चुदने को बेताब मेरी प्यासी जवानी-1
मुझ पर नई नई जवानी चढ़ी तो लड़के देख मेरा भी दिल धड़कता। एक दिन एक लड़के ने मुझे प्रोपोज किया। मैं तो पहले से ही मरी जा रही थी तो मैंने तुरन्त कबूल कर लिया। उसके बाद ...
कामवासना मतलब सेक्स की तलब, चुदाई की इच्छा. यहाँ आप देसी भाभी, लड़कियों आंटी की कामुकता भरी सेक्सी स्टोरीज हिंदी में पढ़ कर मजा लें!
Kamvasna means sexual desire.
मुझ पर नई नई जवानी चढ़ी तो लड़के देख मेरा भी दिल धड़कता। एक दिन एक लड़के ने मुझे प्रोपोज किया। मैं तो पहले से ही मरी जा रही थी तो मैंने तुरन्त कबूल कर लिया। उसके बाद ...
एक बार मेरी मौसी की लड़की हमारे घर रहने आयी. अपनी बहन की खूबसूरत जवानी को देखते ही मैं पागल सा हो गया. मैंने उसकी चुदाई करने की ठान ली. क्या मैं उसे चोद पाया?
मेरे पड़ोस में नया परिवार आया. भाभी बिल्कुल देसी देहाती थी. कुछ दिनों में उनका मेरे घर आना जाना हो गया लेकिन मैं उनसे बात नहीं करता था. तो फिर भाभी ने कैसे मुझे पटाया?
दोस्तो, आपका अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज पे स्वागत है. मैं दीपक आप सभी को प्रणाम करता हूँ. सबसे पहले मैं अपने बारे में आपको बता दूं. मैं 5 फुट 4 इंच के कद का हूं और मेरा लंड 6 इंच का है. मैं कानपुरिया हूं. मुझे चूतों का बहुत शौक है. यह कहानी मैं अपने दोस्त […]
मैं अपने मामा के घर गया तो अपनी सेक्सी बहन को देख कर मैंने रात में उसके नाम की मुट्ठ मार दी. मगर सुबह जब घर पर कोई नहीं था तो मैंने मौके का फायदा उठाने की ठान ली!
मैं रात को घर में केवल लुंगी पहन कर ही सोता हूँ. मेरी बीवी रेखा ने अपनी टांगें मेरी टांगों पर चढ़ा दीं. तो स्वाभाविक रूप से मेरे लंड महराज फुदकना शुरू हो गए.
मैं स्कूल में टीचर था. एक लड़की मेरी तरफ आकर्षित हो गयी मगर मैं उसकी एक सहेली पर मर मिटा था. दोनों में से किसको मेरा लंड नसीब हुआ और मुझे किसकी चूत मिली?
मैंने दरवाजा खोला. अधेड़ उम्र का आदमी था, मैंने बस टॉवल लपेटा हुआ था जो मेरे मम्मों के निपल्स को छुपा पा रहा था. मेरे चूतड़ भी आधे नंगे थे, बाकी पूरा जिस्म नंगा था.
मैं अपने मामा के घर रह कर पढ़ाई कर रही थी. एक दिन मैंने मामा के बेटे के कमरे से सिसकारियों की आवाज सुनी. मैंने कभी ब्लू फिल्म नहीं देखी थी लेकिन मुझे पता था कि ...
आजकल मैं बहुत जल्दी उत्तेजित हो जाती थी. भाई के जिक्र मात्र से मेरी चुत पानी छोड़ने लगती. मैं बस दिन रात उससे चुदना चाहती थी. वो चाहता तो मुझे अभी भी चोद सकता था.
मेरी कहानी की नायिका की शादी को दो साल हुए हैं। मेरी बात मेल के जरिये चालू हुई। कुछ दिन बाद हमने असल में मिलने का तय किया। मिलने पर क्या हुआ?
बेरोजगारी का मारा मैं मजदूरों के साथ खड़ा था कि एक औरत मुझे अपनी गाड़ी में बैठा कर अपने घर ले गयी. वहां उसने मुझसे क्या काम करवाया? उसने मुझे अपनी वासना का शिकार बनाया.
अपनी कक्षा की एक खूबसूरत लड़की को पसंद करने लगा लेकिन वो भाव नहीं देती थी. मैंने अपना दिमाग लगाकर उसको पटाया. दोस्ती में हमने कितने मजे लिये, मेरी इस कहानी में पढ़ें.
मेरी अपार्टमेंट बिल्डिंग में एक भाभी मुझे तिरछी नजर से देखती थी. एक दिन मैं मुस्कुरा दिया तो वो भी मुस्कुरा दी. बात आगे कैसे बढ़ी? पढ़ें इस भाभी सेक्स कहानी में!
अपने भाई की ये अदा मुझे बड़ी पसंद थी. वो धीरे धीरे प्यार करते करते अचानक से जंगली हो जाता था, जब मैं इसकी कामना भी नहीं कर रही होती थी. यह बात मुझे और उत्तेजित करती थी.
पड़ोसन की जवान बेटी को मैं चोद चोद कर पूरे मजे ले चुका था. अब बारी उसकी मम्मी की थी. मैंने उस पर अपना जाल फेंका तो वो भी आसानी से फंस गयी या नहीं? पढ़ें कहानी के इस भाग में!
मैं अपनी खराब कार के साथ एक मकैनिक के गेराज में थी. सर्दी के मौसम में उस मकैनिक को देख कर मेरी चूत में कुछ कुछ होने लगा. मैंने उसे चारा डालना शुरू कर दिया.
एक दिन मेरे पति और मैंने तय किया अब हमें बच्चे की प्लानिंग करनी चाहिए। मेरे पति सुबह ऑफिस जाते टाइम बोले- आज शाम को बिना कॉन्डम के चुदाई होगी। लेकिन शाम को क्या हुआ?
पड़ोसन की बेटी को मैं पेपर दिलाने लखनऊ ले गया. वहां होटल में चुदाई के खूब मजे लेने के बाद दूसरे दिन हम वापस आ गए. लेकिन अब मैं उसकी दोबारा चुदाई के जुगाड़ में था.
मैंने अपने पड़ोसी को अपने वश में करके उसके मोटे लंड से चुत की प्यास बुझाई तो मुझे अब और ज्यादा सेक्स की आग लग गई. एक दिन उसने मुझे अपने घर पर बुलाया तो ...