नारी की व्यथा
क्या आज हमारे समाज में सिर्फ़ पैसा और सेक्स ही रह गया है..? हमारे जीवन में अब रिश्तों का कोई महत्व नहीं रहा? एक मामा ने अपनी भांजी का शोषण कैसे किया?
इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.
Indian Incest Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi
क्या आज हमारे समाज में सिर्फ़ पैसा और सेक्स ही रह गया है..? हमारे जीवन में अब रिश्तों का कोई महत्व नहीं रहा? एक मामा ने अपनी भांजी का शोषण कैसे किया?
मेरी जवान भतीजी, 22 साल की पूर्ण यौवना.. गोरी-चिट्टी भरे मांसल जिस्म की स्वामिनी, खुले स्वभाव की लड़की है, उसे देख मेरा मन उसकी बुर का चोदन के लिए बहकने लगता था।
मैं कमसिन उम्र से ही स्कूल कॉलेज में चुदने लगी थी, शादी के बाद पति कनाडा चला गया तो घर में रह गये मैं और मेरे ससुर जी… मेरे अन्तर्वासना कैसे बुझे?
प्रिया की योनि से कामरस अविरल बह रहा था, प्रिया रह-रह कर मुझे अपने ऊपर खींच रही थी जिससे यह बात साफ़ थी कि गर्म लोहे पर चोट करने का वक़्त आ गया था।
प्रिया पूर्णतः कँवारी थी और मेरे पास ज्यादा टाइम नहीं था, जिंदगी में दोबारा ऐसी रात नहीं आनी थी। मैंने उंगली को प्रिया की योनि में गोल गोल घुमाना शुरू किया।
अगली रात पहल मेरी साली की बेटी ने की, मैं सो चुका था, उसने मेरे कान, चेहरे को छू कर मुझे जगाने की कोशिश की। मैं यही चाहता था। इस रात क्या हुआ?
अब मुझे रात का इन्तजार था कि कब मैं बैडरूम में सोने जाऊँ और कब मुझे भांजी के बदन का सामिप्य प्राप्त हो! आखिर वो पल भी आए और मेरा हाथ उसके बिस्तर पर था।
मेरी साली की बेटी की तो कच्ची उम्र थी पर मैं जो कर रहा था वो सामाजिक और नैतिक दृष्टि से गलत था लेकिन कहते हैं कि गुनाह की लज़्ज़त मेरा पीछा नहीं छोड़ रही थी।
मुझ पर जवानी आई, कॉलेज में बॉयफ्रेंड बन गया, चूमा चाटी, लंड चूस लिया, मेरी बुर लंड मांग रही थी पर कोई मौक़ा नहीं मिल रहा था. मेरी बुर में मौसा का लंड गया.
मेरी चुत को चाचा चोदना चाहते थे और मेरी चुत चाचा से चुदी भी… कैसे? मुझे कॉलेज की पढ़ाई के लिए अपने चाचा के घर रहना पड़ा, चाचा की नज़र हमेशा मेरा ऊपर ही रहती है.
एक रात के लिये मुझे भाई की ससुराल में रुकना पड़ा तो भाई की साली पूजा मेरी खूब सेवा कर रही थी। रात को छत पर टहलने गया तो और लड़कियाँ भी पूजा के साथ आ गई।
लड़की जब पूरी गर्म हो जाए, अपने पे आ जाए तो फिर वो चूत में लंड लेने के लिए कुछ भी कर सकती है। 'उफ्फ पापा जी, मेरी चूत में पेल दो अपना लंड मुझे जल्दी से!' बहूरानी बेसब्री से बोली।
पहली बार तो अनजाने में अँधेरे में गलती से बहूरानी मुझसे चुद गई थी लेकिन आज तो मेरे आग्रह पर वो मेरे लिए बल्कि यों कहें कि अपने यौनानन्द के लिए मेरे पास आने को तैयार थी.
मैंने कितना प्रयास किया था उन सब बातों से बचने का… लेकिन तू तो पूरी निर्वस्त्र होकर मुझसे लिपटी जा रही थी और तो और मेरा लिंग भी तूने अपने मुंह में भर के चूसा और न जाने क्या क्या...
हाथों में चाय की ट्रे थामे वो मेरी गजगामिनी बहू नयन झुकाये मेरी ओर चली आ रही थी, मेरी नज़र रह रह कर उसके वक्ष के उभार निहारती और फिर उसकी जांघों के मध्य जा कर ठहर जाती!
कोलकाता के टूअर में अपने ससुर से चुद कर मेरे और मेरे परिवार के बीच एक नया रिश्ता जन्म ले चुका था, जो जब चाहता मुझे अपनी बीवी बना कर चोदता।
मैंने सभी कपड़े उतारे, आधे घंटे तक ससुर जी ने मेरी मालिश की, फिर ससुर जी ने बाथरूम में मुझे अच्छी तरह से नहलाया। बीच बीच में उनकी उंगली मेरी चूत, गांड में जा रही थी।
यह यक्ष प्रश्न मुझे बार बार कचोट रहा था और अदिति पर आश्चर्य भी हो रहा था कि कोई स्त्री ऐसी कैसे हो सकती है कि चुद जाए और यह भी न पहचान सके कि चोदने वाला उसका पति ही है या कोई और!!
मुझे शरारत सूझी तो मैंने हल्के से पापा जी को देखा, वो मेरी तरफ नहीं देख रहे थे तो मैं मौके का फायदा उठाते हुए वेटर को दिखाते हुए अपनी चूत को खुजलाने लगी।
यह हिन्दी सेक्स स्टोरी है एक ऐसे ससुर की जिसके पास उसकी बहू आधी रात के बाद अंधेरे में उसे अपना पति समझ कर आ गई और यौनक्रियाओं से रिझाने लगी। ससुर बेचारा…