दोस्त की मम्मी ने मुझे पटा कर चूत चुदवाई

(Dost Ki Mammi Ne Mujhe Pata Kar Chut Chudwai)

रॉकी 2009-03-26 Comments

मेरा नाम रॉकी सेठ है, मेरी उम्र 25 साल है और कद 5’7′ है। मैं दिखने में सुन्दर हूँ, कोटा, राजस्थान से हूँ।
मैं अन्तर्वासना साईट का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ इसलिए अपनी जिन्दगी में पहली बार अपनी व्यक्तिगत घटना आपसे बांट रहा हूँ।

मैं एक अच्छे अमीर परिवार से सम्बन्ध रखता हूँ। मैं जहाँ रहता हूँ वो क्षेत्र जवाहर नगर एरिया कहलाता है जो कोटा का पोश एरिया है। मेमे परिवार में मैं और मेरे मात-पिता हैं।

तो यह दो महीने पहले की बात है, मेरे घर के सामने एक नया परिवार रहने आया था। वे केवल तीन ही लोग थे, पति-पत्नी और उनका लड़का विक्की जो मुझसे सिर्फ दो साल छोटा है। तो उस लड़के से मेरी दोस्ती हो गई। उसके पिता एक दवा कम्पनी में बिक्री विभाग में हैं और मम्मी घरेलू महिला! विक्की की मम्मी शोभा आंटी थोड़ी मोटी हैं लेकिन लगती अभी तक काफ़ी गर्म माल लगती हैं पर मैंने कभी उन्हें गलत निगाह से नहीं देखा था मैं हमेशा उनसे आंटी कह कर बात करता था।

कुछ दिन बाद विक्की होटेल मैंनेजमेंट का कोर्स करने बाहर चला गया तो मेरा उनके घर जाना भी कम हो गया।

एक दिन शोभा आंटी मुझे मिली और बोली- विक्की क्या गया, तुमने तो आना ही छोड़ दिया?
मैंने कहा- आंटी जरा व्यस्त हूँ, आज शाम को जरूर आऊँगा…

शाम को मैं शोभा आंटी के घर गया। वो साड़ी में थी। मुझे देखते ही खुश होकर बोली- आओ, मैं भी अकेली बोर हो रही थी!
मैंने पूछा- अंकल कहा हैं?
वो बोली- तेरे अंकल ज्यादातर टूर पर ही रहते हैं।

फिर वो चाय बना कर लाई…
थोड़ी देर बाद बातों बातों में आंटी ने पूछा- कोई गर्लफ़्रेन्ड है या नहीं?
मैंने कहा- शोभा आंटी, अभी ब्रेकअप हुआ है!

आंटी मुस्कुराते हुए बोली- तुम जवान लड़के लडकियों को परेशान करते होंगे तो ही तो वो भाग गई?
मैंने कहा- परेशान? वो कैसे?
आंटी बोली- आज कल गन्दी-गन्दी फिल्में देखकर वैसी ही डिमांड करते होंगे?
और आंटी हंसने लगी।

यह सुनकर मैं धक से रह गया और मेरा लण्ड भी खड़ा हो गया। अब पहली बार मेरे मन में आंटी के लिए गलत ख्याल आ रहे थे। इतने में आंटी का फ़ोन आ गया और मैं वापिस आ गया।
उस रात मुझे नींद नहीं आई और मैंने तीन बार आंटी को सोच कर मुठ मारी…

कुछ दिन बाद मेरे मम्मी-पापा शादी में बाहर चले गए तो मैं घर पर अकेला रह गया और पूरा दिन सिर्फ अश्लील फिल्में देखता रहा।

शाम को शोभा आंटी मिली तो मैंने हेलो किया। बातों में मैंने बताया कि मैं घर पर अकेला हूँ।
उन्होंने कहा कि उनके पति भी बाहर गए हैं।

