मेरी कमसिन जवानी की आग-6
(Meri Kamsin Jawani Ki Aag- Part 6)
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अब तक की सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा था कि मेरी गांड में राजीव अंकल का लंड घुस चुका था और मुझे मजा आने लगा था. मैं मुन्ना अंकल से भी जल्दी कुछ करने के लिए कह रही थी.
अब आगे..
तभी जिन अंकल के घर में मैं इस वक्त थी, उनका नाम समाली पांडेय है.
उनको मुन्ना अंकल बोले- आप दोनों इधर आ जाइए समाली अंकल, राजीव भाई तो पीछे गांड में चुदाई कर ही रहे हैं, आप दोनों भी आ जाओ.. आप बड़े हो, हम सब आपके घर में हैं. पहले आप लोग कर लो. राज तुम हट जाओ, पहले इनको करने दो.
समाली अंकल बोले- अगर तुम्हारी इच्छा है तो तुम कर लो.. हम लोग बाद में कर लेंगे.
तभी अंकित उधर से बोला- अरे अंकल लोग.. इसमें बहस मत करिए, यह बहुत सेक्सी आइटम है.. वन्द्या बहुत बड़ी माल है.. इसे सब मिलकर चोद दीजिए. वन्द्या की सगी मौसी का लड़का मेरे चाचा का बेटा है लालजी, उसने वन्द्या के बारे में सब बताया है कि यह पहले ही सब करवा चुकी है, पता नहीं कितने लोगों से चुदवाई है, यह तो यही जानती होगी. आप लोग तो शुरू हो जाइए.
इतने में राज अंकल उठ गए और जो 70 साल के बुड्ढे अंकल थे, उनको बोले- आप आ जाओ.
उनके कहते ही वह दोनों अंकल आ गए और जो सबसे ज्यादा उम्र के थे, वह मेरे ऊपर चढ़ने लग गए. सभी पांचों अंकल बिल्कुल नंगे बिना कपड़ों के मेरे सामने थे. सब के सब अपने पूरे कपड़े उतार चुके थे. सब में से सबसे बड़ा लंड राज अंकल का था. फिर राजीव अंकल का, जो मेरे पीछे गांड में डाले हुए थे.
इतने में जो सबसे एजेड अंकल थे, वे आए और सीधे मेरी चूत में अपना मुँह रख दिए और बोले- इसकी तो चूत बहुत बह रही है. पर बहुत सुगंधित चूत है और तेरी चूत का बहुत टेस्टी रस है वन्द्या.. ये तेरा चूत रस मैं एक एक बूंद चाट लूंगा.
बस फिर उन सबसे बुजुर्ग अंकल ने मेरी चूत के रस को चाटना शुरू कर दिया. वे अपनी जीभ को अन्दर-बाहर करके मेरी चूत में घुसा घुसा कर, चूतरस को चाटने लगे.
समाली अंकल मेरे से गले से लिपट कर मेरे बदन को पूरी ताकत से दबाने लगे, वे बोले- वन्द्या, जो लालजी ने बोला था, उसके सामने तू सौ गुनी मस्त लगती है. तेरे जैसी लड़की आज तक मैंने नहीं देखी, इतनी चुदासी इतनी सेक्सी आह.. मजा आ गया.
समाली अंकल सीधे मेरी नाक को चाटने लगे और बोले- वन्द्या, तुम्हारे से सेक्सी नाक इतनी प्यारी आज तक किसी हीरोइन या टीवी की लड़कियों या किसी मॉडल की नहीं देखी.
वे मेरी नाक को चाटने चूसने लगे. मेरी नाक को चाट चाट कर चूसकर समाली अंकल ने लाल कर दिया. फिर मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए. मैं कसमसाने लगी.
अब समाली अंकल की गर्म सांसें मेरी सांसों से मिलने लगीं. मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैं पागल हुई जा रही थी. मैंने भी कस के समाली अंकल को पकड़ लिया और उनके होंठों को चूसने लगी, चूमने लगी. इस वक्त मेरा बदन बिल्कुल अकड़ रहा था. मैं समाली अंकल से अपने आप ही लिपट कर उनके बदन में घुसी जा रही थी, अपनी दोनों बांहों से समाली अंकल को समेट के कस लिया और जमकर उनसे लिपट गई.
