तो मैंने हँस कर बोला- मुझे क्या पता.. मैंने कौन सा देखे हैं?
तो वो बोली- देखने में कोई कसर भी नहीं छोड़ी… इतनी बुरी तरह से मसले थे आपने..!
तो वो बोली- बताओ भी भैया अब क्या करूँ?
तो मैंने उसे बताया- छोटी ब्रा पहन लियो और उसे नीचे से टाइट करके बाँध लेना, तो तेरे चूचों का उभार बाहर आ जाएगा।
वो समझ गई और उसने अगले दिन उस लड़के को होटल में बुला लिया।
और वो सुबह-सुबह मेरे कमरे में आ गई और दरवाजा बन्द करके बोली- मुझ से नहीं हो रहा, आप ही कर दो।
तो मैंने उसे समझाया- मैं कैसे कर सकता हूँ?
तो उसने तभी अपनी शर्ट उतार दी और ब्रा और जीन्स में मेरे सामने खड़ी हो गई।
मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूँ।
तो रीना बोली- भैया आप ही तो बोल रहे थे कि मैंने कौन सा देखे हैं.. तो देख लो और मैं तो तुम्हारी बहन हूँ, तुम मेरे लिए कुछ ग़लत तो नहीं कर सकते हो।
तो मैंने उसकी ब्रा उतार दी और और उसके चूचों को देखते हुए बोला- नाइस बूब्स।
तो वो खुश हो गई और मैं उसके चूचों को मसलने लगा।
वो ‘आह-आह’ करने लग गई, उसे बहुत मज़ा आ रहा था।
मैंने उसके चूचों को चूसना शुरु कर दिया
तो रीना बोली- यह क्या कर रहे हो…!
तो मैंने उसे बताया- इससे तुम्हारे चूचे बिल्कुल सीधे हो जाएँगे।
फिर मैंने उसे अपने हाथों से ब्रा पहनाई और और उसे समझा कर होटल में जाने के लिए बोल दिया कि उसे क्या करना है।

वो जब वापिस आई तो बहुत खुश थी। वो मान गया था और उसने अपने घर बोल दिया कि उसे रीना पसंद नहीं है।
यह सुन कर हमारे घर वालों भी बहुत बुरा लग रहा था और जब रीना किसी से बात नहीं कर रही थी तो उन्हें लगा कि रीना बहुत परेशान है और उन्होंने मुझे बोला कि रीना को कहीं घुमा लाऊँ।
मुझे और क्या चाहिए था..!

तो हम सभी कॉलेज के दोस्तों ने मिल कर शिमला जाने का प्लान बनाया।
रीना बहुत खुश थी। उसकी भी सभी फ्रेंड्स जा रही थीं, जो सभी किसी ना किसी के साथ सम्बन्ध बनाये (कमिटेड) थीं।
एक टूरिस्ट बस तय की गई थी, जिसमें सभी जोड़े थे। बस बहुत ही अच्छी थी, वॉल्वो बस थी, हर एक सीट के साथ पर्दे लगे हुए थे।
हमने भी और जोड़ों की तरह परदा कर लिया।
साइड वाला कपल किस करने में लगा हुआ था, यह देख कर रीना भी खुश हो रही थी और अपने चूचों को हाथ लगा रही थी।
तो मैंने उससे पूछ लिया- क्या हुआ?
तो उसने बताया- तुम्हारी मालिश याद आ गई थी।
यह सुन कर मैंने तभी उसके चूचों को दबाना शुरु कर दिया और उसका टॉप को भी उतार दिया।
उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोला- यहाँ नहीं शिमला जाकर..!
मुझ पर कंट्रोल नहीं हो रहा था, तो मैंने उसकी ना सुनते हुए, उसके थोड़ी देर तक चूचे चूसे।
मैं नहीं मानने वाला था, पर जब उसकी फ्रेंड आकर बोली- बस कर, थोड़ा दूध वहाँ जाकर भी पिला दियो।
तो मुझे शर्म के मारे हटना पड़ा।

शाम के करीब 5 बजे हम, सभी अपने होटल में पहुँच गए, जहाँ पर हमारे रूम पहले से ही बुक थे। सभी जोड़े अलग-अलग रूम में थे।
इस पर रीना ने ऐतराज़ किया, पर वो ज़्यादा बोल ना सकी।
उसे लगा मैं कैसे बोलूँ कि मैं इसकी गर्ल-फ्रेंड नहीं हूँ।
मैं रास्ते में बहुत थक चुका था और जाते ही बेड पर लेट गया।
वो बोली- मैं तो नहाने जा रही हूँ और मुझे कहा कि किसी अच्छी मूवी की सीडी ले आ।
तो मैंने बोला- ओके..!

और तभी मेरा फ्रेंड वहाँ पर आ गया और मुझे कंडोम और ब्लू-मूवीज की सीडी दे गया।
मैंने उसे बहुत मना किया, पर वो जबरन रख गया, मैंने वहीं बेड के पास रख दीं।
रीना जब नहा कर आई तो सिर्फ़ एक गाउन पहन कर आई, जो कि सिर्फ़ उसके घुटने तक ही आता था। वो बहुत सेक्सी लग रही थी। उसकी टांगें इतनी सुंदर थीं, मन कर रहा था कि अभी इनको पकड़ लूँ।
तभी उसने मुझे बोला- जा.. नहा आ..!
मैंने मना किया, तो उसने बोला- मुझे चेंज करना है।
यह सुन कर मुझे जाना पड़ा।

मैंने बाथरूम में जाकर उसके नाम की मूठ मारनी शुरु ही की थी, तभी मुझे एक छेद दिखा, मैंने उसमें से बाहर देखा, तो मैं सन्न रह गया।
रीना बिल्कुल नंगी मेरी नज़रों के सामने खड़ी थी। उसने गाउन भी नहीं पहना था। मैंने उसकी चूत आज पहली बार अपने सामने देखी थी।
क्या गोरी चूत थी रीना की… एक भी बाल नहीं…!
ऐसा लग रहा था, जैसे मेरे लिए ही क्लीन शेव कर रखी हो।
वो अपने नंगे बदन पर क्रीम लगा रही थी, अपनो चूचों को बड़े प्यार से मसल रही थी और सिसकारियाँ भर रही थी- आहह आहह..!
इधर मेरी हालत पतली होती जा रही थी।

कहानी जारी रहेगी।
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