रात ठीक नौ बजे मेरे घर की घण्टी बजी। मैं बाहर गया तो शोभा आंटी खड़ी थी, बोली- दही चाहिए!
थोड़ी सी है! मैंने कहा- अंदर आ जाओ आंटी!
और वो अंदर आकर मेरे कमरे में बैठ गई। मैं दही लेकर आया और आंटी मुझसे बात करने लग गई।

आंटी ने काले रंग का गाऊन पहन रखा था, उनके बड़े बड़े चूचे और बड़ी गाण्ड बहुत सेक्सी दिख रही थी। शायद आंटी ने मुझे उनके बदन को चोरी-चोरी देखते हुए देख लिया था। मैंने नेकर पहन रखी था और मेरा लण्ड पूरा खड़ा हो ही गया था।

आंटी बार बार मुझसे झुक कर बात कर रही थी ताकि मैं उनके वक्ष देख सकूँ।
आंटी बोली- अभी तो तुम अकेले हो! कोई गलत काम तो नहीं कर रहे हो न?
मैंने कहा- आंटी, गलत? मतलब?
आंटी बोली- कोई गन्दी फिल्म तो नहीं देख रहे हो न?
और हंसने लगी।

मेरे पूरे बदन में कर्रेंट सा फ़ैल गया।
इतने में आंटी ने मेरी नेकर की जिप देख कर कहा- यह इतना मोटा बाहर क्या दिख रहा है?
क्योंकि मेरा लण्ड पूरा खड़ा था तो ज़िप उठी हुई दिख रही थी।

अब मैं भी मूड में आ गया, मैंने कहा- आंटी, आप ही देख लीजिये!
और उनके पास जाकर खड़ा हो गया।

आंटी मेरे बिस्तर पर बैठी थी और जैसे ही मैं उनके पास गया, उन्होंने मेरा लण्ड नेकर के ऊपर से पकड़ लिया और बोली- हाय इतना मोटा है तुम्हारा रॉकी?
और पकड़ कर दबाने लगी।
मैंने कहा- आंटी, अब खोल कर देखो!

उन्होंने मेरी जिप खोली और मेरा बड़ा मोटा लण्ड अपने हाथ में ले लिया। मुझे लगा कि मुझे जीवन की सारी ख़ुशियाँ मिल गई। आंटी अपने नाज़ुक नर्म-मुलायम हाथों से मेरा लण्ड पकड़ कर सहला रही थी।
मैंने भी आंटी की चूचियाँ दबा दी। बहुत बड़ी और मुलायम थी आंटी की चूचियाँ!

अब आंटी और मैं पूरे मूड में आ चुके थे, आंटी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए थे, मैं पूरा नंगा खड़ा था और आंटी मेरा लण्ड अपने मुँह में लेकर जोर जोर से चूस रही थी।

फिर मैंने आंटी को खड़ा किया और उनका गाऊन उतारने लगा तो आंटी हंस कर बोली- अपनी आंटी को नंगा कर रहा है? तुझे शर्म नहीं आती?

और मुझसे चिपक गई। मेरा लण्ड और ज्यादा खड़ा हो गया। मैंने आंटी का गाऊन उतारा तो उन्होंने काली ब्रा और काली ही पेंटी पहन रखी थी। मैं ब्रा उतारकर उनके स्तन चूसने लगा और वो बार बार कहने लगी- जोर से चूस मेरे बच्चे! और जोर से!

मुझे भी बहुत मजा आ रहा था, मैंने अपना एक हाथ आंटी की कच्छी में डाल दिया और उनकी चूत के बालो में हाथ फिराने लगा।

आंटी पूरी गर्म हो चुकी थी और उनकी चूत भी गीली हो रही थी, उन्होंने खुद ही अपनी पेंटी उतार दी और बोली- इसे चाट ना!

मैंने कहा- नहीं, मुझे अच्छा नहीं लगता चूत चाटना!
तो वो बोली- अपनी आंटी की बात नहीं मानेगा?
और मेरा लण्ड पकड़ कर सहलाने लगी।
मैंने कहा- ठीक है!

