मेरे जिस्म की अनबुझी प्यास
(Mere Jism Ki Anbujhi Pyas)
मेरा नाम प्रीति कौर है। मैं पंजाब की रहने वाली हूँ, दिखने में बहुत सुंदर हूं, मैं दिखने में गोरी हूं और दुबली पतली सी कमर और लम्बी टांगें है मेरी! मेरी फुद्दी बिल्कुल गुलाबी रंग की है और थोड़े बाल हैं उस पे!
मेरी शादी को दो साल से ऊपर हो चुके थे और उन दिनों मुझे पोर्न देखने कि लत लग गई थी। मेरी सेक्स की इच्छा यानि कामुकता काफी बढ़ गई थी। मैं खुद को भी एक पोर्नस्टार समझने लगी थी, सनी लियोनी समझने लगी थी. मैं चाहती थी कि कोई मेरी जम के चुदाई करे। मेरे पति अक्सर काम से विदेश में रहते थे जिस वजह से मेरी फुद्दी की प्यास बुझ नहीं पाती थी। मैंने एक उंगली, दो उँगलियों से अपनी फुद्दी चोदने की कोशिश की, मूली गाजर, खीरा, सब इस्तेमाल कर के देखा लिए मगर को बात असली के गर्म लंड की है, वो सब इन ठंडी चीजों में कहाँ! मुझे तो जरूरत थी पोर्न फिल्मों में दिखाए जाने वाले लम्बे मोटे लंडों जैसे किसी लंड की.
एक दिन की बात है जब मेरे पति बाहर गए थे 5-6 महीने के लिए… तब मैंने न्यूजपेपर में एक एड देखा, एड एक एस्कॉर्ट सर्विस की थी। कुछ दिन बाद मेरे मन में हुआ कि क्यों ना मैं भी अपना एक पोर्न जैसा वीडियो बनाऊं।
यह सोच कर मैंने उस एस्कॉर्ट सर्विस को फोन किया तो एक लडकी ने फोन उठाया, मैंने बात की तो उसने मुझे एक नंबर दिया और कहा कि मैं उस पे वॉट्सएप पर बात करूं। मैंने उस नंबर पर बात करना शुरू किया तो उसने पूछा- मैडम आपको क्या सर्विस चाहिए?
तो मैंने एकदम से सीधे तौर पर कह दिया- मुझे बड़ा लंड चाहिए।
तब उधर से उसने मुझे 5-6 लंड के फोटो भेजे लेकिन सभी औसत थे।
मैंने कहा- और बड़ा नहीं है क्या तुम्हारे पास?
उधर से जवाब आया- मैडम है तो सही… लेकिन उसका ज़्यादा चार्ज लगेगा।
मैंने कहा- यार तुम पैसे की चिंता मत करो, मुंह से बोलो कि कितना लगेगा, मैं कितना भी देने को तैयार हूँ!
उसने कहा- मैडम, एक रात का 15 हजार रुपये लगेगा।
मैंने कहा- ठीक है, मुझे मंजूर है अगर चीज मुझे पसंद आ गई तो! तुम उसकी पिक भेजो!
फिर उधर से जो पिक आई, वो देख कर मेरे होश उड़ गए, वो एक हब्शी का लंड था, वो काला मोटा बड़ा लंड देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया, मैंने झट से उसे अपना पता दिया और कहा- आज रात में भेज दो, लेकिन मुझे ऐसे ही दो लंड चाहिए एक साथ, दे सकोगे?
उसने कहा- हां हां क्यों नहीं मैडम, हां आप की सेवा के लिए ही तो हैं. ठीक है, आज ही आपको दो मिल जाएंगे, बस आप तैयार रहना। आप बताइए कि कितना बजे भेजना है?
मैंने कहा- साढ़े दस बजे तक भेज देना.
अब तो मुझे रात होने का इतज़ार था। मैंने अपना हैंडीकैम चार्ज किया।
रात में करीब साढ़े दस बजे ही मुझे मेसेज आया- मैडम दरवाज़ा खोलो, दोनों पहुंचने वाले हैं, आप उन्हें दरवाजे से आकर अपने साथ ले जाना!
