लंगोटिया यार का स्वागत बीवी की चूत से-2
(Langotiya Yar Ka Swagat Biwi ki Chut se- Part 2)
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तीसरे दिन सुनील को आना था दोपहर को … तो यह तय हुआ कि मनोज अपने ऑफिस से सुनील को लेता हुआ घर आ जाएगा और लंच कर के वो सुनील को लेकर ऑफिस चला जाएगा. वहां से वो लोग घूम फिर कर रात को घर आयेंगे.
मनोज के जाने के बाद दीपा ने घर को अच्छे से व्यवस्थित कर लिया. कुछ स्नैक्स वगैरह की कच्ची तैयारी कर ली, बियर फ्रिज में लगा दी और अपने को परफेक्ट कर लिया.
उसने जींस और टाईट टॉप पहना था, जिसमें उसके मम्मे उभरकर आ रहे थे. दीपा इन ड्रेस्सेस में एक अल्हड़ कॉलेज स्टूडेंट नजर आती थी. रेड नेल पेंट, रेड लिपस्टिक और रेड हेयर बैंड में उसकी जवानी निकली पड़ रही थी.
दीपा ने आज सिगरेट पीने की कसर निकाल ली क्योंकि पता नहीं सुनील के सामने मौका मिलेगा या नहीं. आज उसने अपनी चूत स्पेशल वेक्सिंग कर ली, पता नहीं मनोज क्या बवाल बना दे और उसे सुनील के साथ …
खैर 12 बजे करीब मनोज का फोन आ गया कि उसने सुनील को रिसीव कर लिया है. पर सुनील को किसी से मिलना है, तो वह उसके साथ ही रहेगा और दो ढाई के बीच में घर पहुंचेंगे.
3 बजे करीब दोनों आये.
सुनील बहुत ही स्मार्ट और हंसमुख लगा दीपा को. उसने दीपा को आलिंगन किया और उसके गाल पर किस किया. हालाँकि दीपा को उसका ये लगाव दोस्ताना ही लगा. मनोज ने हँसते हुए दीपा के दूसरे गाल पर किस कर लिया.
सुनील ने दीपा के लिए लाया उसका गिफ्ट दिया. एक बहुत सुंदर ड्रेस और मैचिंग का नेकलेस लाया था वो.
दीपा ने उसको थैंक्स बोला तो सुनील बोला- सिर्फ सूखा थैंक्स?
हँसते हुए दीपा ने उसे एक किस भी कर दिया और बोली- थैंक्स.
दीपा ने सुनील से पूछा- भाईसाहब, जूस या बियर क्या लेंगे, वैसे खाना तैयार है.
सुनील ने बनावटी गुस्सा दिखाते हुए कहा- दीपा, अगर भाईसाहब बनाना है तो मैं चला. मुझे सुनील बोलो या मनोज को भी भाईसाहब ही बोलती हो?
दीपा ने हँसते हुए कहा- चल सुनील … ज्यादा सयाना मत बन, बोल क्या लेगा बियर या जूस, वैसे अपुन का खाना भी रेडी!
कह कर उसने सुनील की ओर देखा, जैसे पूछ रही हो कि क्या ये ठीक है.
सुनील ने जोर से हँसते हुए कहा- ओय्ये मनोज तेरी तो बड़ी पटाखा निकली. हाँ जी, ये चलेगा और इसके साथ जूस भी चलेगा. पर भूख जोर की लगी है तो लंच भी फटाफट.
हंसी मजाक में लंच करते 4 बज गए. मनोज बोला- मेरी एक क्लाइंट के साथ मीटिंग है, पांच बजे. मैं उस से फ्री होकर आता हूँ.
उसने सुनील से पूछा- तू मेरे साथ चलेगा या घर पर ही रहेगा?
सुनील बोला- नहीं तू जा … और अच्छा है जितनी देर में आये.
सब हंस पड़े.
मनोज के जाने के बाद दीपा ने सुनील से आराम से कपड़े ढीले करके लेटने को कहा और उसे उसका रूम दिखा दिया ताकि वो रसोई समेट ले.
सुनील ने जल्दी से कपड़े बदले और शॉर्ट्स और टी शर्ट पहन कर आ गया.
तब तक दीपा भी अपना काम निपटा चुकी थी. और दोनों सोफे पर बैठ गए.
