मेरी ननद शर्मीली थी, एक दिन मैंने उसे जीन्स दिलवाई और एक दिन उसे अपनी लेगी पहनने को दी। वो अपने भाई के सामने लेगी पहन कर आने मे शर्मा रही थी। लेकिन मेरे पति की नजर उसके बदन की गोलाइयों पर थी
मैंने अपने शौहर को उनकी बहन की नंगी टाँगें घूरते देखा तो मन में उनको सताने का ख्याल आया, मैं चाह रही थी कि इनको जाहिरा के बदन की सारी गोलाइयाँ दिखा दूँ !
एक दिन मेरी ननद जाहिरा गिर गई। हम उसे कमरे में लाए, मैं उसकी सलवार ऊपर सरका कर उसके पैर पर दवा लगाने लगी तो मेरे शौहर उसकी गोरी चिकनी जांघ को घूरने लगे।
यह कहानी पड़ोसी मुल्क से एक लड़की की है, वो अपने शौहर के साथ शहर में मस्ती से रहती है, सेक्स का मज़ा लेती है। तभी उसकी ननद पढ़ने के लिये गाँव से उसके पास आती है
मेरी बीवी की एक सहेली है.. जो उसके साथ कॉलेज में पढ़ती थी.. उसका नाम बेबो था.. वो एक दिन शाम को अपने ब्वॉय-फ्रेण्ड के साथ हमारे घर आ गई और मेरी बीवी से मिली कुछ देर बातें करने के बाद वो मेरी बीवी से बोली- मेरी बस छूट गई है और मुझे तुम्हारे घर पर रात को रुकना है।
वह मुस्करा दी और मैं शुरू हो गया.. पहले मैंने गालों पर चुम्बन किया और फिर होंठों पर चुम्बन किया। उसने अपने होंठों खोल दिए और मैं उसके होंठों को चूसने लगा..
वो बोली- अच्छा हुआ कि तुमने मेरी बेटी को चोदा नहीं.. वर्ना वो तो मर ही जाती… अब जब तक वो लंड लेने के लिए तैयार नहीं हो जाती.. तुम मेरे साथ ही सुहागरात मना सकते हो, इधर आकर मेरे साथ ही सुहागरात मना लिया करो।
सम्भोग के बारे में ज़्यादा कुछ जानती नहीं थी। वैसे मेरी बहन ने उसे पहले ही सब बता दिया था कि मर्द अपना लंड उसकी फुद्दी में डाल कर चोदता है.. पर जब मैंने अपना लौड़ा उसे थमाया और उसने जब उसे देखा, तो वो रोने लगी।
‘रत्ना रंडी.. मेरी जान तूने अपने ससुर का लंड बहुत बार लिया है.. रंडी बता और किस-किस का लंड अपनी चूत में खाया है। रत्ना मादरचोदी बहुत सती सावित्री बनती है तू घूँघट निकालती है रण्डी..
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