तब समाली अंकल बोले- बता वन्द्या तुझे मैं कैसा लगता हूं?
मैं बोली- बहुत मस्त लग रहे हो अंकल.
समाली अंकल बोले- पर मैं बुड्ढा हो गया हूं वन्द्या.. तुम्हें नहीं लग रहा?
मैं बोली- इससे कुछ नहीं होता बुड्ढा और जवान उम्र से कुछ नहीं होता अंकल, मैं सच बताऊं बस इंजॉयमेंट होना चाहिए, मर्द लड़की को सेटिस्फाई कर दे और लड़की मर्द को सेटिस्फाई करे और हर तरह की सर्विस मर्द को दे.. बस इसके अलावा किसी चीज की जरूरत नहीं होती है. उम्र चाहे मर्द की अठारह साल हो या सत्तर.. उससे कुछ नही होता, ओल्ड एज वाले मेच्योर होते हैं.. एक्सपीरियंस होता है. वो ज्यादा अच्छे से लड़की को सेटिस्फाई करते हैं.
मेरे इतना कहते ही समाली अंकल ने कस के मुझे पकड़ लिया और मेरे मुँह में अपने मुँह को रखकर मेरे जीभ को चूसने लगे. वे मेरे मुँह के अन्दर अपनी जीभ डाल कर चाटने लगे. मैं भी जोश में उनकी जीभ चाटने लगी, चूसने लगी.
अब मैं पागल हो गई और अंकल से बोली- अंकल, जम के चोदो मुझे… जोर से चोदो.. मेरी बात का बुरा नहीं मानना, मैं पागल हो रही हूं.
तभी समाली अंकल, जिनका घर था, बोले- इतनी देर में वन्द्या खुली है तू, लाल जी ने सब बताया है कि तेरे सामने सभी रंडियां भी फेल हैं. तो बता अब हम पांचों तुझे एक साथ चोदें या अलग-अलग चोदें?
तब मैं बोली- मैं खुलकर बोलूं.. कोई गलत नहीं समझना.
तो राज अंकल बोले- हाँ सोनू खुल के बोल.. तू जितना गंदा बोलेगी उतना मजा आएगा, कोई गलत नहीं समझेगा.
मैं बोली- सारे लोग मुझे मिलकर एक साथ चोदिए.. वो भी जमकर चोदिए मुझे कोई दिक्कत नहीं है.
राज अंकल बोले- वाह मेरी जान सोनू, तूने तो हम सबका दिल जीत लिया है, तू मना भी करती तो भी हम एक साथ ही तुझे चोदते, पर तूने खुद से यह कहकर साबित कर दिया कि सच में तू बहुत सेक्सी, बहुत मस्त.. और बेहद गर्म लड़की है. साथ ही खूबसूरत तो तेरी जैसी कोई लड़की हो ही नहीं सकती है.
इतने में जो अंकल नीचे मेरी चूत चाट रहे थे, उनको समाली अंकल बोले- यार जगतदेव भाई.. अब जल्दी से अपना लौड़ा पेल दे वन्द्या की चूत में.. देख साली कैसी तड़प रही है चुदवाने को.
उनका नाम जगतदेव था.. यह मैंने अभी जाना. अब मैं सबके नाम जान गयी.
समाली अंकल उनसे फिर से बोलने लगे- जगतदेव तू जल्दी से वन्द्या की चूत में अपना लंड डाल बे.
जगतदेव अंकल ने मेरी टांगों को चौड़ा करके मेरी एक टांग को अपने कंधे पर रख लिया और अपना लौड़ा अपने हाथ से पकड़ कर मेरी चूत के बीच में, जहाँ छेद है.. वहाँ लंड को लगा दिया. जैसे ही जगत अंकल ने अपना लंड मेरी चूत में रखा, मैं उछल पड़ी. मेरी चुत के छेद को उनके लंड का सुपारा जाने कैसा गर्मागर्म सा लगा, उस फीलिंग को शब्द में बता नहीं सकती. बस मेरे मुँह से ‘ऊंहहह उंहहह..’ अपने आप निकलने लगा.
