शीला और पण्डित जी की चुदाई-4
पण्डित ने शीला की कच्छी निकाल दी और शीला की चूत चाटने लगा.. शीला के बदन में करंट सा दौड़ गया. शीला पहली बार चूत चटवा रही थी.
शीला एक सीधी सादी, भोली भाली, भगवान में विश्वास रखने वाली लड़की थी. लेकिन उसके विवाह के एक साल बाद ही अचानक उसके पति का एक्सीडेंट हो गया और वो चल बसा.
उस लड़की के भोलेपन का फ़ायदा मन्दिर के एक पुजारी ने उठाया.
कैसे?
कहानी पढ़ कर देखें!
पण्डित ने शीला की कच्छी निकाल दी और शीला की चूत चाटने लगा.. शीला के बदन में करंट सा दौड़ गया. शीला पहली बार चूत चटवा रही थी.
शीला ब्लाउज और पेटीकोट में थी.. उसकी लोवर पीठ तो नंगी थी ही.. उसके ब्लाउज के हुक्स भी नहीं थे, इसलिए ऊपर की पीठ भी थोड़ी सी एक्सपोज्ड थी.
रात को सोते वक्त शीला कच्छी नहीं पहनती थी. जब रात को शीला सोने के लिए लेटी हुई थी तो देवलिंग शीला की चूत के सीधे सम्पर्क में था.
एक सीधी भोली जवान विधवा की नादानी का फ़ायदा उसके घर के पास वाले मंदिर के पंडित ने कैसे उठाया, इस सेक्सी कहानी में पढ़ें!