पतिव्रता बीवी की चुदाई गैर मर्द से करवाने की तमन्ना-3
(Biwi Ki Chudai Gair Mard Se karwane Ki Tamanna- Part 3)
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दोस्तो, मैं जय आप सबके सामने मेरे ही जीवन में घटित बीवी की चुदाई की एक सच्ची दास्तान लेकर आया हूँ।
मेरी पिछली हिंदी सेक्स स्टोरी मेरे दोस्त राज ने मेरे ही कहने पर पोस्ट की थी, वो बिल्कुल सत्य घटना पर आधारित थी।
पतिव्रता बीवी की चुदाई गैर मर्द से करवाने की तमन्ना
मेरी बीवी की चुदाई की इस हिंदी सेक्स स्टोरी को काफी पाठकों ने पसंद किया था। कुछ लोगों के मेल तथा व्हाट्सएप भी आए, जिसमें कुछ लोगों ने मेरी बीवी संजना से शारीरिक संबंध बनाने का प्रस्ताव भी रखा।
मैं जो हिंदी सेक्स स्टोरी लिखने जा रहा हूँ.. यह बिल्कुल सत्य घटना है, इसमें लेशमात्र भी झूठ नहीं है। कहानी लिखने से पहले मैं अपने बारे में फिर से आप लोगों को परिचित करवा देता हूँ।
मेरी उम्र 30 वर्ष है, मेरी लंबाई 5 फुट 10 इंच है तथा वजन 78 किलोग्राम है। मैं देखने में एकदम गोरा तथा स्मार्ट हूँ। मेरी बीवी का नाम संजना है, जिसे मैं प्यार से संजू बोलता हूँ। उसकी उम्र 21 वर्ष है, औसत हाईट 5 फीट 6 इंच है। उसका रंग बिल्कुल मिल्की व्हाईट है। हमारी शादी दो वर्ष पहले हुई है। संजू शादी के वक्त काफी शर्मीली तथा दुबली-पतली थी, उसका वजन उस समय 36 किलो था तथा उसकी फिगर साईज 30-24-32 की थी। परंतु मेरी जबरदस्त चुदाई के वजह से उसकी साईज 34बी-28-36 का हो गया है तथा वजन 53 किलो हो गया है। अब वो देखने में पूरी मस्त लगती है। खासकर जब वो हंसती है तो कयामत ढहाती है। उसकी गांड पीछे की ओर काफी उठी हुई है, जब वो चलती है तो उसकी गांड जोर-जोर से हिलती है। उसकी चूचियाँ भी एकदम मिल्की व्हाईट हैं। मेरे मजबूत हाथों से चूचियों को मसलने की वजह से उसकी चूचियाँ काफी बड़ी-बड़ी हो गई हैं।
नेचर से मेरी संजू बिल्कुल मासूम और पतिव्रता टाईप की औरत है। वो मेरे अलावा किसी गैर मर्द की तरफ देखती भी नहीं है।
दोस्तों अब मैं अपनी बीवी की चुदाई की कहानी की असली दास्तान पर आपको ले चलता हूँ। मुझे पता नहीं है कि मैं नार्मल हूँ या नहीं.. पर मैं अपनी सेक्स लाईफ में हमेशा फेन्टेसी चाहता हूँ। मैं हमेशा नई-नई सेक्स फैन्टेसी करना चाहता हूँ। जिसमें मैं चाहता हूँ कि मेरी बीवी मेरा साथ दे। परंतु जैसे कि मैंने पहले भी बताया था कि संजना एक बहुत ही चरित्रवान किस्म की औरत है और बिल्कुल पतिव्रता है। इसी कारण मैंने अपनी बीवी को अपने दोस्त राज से संजना की आँख पर पट्टी बांध कर चुदवाया था, जिसकी कहानी आपने ‘पतिव्रता बीवी की गैर मर्द से चुदवाने की तमन्ना’ में पहले पढ़ी थी।
मेरे दोस्त राज से संजना को चुदवाने के बाद मुझे संजना को किसी और से चुदवाने का कीड़ा कुलबुलाने लगा था। परंतु इसमें चोदने वाले का विश्वास पात्र का होना बहुत जरूरी था, जो मुझे मिल नहीं रहा था।
एक दिन मैं और संजना एक ब्लू-फिल्म देख रहे थे, जिसमें एक 60 वर्ष का बुजुर्ग आदमी एक कमसिन लौंडिया को चोद रहा था। संजना ऐसी फिल्म पहली बार देख रही थी, वो एकदम गर्म हो रही थी।
यकायक वो बोली- क्या इतना बुजुर्ग आदमी भी किसी लौंडिया को चोद सकता है?
