नई जगह, नये दोस्त-2
आप मेरे गांडू जीवन की गाथा का एक भाग पढ़ रहे हैं जब मैं एक छोटे कसबे में पोस्टिंग पर गया था. वहां मेरी बहुत इज्जत थी और मुझे वो इज्जत बना कर रखनी थी. साथ ही गांड की प्यास भी बुझानी थी.
नोन वेज यानी की चोदने की और चुदवाने की रसीली कहानियां. पता नहीं इसका नाम नोन वेज किसने रखा था! लेकिन हमारे बहुत सब वाचक मित्रों को इसी नाम से हिंदी सेक्स कहानियाँ खोजने की आदत है!
Non veg story jisme chudne aur chodne ki baatein aap ke lie sex ke anubhaw karne wale ya use dekne wale logo ne likhi hui he.
Sexy non-veg sex stories of people who either experienced it or they saw it live being done. These horny Indian Hindi stories will make you give a hard-on or watery pussy!
आप मेरे गांडू जीवन की गाथा का एक भाग पढ़ रहे हैं जब मैं एक छोटे कसबे में पोस्टिंग पर गया था. वहां मेरी बहुत इज्जत थी और मुझे वो इज्जत बना कर रखनी थी. साथ ही गांड की प्यास भी बुझानी थी.
मैं रेलगाड़ी से अपने पति के पास असम जा रही थी, मेरे केबिन में एक सेक्सी लेडी आई. उससे मेरी दोस्ती हो गयी जो जल्दी ही काफी गहरी हो गयी जब हमने सेक्स की बातें शुरू की. आगे क्या हुआ, पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
मेरी माँ एकदम जवान और बहन अभी अभी जवान हुई थी, दोनों माँ-बेटी का शरीर एकदम कैसा हुआ है। एक दिन हम भाई बहन ने अपनी मम्मी को किसी गैर मर्द से चुदाई करवाते देखा तो हमारी कामुकता जाग गयी.
मैंने अपनी बहन और भी को सेक्स करते देखा तो वे दोनों मुझे समझाने लगे कि वे क्या कर रहे थे. उन्होंने मुझे बताया कि वे दोनों एक दूसरे के यौन अंगों की खुजली मिटा रहे थे. फिर वे मुझे करके दिखाने लगे.
मैं अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदवाने ऋषिकेश ले गया था. वहां पर मैंने उन दोनों को मौक़ा दिया. आखिर मैंने अपनी बीवी को अपनी आँखों के सामने चुदते देखा या नहीं? पढ़ें मेरी बीवी की चुदाई की कहानी में!
मेरे दोस्त की बीवी मुझे अपने सेक्स जीवन के बारे में बता रही थी. एक बारिश वाली रात में उसने अपनी बहन और भाई को एक अकेले कमरे में नंगे देखा, भाई नंगी बहन के ऊपर लेटा हुआ था और उसके चूतड़ ऊपर नीचे हो रहे थे.
मेरी रानी बेटी, मैं तो बस चुदवाने के लिए तरसती रहती हूँ. हकीकत में भले तू मेरी बेटी है लेकिन समाज के सामने मेरी बहन है अब तो मेरे पति की साली भी है सब रिश्ते नाते की माँ चोद दे बेटी!
मेरे नौकर का बेटा हमारे घर भी आ जाता था. एक दिन मैंने देखा कि वो मुझे घूरता रहता है, मेरे छोटे कपड़ों में से दिख रहे मेरे नंगे बदन को ताड़ता रहता है. मुझे भी मजा लेने की सूझी और मैंने अपना खेल शुरू कर दिया.
नैनीताल से दिल्ली ट्रेन से आते समय एक लड़की मेरे साथ बैठी. रात का समय था, सब सो रहे थे लेकिन मैं उस सेक्सी माल को देखे जा रहा था. हिम्मत करके मैंने उसकी चूची को छू दिया. फिर क्या हुआ?
सब लड़कियों की तरह रेखा रानी को भी चुदाई का कण्ट्रोल अपने हाथ में लेकर बड़ा मज़ा आ रहा था. उसने अपना निचला होंठ दांतों में दबा रखा था और हचक हचक कर मुझे चोद रही थी.
पत्नी की मृत्यु के बाद घर संभालने के लिए मैंने अपने बेटे की शादी की और बेटी जैसी बहू को घर ले आया. लेकिन एक दिन जब मैं दफ्तर से जल्दी लौट आया तो मैंने घर में क्या देखा?
"किक मी हार्ड बास्टर्ड...!" मैं कलाकार पर चिल्लाई। उसकी इतनी शराफत असह्य थी, मैं कठोर व्यवहार चाहती थी, मैं अपने प्रति गुस्से से भरी थी। कलाकार ने जोर से धक्का दिया और मेरे कौमार्य पटल को फाड़ता जड़ तक घुस गया।
नया लंड पाने की चाहत में हम माँ बेटी ने अपने लिए एक जवान ड्राईवर रख लिया. सेक्सी स्टोरी के इस भाग में पढ़ें कि हम दोनों ने कैसे उस अनाड़ी लड़के को सेट करके चुत चुदाई के मजे लिए.
मेरी जवानी भी अब कुछ ज़्यादा ही उफान मारने लग गयी थी।ऐसे ही एक रात मैं अपनी माँ की गांड पर हाथ फिरा रहा था कि मुझसे रुका नहीं गया और मैंने ज़ोर से अपनी माँ की गांड को दबा दिया।
मेरे पड़ोस में एक लेडी रहने आई, उससे मेरी दोस्ती हो गयी और हम दोनों हर तरह की सेक्सी बार करने लगी थी. एक दिन हम दोनों की सेक्सी बातों ने हमें आपस में ही लेस्बियन सेक्स करने पर मजबूर कर दिया.
यह सेक्स कहानी मेरी और मेरी दीदी की है. बाथरूम नहीं होने के कारण दीदी आंगन में नहाती थी तो मुझे कभी दीदी के चूचे दिख जाते थे, तो कभी उसके नंगे चूतड़ दिख जाते थे तो मुझे शर्म भी आती थी पर अच्छा भी लगता था.
अब तक की चुदाई कहानी में आपने पढ़ा कि जगत ने मेरी चूत को अपने आठ इंच लम्बे और मोटे मूसल लंड से चोद कर मुझे थका डाला था और अब मुझसे उसका लंड सहन नहीं हो रहा था. मैंने उससे मुझे छोड़ने को कहा, जिस पर उसने मुझे बिंदु को अपने के लिए बुलाने […]
वो मुझे अपने पास घसीट कर ले आया और मुझे सीधा लिटा कर मेरी चूत पर अपना मुँह मारने लग गया. मेरी चूत को उसने जितना खोल सकता था खोल लिया और मेरी दोनों टांगें फैला दीं.
आशीष के दोस्त चंदर ने मुझे चोदने के बाद आशीष की माँ बिंदु को चोदने का मन बना लिया था और उसने रात को मुझे बिंदु के साथ आशीष से चुदते हुए देखा और बिंदु को धमकाते हुए चुदाई के लिए अपने कमरे में आने को बोला.
माँ, देखो आपका बेटा आपके साथ क्या कर गया. आपने इस बेटी को पराया समझ कर अपने बेटे से चुदवा दिया और आपका असली बेटा आपको ही चोद गया. अब उसके मुँह खून लग चुका है, जब भी उसका दिल करेगा, वो आपको चोदेगा.