लिंगेश्वर की काल भैरवी-3
(एक रहस्य प्रेम-कथा) आज हमारा खजुराहो के मंदिर देखने का प्रोग्राम था। रात के घमासान के बाद सुबह उठने में देर तो होनी ही थी। सत्यजीत का जब फ़ोन आया तब आँख खुली। वो बोल रहा था “ओह … क्या बात है गुरु ? रात में ज्यादा स्कोर कर लिया था क्या ?” “अरे नहीं […]