मेरी अनारकली-2
'छोटी कहाँ हूँ ! पूरी 18 की हो गई हूँ। और फ़िर गरीब की बेटी तो घरवालों, रिश्तेदारों और मोहल्ले वालों, शोहदों की नज़र में तो इससे कम की भी जवान हो जाती है। हर कोई उसे लूटने खसोटने के चक्कर में रहता है।'
आपने नौकरानी की चूत चुदाई की कहानियां तो बहुत पढ़ी होंगी लेकिन हमारी नौकरानी की लड़की की कहानी जरा हट कर है. पहली बात तो उसका नाम अनाकली पड़ने के पीछे ही रोचक वाकया रहा और फिर जब वो जवान हुई तो उसकी चुदाई की कहानी उससे भी ज्यादा रोचक बन पड़ी। मजा लीजिये.
'छोटी कहाँ हूँ ! पूरी 18 की हो गई हूँ। और फ़िर गरीब की बेटी तो घरवालों, रिश्तेदारों और मोहल्ले वालों, शोहदों की नज़र में तो इससे कम की भी जवान हो जाती है। हर कोई उसे लूटने खसोटने के चक्कर में रहता है।'
पता नहीं ये औरतें गांड मरवाने में इतना नखरा क्यों करती हैं। कहते हैं 'औरत के तीन छेद होते हैं और तीनो ही छेदों का मज़ा लेना चाहिए। चूत, गांड और मुंह!