मेरा गुप्त जीवन

यह कहानी नहीं अपनी आपबीती है।

मेरी उम्र काफी हो गई है लेकिन फिर भी वे पुरानी यादें अभी भी वैसे ही ताज़ा हैं और मेरे ज़हन में वैसे ही हैं जैसे कि कल की बात हो।

मैं उत्तर प्रदेश के एक गाँव में एक बड़े जमींदार के घर में अपने माता-पिता की एकलौती औलाद हूँ और बड़े ही नाज़ों से पाला गया हूँ।

एक बहुत बड़ी हवेली में हमारे घर में 3-4 जवान नौकरानियाँ सिर्फ मेरे काम के लिए हुआ करती थी। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था। मेरा सारा जीवन केवल औरतों के साथ यौन सम्बन्ध बनाने में बीत गया।

आप मेरी जीवन कथा में देखेंगे कि मैं अल्पायु में ही काम वासना में लीन हो गया था!

मेरा गुप्त जीवन- 10

कम्मो ने मुझे चुदाई करना सिखाया... लेकिन एक दिन वो गायब ही हो गई… लेकिन मम्मी ने मेरे लिये एक नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया… चम्पा नाम था उसका! मुझे याद आया कि इसी को मैंने अपने सामने कपड़े बदलते देखा था... मुझे चम्पा पसंद आई और उसे अपने लंड का मज़ा देने की तरकीब लड़ाने लगा... कहानी पढ़ कर मज़ा लें की कैसे मैंने उसे पहली बार चोदा ...

मेरा गुप्त जीवन- 9

कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने मुझे चुदाई करना सिखाया... लेकिन एक दिन वो गायब ही हो गई… मम्मी ने मेरे लिये एक नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया…

मेरा गुप्त जीवन -8

कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने मुझे चुदाई करना सिखाया... मुझको चोदना काफी हद तक आ चुका था और मेरा मुझ पर कंट्रोल भी अब पूरा हो चुका था। मेरा लंड भी 6-7 इंच का हो गया था और उसकी मोटाई भी काफी बढ़ गई थी। एक दिन मैं घोड़ों के अस्तबल गया तो वहाँ के रखवाले ने मुझे घोड़ी हरी करने का नजारा देखने बुलाया तो कम्मो के कहने पर मैं घोड़े घोड़ी की चुदाई देखने गया… उसके बाद क्या हुआ… कहानी पढ़ कर मज़ा लें...

मेरा गुप्त जीवन -7

कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने ही मुझे चुदाई करना सिखाया... कम्मो की सिखाई के बाद अब मुझको चोदना काफी हद तक आ चुका था और मेरा मुझ पर कंट्रोल भी अब पूरा हो चुका था। मेरा लंड भी 6-7 इंच का हो गया था और उसकी मोटाई भी काफी बढ़ गई थी। कहानी पढ़ कर मज़ा लें...

मेरा गुप्त जीवन- 6

सबसे पहले उस ने धोती खोल दी और फिर धीरे धीरे ब्लाउज़ के हुक खोलने लगी लेकिन ऐसा करते हुए वो चौकन्नी हो कर चारों तरफ देख भी लेती थी कि कोई देख तो नहीं रहा और जब उसका ब्लाउज उतरा तो...

मेरा गुप्त जीवन- 5

मेरी नई नौकरानी कम्मो जवान विधवा थी. मैंने उसको पटाया, उसके चूतड़ पर हाथ फेरा तो वह मुस्करा कर बोली- छोटे मालिक ज़रा संभल के, कोई देख न ले। कहानी पढ़ कर मज़ा लें.

मेरा गुप्त जीवन -4

सुन्दरी के जाने के बाद मैंने अपनी नई नौकरानी को पटाया और उसका नंगा बदन देखा, अपने सामने उससे चूत में ऊँगली करवा के देखा... फिर सुन्दरी का ब्याह हो गया और मोटी नौकरानी किसी के साथ भाग गई... अब मुझे मिली कम्मो.. मेरी नई नौकरानी... वो एक जवान विधवा थी... मैंने आहिस्ता से उसको पटाना शुरू कर दिया। उसके चूतड़ पर हाथ फेरा तो वह मुस्करा कर बोली- छोटे मालिक ज़रा संभल के… कोई देख न ले। कहानी पढ़ कर मज़ा लें...

मेरा गुप्त जीवन -3

सुन्दरी के साथ बड़े ही गर्मी भरे दिन बीत रहे थे, भरी दोपहर में वह छुपते हुए मेरे कमरे में आ जाती थी और हम दोनों एक दूसरे में खो जाते थे। आते ही वह मुझ को लबों पर एक चुम्मी करती और मेरे होटों को चूसती। एक दिन उसने पूरी नंगी होकर लंड को अपने अंदर डालने की कोशिश की, सबसे पहले उसने मेरे लंड को चूत के मुंह पर रगड़ा, तभी उसने नीचे से एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा लंड पूरा अंदर चूत में चला गया।

मेरा गुप्त जीवन-2

ढेर सारे मिले लाड़ प्यार के कारण मैं एक बहुत ही ज़िद्दी और झगड़ालू किस्म के लड़के के रूप में जाना जाता था। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था।

मेरे सारे निजी काम एक युवा नौकरानी सुन्दरी करती थी… उसने मेरी मासूमियत का पूरा फायदा उठाया। अपने शरीर को मोहरा बना कर उसने सारे वह काम करने की कोशिश की जो वह कभी सोच भी नहीं सकती थी।

मेरा गुप्त जीवन-1

मेरी उम्र इस वक्त काफी हो गई है लेकिन फिर भी वे पुरानी यादें अभी भी वैसे ही ताज़ा हैं और मेरे ज़हन में वैसे ही हैं जैसे कि कल की बात हो। यह ऑटोबायोग्राफी लिखने से पहले मैं आपको अपना थोड़ा सा परिचय दे दूँ।

मैं उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव में एक बड़े जमींदार के घर में पैदा हुआ था, मैं अपने माता-पिता की एकलौती औलाद हूँ और बड़े ही नाज़ों से पाला गया हूँ।

ढेर सारे मिले लाड़ प्यार के कारण मैं एक बहुत ही ज़िद्दी और झगड़ालू किस्म के लड़के के रूप में जाना जाता था। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था।

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