उसने आँख मार कर चुदवा लिया
सलमान खान
सभी को मेरा नमस्कार, मेरा नाम सलमान ख़ान है। वैसे तो मैं रहने वाला लखनऊ का हूँ लेकिन आजकल दिल्ली में रहता हूँ।
मेरी उम्र 23 साल है, कद 6 फीट है।
अपनी कहानी पर आता हूँ, यह कहानी अभी पिछले दिनों की ही है, मेरे घर के सामने एक लड़की रहती है। उसका नाम नजमा (बदला हुआ नाम) है, वो बहुत ही सेक्सी है। जो भी उसको देखता है तो देखता रह जाता है। मैं अक्सर उसको देखा करता था, वो भी मुझे देख कर स्माइल दिया करती थी। उसके बाद मैं उससे बात करने का बहाना ढूँढने लगा।
एक दिन मैंने उससे बातों-बातों में कहा- तुम बहुत सेक्सी हो!
मेरी बात सुन कर वो मुस्कुराई और उसने कहा- तुम भी कम सेक्सी नहीं हो!
फिर वो मुझे आँख मार कर चली गई।
मेरा जो कमरा था, वो घर का बाहरी कमरा था। मेरी आदत थी रात में देर तक पढ़ने की।
एक रात में मैं पढ़ रहा था, अचानक किसी ने मेरा दरवाज़ा खटखटाया.. मैंने देखा तो वो नजमा थी।
मैंने पूछा- क्या हुआ?
तो उसने कहा- पहले दरवाज़ा तो खोलो..!
मैं तो जान गया था कि आज रात भर क्या होने वाला है।
मैंने कहा- रुको.. मैं चाभी लेकर आता हूँ।
अब मैं चाभी लेकर आया, सबसे पहले मैंने ट्यूब-लाइट को घुमा दिया, जिससे अगर कोई अन्दर आ भी जाए, तो सबसे पहले वो लाइट जलाएगा। इसीलिए मैंने ट्यूब-लाइट को घुमा दिया था, जिससे वो तुरंत जल ना पाए। उसके बाद मैंने ताला खोला और उसको अन्दर बुला लिया, अन्दर आते ही वो मेरे सीने से लग गई और मुझे बेतहाशा चूमने लगी।
मैं उसको अपने बिस्तर पर ले गया, अब हम दोनों रज़ाई के अन्दर थे।
मैंने उसके होंठ पे अपने होंठ रख दिए और उसको बेतहाशा चूसने लगा, बहुत देर तक हम एक-दूसरे के होंठ को चूसते रहे।
फिर मैंने उसके दूध को दबाना शुरू किया, वो बहुत तेज़-तेज़ सिसकारियाँ लेने लगी थी और मेरे लिंग को दबा रही थी।
फिर मैंने उसकी ब्रा को, फिर धीरे-धीरे उसका लोअर भी उतार दिया और मैं उसकी चूत को सहला रहा था।
अब मैं उसके दूध को चूसने लगा, वो मदहोश होने लगी और मेरे लिंग को मसलने लगी, मैं उसकी पूरी देह को चूमने लगा।
उसके मुख से अजीब सी सिसकारी निकली और उसने कहा- मुझे और मत तड़पाओ..!
फिर उसने मेरे कपड़े उतारने शुरु कर दिए।
मैंने भी देर न करते हुए अपने सारे कपड़े उतरवा दिए और अपना लंड उसके हाथ में थमा दिया।
एक बार तो उसको देखते ही डर गई फिर वो बच्चों की तरह उससे खेलने लग गई। वो उसे लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी। वो बहुत मस्त होकर उसको अपने मुँह में लेकर चूस रही थी। मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। अब हम 69 की स्थिति में आ गए थे।
थोड़ी देर तक वो ऐसे ही चूसती रही, फिर उसने अचानक कहा- बस बहुत हो गया, अब और सहन नहीं होता!
