कोई मिल गया

ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में

किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी

Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown

ग्राहक की बीवी-2

मैंने नीलम का मुँह हाथ में लेकर उसे प्यार करते हुए पूछा- नीलम, सच बताना! तुम्हें मेरा लंड कैसा लगा और यही पूछने के लिए मैंने राजू को थोड़ी देर के लिए बाहर भेजा है।

ग्राहक की बीवी-1

तुम जितने प्यार से मुझसे चुदवाओगी उतनी ही राजू की परेशानी कम होगी। मैंने रंडियाँ बहुत चोदी हैं लेकिन तुम्हारी तो बात ही कुछ अलग है। मुझे जबरदस्ती करना पसंद नहीं।

सौ सुनार की एक लोहार की

प्रेषक : पुरुषोत्तम शास्त्री मेरा नाम पुरुषोत्तम शास्त्री है। मैं एम ए का छात्र हूँ। यह मेरी प्रथम कहानी है। मैं एक धर्मशाला में रहता था। पुष्कर का मेला चल रहा था और पूरी धर्मशाला यात्रियों से भरी थी। कईयों को कमरा तक नहीं मिला और उनको सर्दी में बरामदे में सोने को मिला। मेरे […]

वफ़ा या हवस-4

मैंने मुस्कुराते हुए कहा- शैलीन, सच में तुम बहुत खूबसूरत हो! मैंने आज तक तुम्हारे जैसी कभी किसी को नहीं देखा! जी तो चाहता है कि तुम्हें हमेशा के लिए अपना बना लूँ!

वफ़ा या हवस-3

मैंने पहले शैलीन की पैंटी उतारी फिर उसकी मैक्सी! मैंने अपने भी पूरे कपड़े उतार दिए। अब हम दोनों पूरी तरह से नंगे 69 की अवस्था में लेट गए, मैंने अपना लण्ड उसके मुँह में डाल दिया!

वफ़ा या हवस-2

मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था, सही-गलत समझ में नहीं आ रहा था। अगर शैलीन को कोई ऐतराज नहीं है, तो मैं क्यों संत बन रहा हूँ? मैं अभी इसकी जरुरत हूँ, यह मेरी!

वफ़ा या हवस-1

शैलीन ने सफ़ेद नाईट हॉट मैक्सी (आधे सीने से ले कर जांघ के ऊपर तक का कपड़ा) पहनी थी जिसके आर-पार सब कुछ दिख रहा था, उसके खुले बाल गीले थे मतलब वो नहा कर आई थी!

मिस मोनिका की ब्लू फिल्म

By श्रेया आहूजा On 2008-04-20 Tags:

प्रेषिका : श्रेया अहूजा मैं श्रेया आहूजा आपको ऐसी वास्तिविकता से परिचित कराने जा रही हूँ जिससे आप अनजान होंगे ! ब्लू फिल्म की हिरोइन के बारे में जो आपके ही मोहल्ले की गलियों में घूमती हैं पर आपसे अपरिचित हैं ! यह है मोनिका जो भोपाल विमेंस कॉलेज में पढ़ती है ! देखने में […]

पति की कल्पना-3

By रजनी On 2008-04-14 Tags:

आँखों के सामने चुदाई का यह सजीव दृश्य देखने के बाद में भावनाएँ और भी भड़क उठी थी। अच्छे बुरे के बारे में सोचना बंद हो गया था, मन में सिर्फ एक ही ख्याल था कि किसी सागर या राजेश जैसे आदमी से कैसे भी चुदवा लूँ? मेरे मन की इच्छा शायद पूरी होने वाली […]

परीक्षा के बाद

By razmotalnd On 2008-04-11 Tags:

प्रेषक : राज अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्रणाम ! सबसे पहले मैं अपने बारे में बता दूँ : मेरा नाम राज है, मैं गुडगाँव में रहता हूँ। वैसे तो मैं मध्यप्रदेश से हूँ पर गुडगाँव में जॉब करता हूँ सेक्स मेरा शौक है। मेरा मानना है कि आदमी सेक्स के लिए जीता है […]

ममेरी बहन की ननद-2

By शिमत On 2008-04-10 Tags:

