पति और खान के साथ दुबई में रंगरलियाँ-2

(Pati Aur Khan Ke Sath Dubai Me Rangreliyan- Part 2)

This story is part of a series:

कुछ समय के बाद, हमने उससे मिलने का फैसला किया और जल्द ही हमारी शादी की सालगिरह पर छुट्टी के लिए योजना बनाई।

25 दिसंबर 2013 की ठण्ड में हमने दुबई के लिए उड़ान भरी।

प्रेम को छोड़कर मैंने अन्य आदमी के साथ कभी सेक्स नहीं किया था इसलिये मैं थोड़ा नर्वस थी लेकिन प्रेम ने मुझे तसल्ली दी और कहा कि सभी कुछ ठीक और मज़ेदार होगा।

जल्द ही हम वहाँ दुबई में थे। खान ने हमें रिसीव किया और होटल में ले गया।

वाह…!! बुर्ज के परिसर में प्रवेश कर हम मंत्रमुग्ध हो गए…!

बहुत ही सुन्दर और आलीशान लगा।

हमारा कमरा बुर्ज के 39 वीं मंजिल पर अरमानी होटल में था।

मैं वहाँ से खूबसूरत शहर को देख सकती थी। एक बड़ा शाही बिस्तर बिछा था, सब कुछ सही, बहुत सुंदर था।

वह हमें आराम करने को कह खुद कुछ अधिकारी से मिलने के लिए चला गया।

शाम को 7.30 पर वह कमरे में आया और हमें रेस्तरां ले गया, हम शहर भी घूमे फिर बुर्ज, अरमानी में लौट आए।

10.45 बजे, हम लोगों ने फिर से कमरे में प्रवेश किया। खान ने हमें अत्यानन्द के लिए कुछ गोलियों की पेशकश की।

हम सभी ने एक-एक गोली ली।

कुछ देर बाद खान ने एक लाल चमकदार रंग का बॉक्स हमारी शादी की सालगिरह पर गिफ्ट दिया। मैंने उसे खोलने की कोशिश की लेकिन उसने रोक दिया।

मैं अब नशा महसूस करने लगी थी, मैंने मुस्कुरा कर कहा- अब थोड़ी मस्ती करते हैं।

खान ने काइली मिनोग का कामुक संगीत लगा दिया, मैं नहाने के लिए चली, प्रेम खान के उपहार में दिये लाल बॉक्स के साथ मेरे पीछे बाथरूम में घुस आया।

मैंने पूछा- बॉक्स के अंदर है क्या?

प्रेम ने कहा- खान इन गहनों में तुम्हें नंगी देखना चाहता है।

‘ओह्ह!’ मैं मुस्कुराई और प्रेम से बोली- मेरी मदद करो!

मैं अधीर हो रहा थी। मैंने जल्दबाजी में बॉक्स के कवर को हटाया।

मैं अवाक् थी।

डी-बीयर्स के खूबसूरत, बहुत महंगे सोने और हीरे के गहने थे।

खान मुझे बहुत प्रभावित करना चाहता था।

प्रेम भी खान के इस तरह के महंगे तोहफे देख कर हैरान था।

मैं उन रत्नों को पाने के बाद चाँद पर थी। मैं अब उसके लिए कुछ भी करना चाहती थी। मैं उसे मेरा शरीर, मेरी योनि उसे उपहार देना चाहती थी।

मैंने मदहोश करने वाली सांवली लेकिन उरोज-फलों से लदी गदराई काया के लिए भगवान को धन्यवाद दिया।

मैं कमोड पर बैठ मुस्कुराई और प्रेम को आदेश दिया- मेरी झांट साफ कर दो और खान के लिए मुझे अच्छी तरह से तैयार करो।

सपाट पेट, 36 डी के स्तन-उभार और बड़े गोल चूतड़ लिए कोमोड पर बैठी मैं काफी कामुक दिख रही थी।

मैंने कहा- आह प्रेम! आज मैं बहुत कामुक महसूस कर रही हूँ। आज खान का बड़ा लण्ड मेरी चूत में प्रवेश करेगा, वास्तव में मैं काफी रोमांचित हूँ। आज मुझे वो तुम्हारे सामने मुझे चोदेगा। तुम्हें बुरा लगेगा क्या?

