शादी से पहले चुदाई की परीक्षा
मुझे बताया गया कि उनके खानदान की एक परंपरा है, जो लड़का घर की बेटी से शादी करने वाला होता है, उसको भी पहले घर की सारी औरतों की भूख मिटानी होती है.. अगर वो ऐसा कर सका.. तभी उसको लड़की की चूत मिलती है।
डर्टी सेक्स, गंदे भद्दे तरीके से चूत चुदाई की कहानियाँ
Dirty Sex, Gande, bhadde tarike se Chut Chudai ki Kahaniyan
Stories about fucking in a filthy, unhygienic manner
मुझे बताया गया कि उनके खानदान की एक परंपरा है, जो लड़का घर की बेटी से शादी करने वाला होता है, उसको भी पहले घर की सारी औरतों की भूख मिटानी होती है.. अगर वो ऐसा कर सका.. तभी उसको लड़की की चूत मिलती है।
मेरे अस्पताल का मैनेजर हर रात एक नर्स को लेकर सोता था लेकिन मुझे भाव नहीं देता था. सुना था कि उसका लंड जोरदार है. लेकिन एक रात उसने मुझे बुला ही लिया..
दिव्या को अपनी फुद्दी के भीतर गहराई में एक ऐसी तड़पा देने वाली कमी महसूस होने लगी.. वो अपने बेटे के मोटे मांसल लण्ड से अपनी चूत ठुकवाने के लिए मरी जा रही थी।
चूत की चुदास की मारी दिव्या ने अपने बेटे के सामने अपनी शर्ट उतार कर अपने चूचे उसे पेश किये चूसने के लिये। और फ़िर जीन्स का बटन, ज़िप खोल कर सिर्फ़ कच्छी में उसके पास बैठ गई।
मेरी चूत चुदना चाहती थी और मुझे शादी के मण्डप में जाना पड़ा। कुछ ही देर बाद फ़ोन आया, कोई बोला कि जल्दी से आ जा, तुझे चोदना है… किसका फ़ोन था यह?
उंगलियों के तेज घर्षण को अपनी योनि में सहन नहीं कर पाई और फिर वो स्पर्श उसे इतनी गुलगुली और उत्तेजना देने लगे कि उसे लगा कि उसका पेशाब निकल जाएगा और वो टूट पड़ी और तुरंत बोली- आह.. आह.. प्लीज स्टॉप प्लीज.. प्लीज..!
मेरे पति ने शराब के नशे में कार से एक लड़के को टक्कर मार दी। वो पुलिस वाले का लड़का था। हम छुड़ाने पहुँचे तो वो किसी तरह से छोड़ने को राजी नहीं था। लेकिन छुड़ाना तो था ही…
मैं अरुण से चुद रही थी कि दरवाजे पर खट खट हुई। जैसे तैसे नाइटी पहन कर दरवाजा खोला तो वही लड़का था। कहानी में पढ़ें कि कैसे उसने मुझे गैलरी में चोदा।
एक रात को मैंने महसूस किया कि मेरे शरीर पर कुछ चल रहा है। जब मैंने थोड़ी सी आँखें खोल कर देखा तो पाया वो मेरे भाई का हाथ था जो मेरी टी-शर्ट के ऊपर से मेरे बूब्स को हल्के हल्के सहला रहा था।
एक लड़की से मैं सच्चा प्यार करता था। लेकिन मैं पढ़ाई के लिये बाहर गया तो मुझे पता लगा कि वो किसी और से प्रेम प्रेम खेल रही है। उसकी चूत और गांड चोद कर मैंने कैसे बदला लिया…
मैं नयना के घर गया, वहाँ दीप्ति ने मेरे टट्टे पकड़ कर अपनी चूत चाटने को कहा। नयना मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ बरसाने लगी। मैं एकदम से दीप्ति की जाँघों पर ही झड़ गया।
उसने आज स्लीवलैस टॉप पहन रखा था और उसका गला थोड़ा ज्यादा ही गहरा खुला हुआ था इसलिए मैं उसका क्लीवेज थोड़ा अधिक ढंग से देख पा रहा था, उसने शायद ब्रा नहीं पहनी हुई थी।
रात को प्रियन्का को चोदनेके बाद जब मैं सो कर उठा तो मेरे आसपास कोई लड़की नहीं थी। मैँ टॉयलेट गया तो सिकदा नंगी होकर अन्दर घुस आई और अपनी चूत मेरे मुख के सामने कर दी… उसके बाद सिकदा की बिनचुदी चूत को मैंने कैसे चोदा, कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए…
मैं दिल्ली घूमने गया था लेकिन मेरा भाग्य मुझे पांच लड़कियों के घर ले गया, उन्होंने मुझे खाना खिलाया, मैं वहीं सो गया और लड़कियां आपस में लेस्बीयन सेक्स करने लगी… सबके सोने के बाद उनमें से एक प्रियंका मेरे पास आई और मुझे छत पर ले गई… खुद कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए...