वो मुझसे दस मिनट तक अपनी चूत चटवाती रही। उनकी चूत पर बाल थे पर गोरी थी उनकी तरह…

आंटी जोर जोर से सिसकारियाँ भर रही थी और गर्म साँसें छोड़ रही थी।

फिर मैं आंटी के ऊपर आ गया और अपना लण्ड उनकी चूत पर रगड़ने लगा।
आंटी ने कहा- देखो, हमें कोई देख लेगा तो क्या कहेगा? हम दोनों नंगे हैं!

और मेरे चूतड़ दबाने लगी। आंटी इतनी सेक्सी बातें कर रही थी कि मुझे भी मजा आ रहा था, आंटी बोली- रॉकी, अपनी आंटी को धीरे धीरे करना, वरना दर्द होगा! रॉकी इतना बड़ा लण्ड है तेरा! धीरे से डाल! देख तूने आंटी को नंगा कर दिया! तू मेरे बेटे की उम्र का है! तुझे शर्म नहीं आती अपने दोस्त की मम्मी को नंगा देखते हुए?
और मेरे कूल्हे जोर से दबाने लगी।
फिर बोली- अब अंदर डाल रॉकी! धीरे धीरे मैंने अपना लण्ड अंदर डाल दिया और आगे-पीछे होने लगा।

आंटी आहें भर रही थी और मुझे तो जिन्दगी के सारे सुख मिल गए।
थोड़ी देर बाद आंटी झड़ गई और रुकने के लिए बोली।
मैंने कहा- आंटी! अभी मेरा बाकी है!
आंटी हंस कर बोली- इतनी कम उम्र है और इतना टाइम लगता है? बहुत परेशान कर रहा है तू अपनी नंगी आंटी को!

फिर वो लण्ड को बाहर निकलने की जिद करने लगी- अब मत कर! मुझे दर्द हो रहा है!

मैंने अपना लण्ड बाहर निकल लिया, मैंने कहा- मैं अभी झड़ा नहीं हूँ!

आंटी हंस कर मेरे लण्ड को अपने मुलायम हाथो में पकड़ कर बोली- इसका पानी तो मैं निकलती हूँ! बहुत बड़ा और शरारती हो गया है यह!

और मेरा लण्ड जोर जोर से सहलाने लगी। थोड़ी देर में आंटी के हाथ में मेरा पानी निकल गया तो आंटी हंस कर बोली- कितना ज्यादा पानी फेंकता हैं! कितने दिन से बचा कर रखा था? और कितना गाढ़ा है!

और आंटी जोर जोर से हंसने लगी…
आंटी बाथरूम में चली गई और हाथ धोकर वापस आ गई। मैं तब भी नंगा ही था और आंटी भी नंगी!

आंटी बोली- अब अपनी आंटी को नंगा किया है तो कपड़े भी पहना!
मैंने कहा- आप ऐसे ही अच्छी लग रही हो!

आंटी बोली- बहुत बड़े गुंडे हो तुम! अपनी आंटी को पूरा गन्दा कर दिया!

और जोर से हंसने लगी…
मैंने कहा- यहीं पर रूक जाओ आज रात!
तो आंटी बोली- ठीक है!

फिर आंटी मेरे घर पर सुबह 4 बजे तक रही और हम दोनों ने 4 बार चुदाई की। आंटी और मैं रात भर नंगे रहे और पोर्न फिल्म देखते रहे…

अब भी आंटी और मैं जब भी मौका मिलता है सेक्स करते हैं लेकिन उससे ज्यादा हम फ़ोन पर सेक्सी बातें करते हैं।

कुछ दिन पहले मैंने आंटी से कहा- अपनी किसी सहेली को भी मुझसे मिलवा दो!

तो पहले तो वो नाराज़ हो गई पर मैंने बाद में उन्हें मना लिया। अब मैं उस दिन का इन्तज़ार कर रहा हूँ जब आंटी अपनी सहेली से मुझे मिलाएँगी।

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