दोस्त की बीवी की चुदाई-2

प्रेषक : मुख़तार

हम दोनों फ़िर 69 की अवस्था में आ गए और मैं उसकी चूत चूसने लगा, वो मेरे लण्ड को फ़िर से चूसने लगी तो कुछ देर के बाद मेरा लण्ड फ़िर से खड़ा हो गया।

मैंने फ़िर उसके दोनो पैरों को फ़ैलाया ओर उसके चूत पर अपना लण्ड रखा तो मेरे लण्ड के सुपारे से उसके चूत ढक गई, मैं उसकी चूत पर अपना लण्ड ऐसे ही रगड़ता रहा तो वो बेचैन होकर बोली- मुख़्तार, प्लीज जल्दी डाल दो मेरी चूत में अपना लण्ड !

फ़िर मैंने उसकी गाण्ड के नीचे एक तकिया लगाया और थोड़ा सा जोर लगाया तो पाया कि चूत तो एकदम कसी थी, ताकत लगा कर लण्ड अन्दर डाला, थोड़ा सा अन्दर जाने के बाद मैंने उसे पकड़ा और एक जोरदार धक्का मारा तो उसकी चूत में मेरा लण्ड सिर्फ 3 इन्च घुस पाया और उसके मुँह से जोर की चीख निकल पड़ी- आ आआ आऐ ईईईईईई मार डाला प्लीज निकालो ! मैं मर जाऊँगी !

पर मैं नहीं रुका और मैंने जोर से 3-4 धक्के मारे और अपना लण्ड 5 इंच तक अन्दर कर दिया।

वो और जोर से चीख पड़ी- आआ आआई ईई माआआआ आन माआअर मुख़्तार ! मेरी चूत फट गई है !

मैं बोला- कोई बात नहीं डार्लिंग !

फ़िर वो बोली- प्लीज निकालो।

उसकी चूत से खून बह रहा था। मैं उसके स्तनों को सहलाने लगा और उसके होंठों को चूमने लगा। थोड़ी देर तक इसी तरह से लेटा रहा और फ़िर धीरे-2 अन्दर-बाहर करना शुरु कर दिया।

कुछ देर बाद वो सामान्य हो गई और मेरा साथ देने लगी, वो अपनी गाण्ड नीचे-ऊपर उचका-2 कर चुदाने लगी और मुस्कुराते हुए बोली- मुझे तो तुमने मार ही डाला था ! तुम्हारा लण्ड तो बहुत ही मोटा और लम्बा है।

फ़िर मैं बोला- अभी पूरा अन्दर नहीं गया है !

और उसे पकड़ कर एक जोरदार धक्का मारा तो वो फ़िर से चीख पड़ी- ऊऊई ई ईई माआआर्रर्र गई ! फाड़ दे मेरी चूत को ! मैं माआअररर्र गई ! मुख़्तार धीरे करो ना !

मैंने कहा- अब पूरा चला गया !

फ़िर मैं अन्दर-बाहर करने लगा तो थोड़ी देर के बाद उसे भी मजा अने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी। थोड़ी देर चोदने के बाद उसका पानी निकल गया। मैंने चोदने को गति बढ़ा दी और फ़िर 20-25 मिनट के बाद मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत में डाल दिया।

हम दोनो एक दूसरे को चूमते रहे।

मैं उठा और बाथरूम में जाने लगा तो वो बोली- मुख़्तार, मुझे भी चलो क्यूंकि मैं चल नहीं प़ा रही हूँ।

मैं उसे अपने गोद में उठाकर बाथरूम में ले गया।

उसकी चूत से खून बह रहा था और मेरे लण्ड पर भी खून लगा था। उसने मेरे लंड को साफ़ किया और मैंने उसकी चूत को साफ किया।

हम दोनो फ़िर से बिस्तर पर जाकर लेट गए और थोड़ी देर के बाद वो मुझे चूमने-चाटने लगी और मुझसे कहने लगी- मुख़्तार, मुझे तुम्हारा लण्ड बहुत पसंद आया है और तुम बहुत अच्छे से चोदते हो। यह कह कर वो मेरे लण्ड को प्यार करने लगी और मुँह में लेकर चूसने लगी और फ़िर से हम 69 को अवस्था में हो गये। थोड़ी देर तक मैं उसकी चूत चूसता रहा तो उसने पानी छोड़ दिया।

फ़िर मैंने उसे घोड़ी बना कर चोदना शुरू कर दिया। मैंने एक जोरदार धक्का मारा तो वो जोर से चीखने लगी- निकालो आह आआ आआई इ मार डालोगे क्या? धीरे-2 करो ना !

