ऑफिस सेक्स

काम करने वालों का ऑफिस सेक्स या बाहर चूत चुदाई बॉस सेक्रेटरी चुदाई पर हिंदी सेक्स कहानियाँ.

Sath Sath Kaam Karne Valon ki Aapas me Chut Chudai ki Hindi Sex Kahani

Desi Antarvasna Office Sex stories between colleagues & boss secretary Indian sex stories.

गालियों भरी चुदाई

रिम्पी- साली, मादरचोद, मुझे लण्ड पीने में लगा कर तू चुदना चाहती है, मैं चुदुँगी पहले ! साली, तू खा लण्ड ! और मै चुसवाती हूँ अपनी चूत जीजू से ! जीजू चूसो मेरी चूत ! कुतिया की तरह हम बना दो आज रण्डियाँ ! दोनों बहनों को एक साथ चोदो आज।

मेरी चूत और गांड दोनों प्यासी हैं-5

सोनू मुझे चूमते चूमते मेरे मम्मे दबा रहा था। मुझे इतना होश तो था कि कोई मेरे मम्मे दबा रहा है पर इतनी हिम्मत नहीं थी कि उसके हाथ हटा दूँ या कुछ बोल पाऊँ। उसके चूसने का अंदाज़ और नशे में होने के कारण मैं तो जन्नत की सैर कर रही थी।

मेरी चूत और गांड दोनों प्यासी हैं-4

हम दोनों एक-दूसरे की ओर करवट लेकर एक-दूसरे को निहार रहे थे। हमारे बीच में थोड़ी सी दूरी थी, पर रणवीर के पैर मेरे पैरों को स्पर्श कर रहे थे। हम दोनों थोड़ी देर एक-दूसरे को देखते रहे।

मेरी चूत और गांड दोनों प्यासी हैं-3

मैं दौड़ के वाशरूम गई और मूतने लगी। जब मैं पेशाब करके पीछे घूमी और अपनी सलवार का नाड़ा बाँध रही थी। मैं नाड़ा बाँधते-बाँधते बाहर आ रही थी...

मेरी चूत और गांड दोनों प्यासी हैं-1

रणवीर ने मुझे गोद में उठाया और बेडरूम में ले जाकर बिठा दिया। मेरे कपड़े उतर चुके थे और अब मैंने ऊपर सिर्फ ब्रा पहन रखी थी बस। मुझे थोड़ी शर्म भी आ रही थी।

काम-देवियों की चूत चुदाई-9

By रोनी सलूजा On 2013-08-19 Tags:

मंजू- रोनी, मैं तो तुम्हें बहुत ही भला इन्सान समझती थी, पर तुम तो बहुत चालू निकले। बहुत चाहते हुए भी मैंने भी तुमसे अपने दिल की बात नहीं बताई कि कहीं तुमने मेरी बात को नकार दिया तो मैं अपनी ही नजरो में गिर जाऊँगी। रोनी, तुम मुझे अच्छे लगते हो। और मैडम ने […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-8

एक दिन मैं ऑफिस में बैठा था शाम को हरिया के नंबर से फोन आया। मैंने उठाया तो किरण बोली- बाबू हरिया गांव गए कछु काम रही, आज चौकीदारी का कैसन करूँ? ठीक है मैंने कहा- देखता हूँ। फिर फोन बंद कर दिया। अब तक अँधेरा सा हो चला था। ऑफिस बंद करके साईट पर […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-7

By रोनी सलूजा On 2013-08-17 Tags:

दूसरे दिन साईट पर गया तो वहाँ का काम जिस द्रुतगति से चल रहा था। उसी गति से मेरा दिल गांव की गोरी किरण के हुस्न का दीवाना हुआ जा रहा था। मैं कमरे में जाकर दरवाजे लगाकर तख्त पर आराम करने लगा। तभी आंगन में मुझे चूड़ियों की खनक सुनाई दी। मुझसे रहा न […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-6

By रोनी सलूजा On 2013-08-16 Tags:

आप सभी को मेरी इस कहानी जिसमें कई कहानियाँ एक साथ हैं, पढ़ कर मजा आ रहा होगा। कहानी में सभी नाम और स्थान असली नहीं हैं, उन्हें परिवर्तित किया हुआ है। मजे में दिन यूँ ही निकलते गए। एक दिन शाम को लीना अपने घर जा चुकी थी, मैं भी ऑफिस बंद करने की […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-5

By रोनी सलूजा On 2013-08-15 Tags:

अब तक मैंने उसका साड़ी का पल्लू गिराकर उसके स्तनों पर कब्ज़ा कर लिया था। उन्हें पीछे से पकड़कर मसलने में अनुपम सुख मिलने लगा। मेरे लंड की हालत बिगड़ने लगी। वो खड़ा होकर लीना के नितम्बों को मेरी कमर से दूर धकेल रहा था। उसकी सिसकी छूटने लगी “स्सस्सस्स… सर… ये…क्या कर रहे हो… […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-4