जगत अंकल बोले- यार वन्द्या, आज मेरी जिंदगी का सबसे यादगार पल है.. साली हीरोइन से भी अच्छी सेक्सी है तू.. वो भी इतनी कम उम्र की लड़की वैसे मुझे नहीं पता.. कितने साल की तू है.. पर मुझे तो तू कमसिन उम्र की दिखती है. ज्यादा उम्र की तो तू होगी भी नहीं.. और तेरी इतनी मस्त टाइट चूत मिली.. मैंने सोचा भी न था कि मुझे तेरी जैसी कसी हुई चूत चोदने को मिलेगी. मैंने तो आज तक सिर्फ औरतों को चोदा है, वो भी पैंतीस चालीस साल की चुदी चुदाई भोसड़े वाली.. मेरी शादी हुई थी, तब मैं सत्ताइस साल का था और मेरी बीवी मुझसे तीन साल बड़ी तीस की थी. आज 68 साल में जिंदगी में पहली बार अनटच जैसी कम उम्र की लड़की को चोदने वाला हूं. आह.. मेरी जान वन्द्या.. मैं अपना लंड डाल रहा हूं.. तू रेडी है ना?
तभी समाली अंकल बोले- जगतदेव यह क्या बकवास कर रहा है.. वन्द्या बेचारी बहुत चुदासी है.. तू पूरा लौड़ा डाल दे बस.
इतना सुनते ही जगतदेव अंकल अपना लंड मेरी चूत में डालने लगे, पर लंड फिसल गया और छेद से बाहर हो गया. उम्र ज्यादा होने के कारण अंकल का लंड कुछ ढीला था.. ऊपर से मेरी चूत भी बहुत टाइट है, सो दोबारा से जगतदेव अंकल ने लंड छेद में सैट किया और जैसे ही घुसाने की कोशिश की, तो लंड फिर से फिसल गया.
अब मुझसे रहा नहीं गया और न जाने मुझे क्या हुआ, मैं हाथ ले जाकर खुद जगतदेव अंकल का लंड पकड़ कर अपनी चूत में फिट करने लगी और अपनी चूत के छेद में लंड सैट कर भी दिया.
इसके बाद मैं जगत अंकल को बोली- जगत, जल्दी से जोर से धक्का मार और.. अपना लंड जल्दी से अन्दर डाल.
जगत देव अंकल ने ठोकर मारी और बोले- वन्द्या तू हम लोगों की रखैल बन जा.. आह साली तुझे जो चाहिए हम लोग देंगे.. तू बहुत मस्त माल है.
मैं कमर हिलाते हुए बोली- अब मैं आपकी ही हूं.. जो करना है कर लो अंकल.. जो बनाना है बना लो.. बस पेलते जाओ.
तभी समाली अंकल बोले- जगतदेव तू वन्द्या से शादी कर ले.
जगतदेव बोला कि सच बोल रहा है या मजाक था समाली?
समाली अंकल बोले- मैं सच कह रहा हूं, वन्द्या तू बोल.. बनेगी जगतदेव की बीवी… करेगी इसके साथ शादी बोल?
उस समय मुझे कुछ समझ और होश नहीं था, मैं फुल जोश में थी तो मैं बोली- चल जगत अंकल.. आज से मैं तेरी बीवी हूं.. अब चल.. मुझे आज जल्दी से जम के चोद.
जगत अंकल लंड हिलाते हुए बोले- तू मेरी जान है वन्द्या..
इतना कहकर मेरी चूत पर जगत देव अंकल ने जोर से धक्का मारा तो उनका लंड मेरी चूत को चीरता हुआ घुस गया.
जैसे मेरी चूत में लंड घुसा लगा कि मैं मर गई, मुझे इतना तेज दर्द हुआ, तो समाली अंकल जल्दी से अपने होंठों से मेरे होंठों को काटने लगे. मैं दर्द के मारे उनसे लिपट गई.
समाली अंकल बोले- आई लव यू वन्द्या … तुम मेरी सेक्सी डार्लिंग हो.
