मेरी मंगेतर पहले मेरी असिस्टेंट थी. मैंने उसे पटाया. विवाह से पहले हम चोरी छुपे खूब मिला कर मस्तियाँ मारा करते थे. इनमें से एक किस्सा कुछ ऐसा हुआ जो बताने लायक है.
मैं अपने यार और उसके दोस्त से जम कर चुद रही थी. दोनों ने मेरी चूत के साथ साथ मेरी गांड भी चोद चोद कर खुली कर दी थी. मेरी गांड में 2-3 उंगलियाँ एक साथ जा रही थी.
मैं मेरे पति से खुश हूँ मगर मेरी सेक्स की भूख घटने की जगह बहुत ज्यादा बढ़ गई. एक बार वे बाहर गए तो तीसरे दिन मैं वासना से पागल होने लगी. मेरी वासना कैसे ठण्डी हुई?
मेरे दोस्त के पापा नहीं थे. उसकी मम्मी घर में दूकान चलाती थी. जब मैं दोस्त के घर जाता तो आंटी मुझे देखती रहती थी. एक दिन मुझे उनके बूब्ज़ ब्लाउज में से दिख रहे थे तो ...
हमारे घर की नौकरानी 40-42 साल की थी. एक बार वो मेरे घर में अकेली थी मेरे साथ. मेरे दिल में बेईमानी आ गयी और मैंने उसे चोदने का प्लान कर लिया. क्या किया मैंने?
मैं कोचिंग क्लासेज में पढ़ाता था. वहां बहुत कयामत खूबसूरत रिसेप्शनिस्ट आयी. मैं भी बांका आकर्षक युवा, छैला किस्म का लड़का हूँ. तो हमारी सेटिंग कैसे बनी और आगे की ...
मैं जवान हो गयी और मेरी मस्त जवानी मुझको पागल कर गयी क्योंकि मैं हमेशा सेक्स के बारे में सोचती थी. मैं अपनी वासनापूर्ति के लिए मामा के बेटे को पटाकर उससे कैसे चुदी.
मैं कपड़े उतार खूंटी पर टांगने लगा तो खूँटी पर टंगा वसुन्धरा का नाईटगाउन नीचे गिरा और गाउन के नीचे टंगी कल की पहन कर उतारी हुई उसकी ब्रा और जाली वाली काली पेंटी नुमाया हो गयी.
एक बार मेरे स्कूटर और एक कार की टक्कर हो गयी, मेरे पैर में चोट आ गयी. मेरी भाभी मेरी देखभाल कर रही थी. इसी बीच मैंने भाभी को कैसे चोदा? पढ़ें देवर भाभी सेक्स की इस कहानी में!
एक बार मुझे बस ना मिली तो मैं जयपुर से उदयपुर के लिए ट्रक में बैठ गया. ट्रक ड्राइवर बांका जवान युवक था गोरा चिट्टा ... मेरा दिल उस पर आ गया. मैंने क्या किया?
मैं अपने पुराने स्कूल में अपना सर्टिफिकेट ठीक करवाने गया तो वहां पर जो मैडम थी, वो मुझे कुछ चालू सी लगी. उनकी बातें ही कुछ ऐसी थी. तो मैंने क्या किया? पढ़ कर मजा लें!
ऊँचा कद, कमान सा तना सुडौल गोरा बदन, माथे पर उड़ती ज़ुल्फ़ें, तीखा सुतवां नाक, गुलाब सी कलियों से होंठ, नाभि से ज़रा नीचे बंधी शिफ़ौन की मरून साड़ी में से पारे की तरह थिरकती लम्बी पुष्ट जाँघें.
मैं 19 साल की कच्ची कली थी, हमारे पड़ोस में एक अंकल मुझे खा जाने वाली नजरों से देखते. एक दिन उनकी उंगलियाँ मेरे चूचियों से छू गयी तो मुझे मजा आया. उसके बाद क्या हुआ?
मेरी साली की बेटी अपनी विदाई के ज़ज़्बाती लम्हे में मुझसे गले मिली तो चुनरी की ओट में उसने अपने हाथ से मेरा लिंग पैन्ट के ऊपर से सहला दिया ... लिंग को मुट्ठी में भर लिया.
मैं अपनी मौसी को चोदना चाहता था, शुरू में तो मौसी ने नखरे लिए लेकिन एक रात मौसी मेरी बगल में सोयी थी बात बन गयी. उस रात क्या और कैसे हुआ? पढ़ें कहानी और मजा लें!