मैं बोला- क्यों नहीं.. बस उसको स्वस्थ होना चाहिए, बल्कि वो तो चुत चोदने में और ज्यादा अनुभवी होता है।
ब्लू-फिल्म देखते-देखते संजना कामुकता वश मेरे होंठों को चूसने लगी। मैं भी अब उसे चोदने को तैयार था।
मैंने उसे नंगा किया और उसकी चुत में अपनी जीभ फेरना चाही तो देखा उसकी चुत से काफी पानी निकला हुआ है। मैं उसकी चुत को चूसने लगा।
वो ‘आह.. ह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… ओह.. आह..’ करने लगी। मैं लगभग 5 मिनट उसकी चुत चूसने के बाद उसकी क्लिट पर अपनी जीभ फेरने लगा, इससे वो पूरा मदहोशी में आ गई और सीत्कारियाँ भरने लगी।
मैं फुल स्पीड में उसकी क्लिट पर अपनी जीभ लपलपाते हुए चला रहा था, वो मस्ती में ‘उई.. स..स.. स… आह.. आह ओह..’ करने लगी।
मैं पांच मिनट और इसी तरह उसकी क्लिट को चूसता रहा.. कामुकता से वो पूरी बेकाबू होती जा रही थी।
एकाएक मैंने उसे चूसना छोड़ दिया.. तो वो चौंकी और घिघयाते हुए बोली- प्लीज कीजिए ना..!
मैंने कहा- पहले कल्पना करो कि वो बूढ़ा जो उस फिल्म में उस लड़की को चोद रहा था, तुम्हारी चुत को चूस रहा है।
वो बोली- छीः कैसे पति हैं आप.. किसी दूसरे को इमेजिन करने को बोल रहे हैं। मैंने आपको पहले भी कहा है कि मैं सिर्फ आपको ही इमेजिन कर सकती हूँ।
मैंने कहा- प्लीज सिर्फ फैन्टेसी के लिए करो ना?
वो बोली- बिल्कुल नहीं..
तो मैंने कहा- ठीक है.. छोड़ दो, मैं भी नहीं चूसता।
वो गिड़गिड़ाई- ऐसा क्यों चाहते हैं आप.. मैं वैसी औरत नहीं हूँ। ये सब मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है।
मैंने बोला- ठीक है अच्छा ये सोचो कि वो बूढ़ा हमें ये सब करते हुए देख रहा है।
संजना ने मेरे ऑखों में देखा और बोली- क्या आप भी ना.. कैसे मर्द हो?