सुनील ने दीपा से पूछ कर सिगरेट सुलगानी चाही. उसने दीपा से माचिस मांगी तो दीपा ने वहीं पास से लाइटर दे दिया.
सुनील ने पूछा भी कि मनोज तो हॉस्टल में भी कभी कभी ही पीता था.
दीपा चुप रही, उसकी सिगरेट की हुड़क उठ गयी थी, पर उसने ये सोच के अपने को काबू किया कि पता नहीं मनोज सुनील को बताना चाहेगा या नहीं.
सुनील और दीपा की खूब छन रही थी. सुनील भी बातूनी था, अपनी और मनोज की सारी पोल पट्टी उसने दीपा से खोल ली.
दीपा के लिए कुछ भी नया नहीं था. हालाँकि सुनील ने ये बात नहीं कही कि वो और मनोज एक दूसरे के लंड से क्या बदमाशी करते थे.
सुनील को दीपा ने ये बता दिया कि मनोज कि चाहत होती थी कि वो कम से कम कपड़ों में दरवाजा खोले तो सुनील ने हंसते हुए उसको बताया कि वो किराने वाले लड़के का किस्सा मनोज ने उसे बताया था.
दोनों ने मनोज को हैरान करने के लिए एक प्लान बनाया.
6 बजते बजते मनोज आ गया. उसने जैसे ही बेल बजाई, दरवाजा खोला सुनील ने, वो टॉवल लपेटकर खड़ा था.
मनोज को देखते ही उसने आगे से टॉवल खोल दिया और बोला- आओ जानू चलो प्यार करें.
हँसते हुए मनोज ने कहा- बदमाश … अभी मारता हूँ तेरी गांड.
कह कर उसने सुनील का टॉवल खींचना चाह पर तब तक दीपा भी हँसती हुई आ गयी तो उसने सुनील को मनोज से छुड़वा दिया, बोली- रात को कर लेना.
सब लोग हँसते हुए चाय की मेज पर आये. चाय पीकर मनोज बोला- फटाफट तैयार हो जाओ, बाहर चलेंगे और डिनर बाहर ही लेंगे.
सभी फटाफट तैयार हुए. सुनील और मनोज ने तो जींस और टीशर्ट पहनी पर दीपा ने एक फ्रॉक ड्रेस डाली.
सुनील ने तो उसे देखते ही जोर से आहें भरी, बोला- ओह माई डार्लिंग … तुम पहले बता देतीं कि तुम इतनी सेक्सी हो तो में शाम को ही तुम्हें पटा लेता और भगा ले जाता.
मनोज बोला- तो अब क्या बिगड़ा है, अब ले जा … दो दिन बाद छोड़ जाना. या फिर दुबई वाली को यहाँ भेज दे, इसको वहां ले जा.
सब हँसते हुए गाड़ी मे निकल गए.
सुनील ने सिगरेट सुलगाई और एक मनोज को दी तो मनोज ने अपनी सिगरेट पीते पीते एक बार पीछे दीपा को दे दी.
अब दीपा को क्या परेशानी थी, उसने सुट्टे मार दिए.
अब सुनील चौंका बोला- तुम पीती हो तो दोपहर को क्यों नहीं मेरा साथ दिया?
दीपा बोली- तब मेरा मन नहीं था और मैं सिर्फ मनोज के साथ ही पीती हूँ.
सुनील बोला- अबे मनोज तेरी बीवी तो बड़ी पति वाली है, मेरी तो मेरे बिना सारे काम कर लेती है. पता नहीं आज रात कहीं किसी को ओबलाइज न कर रही हो.
यह बात उसने मजाक में कही थी तो पीछे से दीपा ने एक धौल लगा दिया उसके!
घूम फिर कर डिनर करके रात को 11 बजे सब लोग लौटे.
दीपा तो कपड़े बदलकर बेडरूम में चली गयी पर सुनील और मनोज सिर्फ शॉर्ट्स में बाहर बालकनी में बैठ कर ड्रिंक लेने लगे. दीपा का भी मन तो अंदर लग नहीं रहा था तो वो भी बरमूडा और ढीली टॉप में उन दोनों के पास ही आ गयी.
बाहर दो ही कुर्सी थीं, दीपा वापिस मुड़ी एक और कुर्सी लाने तो वहाँ इतनी जगह ही नहीं थी कि तीन कुर्सी और टेबल पड़ सके.
सुनील मुस्कुरा के बोला- आइये आप हमारी कुर्सी शेयर कर लीजिये या हमारी गोद हाजिर है.
