सम्भोग से आत्मदर्शन-18
मेरे लिए किसी के जिस्म को भोगने से ज्यादा मायने रखता है कि मैं उसके दिल में अपने लिए कुछ जगह बना पाऊं। मैं आज इलाज के जिस तरीके की बात कर रहा था, वो छोटी के साथ संभोग का नहीं था, मैं तो बाबा को रंगे हाथों पकड़ना चाहता था, और छोटी के सामने या छोटी के हाथों से उसे सजा दिलाना चाहता था।