खुले स्थान पर चुदाई की कहानियाँ

खुले स्थान पर जैसे छत पर, समुद्र तट या बाग बगीचे में चुदाई की कहानियाँ

Khuli jagah par jaise garden, beech, road side, chhat par chudai ki kahaniyan

Stroies about sex fucking in the garden, at the beech, or on the roof

बदले की आग-5

गीता भाभी आहें भरने लगीं, उनकी चुदाई शुरू हो गई थी, स्तनों को दबाते हुए चूत धक्के पर धक्के खा रही थी, गीता चुदाई का मज़ा ले रही थी। थोड़ी देर बाद उसकी चूत और मेरे लण्ड ने साथ साथ पानी छोड़ दिया। भाभी को सीधा कर मैंने अपनी बाँहों में चिपका लिया, मेरे से […]

बदले की आग-4

मैं घर चार बजे पहुँच गया, भाभी को जब मैंने यह सब बताया तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा, उन्होंने मुझे बाहों में भर लिया और मेरी तीन चार पप्पी ले लीं। उसके बाद हम लोगों ने आपस में योजना बनाई कि भाभी की बेइज्ज़ती का बदला कैसे लेना है। मैंने भाभी से पूछा- […]

किसी ने देख लिया तो?

टॉम हुक यह मेरा हाल ही का अनुभव है। आशा करता हूँ कि आपको यह कहानी भी पसंद आयेगी। मेरी पुरानी कहानियों के लिए पहले आप सब के जो मेल मुझे मिले उसके लिए आप सबका बहुत बहुत शुक्रिया। बहुत सी सहेलियों, महिलाओं, भाभियों के साथ बातें हुई हैं और एक दूसरे के अनुभव आपस […]

रेखा भाभी की मायके में चुदाई-2

पांच सात मिनट की धकापेल में हम दोनों सब कुछ भूलकर सम्भोग का अभूतपूर्व आनन्द उठाते रहे, दोनों पसीने से सराबोर हो गए ! रेखा तो नीचे से गांड को ऐसे उठाकर लंड पेलवा रही थी जैसे वो मेरे अंडकोष भी अपने अन्दर करवाना चाहती हो ! रोनी आह्ह्ह ! मेरी चूत को जन्नत का […]

जंगल में मेरी फुद्दी की चुदाई -1

अब हमारी कार क्योंकि सिटी से बाहर आ गई थी, इसलिए अब प्रदीप की मस्ती चालू हो गई थी। उसका एक हाथ कार के स्टेयरिंग से हट कर मेरे सीने के ऊपर आ गया और वो बूब्स को दबाने लगा।

पंचर बनाने वाले से होमो सेक्स-1

अब मेरा घर जाने का इरादा गायब हो चुका था। बस किसी तरह उस लौंडे को पटाकर उसकी गांड मारने का था। मैं अँधेरे में सरक कर उसके पास हो गया। अपना एक हाथ उसकी जाँघ पर रखा और...

पहाड़ की चढ़ाई, लण्ड-चूत चुसाई

मैंने कहा कि हम लोग कुछ ज्यादा ही आगे बढ़ रहे हैं तो वो गुस्सा होकर मुझे गंदी गालियाँ देने लगी। मुझे गुस्सा तब आया जब उसने कहा कि तेरा छोटा है, इसलिये तू नहीं दिखा रहा है।

शाहीन की मदद और चुदाई

चूमते हुए मैंने उसके कुर्ते के कुछ हुक खोल दिए और अन्दर हाथ डाल ब्रा के हुक भी। शाहीन भी मेरे बरमूडा में हाथ डाल मेरे लंड को उत्तेजित कर रही थी।

नंगी नहाती मोनिका का बदन

मेरे मन में उसका नंगा बदन घूम रहा था। उसके ऊपर पानी की बूँदें देख कर लग रहा था कि जैसे कोई परी हो, और उसके ऊपर मोती सजे हुए हों।

कहीं ले चलो-2

नील ने अपनी चूत को मेरे लंड पर रख दिया, चूत मेरा सारा लंड निगल गई और अब मैंने नील के दोनों बूब्स अपने हाथ में ले लिए, दबाने लगा।

कहीं ले चलो-1

दोस्तो, मेरा नाम राज है, उम्र 30 साल, मैं एक डिज़ाईनर हूँ, फरीदाबाद का रहने वाला हूँ। मैं इस वेबसाइट अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ, सभी कहानियों को मैंने पढ़ा है और बहुत मजा लिया है। यह मेरी पहली कहानी है। मैं एक सेक्टर में किराये के मकान में रहता हूँ और मेरे सामने वाले […]