दीपा मुस्कुराती और इठलाती हुई मनोज की गोदी में जा बैठी.
मनोज ने सिगरेट जला रखी थी. दीपा ने सिगरेट ले ली और एक लम्बा कश खींच कर धुंए का गुबार सुनील के ऊपर छोड़ दिया और मुस्कुरा दी.
एक पेग मनोज ने दीपा के लिए भी बनाना चाहा तो दीपा ने मन कर दिया, बोली- तुम्हारे से ले लूंगी.
इस पर सुनील ने मुस्कुराते हुए अपना पेग उसकी ओर बढ़ाया तो दीपा ने एक सिप उसमें से ले लिया.
अब हंसी मजाक नॉनवेज तक पहुँचने लगी.
दीपा उठ कर जाने लगी, मनोज ने पूछा- क्या हुआ?
तो दीपा हंस कर उसके खड़े लंड की ओर इशारा कर के बोली- ये बैठने नहीं दे रहा.
वो बेड रूम में चली गयी.
आधा घंटे बाद मनोज भी रूम में आ गया.
दीपा ने उससे कहा- दरवाजा लॉक कर लो.
मनोज बोला- आज दरवाजा खोल कर सेक्स करेंगे. मैंने सुनील से कह दिया है कि मन करे तो वो भी आ जाए.
दीपा बोली- जाओ पहले दरवाजा लॉक करो, फिर इधर आना.
मनोज ने दरवाजा लॉक किया और कपड़े उतार कर आ गया बेड पर.
जैसे ही उसने चादर हटाई तो देखा दीपा बिल्कुल नंगी लेटी थी. यानि पूरे मूड में थी.
मनोज तुरंत नीचे होकर उसकी चूत चाटने लगा. दीपा ने मेहनत तो की ही थी अपनी चूत से आज, और इसका अहसास मनोज को हो रहा था. चूत आज ज्यादा चिकनी और खुशबूदार लग रही थी.
असल में दीपा कहे कुछ भी … पर उसने सुनील के लिए तैयारी पूरी कर ली थी. आज दीपा ने अपनी चूत को गुलाबजल से नहलाया था और अपने पूरे शरीर पर गुलाब का स्प्रे किया था.
मनोज ने भी अपनी पूरी जीभ घुसा दी थी.
और दीपा भी अब अपने कूल्हे उठवा कर चूत चुसाई का पूरा मजा ले रही थी.
अब मनोज 69 पोजीशन पर आ गया और दीपा ने उसका लंड पूरा मुंह में ले लिया था.
अरे ये क्या … मनोज ने भी लंड चिकना कर लिया था.
दीपा को ध्यान आया कि आज सुबह मनोज अकेले नहाया था और उसे वाशरूम में समय भी ज्यादा लगा था. तो महाशय सुनील से चुसवाने के लिए अपना लंड चिकना कर के आये थे.
दीपा ने उसका लंड मुंह से निकाल कर कहा- अपने याड़ी से चुसवाने को बड़ा चिकना किया है तो उसी के पास चले जाओ और चुसवा आओ.
मनोज बोला- तू कहे तो उसे यहीं बुला लूं, मैं भी चुसवा लूँगा तुम भी चटवा लेना.
यह सुन कर दीपा को भी जोश चढ़ गया, वो मनोज के ऊपर चढ़ गयी और अपने हाथ से उसका लंड अपनी चूत पर सेट किया, बोली- आज तो तुम मजे दो, कल चुदवायेंगे.
यह सुन कर मनोज को भी जोश चढ़ गया और उसने एक ही धक्के में अपना लंड उसकी चूत में घुसेड़ दिया और लगा उछलने.
वो बोल रहा था- जानू कल मना मत कर देना. तुमने देखा नहीं सुनील का लंड कितना खड़ा हो गया था तुम्हें नाईट ड्रेस में देखकर.
अब उसने दीपा को नीचे किया और उसकी टाँगें चौड़ा कर घमासान चुदाई शुरू की. दोनों ये भूल ही गए की बगल के कमरे में सुनील उनकी आवाज सुनकर अपना लंड की मुठ मारने की तैयारी कर रहा है.
इधर मनोज ने अपना सारा माल निकाल कर दीपा चूत भर दी तो उधर सुनील ने अपना सारा माल पेपर टिश्यू पर निकाल दिया.
कहानी जारी रहेगी.
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