By रोनी सलूजा On 2013-08-14 Tags:

दूसरे दिन ऑफिस की छुट्टी के कारण लीना को तो आना नहीं था, मैं सीधा साईट पर चला गया। फिर फुर्सत के समय में आकर ऑफिस खोल लिया। फिर लीना की चुदाई के लिए कोई युक्ति सोचने लगा। मुझे अब विश्वास हो गया की मेरा युक्ति कामयाब रही तो कल जरूर कुछ कर गुजरूँगा। आज […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-3

उसने काँपते हाथों से उन पैकेट को खोला तो उन ब्रा पैन्टी को देखकर बोली- सर ये तो बहुत ही सुन्दर और बिल्कुल नए फैशन की बहुत अच्छी हैं। ये तो मंहगी भी बहुत होंगी।

काम-देवियों की चूत चुदाई-2

दूसरे दिन मैंने ऑफिस खोला ही था कि लीना आ पहुँची। वो सलवार सूट पहनकर आई थे, हरे रंग का सूट, उस पर लाल पीले फूल बने हुए थे, बिल्कुल सिम्पल सादे लिबास में उसकी असली खूबसूरती और भी निखरी हुई लग रही थी। मैंने उसे सारे काम एक बार फिर से समझा कर अपनी […]

काम-देवियों की चूत चुदाई-1

मैं उससे एक एक सामान उठाने को कह रहा था जब वो झुककर उठाती तो उसकी बड़ी बड़ी गोल मटोल छातियों को गहराई तक देख देख कर मेरी छाती पर सांप लोट रहे थे।

नेहा की चूत रौंदी

अन्तर्वासना के सारे पाठकों को मेरा नमस्कार। यह कहानी मेरी और मेरी एक दोस्त नेहा की है। नेहा मेरे ऑफिस में ही काम करती थी और मेरी टीम की रिपोर्ट बनाती थी। अक्सर वह मेरे पास आती और काफी चिपक कर बैठती थी। उसका शरीर काफी गोरा था और मम्मे और कूल्हे बिल्कुल गोल थी। […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-30

By शहनाज़ खान On 2013-05-22 Tags:

मेरे ससुर ताहिर अज़ीज़ खान जी मुझे ऊपर से नीचे तक कुछ देर तक निहारते ही रह गये। उनके होंठों से एक सीटी जैसी आवाज निकली, जैसी आवाज आवारा टाईप के मजनूं निकाला करते हैं। “म्मम.. आज तो पैरिस जलकर राख हो जायेगा !” उन्होंने मुस्कुराते हुए मेरी तारीफ़ की। “आप भी बस मेरी खिंचाई […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-26

By शहनाज़ खान On 2013-05-18 Tags:

मेरा सिर नशे में बुरी तरह झूम रहा था और दिमाग पर नशे की जैसे एक धुँध सी छाई हुई थी। रस्तोगी के वीर्य ने अब चेहरे पर और मम्मों पर सूख कर पपड़ी का रूप ले लिये था। मैं कुछ देर तक यूँ ही स्वामी के लंड पर बैठी अपनी उखड़ी हुई साँसों और […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-25

By शहनाज़ खान On 2013-05-17 Tags:

स्वामी आज मुझ पर रहम करने के मूड में बिल्कुल नहीं था। उसने वापस अपने लंड को पूरा बाहर खींचा तो एक फक सी आवाज आई जैसे किसी बोतल का कॉर्क खोला गया हो। उसे मुझे दर्द देने में मज़ा आ रहा था। नहीं तो वो अगर चाहता तो उस हालत में ही अपने लंड […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-24

By शहनाज़ खान On 2013-05-16 Tags:

मैं उसके लंड की टिप को अपनी चूत की दोनों फाँकों के बीच महसूस कर रही थी। मैंने एक बार नजरें तिरछी करके जावेद को देखा। उसकी आँखें मेरी चूत पर लगे लंड को साँस रोक कर देख रही थी। मैंने अपनी आँखें बंद कर ली। मैं हालात से तो समझौता कर ही चुकी थी […]

कमाल की हसीना हूँ मैं-23

By शहनाज़ खान On 2013-05-15 Tags:

मैं उत्तेजना में अपनी दोनों जाँघों को एक दूसरे से रगड़ रही थी और अपने दोनों हाथों से उन दोनों के तने हुए लौड़ों को अपनी मुठ्ठी में लेकर सहला रही थी। अब मुझे उन दोनों के चुदाई में देरी करने पर गुस्सा आ रहा था। मेरी चूत में मानो आग लगी हुई थी। मैं […]

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