ट्रेन का डर

दोस्तो, नमस्ते, कैसे हैं आप लोग? काफी दिनों से समय न मिलने के कारण आपके सामने न आ सका। माफ़ कीजियेगा दोस्तो ! वैसे झूठी कहानी मुझे लिखनी नहीं आती, मैं जो भी लिखता हूँ वो मेरी वास्ताविक कहानियाँ होती हैं, कुछ दिनों से काम में व्यस्त रहने के कारण कहानी न लिख सका, इस […]

नीम्बू का अचार

मेरा नाम अंकित शर्मा है, मैं 22 साल का गोरा, स्मार्ट दिखने वाला लड़का हूँ। मैं मूल रूप से इंदौर का रहने वाला हूँ लेकिन फिलहाल नोएडा में अकेला रह रहा हूँ। लड़कियाँ कहती हैं कि मुझमें कुछ बात है जो उन्हें मेरी तरफ आकर्षित करती है। मेरे लण्ड की लम्बाई सात इंच तथा मोटाई […]

बोन्टा पार्क में माशूका की चुदाई

उसकी पेंटी देखते ही मेरे मुँह में पानी आ गया मगर पार्क में होने की वजह से मैं उसकी फ़ुद्दी चाटने में वक्त बर्बाद नहीं कर सकता था... देर न करते हुए मैंने अपना लौड़ा बाहर निकाला

चाँदनी रात में

फिर मैंने उसकी सलवार का नाड़ा खोला दिया, अब मुझे बिल्कुल भी डर नहीं लग रहा था। मुझे पता था कि यह जाग रही है। जैसे ही मैंने उसकी सलवार नीचे की तो उसने करवट ले ली मेरी समझ में यह नहीं आया कि इसने करवट क्यों ले ली !

मुझे गन्दा गन्दा लगता है !-2

उस दिन घर आकर मैंने दसियों बार ब्रश किया होगा… अब मेरा भाभी से और दानिश से कोई लेना देना नहीं था… महीनों बीत गए दोनों से बात किये हुए। बस घर पर पढ़ाई.. टीवी.. कंप्यूटर.. एक दोपहर मुझे एक ईमेल आया संजय का ! मैंने मैसेज किया- संजय, कहाँ हो यार…चल मिलते हैं !संजय […]

पब्लिक टॉयलेट में गांड मरवाई

प्रणाम पाठको, आप सब मुझे बहुत प्यार देते हैं, कुछ वास्तविक जीवन में मिलकर प्यार अपने लंड को मेरी गांड में डालकर देते हैं। यह बात दो दिन ही पुरानी है। कंपनी में काम मानसून सीज़न में कम होता है, मैं छुट्टियाँ काटने अपने शहर गया हुआ था, सुबह उठा, घने काले बादलों ने आसमान […]

कोई मिल गया-2

लेखिका : आयशा खान प्रेषक : अरविन्द सुरैया उस अजनबी के बदन से अलग हुई और वो दोनों नीचे हम लोगों के पास आ गये। उस अजनबी का लंड अभी भी सख्त था और उस पर सुरैया की चूत का गाढ़ा सफ़ेद रस लगा था। तभी उस अजनबी ने विवेक के पीछे आकर उसके चूतड़ […]

कोई मिल गया-1

लेखिका : आयशा खान प्रेषक : अरविन्द मैं आयशा ख़ान हूँ, 21 साल की हूँ और लखनऊ में रहती हूँ। मेरी एक पक्की सहेली का नाम है सुरैया, वो 22 साल की है। सुरैया की बड़ी बहन की शादी हो चुकी है और वो दिल्ली में रहती है। मुझे दिल्ली में एड्मिशन के लिई दिल्ली […]

यह मधुर कसक-2

चम्पा को चोद लेने के बाद मेरे दिलो दिमाग पर अब गंगा मौसी छाने लगी थी। मेरी अश्लील हरकतों को गंगा भांप गई थी, वो मुझसे बचती रहती थी। पर मैं अपने दिल में मधुर कसक लिये उनके आसपास मण्डराता रहता था। वैसे गंगा मौसी मुझे अभी भी बहुत प्यार करती थी, बस मेरी हरकतों […]

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