तभी जगत अंकल ने अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर फिर से एक बहुत जोर का धक्का देकर पूरी ताकत से मेरी चूत में लंड पेल दिया. इस बार उनका लंड मेरी चूत में पूरा अन्दर तक घुस गया. ऐसा लगा जैसे मैं मर ही गई. मुझे इतना तेज दर्द कभी नहीं हुआ था.
मैं जोर जोर से चीखने चिल्लाने लगी कि छोड़ दो मर जाऊंगी, मुझे कोई बचाओ.
इधर राजीव अंकल भी अपना लंड मेरी गांड में अन्दर बाहर जोर से करने लगे. वे मेरी गांड मारते हुए बोलने लगे- वन्द्या, मैं तेरी गांड को आज बहुत चोदूंगा.
उधर जगत देव अंकल भी बोले- वन्द्या आज मैं तुम्हें जी भर के बहुत चोदूंगा, तुम कल मुझसे शादी कर लेना, फिर तुम जो बोलोगी, सब करूंगा.
जगत देव अंकल ने अपना लंड जरा सा निकाल कर पूरी ताकत से मेरी चूत में फिर से घुसा दिया था.
मैं जोर से चीख उठी- उई मम्मी मर गई.. अंकल बहुत दर्द हो रहा है मत चोदो मुझे.. आह… निकालो.. बहुत तेजी से दर्द हो रहा है.
कोई मेरी चीख पुकार सुन ही नहीं रहा था. मैं रोने लगी, चीखने लगी- हे भगवान मर गई.. बहुत जोर से दर्द हो रहा है.
मेरी चूत में वाकयी बहुत तेज दर्द होने लगा था. उधर राजीव अंकल मेरी गांड को चोदे जा रहे थे. वहाँ मुझे गुदगुदी होने लगी थी, पर चूत में बहुत दर्द होने लगा था. मुझे ऐसा लगा कि जैसे मेरी चूत फट गई हो.
तभी जिनका मकान था, वह बोले- वन्द्या तू बहुत मस्त है.. अभी तू हिम्मत से जरा जम के चुदवा ले, अभी थोड़ी देर में दर्द शांत हो जाएगा.
ये सुन कर जगतदेव अंकल ने मेरी चूत में और जोर से और एक धक्का लगा दिया.
मैं फिर से चिल्ला उठी- बचाओ मम्मी मुझे बचा लो.. मर गई अंकल मर जाऊंगी.. बहुत मोटा है.. बहुत दर्द हो रहा है.
तभी मुन्ना अंकल बोले- यार देखना, वन्द्या की सील पैक थी क्या.. बहुत चिल्ला रही है.. बहुत दर्द है इसको देखो रो रही है, मुझे लगता है सील पैक माल है.
तभी राज अंकल उठकर मेरी चूत देखने गए. जैसे ही देखा बोले यार जगत खून तो निकला है.. और मेरी चूत के नीचे हाथ लगाकर सबको दिखाया कि देखो यारों वन्द्या की चूत का ढक्कन आज जगत भाई ने खोला. ये ख़ून इसका सबूत है. सब वन्द्या के बारे में झूठ बोल रहे थे. इसका भाई लालजी, ये अंकित सब झूठे निकले, जो बोल रहे थे कि ये बहुत चुदाई करा चुकी है. इसने तो आज तक चूत में अपने लंड ही नहीं लिया है.. न ही वन्द्या ने कभी भी चूत चुदवाई है. आज पहली बार इसकी चूत में जगत का लंड गया है. जगत ने ही वन्द्या की सील तोड़ी है. हाँ ये हो सकता है कि इसने गांड में लंड लिए हों, मुँह में लिए हों और बाकी सब किया या करवाया हो, पर यह पक्का है कि वन्द्या ने आज के पहले किसी को अपनी चूत चोदने को नहीं दी है, ये पक्की बात है.
मेरी मस्त चुदाई की कहानी पर आप अपने विचार मुझे मेल कर सकते हैं. बस जरा गरम कमेंट्स होना चाहिए.
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कहानी जारी है.
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