उसके तन-बदन में तो पहले से ही इतनी आग लगी हुई थी तो वो भला कैसे मना कर पाती, उसने अपनी स्वीकृति सिर्फ गर्दन हिलाकर दी और अपने हाथ फैलाकर मुझे आलिंगन देना चाह रही थी।
मुझे पहली बार पता चला कि अंजलि तो चूत पीने में पूरी खिलाड़ी है। पांच मिनट के अंदर हम दोनों पसीने में नहा गईं थी। हम दोनों की चूत से पिचकारी निकल रही थी...
मासूम मुनिया के बदन को दोनों भाइयों ने मस्ल कर उसे इतना उत्तेजित कर दिया कि वो भी अब चाह रही थी कि उसकी पानी छोड़ती फ़ुद्दी में कुछ हो जाये ! और एक धक्का आया!
भाभी जल्दी ही चुदाई में पूरी तरह से रंग गई और खूब ज़ोर ज़ोर से मेरे धक्कों का जवाब देने लगी।
कोई 10-12 मिन्ट बाद मैंने महसूस किया कि भाभी के गर्भाशय का मुंह खुल रहा है।
गर्भधारण के बाद जब डॉक्टर ने हमें सेक्स करने से मना कर दिया तो मेरे पति बहुत परेशान हो गये। हमारे साथ ही रहने वाली हमारी चाची ने परेशान देख मेरी समस्या हल की। कैसे? इस कहानी में…
एक दिन मैं घर पर थी, नाश्ता करके सो गई, उठी तो भाभी के कमरे में से आती आवाजों से मैं वहाँ गई तो देखा कि भाभी मेरे छोटे भाई के साथ लिपट कर चूमाचाटी कर रही थी, उसके बाद मैंने उनकी चुदाई भी देखी.. इस कहानी में पढ़ें !
मैं अभी तक अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाया था. तभी स्नेहल के जन्मदिन पर मैंने कुछ अलग करने की सोची और अपने प्यार का इजहार तो करना ही था... इस भाग में पढ़ें!
दिन में नहाने के बाद मैंने अपना छोटा नेकर और सैक्सी टॉप पहना, अंजलि मुझे देखकर हैरान थी।
मैंने कहा- ललित को भी ऐसी ही लड़कियाँ चाहियें इसलिये तुझे भी ऐसे ही कपड़े पहनने होंगे।
उनकी चूचियाँ बहुत बड़ी हैं, चूतड़ भी तरबूज जैसे हैं। इतनी कातिल जवानी है कि कोई भी उसको देख मुठ मारने लग जाए। मैंने भी उनके सपने देख कर बहुत बार मुठ मारी।
उस वक्त भाभी अपनी साड़ी बदल रही थी। मैं उसे देखते ही रह गया.. उसे पता चल गया था कि मैं आ गया हूँ.. लेकिन तब भी उसने मुझे अनदेखा किया। मैंने उसे पीछे से देखा तो वो बहुत सेक्सी दिखाई दे रही थी और वो बहुत सुन्दर भी थी।
सोनाली बर्तन उठा के रसोई में ले गई.. मैं भी उसके पीछे-पीछे चला गया और रसोई में उसके मम्मों को दबाते हुए बोला- आज रात तुझे कौन बचाएगा.. तो वो बोली- बचना भी कौन चाहता है.. बस कन्डोम लेते आना।
वो मेरी क्लास में थी, सादी, भोली, शर्मीली, कम बोलने वाली! वो मुझे भा गई थी, मैं मन ही मन उसे चाहने लगा था लेकिन संकोच वश उससे बात भी नहीं करता था! एक दिन...
दोनों भाई मुनिया की कुुंवारी मासूम चूत को चोदने को लालयित थे, सुबह ही रॉनी ने मुनिया को अपने कमरे में नंगी करके अपना विशाल लंड दिखाया और 69 में करने को कहा
मुझे उस पर गुस्सा आया कि वो मेरे भाई से मेरी चुदाई की बात कर रहा है। फिर मैंने सोचा कि गनीमत है कि इसने मेरा नाम नहीं लिया.. और मैं उसे देखते हुए फिर से चुदाई के बारे में ही सोचने लगी।
12वीं के बाद खाली समय में मैं एक जॉब करने लगा तो मेरी एक सीनियर पर मेरा दिल आ गया, उसे मैंने कैसे पटाया और फिर उसके साथ सेक्स किया उसकी चूत चाट कर चुदाई की... इस कहानी में पढ़िए !
साली और भतीजी को चोद कर उनकी जांघें जुड़वा कर उसमें बीयर भर के पी और पिलाई, फिर बाथरूम में उन दोनों का स्वर्ण रस पीया तो भतीजी रीना वहीं पर चूत चुदवाने लगी !
भाभी मेरे वीर्य से गर्भ धारण करना चाहती थी, कम्मो भी इस काम में हमारी मदद कर रही थी। पहले मैंने कम्मो को चोदा, फ़िर रात को भाभी को अपना वीर्यदान करने को चोदा।
गॉड ने एक ऐसा तगड़ा लौड़ा भेजा.. कि बस मज़ा आ गया.. बस तो मैं चुद कर ही वापस आ गई थी। तो तू बेसुध होकर घोड़े बेच कर सो रही थी, तेरी नाईटी भी खुली हुई थी।