टीचर जी की बरसों की प्यास और चूत चुदाई-1
तलाक के बाद किसी औरत पर सेक्स के बिना क्या बीतती है, वो अपनी चूत की प्यास बुझाने के लिये क्या कर जाती है, इस हिन्दी सेक्स स्टोरी में टीचर ने अपने छात्र से चूत चुदवाई।
स्कूल कॉलेज या ट्यूशन में गुरु घण्टाल मास्टरों मास्टरनियों प्रोफेसरों की अपने छात्र-छात्राओं से यौन चुदाई सम्बन्धों की कहानियाँ
School, College aur tuition me teacher aur student ke beech sex ki Hindi Sex Kahani
Teacher-student Indian sex stories in the School, College or Tuition
तलाक के बाद किसी औरत पर सेक्स के बिना क्या बीतती है, वो अपनी चूत की प्यास बुझाने के लिये क्या कर जाती है, इस हिन्दी सेक्स स्टोरी में टीचर ने अपने छात्र से चूत चुदवाई।
ये स्टोरी मेरी और मेरी पड़ोसन इंगलिश ट्यूशन टीचर की है। एक दिन वो अपने बेटे को मेरे सामने चूची खोल कर दूध पिलाने लगी तो मैं देखने लगा. उसने कैसे मेरा लंड लिया! इस कहानी में पढ़ें!
केले के जैसा टेढ़ा लंड तो मेरी कमज़ोरी था, टेढ़े केलेनुमा लंड से चुदने का स्वर्गिक स्वाद सिर्फ़ वो ही बता सकती है जिसकी चूत और गांड ऐसा मस्त लौड़े से खूब चुदी हो।
पड़ोस की एक लड़की मुझसे कम्पूयटर सीखने आती थी, उसने मेरे पीसी में ब्लू फ़िल्म देख ली। उस दिन के बाद उसका रवैया बदल सा गया, उसने चूत कैसे चुदवाई, इस कहानी में!
मैं एक हॉट बंगाली माल हूँ, मैं टीचर हूँ, एक बार छात्र छात्राओं का टूअर हम दार्ज़ीलिंग ले गए। हम पहाड़ों पर घूमने गए, वापिसी में मेरे पाँव में मोच आ गई.. कहानी का मज़ा लें।
मुझसे ट्यूशन पढ़ने आने वाली एक लड़की मुझे चाहने लगी थी। कहानी में पढ़िए कि कैसे उसने मुझसे अपने प्रेम का इजहार किया और कैसे हम दोनों ने बारिश वाले दिन सेक्स किया।
मैं एक लड़की को पसन्द करता था, एक दिन छुट्टी के बाद उसे पकड़ लिया और हम चूमा चाटी करने लगे। हम दोनों को एक मैडम ने देख लिया और हमें स्टाफ़ रूम में ले गई।
मैंने कम्प्यूटर कोर्स ज़ॉइन किया तो वहाँ अकसर सर की बीवी पढ़ाने आती थी। वो मुझे पसन्द आ गई। शायद उसने भी मेरी नजर भाम्प ली थी, वो भी चूत चुदाई चाहती थी।
मैं बारहवीं में थी, जवान हो गई थी। स्कूल के सारे जवान लड़के मुझ पर मरते थे.. लेकिन मैं किसी को भाव नहीं देती थी। एक दिन सर ने अपना हाथ मेरे कन्धे पर रख दिया।
मैं ट्यूशन पढ़ने जाता था तो मैडम के मम्मों को घूरता था। उसे भी पता था कि मैं उसके मम्मे देखता हूँ एक दिन वो अकेली थी घर में तोक्या हुआ… इस कहानी में पढ़िये!
मेरे ऑफिस के चपरासी की बहन कम्प्यूटर सीखने मेरे पास आई तो धीरे धीरे मैं उसे चोदने की सोचने लगा, उसके बदन को छूने लगा. और एक दिन मैंने उसे दबोच लिया.
वो अपना मुंह मेरे होंठों के करीब लाकर अपनी गर्म साँसें मेरी साँसों में मिला के बोली- मज़ा आ गया रे विक्की! आखिर तूने मुझे चोद ही दिया ना! कह कर वो मेरे होंठ चूमने लगी।
कॉलेज की एक मैम के साथ मेरे दोस्ताना सम्बन्ध बन गये थे। एक बार वो मुझे बीमार सी दिखी तो मैं उन्हें छोड़ने उनके घर गया बाइक पर… घर में क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िए !
मैडम- अब तुम्हें चुदाई का चस्का लग गया है.. अब तुम दूसरा शिकार ढूँढ लो और आज आखिरी बार मेरी चुदाई कर लो। मेरी चुदाई करके मुझे गुरूदक्षिणा दे दो।
मुझे जल्दी तुम्हारा लण्ड अपनी चूत में चाहिए। तुम लण्ड पहले मेरी चूत पर रगड़ना.. फिर लण्ड को मेरी चूत में डालना, पहले लण्ड का जो लाल भाग है.. उसे अन्दर डालना।
अरे सिर्फ होंठों के ऊपर होंठ रखने से किस नहीं किया जाता.. तुम मेरे होंठों को अपने होंठों में रख कर चूसो। कभी ऊपर के होंठों को.. तो कभी नीचे के होंठों को..
'हाँ है तो.. और ये तुम्हें लण्ड जैसे शब्द क्यों बोल रहे हो.. तुम्हें शर्म नहीं आती.. मैडम के सामने ऐसे शब्द बोल रहे हो?' अवि- सॉरी मैडम.. गलती हो गई..
किताब न्यूज पेपर से कवर की हुई थी पर पंखे की स्पीड ज्यादा होने से कुछ पन्ने पलट गए। जब मेरी नजर उस किताब पर पड़ी.. तो उसमें लड़कियों की नंगी फोटो बनी थीं।
मैंने मैडम के घर पहुँच कर का गेट खटखटाया.. थोड़ी देर बाद मैडम ने दरवाजा खोल दिया। इस वक्त मैडम एक नाइटी में थीं। मैडम के आम लटक रहे थे..
ये तो हम दोनों की चाल थी.. जब मैंने इसे आपके बारे में इसे बताया तो ये कमीनी मुझसे कहने लगी कि मुझे भी जन्नत की सैर करनी है.. मुझे भी तुम्हारा लौड़ा दिला दो.. तो मैंने हाँ बोल दी थी।