मैंने दरवाज़ा खोल दिया और कुछ ही देर में वो दोनों अंदर आ गए, दोनों अफ्रीकी लग रहे थे, काफी लंबे चौड़े और हट्टे कट्टे थे।
मैंने डिनर का आर्डर कर रखा था, खाना आ चुका था, उन दोनों को डिनर कराया और बताया कि पहले तो मैं एक से चुदवाऊंगी और एक को मेरा वीडियो बनाना होगा चुदते हुए… फिर दूसरे से चुदुंगी तो पहला वीडियो बनाएगा।
खाना खाने के बाद मैं दोनों को अपने बेडरूम में ले गई जहां हल्की लाईट जल रही थी। मैंने दोनों को अपना अपना लंड निकालने को कहा तो दोनों ने अपने लंड निकले।
मैंने सच में इतना बड़ा लंड नहीं देखा था। मैंने दोनों का लंड नापा तो एक का लंड मेरे हाथ से थोड़ा छोटा था और दूसरे का मेरे हाथ से भी बड़ा। मैंने सोचा आज तो ये दोनों मुझे खा ही जाएंगे।
अब मैंने दोनों को पेमेंट किया और कहा- आज रात के लिए तुम दोनों मेरे कुत्ते हो।
यह कह कर मैंने बड़े लंड वाले को हैंडीकैम ऑन कर के दिया और कहा- अब तुम मुझे चुदते हुए शूट करो।
मैंने पोर्न के तरह ही एक कहानी जैसा सोच रखा था वैसे ही उनको मुझे चोदना था।
मैं अब बेड पे लाल रंग का फ्रॉक और ऊपर टॉप पहन कर लेट गई, तभी पहला हब्शी मेरे पास आकर बैठ गया और वह अपने काले मोटे खुरदुरे हाथ से मेरी जांघ पर सहलाने लगा। मैंने स्कर्ट के नीचे एक पारदर्शी पैंटी पहनी थी और जानबूझ कर अपनी झांटों को थोड़ा पैंटी से बाहर निकल रखा था।
मेरी जांघों पर हाथ फेर कर उसने मेरी स्कर्ट को हल्का ऊपर की ओर खींचा तो उसे पैंटी के अन्दर मेरी फुद्दी दिखने लगी। उसने बिना देर किये मेरी पैंटी को अपनी एक उंगली से हल्का किनारे करके अपने लंड को मेरी फुद्दी के होंठ पर रख दिया।
अब उसने एक हल्के झटके से अपना आधा लंड मेरी छोटी सी गुलाबी फुद्दी में पेल दिया। मेरी तो जैसे दर्द से गांड फट गई… इतना बड़ा लंड मैंने कभी नहीं लिया था, मुझे लगा कि मेरी चूत की पहली बार चुदाई हो रही है. मुझे उतना ही दर्द हुआ जितना मेरी पहली चुदाई में हुआ था.
कैर यह दर्द तो मैंने खुद ही अपने लिए खरीदा था.