फ़िर मैं उसके चूचों को सहलाने लगा और फ़िर एक और जोरदार धक्का मारा और पूरा लण्ड अन्दर डाल दिया।

मैं उसे चोदने लगा और फ़िर धीरे-2 वो सामान्य हो गई और मेरा साथ देने लगी।

दस मिनट चोदने के बाद उसका पानी निकल गया लेकिन मैं उसे इसी तरह चोदता रहा।

फ़िर मैंने आसन बदल कर उसे अपने ऊपर ले लिया। वो दोनो पैरों को फ़ैला कर मेरे लण्ड पर बैठ गई और तेजी से धक्के लगाने लगी। वह मेरा पूरा लण्ड अंदर तक ले रही थी।

मैं उसके वक्ष को सहलाने लगा और बोला- कैसा लग रहा है?

तो वो बोली- मुझे जन्नत की सैर करा रहे हैं आप ! ऐसा मज़ा तो मुझे मेरे पति ने कभी नहीं दिया।

सिसकारियाँ भरते हुए बोली- मुख़्तार, मुझे चोद डालो, फाड़ दो मेरी चूत को ! और जोर से चोदो मुझे !

मैं उसे तेजी से चोद रहा था और फ़िर वो झड़ गई। मैं उसे 10-12 मिनट चोदता रहा और फ़िर मेरा पानी निकल गया और मेरे पानी से उसकी पूरी चूत भर गई। हम दोनों थोड़ी देर ऐसे ही नंगे लेटे रहे। रात भर में मैंने उसे 3-4 बार चोदा।

फ़िर सुबह वो उठी तो मुझसे बोली- मुख़्तार, मैं ठीक से चल नहीं पा रही हूँ, मुझे नहाना है।

फ़िर हम दोनों साथ में नहाए। मैंने उसके पूरे बदन पर साबुन लगाया और उसने मेरे बदन पर साबुन लगाया। हम दोनों एक दूसरे को चूमने-चाटने लगे और वो मेरे लण्ड को सहलाने लगी।

मैंने भी जब उसकी चूत को सहलाया तो वह गर्म हो गई और नीचे झुक कर मेरा लण्ड चूसने लगी।

थोड़ी देर चुसवाने के बाद मैंने उसे वहीं बाथरूम में चोदना शुरु कर दिया। 20-25 मिनट चोदने के बाद हम दोनों नहाये और फिर वो नाश्ता बनाने चली गई।

उसने सिर्फ सलवार और ब्रा पहन रखी थी जिसमें वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी।

नाश्ते के बाद मैं एक ब्लू फ़िल्म की सीडी लाया और हम दोनों साथ में देखने लगे। मूवी देख कर हम फिर से उत्तेजित हो गए और हमने फिर से एक दूसरे को नंगा किया, फ़रज़ाना मेरे लण्ड को चूसने लगी।

फ़िर मैंने उसे घोड़ी बनाया और उसकी गाण्ड में अपना लण्ड डालने लगा तो उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। वो मुझे मना कर रही थी, चीखने-चिल्लाने लगी, बोली- मुझे नहीं मरवानी गाण्ड।

मैंने उसके चूचों को पकड़ा और जोर जोर से धक्के मारता चला गया और पूरा का पूरा लण्ड डाल दिया।

उसके मुँह से जोर से चीख निकल गई- आ आआ आईआअर मार डाला !

10-12 मिनट के बाद वो मेरा साथ देने लगी। उस दिन मैं दो बजे तक उसकी गाण्ड तीन बार मार चुका था।

फ़िर हम दोनो सो गये ओर शाम को खाना खाने बाहर गए। रात को 8 बजे से हम दोनों नंगे ही लेट गए और बातें करने लगे। वो बोली- तुमने मुझे वो मजा दिया है जिसके सपने मैंने शुरु से देखे थे। आई लव यू मुख़्तार ।

इस तरह मैं उसे 12 दिन तक चोदता रहा। उसके बाद शाहिद आ गया।

उसके बाद जब भी हमें मौका मिलता है, खूब चुदाई करते हैं।

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