कुंवारी नंगी चूत चाट कर गर्म की
मेरे पास ट्यूशन पढ़ने वाली लड़की को पैर के अंगूठे से सहला कर ही पटाया. फिर एक दिन वो आई तो मैं अकेला था. मैं उसे प्यार करके उसकी नंगी चूत तक पहुँच गया.
स्कूल कॉलेज या ट्यूशन में गुरु घण्टाल मास्टरों मास्टरनियों प्रोफेसरों की अपने छात्र-छात्राओं से यौन चुदाई सम्बन्धों की कहानियाँ
School, College aur tuition me teacher aur student ke beech sex ki Hindi Sex Kahani
Teacher-student Indian sex stories in the School, College or Tuition
मेरे पास ट्यूशन पढ़ने वाली लड़की को पैर के अंगूठे से सहला कर ही पटाया. फिर एक दिन वो आई तो मैं अकेला था. मैं उसे प्यार करके उसकी नंगी चूत तक पहुँच गया.
मैं हमारे स्कूल में बहुत सेक्सी मैडम की चूचियों को घूरता था, उसे चोदना चाहता था. एक दिन उसने मुझे स्टाफ रूम में बुलाया. कहानी में पढ़ें कि वो और एक दूसरी टीचर कैसे चुदी मुझसे!
मैं रोशनी के घर पढ़ने के लिए जाने लगा, वो बड़ी कमाल की माल दिखती थी, उसका शरीर किसी भी कुंवारी लड़की को हरा दे.. ऐसा था। पहले ही दिन मैं वो मुझे भा गई और मेरे मन में उसे चोदने की इच्छा जागृत होने लगी।
मैंने अपने पैरों को उसकी जांघ पर दोनों पैरों के बीच रख दिया और पैर की उंगलियों से हल्के-हल्के सहलाने लगा.. इससे रीता पूरी तरह गर्म हो गई और कुर्सी पर आगे की ओर सरक आई।
मैं मेडिकल कालेज में तीसरे वर्ष का छात्र था. मेरी टीचर ने मुझे उनकी मामी की देखभाल के लिए अस्पताल बुलाया और रात को वहीं रुकने को कहा. रात में वहाँ क्या हुआ?
चूत चुदाई कॉलेज की मैडम और एक छात्रा अगले दिन कॉलेज गया तो सबसे पहले मैंने ऑफिस में पूनम की छुट्टी की अर्ज़ी दे दी और फिर अपने क्लास में आकर बैठ गया। लंच के टाइम नेहा मुझ को कॉरिडोर में मिल गई और कहने लगी- वो उषा मैडम तुम को याद कर रही थी, […]
कॉलेज में नौकरी लगी तो एक मैडम भी नई आई थी. एक टूअर पर साथ जाने से धीरे धीरे दोस्ती हुई और अब हम हर तरह की बातें करने लगे. एक बार वो मुझे अपने घर ले गई और..
एक बार चूत चुदाई के बाद मैडम में उषा मैडम की भी चूत चुदाई करने की सिफारिश की जिसे मैंने मान लिया. उसके बाद कम्मो ने मैडम को घोड़ी बना कर उनकी चूत चुदाई कराई ताकि गर्भ रहने की सम्भावना बढ़ जाए!
टूअर से वापिस आते ही सबसे पहले को कम्मो की चूत में अपने लौड़े से टीका लगाया, फ़िर बताया कि निर्मला मैडम का गर्भाधान करना है… अगले दिन मैडम को घर ले आया और…
दिल्ली मे पहला दिन घूमने के बाद रात को मैडम ने मुझे अपने कमरे में बुला लिया और दो मैडमों की अन्तर्वासना शान्त करने के बाद मैं अपनी सहेलियों के कमरे में आया। कहानी पढ़ कर मज़ा लें !
अगले दिन मैडम मुझे अपने घर ले गई, वहाँ मैडम अपनी नौकरानी के सामने मुझसे चुदी, तरस खा कर मैंने नौकरानी को भी मजा दिया। संयोग से वो नौकरानी कम्मो की बहन थी।
मेरे कॉलेज की मैडम सन्तान चाहती थी, कम्मो ने जांच की तो पता चला कि मैडम ठीक हैं, कमी उनके पति में है. कम्मो ने मैडम को मुझसे ही गर्भाधान की सलाह दी.
ग्रुप सेक्स की लीडर हिना मुझे अपने घर ले गई और वहाँ उसने हमारे ही कॉलेज की एक महिला प्रोफ़ेसर को भी बुला रखा था. प्रोफ़ेसर की अन्तर्वासना भड़की हुई थी.. वो मुझसे कैसे चूड़ी, इस कहानी में...
मैं कम्प्यूटर सिखाता हूँ. एक दिन एक भाभी मेरे घर आ गई सीखने... उसे बैठने को कह कर मैं नहाने चला गया मगर पटोला भाभी को देख लंड पर हाथ चला गया. उसने देख लिया
मास्टर जी की अनुपस्थिति में उनकी बीवी मुझे अपने बेडरूम में ले गई और मुझसे सेक्स की मांग करने लगी, मैंने उनकी चूत चाट कर उन्हें परम आनन्द दिलाया और उसके बाद…
एक दिन मास्टर जी घर नहीं मिले तो उनकी जवान बीवी ने मुझे यह कह कर रोक लिया कि वो मुझे पढ़ाएगी। उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे अपने बेडरूम में ले गई।
मैं ट्यूशन पढ़ने मारवाड़ी मास्टर के घर जाता था, उसकी बीवी काफ़ी युवा थी, सेक्सी थी। एक दिन वो बाथरूम से सिर्फ़ पेटिकोट चूचियों पे बान्धे निकली। उसकी गोरी टाँगें…
मैंने एक इंस्टिट्यूट में प्रवेश लिया, वहाँ की काउंसलर सुरभि रस्तोगी खुले स्वभाव की कुंवारी लड़की थी। उसने मेरी मदद की और एक दिन वो मुझे अपने घर ले गई...
हमारे कॉलेज में एक कंप्यूटर की मैडम थीं, उनकी उम्र 32 साल की होगी, उनके मम्मे आधे बाहर की तरफ लटके होते थे। एक बार मैडम मेरे पास आकर मेरे टेबल पर झुक कर प्राब्लम सॉल्व करने लगीं। जब वो झुकीं.. तो उनका पूरा मम्मों का नजारा मेरी आँखों के सामने था। मैडम ने मुझे देखा लिया कि मैं उनकी चूचियां निहार रहा हूँ तो उनहोंने छुट्टी के बाद मिलने को कहा...
मेरे पड़ोस की एक लड़की अकसर मुझसे पढने आ जाती थी.. एक दिन मैं घर में अकेला था और वो पढ़ने आ गई... संयोग से पढाई का विषय था बच्चा नर या मादा कैसे बनाता है... आप खुद ही पढ़िए इस कहानी में कि उस लड़की ने कैसे पहला करके मुझसे चुदाई करवाई !