मौसी के लड़के से चूत चुदवाने की तमन्ना
(Mausi Ke Ladke Se Chut Chudwane Ki Tamanna)
हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम हिमानी है। मैं आज आप सबके सामने अपनी पहली चुदाई की कहानी बताना चाह रही हूँ। अगर लिखने में कोई ग़लती हो जाए.. तो मुझे माफ़ करना.. मेरी पहली कहानी है। मैं आपको सबसे पहले अपने बारे में बताती हूँ।
मैं 21 साल की एक मस्त जिस्म की मालकिन हूँ.. मेरा फिगर 34-30-34 है। जो भी मुझे आगे या पीछे से देख ले.. तो तुरंत उसको अपना लण्ड सैट करना पड़ता है।
मेरा एक मौसी का लड़का है.. उसका नाम राज है.. वो मुझे बहुत पसंद था। वो 22 साल का है। मैं उससे चुदना चाहती थी.. उससे चुदने के लिए मैंने काफ़ी लड़कियों से सलाह भी ली। मैं जानती थी कि वो भी मुझे देखता था.. पर हम दोनों अपने दिल की बात नहीं बोल पाते थे।
एक दिन भगवान ने मेरी सुन ली। वो हमारे घर आया हुआ था, राज और हम सब लोग शादी में गए थे.. शादी पापा की पहचान में थी.. वहाँ पर मैंने मॉम से झूटमूट बोला कि मेरी तबीयत खराब है।
तो मॉम ने मुझे जाने की ‘हाँ’ कह कर राज को भी यह कहते हुए घर भेज दिया- तुम साथ चले जाओ।
आज मैंने पूरा मूड बना लिया था कि आज मैं इससे चुद कर ही रहूँगी क्योंकि आज रात घर में कोई नहीं आने वाला था.. पूरी रात हम दोनों ही अकेले रहने वाले थे।
मैं घर आ गई और कपड़े चेंज करके मैं कमरे में आई।
मैंने अपनी ज्यादा खुले गले वाली टी-शर्ट पहनी और उसके नीचे ब्रा नहीं पहनी, नीचे एक बिल्कुल चिपकी हुई कैपरी पहन ली जिसमें से मेरी गाण्ड निकली पड़ रही थी।
किसी भी लौंडिया के इतने हॉट होने से किसी का भी मान चुदाई की ओर घूम जाना पक्का हो जाता है।
उसका भी यही हुआ.. वो मुझे देखते ही गर्म हो गया जो कि उसका खड़ा हो चुका लौड़ा बता रहा था।
मैं उसके पास जाकर बैठ गई और ऐसे ही इधर-उधर की बात करनी शुरू कर दी, मैंने उससे पूछा- तेरी गर्लफ्रेण्ड है?
उसने मना कर दिया..
फिर उसने मेरे ब्वॉयफ्रेंड के बारे में पूछा.. तो मैंने भी मना कर दिया।
उसने अचानक मुझसे कहा- हिमानी आज तू बहुत हॉट लग रही है.. मैं तुझे किस करना चाहता हूँ।
पहले मैंने उसको मना किया.. पर फिर ‘हाँ’ कर दी।
उसने मुझे अपने पास खींच कर मेरे होंठों पर किस करना शुरू कर दिया।
मैंने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया।
यह मेरी पहली चुम्मी थी.. मुझे मज़ा आ रहा था।
कभी वो मेरी जीभ चूसता.. कभी मेरे होंठ पीता। फिर धीरे-धीरे वो मेरी गर्दन चूमने लगा और फिर धीरे से मेरे कान की लौ को चूमा।
उसके कान चूमते ही मुझे एकदम करेंट सा लग गया, मैंने उसको अपने से अलग कर दिया।
उसने मुझे दुबारा पकड़ा और किस करने लगा.. मैं गर्म होने लगी।
फिर उसने एकदम से मेरी टी-शर्ट के ऊपर से ही मेरे बूबस दबा दिए। मेरी एकदम ‘आहह..’ निकल गई।
फिर उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी.. मैं भी पूरा उसका साथ दे रही थी।
उसने मेरी टी-शर्ट उतार कर मेरे मम्मों को मसल-मसल कर चूसना शुरू कर दिया।
मैं जोश में खोई जा रही थी, मैं बस ‘उईई.. उईईहह..’ ही कर रही थी।
मेरी चूचियाँ लाल करके उसने मेरी कैपरी उतार दी और मेरी जाँघों को चूसते हुए मेरी चूत पर आ गया।
जैसे ही उसने मेरी चूत में जीभ लगाई.. मुझे आग लग गई और मैं पूरी मचल गई, मेरे बदन में अजीब सा करेंट लगा।
फिर उसने मेरी चूत चूसी और धीरे-धीरे उंगली डाल कर चूसने लगा।
चूत में उंगली जाते ही मेरी चीख निकल गई।
फिर उसने मुझसे पूछा- पहले चुदी है?