मैंने बोला- बोलो इमेजिन करोगी.. तो ठीक नहीं तो छोड़ो रहने दो।
वो सेक्स को लेकर आतुर थी, कुछ देर सोचने के बाद कामुकता के अधीन हो कर बोली- ठीक है, अब प्लीज मुझे चोदिए ना, मेरी चुत में आग लगी है।
मैंने अपना लगभग 6.3 इंच का गोरा लंड निकाला जो कि बुरी तरह फनफना रहा था। मैंने उसको पीठ के बल लिटाया और दोनों जाँघों को कंधों पर उठा कर लंड को उसकी चुत में घुसाने लगा। उसकी चुत पहले से पूरा चिकनाहट से भरी थी, मेरा लंड सटाक से चुत की जड़ तक घुसता ही चला गया।
वो फिर से आंख मूंद कर मजा लेने लगी। मैंने उसकी चुत में अपने लंड को अन्दर-बाहर करने लगा। उसकी चुत से पानी निकलने लगा और वह ‘हाँ.. अह.. अ… ऐसे ही.. ईस्स… आह.. हुऊं..’ करने लगी।
एकाएक मैंने बोला- इमेजिन करो ना कि वो बूढ़ा हमें छुपकर देख रहा है।
वो बोली- नहीं.. छोड़िये ना ये सब, आप ही कीजिए।
मैंने अपना लंड उसकी फड़कती चुत से निकालने लगा तो वो मिन्नतें करने लगी कि प्लीज नहीं निकालो।
मैंने कहा- तो इमेजिन करो।
वो बोली- ठीक है।
उस समय उसकी आँख मुंदी हुई थीं।
मैंने उसकी चुत में अपने लंड को अन्दर-बाहर करने लगा और बोला- तो बोलो डार्लिंग.. कोई हमें देख रहा है क्या?
वो आँख मूँदे हुए ही धीरे से बोली- हाँ, वो साला ठरकी बुढ़ऊ हमारी चुदाई देख रहा है।
मेरा तो जैसे रोम-रोम फैन्टेसी से भर गया और मैं उसको और जोर से चोदने लगा।
अब मैं बोला- बताओ डार्लिंग कैसे देख रहा है वो?
वो बोली- साला छुप कर देख रहा है और मुझे देख कर मुँह से लार टपका रहा है।
‘और क्या कर रहा है वो डार्लिंग..?’
वो बोली- अब वो मेरी चूचियों को देख कर अपना मोटा लंड निकाल कर हाथ से सहला रहा है।
मैं समझ गया कि अब वो भी फैन्टेसी में जा चुकी है, मैं बोला- और बोलो डार्लिंग.. उसका लंड कितना बड़ा है, क्या वो मुझसे भी बड़ा है।
वो बोली- हाँ.. अ.. आह.. उसका लंड बहुत मोटा है और वो मुझे चुदते हुए देखकर लंड को जोरों से हिला रहा है।
मैं तो जैसे यही चाहता था, मैं पूरे जोर से संजना को चोदने लगा।
मैंने पूछा- क्या उस बूढ़े का मन तुझे चोदने को भी कर रहा है?
वो बोली- हाँ, लग रहा है कि वो भी मुझे चोदना चाह रहा है।
मैंने झट से मौके की नजाकत देखते हुए पूछ लिया- तो क्या उस बेचारे को बुला लूँ।
वो बोली- क्यों?
इस बीच मैंने अपनी चुदाई की स्पीड को काफी बढ़ा दिया था, वो झड़ने के कगार पर थी।
मैंने उससे कहा- उसे भी अपनी चुत का रस चखा दो.. बेचारा तर जाएगा, वैसे भी उसका लंड बहुत मोटा है.. तुम्हें भी पूरा मजा आएगा।
संजना ने ये सुना तो थोड़ी देर चुप रही, मुझे लगा कहीं वो मजे से बाहर आकर मना ना कर दे, पर मुझे आश्चर्य हुआ, उसने मना नहीं किया और उसने काफी धीरे से आंख मुंदी हुई अवस्था में कहा- ठीक है उस बेचारे को बुला लीजिए ना.. काफी देर से लंड हिला रहा है।
मुझे आश्चर्य हुआ कि इससे पहले वो इतनी जल्दी यह सब स्वीकार नहीं करती थी। ऐसा लगने लगा था जैसे वो फैन्टेसी में पूरी तरह डूब गई थी।
मैंने चुत में धक्का मारते हुए कहा- लो रानी.. वो बूढ़ा अपना फनफनाता हुआ लंड लेकर आ रहा है।
यह कहते हुए मैंने अपना लंड निकाल दिया.
