स्वयंवर का सच-1 25 December 2009 लेखक : प्रेम गुरु और अरमान मैं जानता था कि यह राखी कपूर एक नंबर की चुद्दकड़ है। ये स्वयंवर वाली बात तो महज पब्लिसिटी पूरी कहानी पढ़ें »
एक खड़े लंड की करतूत 17 November 2009 प्रेम गुरु की कलम से “अच्छा चलो एक बात बताओ जिस माली ने पेड़ लगाया है क्या उसे उस पेड़ के फल खाने का हक पूरी कहानी पढ़ें »
उस रात की बात-2 15 September 2009 (एक रहस्य प्रेम कथा) ….. प्रेम गुरु की कलम से पिछले भाग में आपने पढ़ा : मिक्की मेरी जान, मेरी आत्मा, मेरी प्रेयसी, मेरी प्रियतमा पूरी कहानी पढ़ें »
उस रात की बात-1 14 September 2009 (एक रहस्य प्रेम कथा) मिक्की ! मेरी जान, मेरी आत्मा, मेरी प्रेयसी, मेरी प्रियतमा मैं तुमसे प्रेम करता था, आज भी करता हूँ और करता पूरी कहानी पढ़ें »
क्यों हो गया ना ? 19 August 2009 मेरी ये कहानी मेरी एक ई-मित्र को समर्पित है – प्रेम गुरु गुरूजी कहते हैं “जिन के घर शीशे के होते हैं वो लाईट जला पूरी कहानी पढ़ें »
नन्दोईजी नहीं लण्डोईजी-2 4 August 2009 नीचे मधु मेरा इंतजार ही कर रही थी। सुधा रसोई में खाना लेने चली गई थी। जानबूझ कर हमें अकेला छोड़ कर। मैं किसी प्यासे पूरी कहानी पढ़ें »
नन्दोईजी नहीं लण्डोईजी-1 3 August 2009 लेखक : प्रेम गुरु “आपकी चूत पर उगी काली लम्बी घनी रेशमी झांटें देखी इन्हें काटियेगा नहीं चूत बे-परदा हो जायेगी !” … प्रेम गुरु पूरी कहानी पढ़ें »
तीन चुम्बन-5 3 July 2009 तीसरा चुम्बन : मिक्की ने हिचकिचाते हुए पहले तो उसने अपनी नाज़ुक अंगुलियों से उसे प्यार से छुआ और फिर अन्डरवीयर नीचे खिसकाते हुए मेरे पूरी कहानी पढ़ें »
तीन चुम्बन-4 2 July 2009 दोस्तों, आज दिन भर मैं ऑफिस में सिर्फ मिक्की के बारे में ही सोचता रहा। कल जिस तरह से खूबसूरत घटनाएँ हुई थी, मेरे रोमांच पूरी कहानी पढ़ें »
तीन चुम्बन-3 1 July 2009 लेखक : प्रेम गुरू रति-द्वार दर्शन : जब मैं रमेश और सुधा को स्टेशन छोड़ कर वापस आया तो लगभग साढ़े ग्यारह बज चुके थे। पूरी कहानी पढ़ें »
तीन चुम्बन-2 30 June 2009 लेखक : प्रेम गुरू दूसरा चुम्बन : बाथरूम के बाहर खड़ा मैं आज से कोई चार साल पहले घटी उस घटना के बारे में सोच पूरी कहानी पढ़ें »
तीन चुम्बन-1 29 June 2009 प्रिय पाठको, आपने मेरी पिछली कहानी दो नम्बर का बदमाश पढ़ी। मुझे बहुत खुशी है कि आप सभी को मेरी कहानी अत्यधिक पसन्द आई, जैसा पूरी कहानी पढ़ें »
दो नम्बर का बदमाश-3 21 June 2009 दोस्तों अब दिल्ली लुटने को तैयार थी… मैंने उसका टॉप उतार दिया। दोनों क़बूतर आज़ाद हो गए। वो आँखें बन्द करके लेटी थी। होंठ काँप पूरी कहानी पढ़ें »
दो नम्बर का बदमाश-2 20 June 2009 मैं सोफ़े पर बैठ गया। जैसी ही बाथरूम का दरवाज़ा खुला गीले बालों से टपकती शबनम जैसी बूँदे, काँपते होंठ, क़मसिन बदन, बेल-बॉटम में कसी पूरी कहानी पढ़ें »
दो नम्बर का बदमाश-1 19 June 2009 ये चूतें, गाँड, और लंड सब कामदेव के हाथों की कठपुतलियाँ हैं। कौन सी चूत और गाँड किस लंड से, कब, कहाँ, कैसे, और कितनी देर चुदेगी कोई नहीं जानता। पूरी कहानी पढ़ें »
दूसरी सुहागरात-3 3 April 2009 प्रेम गुरु की कलम से…… सम्पादन सहयोगिनी : स्लिम सीमा प्रेम तो बाथरूम चला गया और मैंने फिर से कम्बल ओढ़ लिया। कोई 5-7 मिनट पूरी कहानी पढ़ें »
दूसरी सुहागरात-2 2 April 2009 प्रेम गुरु की कलम से… सम्पादन सहयोगिनी : स्लिम सीमा हे लिंग महादेव ! प्रेम के हाथ में भी ऐसी रेखा तो है… ओह… हे पूरी कहानी पढ़ें »
दूसरी सुहागरात-1 1 April 2009 प्रेम गुरु की कलम से….. संतुष्टो भार्यया भर्ता भर्ता भार्या तथैव च: यस्मिन्नैव कुले नित्यं कल्याण तत्रेव ध्रुवं – मनु स्मृति मधुर की डायरी के पूरी कहानी पढ़ें »
गाण्ड मारे सैंया हमारो-5 14 March 2009 प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित प्रेषिका : स्लिम सीमा मुझे लगा जैसे कोई मूसल मेरी फूलकुमारी के अंदर चला गया पूरी कहानी पढ़ें »
गाण्ड मारे सैंया हमारो-4 13 March 2009 प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित प्रेषिका : स्लिम सीमा मुझे आते देख कर वह जल्दी से खड़ा हो गया और पूरी कहानी पढ़ें »