कोई मिल गया

ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में

किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी

Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown

मुम्बई के सफ़र की यादगार रात-6

By सन्दीप शर्मा On 2009-10-23 Tags:

मैंने उससे पूछा- मैं कितनी देर तक सोता रहा? तो वो बोली करीब एक घण्टा ! मैं कुछ कहता उसके पहले ही उसने इशारे से मुझे चुप करा दिया, उसने मुझे पानी दिया और मेरे सामने घुटने के बल बैठ कर मेरे लण्ड को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। जब मेरा लण्ड भी […]

मुम्बई के सफ़र की यादगार रात-5

By सन्दीप शर्मा On 2009-10-22 Tags:

लेखक : सन्दीप शर्मा उस वक्त वो क्या गजब की लग रही थी ! मैं शब्दों में नहीं बता सकता पर उस वक्त मैंने उसे कुछ लाइनें कही थी जो आज भी जहन वैसी ही ताजा हैं: कुदरत का कमाल है, या जन्नत की हूर है तू, चमकते हीरों के बीच, में जैसे कोहेनूर है […]

तो ज्यादा मज़ा आएगा

मैं अभिषेक एक बार फिर से आप लोगों के सामने हूँ। आप सब लोगों ने मेरी कहानी ‘सहपाठिका को बाज़ार में चोदा !’ आप सभी को वो कहानी बहुत पसंद आई! मैं एक बार फिर आपके सामने अपना अनुभव पेश करने जा रहा हूँ। उम्मीद करता हूँ आपको पसंद आएगा। दोस्तों आपको मैं अपनी ज़िन्दगी […]

मुम्बई के सफ़र की यादगार रात-4

By सन्दीप शर्मा On 2009-10-21 Tags:

लेखक : सन्दीप शर्मा हम दोनों ने पाव भाजी खाई और उसके बाद साक्षी मुझ से बोली अब तुम्हे एक काम करना होगा मेरी मर्जी से … मैंने कहा- हुकुम करो जान क्या करना है वो उठी उसके बैग में से कुछ निकालने गई और मुझ से बोली तुम बाथरूम में चलो मैं भी आ […]

मुम्बई के सफ़र की यादगार रात-3

By सन्दीप शर्मा On 2009-10-20 Tags:

लेखक : सन्दीप शर्मा मैं थोड़ा और नीचे खिसक कर उसकी नाभि के पास आया और मैंने उसकी नाभि के चारों तरफ अपनी जीभ चलाना शुरू कर दी। मेरी जीभ जैसे ही उसकी नाभि पर गई वो तो उछल गई, उसने हाथों से मेरे बालों को नोचना शुरू कर दिया और अपने पैरों को मेरी […]

मुम्बई के सफ़र की यादगार रात-2

By सन्दीप शर्मा On 2009-10-19 Tags:

उसके बाद उसने अपने हैण्ड बैग से टिशु पेपर निकाला और मेरा लण्ड पौंछा, फिर मेरे मुरझाये हुए लण्ड को मेरे कपड़ों में डाल के मेरी पैंट ऊपर खसका दी, मेरे होंठों को चूमते हुए बोली- मुझे आज तक कपड़ों के साथ इतना मजा कभी नहीं आया। मैं समझ गया कि मेरा मुम्बई का चार […]

मुम्बई के सफ़र की यादगार रात-1

सन्दीप शर्मा दोस्तो, मेरी पिछली कहानियों के बाद आप सभी के प्यार का बहुत-बहुत शुक्रिया ! आपके काफ़ी ईमेल मिले तथा तीन सौ से अधिक फेसबुक फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली, मेरा दिल खुश हो गया। मैंने लगभग हर मैसेज और मेल का जवाब देने की कोशिश की है पर अगली कहानी शुरू करने के पहले मैं […]

पुरानी शराब का नशा

राज कार्तिक रंगीन और मस्त जिंदगी की ख्वाहिश हर इंसान करता है पर सबके नसीब में मस्ती से जीना नहीं होता। यह अलग बात है कि जिंदगी में कम से कम एक बार कुछ हसीन पल जरूर आते हैं जिन्हें अगर जी लिया जाए तो तमाम जिंदगी उन हसीन पलों की खुशबू जीवन को एक […]

कयामत थी यारो-2

By विशाल yours.vishal On 2009-09-25 Tags:

प्रेषक : विशाल मैं फिर से हाज़िर हूँ आप सबके बीच में अपनी कहानी को पूरा करने के लिए ! तो पहले भाग में मैं उसकी चूत के दर्शन करके हैरान रह गया। दोस्तो, पहली बार चूत के दर्शन जो किये थे मैंने ! लड़का हूँ ! अब तक तो बस अपना हाथ जगन्नाथ ही […]

कयामत थी यारो-1

By विशाल yours.vishal On 2009-09-24 Tags:

प्रेषक : विशाल अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार। सभी फड़कती हुई चूतों को और लण्डों को भी मेरा नमस्कार ! मेरा नाम विशाल है और मैं जयपुर का रहने वाला हूँ, उम्र बीस साल है और मैं कालेज का छात्र हूँ। यह अन्तर्वासना पर चुदाई की मेरी पहली कहानी है। बात जनवरी, 2011 की […]