प्रेषक : शिमत प्रथम भाग से आगे : फिर दीदी ने कहा- तुम दोनों एक दूसरे बात करो, मैं कॉफ़ी बना कर लाती हूँ। फिर सोनिया बोली- तुम क्या कर रहे हो पढ़ाई में? मैंने कहा- मैं एम बी ए कर रहा हूँ। फिर वो बोली- तुम्हारी किस खेल में रुचि है? तो मैंने कहा- […]

सोनू से ननदोई तक-5

दूसरे वाले ने भी लौड़ा निकाल लिया कभी एक मुँह में देता, कभी दूसरा देता। दोनों के बड़े-बड़े लौड़े थे, मैं जल्दी-जल्दी चूसने लगी। वो मेरे चुचूकों को चुटकी से मसल रहे थे, दोनों ने मुझ से खूब लौड़े चुसवाये और मुझे दबाया-मसला।

सोनू से ननदोई तक-4

उसने जल्दी से मेरी सलवार का नाड़ा खोल लिया और वहाँ पड़ी एक पुरानी दरी बिछा मुझे लिटा कर मेरी टाँगें ऊपर उठवा ली और मेरी गीली चूत में अपना लौड़ा घुसा दिया।

कितने लेते हो?

वो मेरे लंड को देख कर सीधा उसको चूमने लगी। थोड़ी देर तो वो लंड के साथ ही खेलती रही। मेरा लंड पूरा सात इंच का हो गया था, फ़िर वो मेरा लण्ड मुँह में लेकर चूसती रही।

पेल दे पर बेल दे

By श्रेया आहूजा On 2008-03-21 Tags:

मैं श्रेया आहूजा, आपकी कमसिन लेखिका आपको पिछले सप्ताह मेरे साथ बीते हुए उन लम्हों के बारे लिखे दे रही हूँ जिससे आप भी सुनकर कहेंगे- पेल दे पर बेल दे ! मैं और मेरा बॉय फ्रेंड विक्की रात दस बजे पार्टी के बाद घर लौट रहे थे ! हम दोनों ज़रा सा शराब पिए […]

सोनिया की मम्मी-2

लेखक : राज शर्मा प्रथम भाग से आगे : वो बोली- जब तुम्हें देख कर मेरा हाल खराब हो रहा है तो लड़कियों का क्या होता होगा। मैंने कहा- मैं कुछ समझा नहीं? वो मेरे थोड़ा और नजदीक आई और बोली- रुको, मैं समझाती हूँ। कहकर उसने एकदम से अपने होंठ मेरे होंठों पर रख […]

सोनिया की मम्मी-1

मैं राज एक बार फिर अपने दोस्तों के लिए एक दिलचस्प सच्चा किस्सा ले कर आया हूँ। हर बार की तरह इस बार भी मैंने इस किस्से को थोड़ा मसालेदार बनाने के लिए कुछ बाते इस में जोड़ दी है। पर इससे मूल कहानी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। तो अब कहानी शुरू करता हूँ […]

बच्चे की चाहत

By harsh_meet56 On 2008-03-17 Tags:

हाय दोस्तो, मेरा नाम हर्ष है, मैं सूरत से हूँ। मैं आपको अपनी एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ। मैं पहले मोबाइल शॉप चलाता था। वहाँ पर एक भाभी हमेशा रिचार्ज करवाने आती थी। उसका नाम चेतना था। चेतना इतनी सुन्दर और बातें करने में माहिर थी कि बस उससे काफी देर बातें करता […]

सेवा का मौका

By राज गुप्ता On 2008-02-25 Tags:

मेरा नाम राज है मेरी उम्र 23 साल हो गई है। मैं बॉडी-बिल्डर कम कॉल-बॉय ज्यादा हूँ क्यूंकि मुझे सेक्स करना बहुत अच्छा लगता है। किसी भी औरत का पूरा जीवन सेक्स से संतुष्ट होने में गुज़र जाता है, वो या तो रात को अकेली बिस्तर पर करवटे लेती है या साथी के पास होने […]

प्यासी निगाहें

प्रेषक : ? एक बार काम के सिलसिले में मुझे दिल्ली में दो महीने रुकना था। मैं अपने एक दोस्त के रिश्तेदार मिस्टर यादवेन्द्र सिंह के यहाँ पेईंग-गेस्ट बन कर रहा। मिस्टर सिंह 52 साल के थे, उनकी पत्नी सुचित्रा सिंह 46 साल की थी। उनके दो बच्चे थे, एक लड़का विजय सिंह जो पढ़ाई […]

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