उसने एक दो झटके लगाए कि मैं उठ गई तो उसने मुझे अपने मोटे मोटे होंठों से किस करना शुरू कर दिया। उसके बाद मैंने भी उसे चूमना शुरू कर दिया और वो अपने झटके मुझे देने लगा।
धीरे धीरे उसने झटके का रफ्तार जैसे ही तेज की मेरी फुद्दी और फटने लगी और उसका बड़ा सा लंड अब मेरी फुद्दी फाड़ रहा था। अब तो मैंने अपने ऊपर के टॉप को खोल दिया तो वो मेरी बोबे चूसने लगा। दूसरा हब्शी काफी करीब से मेरा वीडियो बना रहा था।
अब तो वो इतने तेज झटके मार रहा था कि मानो मेरी जान ही निकल गई हो। उसके विशाल काले बदन के सामने मैं किसी गुड़िया की तरह थी या ये समझो कि कोई गोरिल्ला किसी बंदरिया को… जिसे वो बेरहमी से चोदे जा रहा था।
अब मैंने अपने दोनों टांगों को फैला दिया. तभी उसने अपना लंड मेरी फटी हुई फुद्दी से निकाल लिया और मेरी पैंटी को नोच कर फाड़ दिया। अब वो मेरी फुद्दी चाटने लगा। कुछ देर तक चाटने के बाद अब मैंने उसके लंड को अपने हाथ में लिया। उसका लंड तो मेरे हाथ में भी सही से नहीं आ रहा था इतना बड़ा और मोटा था।
अब मैंने उसके लंड को लेकर चूसना शुरू कर दिया। उसका लंड तो मेरे मुंह में भी सही से नहीं घुस रहा था, वो मेरे सर को पकड़ कर अपने लंड पे दबाने लगा। कुछ देर चूसने के बाद उसने अपना माल निकाल दिया और मेरे होंठों से उसका मुठ टपक रहा था।
मैं सच में किसी पोर्नस्टार की तरह दिख रही थी।
अब पहला हब्शी वीडियो बनाने लगा और जो वीडियो बना रहा था वो अब पूरी तरह तैयार था मेरी चुदाई के लिए। मैंने सोचा इसका लंड तो और बड़ा है ये तो मुझे मार ही डालेगा।
फिर भी किसी चीज की परवाह किए बगैर मैं उसके ऊपर कूद पड़ी। उसने खड़े होकर मुझे अपनी गोद में उठाया और तब उसका मोटा लंड मेरी फुद्दी में पेल दिया। इसका लंड तो और ज़्यादा मोटा और लंबा था। मेरी फुद्दी काफी छोटी थी इसके लंड के लिए। मैं किसी खिलौने की तरह उसके गोद में थी।
अब उसने मुझे चोदना शुरू किया और शुरुआत में जितना लंड अंदर घुस पा रहा था, उतना ही डाल कर उसे अन्दर बाहर करने लगा।
थोड़ी देर बाद मुझे बहुत मजा आने लगा तो मैंने कहा- अब और डालो!
तब उसने मुझे बेड पर पटक दिया और फिर अपना लंड मेरी फुद्दी पर टिका कर एक जोरदार शॉट मारा जिससे मेरी बहुत जोर की चीख निकल गई- उम्म्ह… अहह… हय… याह…
इस बार उसका पूरा लंड मेरे अंदर था।
यह झटका काफी जोरदार था जिससे मेरे पसीने छूट गए।
थोड़ी देर ऐसे ही रहने के बाद अब उसने झटके देने शुरु कर दिए। मुझे ऐसा लग रहा था मानो किसी ने गरमा गर्म रॉड मेरे अंदर घुसा दिया हो। मैं दर्द से तड़प उठी थी लेकिन मजा भी आने लगा था। अब उसने झटके काफी तेज कर दिए और मुझे हर जगह चूमने लगा। मैंने पहली बार इतना बड़ा लौड़ा खाया था तो बहुत दर्द हो रहा था।
उसने मुझे करीब बीस मिनट चोदा और जब वो झड़ने लगा तो पूछा- माल कहां गिराऊँ?
मैंने कहा- कहीं भी डाल दो!
तो एक मुठ का बाढ़ आ गया मेरी फुद्दी के अंदर।
अब मेरे अंदर और ताकत नहीं बची थी इनका मोटा लंड खाने की लेकिन ये लोग अभी मुझे और चोदना चाहते थे।
तब मैंने कहा- मैं अब और नहीं मरवाऊंगी, मेरी फुद्दी सूज गई है, बहुत दर्द हो रहा है, तुम लोग जानवर हो, जान ही निकाल दी मेरी।
फिर पहले वाले ने कहा- मैडम, कुछ देर का ब्रेक लेकर फिर से कोशिश करते हैं, तब तक आप रेकॉर्डिंग देख लो।
मुझे ये आइडिया ठीक लगा।
मैं बिस्तर पर लेट गई और अपने दोनों बगल दोनों को लेटने को कहा। मेरी फुद्दी से अब भी मुठ बह रही थी लेकिन मुझे इसकी कोई परवाह नहीं थी। मैंने सोचा जब चुदना ही है तो परवाह किस बात की!