मैं मिसेज कुकरेजा के यहाँ नौकरी करता था उनकी एक बेटी और एक बेटा थ, उनका बेटा अनिल मेरा दोस्त जैसा था। मेरे घर मे भी मेरी एक सौतेली बहन थी। एक बार अनिल अपनी बहन को लेकर मेरी बहन के जन्मदिन पर आया तो उन दोनों को मेरी बहन पद्मा पसन्द आ गई और जल्दी ही अनिल और पद्मा की शादी हो गई। लेकिन पद्मा इस शादी से खुश नहीं थी। तभी मुझे पता चला कि अनिल गाण्डू है… कहानी पढ़ कर मज़ा लें !
मेरी मम्मी एकदम माल दिखती थी. माँ अक्सर दोपहर में पड़ोस में एक अंकल के यहाँ चली जाती थी... मैं भी जाता था और अंकल की बेटी पिंकी संग खेलता था...
मैं अपने मामा के घर कोलकाता गया तो उनकी शान देख मैं हैरान हो गया...बहुमंजिली इमारत का टॉप फ्लोर पूरा उनका है... एक दिन मामी मुझे वाटर पार्क ले गई, रास्ते से उन्होंने अपनी दो सहेलियों को भी लिया.. वहां के हाल देख कर मैं चकरा गया, मामी ब्रा पैन्टी में शराब पी रही थी… और वापिसी में… तो कहानी पढ़ कर देखिये कि क्या हुआ वहाँ !
तृषा के जहर पीने की खबर मिलने के बाद नक्श एक ट्रेन में चढ़ गया जहाँ उसे कुछ लड़कियाँ मिली जो बॉलीवुड में अपना भागे आजमाने जा रही थी.. आपस में बात शुरू हुई तो सबसे अपनी अपनी जिन्दगी के बारे में बताया... पढ़िए कहानी के इस भाग में...
मैं थोड़ा लेट उठा था। बिस्तर से उठने का मन ही नहीं कर रहा था.. बिस्तर पर लेटे-लेटे ही अपने लण्ड को सहला रहा था। पता नहीं कब मेरे अन्दर सुबह ही ठरकपन चढ़ गई और गाण्ड में अजीब सी हलचल होने लगी। लेकिन मन में सोच रहा था कि बुलाऊँ तो किसको बुलाऊँ..
हाय जान… याद है ना तुम्हें पिछले कॉन्फेशन में मैंने तुम्हें बताया था कि… कैसे मैं महक के साथ डाउनटाउन पहुंची और कुछ शोर सुनकर एक अंडर-कंस्ट्रक्शन साइट में एंटर हुई। वो औरत बार-बार उस आदमी से माफ़ी मांग रही थी। उसकी हालत देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा था और मैंने रिकॉर्डिंग करके उस […]