ब्रा पेंटी

चड्डी, ब्रेजियर, थोंग, जाँघिया, कच्छी बिकिनी लिंजरी
Bra, Panty, Thong, Bikini, lingerie, innerwear

गंदी कहानी : मजा आ गया

मुझे रोमांच से भरी चुदाई बहुत पसंद है। मैं बहुत से लोगों के बीच में चुदवा लेती हूँ और किसी को भी पता नहीं चल पाता इसलिए हम दूसरे लोगों की मौज़ूदगी में किस तरह चुदवाया जा सकता है, इसके बारे में बात कर रही थी।

पूल में प्यार

हेलो डार्लिंग… क्या तुमने कभी किसी से प्यार किया है? कहते हैं प्यार में दर्द होता है… मैं तुम्हें सच बताती हूँ। महक को किसी से प्यार हो गया था लेकिन वो मुझे उसका नाम नहीं बता रही थी, उसने कहा कि मामला फिट होने के बाद ही उसका नाम बताएगी। मैं उसकी लव लाइफ […]

एक खेल ऐसा भी-2

Ek Khel Aisa Bhi-2 ‘ओके.. तो मेरी डार्लिंग रिंकी… यह बेलन वापस रखो और नाश्ता दो.. मुझे ऑफिस भी जाना है।’ ‘ओह.. हाँ.. अभी देती हूँ.. आप ऑफिस के लिए तैयार हो जाओ..’ वो जैसे ही जाने लगी.. मैंने कहा- एक मिनट.. वो रुकी, मैं आगे बढ़ा, अचानक मैंने उसे अपनी बाँहों में उठा लिया […]

जिस्म की जरूरत-6

‘ठीक है समीर जी, अब तो रोज़ ही मिलना मिलाना लगा रहेगा…’ रेणुका ने मेरे पीछे से एक मादक आवाज़ में कहा, जिसे सुनकर मैंने फिर से उनकी तरफ पलट कर देखा और उन्हें मुस्कुराता हुआ पाया। मेरा तीर निशाने पर लग रहा था। बस थोड़ी सी तसल्ली और… मैं बड़े ही अच्छे मूड में […]

जिस्म की जरूरत-3

रैक के ऊपर के सारे बर्तन गंदे पड़े थे इसलिए वो झुक गईं और नीचे की तरफ ढूंढने लगीं। ‘उफ्फ्फ्फ़…’ बस इसी की कमी थी। रेणुका जी ठीक मेरे सामने इस तरह झुकी थीं मनो अपनी गोल गोल और विशाल चूतड़ों को मेरी तरफ दिखा दिखा कर मुझे चोदने का निमंत्रण दे रहीं हों। अब […]

अज़ीब दास्ताँ है ये…

रवीश सिंह प्रिय मित्रो, कई दिनों के बाद नई कहानी लिख रहा हूँ, आशा है पसन्द आएगी। ज़िन्दगी में कई बार कुछ लोगों से अजीब हालातों में मुलाकात होती है लेकिन जीवन भर की दोस्ती हो जाती है। श्रेया मेरी ऐसी ही दोस्त है। बात तब की है जब मैं रिया के लिए काम करता […]

देवर भाभी की चुदाई-8

प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी ‘सच.. देख राजू, मोटे-तगड़े लंड की कीमत एक औरत ही जानती है। इसको मोटा-तगड़ा बनाए रखना। जब तक तेरी शादी नहीं होती मैं इसकी रोज़ मालिश कर दूँगी।’ ‘आप कितनी अच्छी हैं भाभी, वैसे भाभी इतने बड़े लंड को लवड़ा कहते हैं।’ ‘अच्छा बाबा, लवड़ा.. सुहागरात को बहुत […]

देवर भाभी की चुदाई-7

प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी थोड़ी देर में भाभी बाहर आईं तो उनके हाथ में वही सफेद कच्छी थी जो उन्होंने अभी-अभी पहनी हुई थी। भाभी फिर से वैसे ही बैठ कर अपनी कच्छी धोने लगी। लेकिन बैठते समय उन्होंने पेटीकोट ठीक से टांगों के बीच दबा लिया। यह सोच कर कि पेटीकोट […]

मेघा को होटल में चोदा-1

सुशांत चंदन दोस्तो, मैं एक बार फिर आपके सामने अपने एक नये अनुभव को लेकर हाजिर हूँ। अब तक आपने मेरी 4 कहानियाँ पढ़ी हैं और आपके अत्यधिक ईमेल के द्वारा और नई कहानी की मांग के कारण एक और नया अनुभव लिख रहा हूँ। राउरकेला में 40 दिन रहने के बाद मुझे रोज चोदने […]

