शादी में दिल खोल कर चुदी -7
उसने मुझे जम कर चोदा, अपना वीर्य मेरे मुँह में छोड़ कर वो चलता बना। ऐसी जोरदार चुदाई के बाद मेरे बदन की आग दोबारा चुदने को भड़क उठी। किस से चुदूँ मैं?
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan
Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband
उसने मुझे जम कर चोदा, अपना वीर्य मेरे मुँह में छोड़ कर वो चलता बना। ऐसी जोरदार चुदाई के बाद मेरे बदन की आग दोबारा चुदने को भड़क उठी। किस से चुदूँ मैं?
कहानी है एक बड़े व्यापारी के घर की… उसके घर में एक युवा किरायेदार था कि व्यापारी की पत्नी की दो युवा भतीजियाँ पढ़ाई के लिये आ गई। किरायेदार की नज़र उन पर पड़ी।
पति से चुदाने के बाद शादी के कार्यक्रम में पति पीने खाने में मस्त हो गए और मेरा आशिक मौक़ा पाकर मुझे रिजोर्ट के एकांत में लेजा कर लंड चुसवाने लगा. मेरी चूत तड़प उठी.
एक बार मैं स्कूल से जल्दी आ गया तो मैंने देखा कि मेरी मम्मी मेरे पड़ोस के अंकल जो एक सरकारी अफसर हैं, उनके साथ सेक्स कर रही थी, अपनी चूत चुदवा रही थी।
स्लीपर बस में एक पैग लगा कर मै लेट गया कि मेरे बॉक्स में एक लड़की आई. हम साथ साथ लेटे थे, हमारे बदन एक दूसरे को छू रहे थे. मेरा लौड़ा खड़ा हो गया. कहानी पढ़ें!
फिल्मी डांसर लडकियाँ आ गई थी. सबको कमरों में भेज कर मैं रसोई में आया तो मुझे गाँव की वो काली लड़की दिखा गई, मैं उसे चोदना चाहता था. कम्मो ने मेरी नज़र देख ली.
मैं स्टेशन पर मोबाइल में अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ते हुए ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहा था, मेरा लन्ड खड़ हो रहा था और एक लड़की मेरी पैन्ट का उभार देख कर मुस्कुरा रही थी। बात हुई तो पता चला कि उसे भी उसी ट्रेन से जाना है।
फिल्म वाली मैडमों की खुले में चूत चुदाई सरपट घोड़े को भगाते हुए उसको चोदने लगा और चंद मिनटों में रूबी ‘हाय हाय मी जातोस मी जातोस रे…’ कहते हुए ढेर हो गई। मैंने अपना लंड रूबी की फड़कती चूत से निकाला और कम्मो ने उसको तौलिये से साफ़ कर दिया और रूबी की चूत […]
अरुण से चूत और गान्ड मरवा कर अपने कमरे में आई तो पति को झूठ बोल कर सो गई। अगले दिन पति किसी काम से बाहर गए तो मेरी चूत फ़िर मचल उठी। अरुण को ढूँढने निकली तो…
थूक लगा कर गाण्ड मरवाने का मजा ही कुछ और था। अरुण जी मेरी गाण्ड मारते जा रहे थे- ले मादरचोदी चुद.. ले साली.. मेरे लौड़े की मार.. और मैं आँखें बन्द करके अपनी गाण्ड मरवाते हुए मजा ले रही थी।
हमारे कमर के नीचे कपड़े क्रमशः ही खुले, साए की डोर और पैंट की चेन एक साथ खुले, पैंटी और चड्डी की साथ-साथ विदाई हुई, जैसे दूल्हा और दुल्हन साथ विदा होकर जा रहे हों।
असल काम की घड़ी, वर्षों प्रतीक्षा की घड़ी, मेरी पतिव्रता बीवी के व्यभिचार की घड़ी, उसकी योनि में परपुरूष के प्रवेश की घड़ी… मैं - उसका पति - उत्साह से उसकी योनि के होंठों को फैलाकर उसके शीलभंग में मदद कर रहा था।
मैंने उसे फिर चूमा, इस बार दोनों हाथों से उसका चेहरा पकड़कर देर तक चुम्बन दिया। वह मेरे चुम्बन को पहचान गई और तब उसको लग गया कि साए के अंदर घुस गया हाथ दूसरे का है, उसको पाँव से ठेलने लगी।
अपनी खूबसूरत पत्नी को किसी दूसरे मर्द की बाँहों में देखने की कल्पना! वह उसके गोरे सुंदर शरीर को अनावृत करे, उसके अंगों को, जिनका सौंदर्य अबतक केवल मैंने देखा है, उसकी नजरों के सामने आएँ; वह उनका संचालन करे, उसके सु्ंदर गोल बड़े स्तनों, उन पर सजे साँवले चूचुकों का चुम्बन, चूषण, मर्दन करे...
पुनीत और रॉनी परेशान थे कि अपनी बहन पायल को गेम के लिये कैसे मनाये… सन्नी उन दोनों को कोई आइडिया बताता है। उधर पायल अपनी चाची का मुंह देखना भी पसन्द नहीं करती।
मुनिया- चल हट.. तू क्या समझता है बस तेरे पास ही बड़ा लंड है.. रॉनी बाबूजी का भी तेरे जितना है.. बस तेरा थोड़ा मोटा ज़्यादा है.. तभी तो मुझे दर्द हुआ और तेरे में ताक़त ज़्यादा है.. कितना चोदता है तू ठंडा ही नहीं होता मेरी हालत खराब कर दी तूने तो..
मैं नीचे बैठी थी, मेरे चारों ओर तन्नाए हुए लौड़े खड़े थे.. जिन्हें मैं बारी-बारी से चूस रही थी.. सारे लौड़े एक से बढ़ कर एक थे.. दो लंड थे जो सच में 8 या 8.5 इंच लंबे और भंयकर काले मोटे थे और उनमें मोटी-मोटी नसें बिल्कुल साफ़ दिख रही थीं।
इन्दू भाभी ने दिन में कम्मो से अपनी जांच करवा ली और उसी दोपहर उनके गर्भाधान के लिए उनके घर जाकर दो बार चोदा कम्मो की निगरानी में ! फिर रात को उनके घर सोना ही था.
यह कहानी मेरी सहेली की है.. उसी की जुबान में सुनिए.. हैलो.. मेरा नाम नाजिया है.. मेरी शादी को 8 साल हो चुके हैं। यह बात तब की है जब मेरी शादी को हुए 2 महीने हुए थे। मेरे पति दुबई में काम करते थे। मेरी सुहागरात के दिन वो सब नहीं हुआ.. जो मुझे […]
अब तक आपने पढ़ा.. मैं बाथरूम में जाकर बाथरूम का दरवाजा अन्दर से बंद कर बैठी रही। लगभग 15 मिनट अन्दर बैठने के बाद जैसे ही मैं बाहर आई.. अंकल दरवाजे पर ही खड़े थे। उन्होंने मुझे पकड़ कर फिर अन्दर खींच लिया। वैसे मैं आपको बता दूँ मेरी हाइट 5.5 फीट है और उस […]