मैंने मना कर दिया.. तो वो बोला- आज तो तुझे अच्छे से चोदूँगा।
उससे चूत चुसवाते हुए मैं इतनी गर्म हो गई थी कि मैं उससे कहने लगी- राज चोद दे अब अपनी बहन को।
पर वो पूरा कमीना था.. वो खड़ा हुआ अपना लोअर निकाल कर अपना लण्ड हिलाने लगा और मेरे मुँह के सामने अपना लौड़ा कर दिया।
बोला- ले चूस इसको..
उसका लण्ड बहुत लम्बा था.. मैं थोड़ा घबरा गई.. मैंने पहले तो मना कर दिया, फिर उसके कहने पर उसका लौड़ा चूसने लगी।
उसने मेरे बाल पकड़े और मेरे मुँह में पूरा लण्ड पेल दिया और मेरा मुँह चोदने लगा।
मेरी आँख से आँसू आ गए.. थोड़ी देर लण्ड चुसवाने के बाद उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी चूत के ऊपर लण्ड रगड़ने लगा।
वो बोला- आज तू मेरी बन जाएगी।
उसने अपना लण्ड सैट करके एक ज़ोर का झटका मेरी चूत में मारा.. उस झटके से मुझे ऐसा लगा जैसे कि कोई मेरी चूत में लोहा घुस गया हो।
मैं बहुत ज़ोर से चीखी.. पर उसने मेरा मुँह बंद कर दिया।
मैंने उससे छूटने की पूरी कोशिश की.. पर मैं छूट नहीं पाई, मेरी आँख से लगातार आँसू बह रहे थे।
कुछ देर वो उसी स्थिति में लेटा रहा और मेरी चूची दबाता रहा।
फ़िर उसने धीरे-धीरे अपना पूरा लण्ड मेरी बुर के अन्दर कर दिया।
उसका लण्ड मेरी चूत के खून से लाल हो गया था।
कुछ देर बाद जब मैं थोड़ा सामान्य हो गई तो उसने मेरी चुदाई शुरू कर दी। पहले तो धीरे-धीरे चोदा.. फिर उसने स्पीड बढ़ा दी।
मैं भी ‘आआहह.. आहह.. उईईई..’ करके चुदती रही और अपनी चुदाई का मजा लेने लगी।
फिर उसने मेरी स्थिति बदली.. मुझे अपने ऊपर ले लिया और मैं उसकी गोद में बैठ कर चुदी। इस पोज़िशन में मुझे अलग ही मज़ा आया.. जो मैं बता नहीं कर सकती।
मेरे मुँह से बस ‘आहह और चोद.. और चोद..’ निकल रहा था।
कुछ मिनट की चुदाई के बाद उसका निकलने वाला था, मेरा तो पहले ही हो गया था, उसने मुझसे पूछा- मैं कहाँ निकालूँ?
तो मैंने उसको अपनी चूत में ही निकलवाने की बोल दी।
उस रात हम दोनों ने अलग-अलग पोज़िशन में 3 बार सेक्स किया।
इसके बाद तो हम दोनों की चुदाई की गाड़ी चल निकली।
फिर एक दिन उसने मुझे अपने एक दोस्त के साथ ग्रुप में भी चोदा।
वो कहानी मैं आपको बाद में बताऊँगी कि उसने कैसे मुझे दोस्त के साथ चोदा और उसी दिन कैसे मेरी गाण्ड का भुरता बनाया।
आप पहले मुझे ईमेल करके बताईए कि मेरी पहली चुदाई की कहानी आपको कैसी लगी।
[email protected]
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