मैंने धीरे-धीरे मौसी के ब्लाउज के बटन खोले.. मैं उनकी चूची देख रहा था। मौसी उत्तेजित हो गई, वो धीरे-धीरे मेरे हाथ से अपनी साड़ी के ऊपर से अपनी चूत सहलवाने लगीं।
हर सप्ताह अपने मेल बॉक्स में मुफ्त में कहानी प्राप्त करें! निम्न बॉक्स में अपना इमेल आईडी लिखें, सहमति बॉक्स को टिक करें, फिर ‘सदस्य बनें’ बटन पर क्लिक करें !
* आपके द्वारा दी गयी जानकारी गोपनीय रहेगी, किसी से कभी साझा नहीं की जायेगी।