वो इस हालत में नहीं थी कि चुत को बिना लंड के बर्दाश्त कर सके, वो लगभत कांपते हुए बोली- प्लीज.. चो…अ…दिए ना?
मैंने कहा- डालिंग अब बेचारे इस बूढ़े को भी अपनी चुत का अमृत पिला दो, ये लो ये बूढ़ा तेरी चुत में अपना लंड डाल रहा है।
ये कह कर मैंने तुरंत अपना लंड संजना की चुत में डाल लिया।
वो जैंसे चिहुँक उठी और लंबी सी ‘इ…स… अअअअ.. सस्ससस.. आह.. ओ…माँ.. आह.. हहह..’ करके नीचे से जोर-जोर से अपनी गांड को उठा-उठा कर चुदवाने लगी।
मैंने सरसराते हुए पूछा- कैसा है डार्लिंग बूढ़े का लंड?
वो जैसे सही में उससे चुदवा रही हो, वैसे बोली- अह.. काफी मोटा है.. हु…अ.. आह लगता है जैसे आज ये हरामी मेरी चुत फाड़ देगा।
और यह कहते कहते संजना ने पूरे जोर से अपने शरीर को मरोड़ा और अकड़ कर झड़ने लगी। इस दौरान उसने मुझे कस के पकड़ लिया था।
मैं भी अब झड़ने वाला था तो मैंने भी 10-15 धक्के जोर के लगाकर लंड बाहर करते हुए उसकी चुत के ऊपर अपना माल निकाल दिया।
यहाँ मैं यह बता दूँ कि हम दोनों परिवार नियोजन कर रहे हैं और इस कारण मैं अपना वीर्य उसकी चुत के अन्दर नहीं डालता हूँ।
सेक्स के बाद मैंने संजू से पूछा- डार्लिंग कैसा लगा वो बूढ़ा?
वो बोली- धत्.. आप तो पागल हो। आपके भी अजीब-अजीब शौक हैं।
मैंने अचानक उससे पूछ लिया- डार्लिंग क्या तुम सच में कोई बूढ़े से चुदवाओगी?
वो तो जैसे एकाएक तिलमिला गई और मुझे झिड़कते हुए मुझे बुरा-भला कहने लगी।
मैं हंसने लगा तो बोली- वो तो आपके लिए थोड़ा इमेजिन कर लिया, इसका मतलब ये नहीं है कि आप मेरा स्त्रीत्व ही भंग कर दें।
उसने मुझसे बोलना बंद कर दिया।
मैंने सोचा बेटा तेरी शादी निहायत ही नेक औरत से हुई है।
लेकिन ये सब बातों से मेरे अन्दर एक नई फैन्टेसी ने जन्म ले लिया था कि क्यों ना संजना को किसी बूढ़े आदमी से चुदवा दूँ, पर वो तो मानेगी नहीं।
एकाएक मेरे दिमाग में आया क्यों ना मैं संजना को फिर से उसकी आंखों पर पट्टी बांध कर जिस तरह राज से चुदवाया था, फिर से चुदवाऊं।
यह सोच कर ही मेरा रोम-रोम रोमांचित हो गया, मैं सोचने लगा कि ऐसा आदमी मुझे कहाँ मिलेगा।
तभी अचानक मुझे मेरे ऑफिस के एक बुजुर्ग कर्मी गुप्ता जी का ख्याल आया, जो मेरे ऑफिस में सहायक अभियंता के पद पर हैं।
मित्रो, मुझे उम्मीद है कि आप सभी को मेरी हिंदी सेक्स स्टोरी पसंद आ रही होगी।
मुझे मेल जरूर लिखिएगा।
बीवी की चुदाई की हिंदी सेक्स स्टोरी जारी है।
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