कानून के रखवाले-2
कोर्ट के बाहर- केस के बाद, असलम और सोनिया आमने-सामने:
सोनिया- चलो अच्छा हुआ कि तुमको फांसी नहीं हुई, नहीं तो मैं तुमको तड़पते हुए टॉर्चर होते हुए नहीं देख पाती।
असलम- मैडम, आपने मेरा सारा काम ख़राब कर दिया, आप को सजा जरुर दूंगा इसकी ! मुझे तो सिर्फ 5 साल की सजा हुई है, उसके बाद मैं तुमको बताऊंगा।
सोनिया- तुमने तो उसी दिन हवालात में बता दिया था, पेशाब निकल गया था, याद है या नहीं?
असलम- यह बात मैं कभी भूल नहीं सकता, जब तुमने मुझे पकड़ा था तो मैं नशे में था और जो भी हुआ वो नशे में हुआ, तुम्हारे टॉर्चर से नहीं।
सोनिया (हाथ कमर पर रखे हुए)- लगता है तुम्हें होश में लाने के लिए तुम्हारा टॉर्चर सेशन दोबारा जरुर रखना पड़ेगा।
असलम- अगर ऐसी बात है तो मैं भी तैयार हूँ, और हाँ इस बार तुझको प्रेग्नेंट कर दूंगा।
सोनिया से रहा नहीं गया उसका जवाब सुन कर उसने चांटा मार दिया असलम को और समीर को कहा- ले जाओ इसे।
आज पहली बार ऐसा हुआ था कि सोनिया के जूनियर सामने उसे किसी गुंडे ने इतनी बड़ी धमकी दी थी, वैसे सोनिया के लिए देह शोषणकारियों और कातिलों से उलझना कोई नई बात नहीं थी, और यह उसका रोज का काम था, पर जो कुछ असलम ने सोनिया को कहा, वो उसने सोनिया के जूनियर ऑफिसर के सामने कहा था, जिससे सोनिया गुस्से में लाल हो गई, उसने मर्दों की इस दुनिया में अपनी नई पहचान बनाई है जिसको असलम ने चकनाचूर करने की कोशिश की।
सोनिया घर पहुंच कर अपने कमरे में गई और रात का खाना खाने के बाद अपने बेड पर बैठी हुई थी… उसके कानो में अभी भी असलम के शब्द गूँज रहे थे… उसका मन कर रहा था कि वो पीट-पीट कर असलम की जान ले ले पर वह अभी सस्पेंड थी और वह जेल में भी नहीं जा सकती थी, नहीं तो असलम को अपना टॉर्चर सेशन जरुर दिखाती।
सोनिया शर्मा को ‘ टॉर्चर सोनिया’ के नाम से भी जाना जाता था और उसका टॉर्चर झेल पाना किसी के बस की बात नहीं थी, कितनों का मूत निकल गया था सोनिया का टॉर्चर चेम्बर में ! आज भी वे लोग सोनिया का नाम से कांपते हैं। पर एक नाम ऐसा है जो इस वक़्त सोनिया पर आग बबूला हुआ पड़ा था, वो था अन्डरवल्ड का बादशाह- मुस्तफा !
मुस्तफा एक अकेला ऐसा इंसान था जिसने अपने बल पर अन्डरवल्ड पर राज किया है..
12 साल की उम्र में एक चाय वाले से 32 साल की उम्र में वह अन्डरवल्ड का बादशाह बन गया था। अभी वह सिंगापोर में था, पर जब उससे खबर मिली कि असलम को 5 साल की सजा हुई है तो वो फ़ौरन भारत आ गया, उसने अपना सारा काम असलम के हवाले किया हुआ था, अब असलम को सजा हुई तो उसको भारत आना ही पड़ा। उसका आने का एक और मकसद था सोनिया से बदला लेना !! सोनिया ने उसका सारा काम चौपट कर दिया था और पूरे पुलिस फ़ोर्स का साथ भी सोनिया के पास था। अब उसको अपना आतंक फिर से भारत में कायम करना होगा और वह यह नहीं सोच पा रहा था कि क्या करे। उसने सोच लिया कि सब से पहले वह अपने चार लोग सोनिया के घर भेज कर हमला करेगा.. इससे सोनिया को उसके आने का आभास हो जाएगा और वैसे भी उसके भारत से जाने की वजह भी सोनिया ही थी, क्योंकि एक साल पहले सोनिया ने उसके आतंक को ख़त्म करने के लिए शूट-ओन-साइट के आर्डर लिए थे। मुस्तफा के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि सोनिया अभी सस्पेंड है और पुलिस प्रोटेक्शन से दूर है। ऐसी हालत पर उस पर हमला करना काफी फायदेमंद होने वाला था मुस्तफा के लिए। तो मुस्तफा ने अपने भरोसे के चार गुंडे सोनिया के घर पर सिर्फ तोड़-फोड़ के लिए भेज दिए।
चार आदमी खिड़की के रास्ते से सोनिया के घर में घुसते हैं, सारी रोशनियाँ बंद हैं…
घर का मुआयना करने के बाद उनको पता चलता है कि घर खाली है। तभी उनमें से एक सलीम मुस्तफा को कॉल करके बताता है।
सलीम- बॉस, यहाँ तो कोई नहीं है आज।
मुस्तफा- लगता है साली भाग गई डर कर।
सलीम- हमारे लिए क्या हुकुम है बॉस, कोई डरावना नोट छोड़ें क्या?
मुस्तफा- नहीं अभी कुछ मत करो, मैं एक्शन से पहले कोई इशारा नहीं देना चाहता, अगर वो नहीं है तो चले आओ।
सलीम- ठीक है बॉस।
सलीम बाकी लोगों (अजित, अयूब और उस्मान) को भी कहता है वापस चलने को !
तभी दूसरे कमरे में कुछ आहट होती है, सलीम और उसके लोग परदे के पीछे छुप जाते हैं। तभी उनको काली ब्रा और पेंटी में सोनिया दिखती है, जो शायद वाशरूम से आ रही होती है।
आगे जानने के लिए थोड़ा इन्तजार करिए … और मुझे मेल करें।
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