पिया गया परदेस -2

जसप्रीत ने कहा- ठीक है, तो अब यहीं रुकेगा ना? मैंने कहा- नहीं, मैं किसी होटल में रह लूँगा। जसप्रीत ने कहा- यह क्या बात हुई? तू यहीं रहना। उसके सास-ससुर ने भी कहा- हाँ-हाँ बेटा, यही रुक जाओ, इतना बड़ा घर है, कोई दिक्कत नहीं होगी तुम्हें। मैंने कहा- ठीक है। जसप्रीत ने मुझे […]

पिया गया परदेस -1

दोस्तो, फिर एक सच्ची घटना आपके सामने पेश कर रहा हूँ, उम्मीद है आप इसे भी खुले दिल से प्यार देंगे ! आपके इसी प्यार से मैं क्या से क्या हो गया ! किसी जसप्रीत कौर की मेरे फ़ेसबुक पर रेकवेस्ट आई तो मैंने स्वीकार कर ली। अगले दिन वो मुझे ऑनलाइन मिल गई और […]

बीच रात की बात-2

उसका लण्ड मेरी चूत में जहाँ तक घुस रहा था वहाँ तक आज तक किसी का लण्ड नहीं पहुँचा था.. ऐसा में महसूस कर सकती थी.. मेरी चूत तब तक दो बार झड़ चुकी थी... और बहुत चिकनी भी हो गई थी...इसलिए अब उसका लण्ड फच फच की आवाजें निकाल रहा था... मैं फिर से झड़ने वाली थी.. मगर उसका लण्ड तो जैसे कभी झड़ने वाला ही नहीं था...

बीच रात की बात-1

अब मैं आपके सामने अपनी एक और चुदाई का किस्सा पेश कर रही हूँ, यह बात तब की है जब हम अपने घर की मरम्मत करवा रहे थे, जिसके लिए बहुत सारे मजदूर लगे थे। उनमें से एक हमारे घर के पीछे बनी शेड के पास कमरे में रहता था। एक रात को नींद नहीं आ रही थी तो मैं अपने कमरे से बाहर आ गई। थोड़ी देर टहलने के बाद मैं उस शेड की तरफ आ गई जिस तरफ वो मजदूर रहता था..

कोलकाता की शोभा

By हैरी बवेजा On 2009-08-28 Tags:

प्रेषक : हैरी बवेजा दोस्तो, आपने मेरी कहानियाँ तो पढ़ी ही होंगी, अब एक नई और सच्ची घटना लेकर आया हूँ। एक मेल मुझे कुछ दिनों पहले मिला, कोलकाता से था, मैं आपको उनका नाम नहीं बता सकता क्योंकि उन्होंने मुझे मना किया है। उस मेल में मुझे लिखा था- मैं बहुत दुखी हूँ सेक्स […]

बरसात की रात में शीला की जवानी-2

सेक्सी कहानी के प्रथम भाग बरसात की रात में शीला की जवानी-1 से आगे : बस फिर क्या था, मैं गाड़ी धीरे चलाने लगा, मैंने छेड़-छाड़ करनी शुरू कर दी। मैंने दरवाजे का लॉक चेक करने के लिए हाथ शीला की तरफ आगे किया तो मेरा हाथ उसके वक्ष को छू गया, वो शरमा सी […]

बरसात की रात में शीला की जवानी-1

हेलो, नमस्कार, वॉल-ए-कूम अस्सलाम, ससरिया-काल! मेरी कुछ हिंदी सेक्स कहानी जैसे इशिका की जवानी पर सावन की बरसातबरसात में चाची की चुदाई अन्तर्वासना डॉट कॉम पर आ चुकी हैं। बंदा फिर हाज़िर है आपके सामने फिर एक नया तोहफा लेकर! माफी चाहूँगा दोस्तो, काफ़ी लम्बे समय आप लोगों से दूर रहा। दोस्तो, पेश है आपकी […]

रिया और जिया

पुरुषोत्तम शास्त्री मैं पुरुष शास्त्री अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मैं अपनी पहली और सच्ची कहानी लिख रहा हूँ, मुझे आशा है कि आप इस कहानी पर अपनी राय भेज कर मेरा मनोबल बढ़ाएँगे। मैं एक मस्त गठीले शरीर और लण्ड का मालिक हूँ और पेशे से पण्डित हूँ। एक बार पण्डिताई के काम से […]

रक्षिता की भाभी और उनकी सहेलियाँ

By रोहित जयपुर On 2009-08-13 Tags:

आप सभी दोस्तों को प्यार जिन्होंने मुझे मेल किया.. मेरे लंड को चाहने वाली सभी लड़कियों, भाभियों और आंटियो की गरम मस्त चूत को मेरे 7.5 इंच के लंड का प्रणाम … आशा करता हूँ कि सभी चूत और लौड़ों को मेरी यह कहानी भी पहले वाली कहानियों की तरह ही पसंद आएगी। आपने कुछ […]

चाची की सहेली-2

प्रेषक : मितेश कुमार वो और मस्त होकर चूसने लगी मुझे। मेरा लण्ड मोटा हो गया उसे भी लेकर चूसने में उसे कोई दिक्कत नहीं हो रही थी। मैं लगा धक्के मारने। “अआह्ह, ओह, उन्म्मम्म्म्म ! आह्ह्ह्हह्ह ! ऊऊऊ हां !” बस इन्हीं आवाजों से वो मेरे होश लिए जा रही थी। मैं जैसे उसका […]

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