प्रेम ने मेरी चूत पर शेविंग क्रीम लगाते हुए कहा- सोना! मुझे तुम पर गर्व है। ऐसा लगता है कि यह सेक्सी बदन, ऐसी मस्त चूत, ये बड़े सेक्सी चूतड़ और ये भारी चूचियाँ कई मर्दों से चुदवाने, चुसवाने के लिए ही बनाई गई हैं। मुझे तुम्हें बड़े बेड पर रण्डी की तरह चुदते देखना है! बना लो उसे अपनी हवस का ग़ुलाम!

मैंने अपने हाथों में उसका चेहरा लिया और उसे चूमा।

मैंने कहा- खान सेक्स के लिए भूखा है मेरी तरह! मैं उसकी पशुतुल्य कामवासना के लिए ही पसंद करती हूँ। देखती हूँ वो साण्ड मुझे और मेरी चूत को खुश करता है या नहीं!

प्रेम ने शेविंग समाप्त कर कहा- छू कर देखो अपनी चूत रानी को! कैसी लग रही है?

उसने काफी अच्छी तरह साफ़ किया, चूत चिकनी और रेशमी लग रही थी।

प्रेम ने मेरी योनि को छुआ और महसूस किया और कहा- यह सबसे कीमती गहना है दुनिया का!

प्रेम ने फिर मेरे गांड के दरार की जाँच की, वहाँ कोई बाल नहीं था।

उसके बाद उसने मेरे बगलों की जाँच की जो बिल्कुल चिकनी थीं।

फिर उसने मेरा मलाशय यानि मेरी गाण्ड के अन्दर उंगली घुसा कर सहलाया।

वह संतुष्ट था और उसने कहा- सब चिकना है रानी।

‘थैंक यू प्रेम डार्लिंग!’ मैंने मुस्कुरा कर कहा।

प्रेम मेरी गांड के करीब आया, वहाँ से भीनी गंध आ रही थी।

प्रेम विनती करके बोला- सोना! इनाम की जरूरत है, मैं अभी यह गांड पूजना चाहता हूँ।

मैं मुस्कुराई और उसके चेहरे पर अपनी मोटी गांड को रगड़ दिया।

उसने कहा- इस तरह नहीं।

वह काले ग्रेनाइट वाले बाथरूम के फर्श पर लेट गया- अब इस तरह से।

मैंने धीरे से उसके चेहरे पर मेरे बड़े गोल चूतड़ों को उतारा उसकी नाक पर… फिर उसकी जीभ पर मेरी बड़ी चूत रख दी।

उसके चेहरे पर गोल और भारी कूल्हे रगड़े… पहले धीरे धीरे… फिर ज़ोर से।

शीघ्र ही प्रेम स्खलित हो गया।

फिर मैंने शाही टब के गुनगुने पानी में प्रवेश किया।

प्रेम टब के किनारे पर बैठ, एक एक करके मेरे पैरों को चाट रहा था और पायल से खेल रहा था।

फूलों सी महकती मैं टब से निकली, मुझे सफ़ेद तौलिये से पौंछ कर प्रेम ने गहनों का बॉक्स खोला।

खान की गिफ़्ट की हुई सोने की कान की बाली, हीरे की नाक की नथनी, मोतियों का गले का हार, रस्सी के आकार की हीरे जड़ित सोनी की कमर चेन, पैरों में पायल पहनने में प्रेम ने मेरी मदद की।

फिर उसने एक छोटी सी हीरे जड़ी नथनी मेरी चूत के दाहिने मोटे होंठ पर टांग दी।

मेरी चूत और भी सेक्सी दिखने लगी।

फिर उसने मेरी योनि के ऊपर एक स्टैंसिल वाली अस्थाई टैटू स्टीकर चिपकाया।

मैंने गहरे लाल रंग की लिपस्टिक और भीनी खुश्बू वाला इत्र लगाया, फिर आईने में देखा।

मैं एक शाही नग्न रानी की तरह लग रही थी, एक कामुक गदराई रति की देवी, एक मस्त चुदासी, प्यासी पोर्न-स्टार सी।

मैंने देखा, खान बाथरूम के दरवाजे पर खड़ा था पूरी तरह से नग्न!

कहानी जारी रहेगी।
[email protected]

What did you think of this story??

Comments

Scroll To Top