मैंने उसे सीधा करके लेटा दिया और उसकी चूत पर अपने होठों को रख दिया। उसने मेरे सिर को पकड़ कर ज़ोर-ज़ोर से अपनी चूत पर दबाना चालू कर दिया।
मैं अपनी ज़ुबान को उसकी चूत के अन्दर डाल कर घुमाने लगा, वो उत्तेजना से तड़पने लगी, उसकी चूत गीली होने लगी।
फिर मैंने उसके पैरों को फैलाया और उसके दोनों घुटनों को पकड़ कर नीचे मोड़ दिया। मैं यहाँ एक बात कहना चाहूँगा की लड़कियों को इस आसन में चोदने का मज़ा ही कुछ और होता है। फिर मैंने अपने लंड को उसकी गीली चूत पर रखा और हल्का सा अन्दर डालने की कोशिश की, जैसे ही थोड़ा सा अन्दर गया, उसके मुँह से चीख निकल गई।
फिर मैंने उसके होंठों को चूमना शुरु कर दिया।
जैसे ही मुझे लगा कि उसका दर्द कुछ कम हुआ, मैंने एक झटका और लगा दिया और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे। तब मुझे अहसास हुआ कि वो सच में आज तक कुंवारी है।
मैं उसे धीरे से सहला रहा था। फिर मैंने थोड़ी देर में एक और जोर का झटका लगा दिया और लंड अन्दर तक चला गया।
जैसे ही लण्ड पूरा अन्दर गया, वो रोने लगी और उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे।
फिर मैं थोड़ी देर तक रुका रहा ताकि उसका दर्द कम हो जाए और ऐसा ही हुआ।
थोड़ी देर बाद उसे मज़ा आने लगा और वो भी चूतड़ उठा-उठा कर मेरा साथ दे रही थी। कह रही थी- और जोर से चोदो… और जोर से.. फिर न जाने कब मौका मिले.. इसलिए मैं आज जी भर के चुदना चाहती हूँ!
मैं भी उसे जोर-जोर से चोद रहा था, पूरे कमरे में ‘पच्च-पच्च’ की आवाज़ आ रही थी।
दस मिनट बाद वो झड़ने वाली थी, उसने कहा- मैं तो गई!
और एकदम से वो ढीली पड़ गई।
मैं जोर-जोर से धक्के लगा रहा था और पंद्रह मिनट बाद मैं भी झड़ने वाला था।
मैंने कहा- क्या करूँ.. कहाँ छोड़ूँ?
तो उसने तुरंत अपने मुँह में मेरे लंड को ले लिया और सारा माल पी गई। फिर हम दस मिनट तक नंगे ही लेटे रहे। फिर से मैं उसके दूध को दबाने लगा। वो भी गर्म होने लगी। फिर मैं उसके दूध को चूसने लगा, वो बहुत फूल गए थे।
उसने मेरे लंड को फिर से टाइट कर दिया था। अब मैंने उसको अपने ऊपर बैठा लिया और उसकी चूत में अपने लंड को पूरा अन्दर तक घुसा दिया।
वो तड़प गई, फिर वो मेरे ऊपर बैठ कर ज़ोर-जोर से आगे-पीछे होने लगी और तेज़-तेज़ सिसकारी लेने लगी।
फिर थोड़ी देर बाद वो झड़ने लगी, मैंने उसको फिर अपने नीचे लिटाया और उसकी चूत को फैला कर अपना 7 इंच का लंड अन्दर डाल दिया।
वो अपनी गांड हिला-हिला कर साथ देने लगी। फिर बाद में मैं झड़ने लगा, मैंने अपना सारा माल उसके मुँह में ही निकाल दिया। उसके बाद रात भर मैंने उसे घोड़ी बना कर और भी बहुत तरह से उसकी चुदाई की।
अब तो यह काम हफ्ते में 5 बार तो हो ही जाता है।
यह थी मेरी कहानी, कैसी लगी मेरी कहानी बताना ज़रूर, मुझे मेल ज़रूर करना।
[email protected]
What did you think of this story??
Comments