अब मैंने अपनी xxx वीडियो देखना शुरू किया। करीब एक घंटे तक देखने के बाद मेरा दर्द बहुत कम हो चुका था। अब मैंने कैमरे को बंद करके साइड में रख दिया और लंबे लंड वाले को चूमने लगी।
वो दोनों समझ गए कि मैं चुदने के लिए वापस तैयार हो चुकी हूं।
तभी छोटे लंड वाले ने मुझे उसके ऊपर लेटा दिया और मेरे बोबे दबाने लगा और अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया। उसके लंड से मेरी गांड फट गई और साथ ही मेरी जोरदार चीख भी निकली!
अब दूसरा वाला मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे चूमने लगा। मैंने उसका लंड पकड़ कर अपनी फुद्दी में डाल लिया और चोदने को कहा। अब दोनों ने मुझे बेरहमी से पेलना शुरु कर दिया। जो मेरी फुद्दी मार रहा था उसका झटका इतना तेज़ था कि मैं रो पड़ी थी। मैंने उसे लंड निकालने को कहा मगर वो नहीं माना।
मैं उन दोनों के बीच एक सैंडविच की तरह थी और दोनों मुझे बेरहमी से मसल रहे थे। ऐसी चुदाई मेरी कभी नहीं हुई थी, मैं दर्द से तड़प उठी थी। मेरे बाल बिखर गए थे और पसीने से भीग गई थी लेकिन दोनों लगे पड़े थे मुझे चोदने में।
पूरा कमरा फट फट की आवाज़ से गूंज रहा था।
कुछ देर बाद मोटा वाला मेरी फुद्दी में दोबारा झड़ गया लेकिन दूसरा वाला लगा हुआ था।
अब उसने मुझे अपने गोद में उठाया और मेरी फुद्दी में अपना लंड पेल दिया। मेरी फुद्दी से मुठ रिस कर मेरी जांघों से होते हुए मेरे पैरों से टपक रहा था। कुछ देर मुझे दमदार रूप से चोदने के बाद अब ये भी झड़ने वाला था तो इसने पूछा- मैडम कहाँ निकालूँ?
तो मैंने कहा- मेरे मुंह पर दो।
इसने झट से लंड निकाला और मेरे मुंह के पास हिलाने लगा. तभी एक जोरदार पिचकारी छोड़ी उसके लंड ने जिससे मेरा पूरा चेहरा और मेरे बाल उसके मुठ से नहा गए।
अब मैंने घड़ी की तरफ देखा तो सुबह के पौने तीन बज रहे थे।
अब उन दोनों ने कपड़े पहने और मैंने उन्हें कुछ और पैसे दिए टिप ले रूप में…
और उन दोनों का नंबर लेकर मैंने दोनों को भेज दिया।
जाते जाते एक बोला- मैडम, आप बहुत गरम माल हो!
मुझसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था, बड़ी कतिनाई से उन दोनों को दरवाजे तक छोड़ा और दरवाजा लॉक करके मैं वैसे ही बेड पर नंगे लेट गई।
मेरा पूरा बदन चिपचिपा हो चुका था, मैंने गीजर ऑन किया और बाथरूम में गर्म पानी से पानी चूत और गांड की गर्म पानी से सिकाई करके नहाई!
इस चुदाई के बाद मैं तो अगले कई दिनों तक सीधी चल नहीं पा रही थी। लेकिन ये फुद्दी की प्यास ऎसी होती है कि अनबुझी ही रहती है. मेरे मन में फिर से उन दोनों को बुलाने के ख्याल आने लगे.
[email protected]
What did you think of this story??
Comments