देवर भाभी की चुदाई-6

प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी ‘ओह हो.. बाबा, चूत और क्या।’ भाभी के मुँह से लंड और चूत जैसे शब्द सुन कर मेरा लंड फनफनाने लगा। अब तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई। मैंने भाभी से कहा- भाभी इसी चूत की तो दुनिया इतनी दीवानी है। ‘अच्छा जी तो देवर जी भी इसके […]

देवर भाभी की चुदाई-3

प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी ‘भाभी ऐसी क्या चीज़ है जो सिर्फ़ बीवी दे सकती है और आप नहीं दे सकती?’ मैंने बहुत अंजान बनते हुए पूछा। अब तो मेरा लंड फनफनाने लगा था। ‘मैं सब समझती हूँ… चालाक कहीं का..! तुझे सब मालूम है फिर भी अंजान बनता है।’ भाभी लजाते हुए […]

देवर भाभी की चुदाई-2

प्रेषक : नामालूम संपादक : जूजा जी भीड़ के कारण सिर्फ़ भाभी को ही रिज़र्वेशन मिला, ट्रेन में हम दोनों एक ही सीट पर थे। रात को भाभी के कहने पर मैंने अपनी टाँगें भाभी की तरफ और उन्होंने अपनी टाँगें मेरी तरफ कर लीं और इस प्रकार हम दोनों आसानी से लेट गए। रात […]

लाइंज़री की शॉपिंग

हाय बेबी, मेरी साइट पर दोबारा आकर मेरा तीसरा कन्फेशन डाउनलोड करने के लिए शुक्रिया.. लेकिन अभी तक तुमने मुझे बताया नहीं कि तुम मुझसे किस टाइप का कन्फेशन सुनना चाहते हो? मैं अपनी फ़ेसबुक पेज पर तुम्हारा इंतज़ार कर रही हूँ.. यह तो तुम्हें पता ही है कि हम लड़कियों को शॉपिंग करना कितना […]

मेरी चालू बीवी-101

उसने तेज आह भरी- आःह्हाआआ हाय यार... काश मैं वहाँ होता... क्या चिकनी जांघें हैं। सलोनी बराबर में बैठी नलिनी भाभी से झुककर कुछ बात कर रही थी तो उनके चूतड़ एक ओर से बाहर को निकले हुए थे।

मेरी चालू बीवी-100

सामने वाला बुड्ढा बिल्कुल सही था... लड़की ने काली नेट वाली कच्छी ही पहनी हुई थी... कच्छी भी इतनी उसके चूतड़ों से चिपकी हुई थी कि उसके चूतड़ और चूत के सभी उभार साफ़ पता चल रहे थे।

अंतहीन प्यास-6

आपकी सारिका कंवल मैंने कहा- मैं तो फिलहाल अकेली रहती हूँ बच्चों के साथ.. मगर रात में ही मिल सकती हूँ! उसने तुरंत कहा- आज रात को मिलें फिर? मैंने कहा- नहीं… आज नहीं… फिर कभी! उसने कहा- कब? मैंने कहा- कल! उसने कहा- ठीक है। मैं अपने बच्चे को लेकर घर चली आई और […]

बहू-ससुर की मौजाँ ही मौजाँ-3

प्रेषिका : कौसर सम्पादक : जूजाजी मैं नहा-धो कर जल्दी से रसोई में गई और उनका नाश्ता और दोपहर का खाना जल्दी से तैयार किया। मुझे उनकी तिलावत करने की आवाज़ आ रही थी। मैंने मन में कहा कि कैसा ढोंगी इंसान है, यह तो अल्लाह से भी नहीं डर रहा। फिर थोड़ी देर में […]

साली आधी घरवाली, देवर आधा पति क्यों नहीं-2

सम्पादन : जूजा जी साली आधी घरवाली, देवर आधा पति क्यों नहीं-1 अब हम एक होटल में गए तो उसने हमें रूम देने से मना कर दिया, क्योंकि उसने हमसे हमारा रिश्ता पूछा, तो मैंने कहा देवर-भाभी लेकिन उसने कहा कि एक मर्द और औरत को सिर्फ़ तभी रूम मिलेगा, जब वो कपल हों और […]

मेरी चालू बीवी-85

अब उसके चेहरे पर एक कातिल सी मुस्कान आ गई थी... वो कल की तरह ही खुलने लगी थी... कभी लगता था कि उसको पटाने में समय लगेगा और कभी यह लगता था कि वो तैयार है... बस साड़ी उठाओ और डाल दो लण्ड।

मेरी चालू बीवी-83

मैं उससे बात कर ही रहा था कि जैसे ही बैक मिरर में देखा... ओह गॉड... उसने अपना टॉप निकल दिया था... वो केवल एक माइक्रो ऑफ व्हाइट ब्रा में बैठी थी...

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