आपा हूँ तेरी !
मैंने गांड में लंड एक बार में ही घुसा दिया तो आपी जोर से चिल्लाई- कुत्ता! बहनचोद, रंडी समझ लिया है क्या? आपा हूँ तेरी! रंडी नहीं कि तूने एक बार में ही लंड घुसा दिया.
सगे भाई बहन, चचेरे, ममेरे, फुफेरे भाई बहन के बीच चुदाई खेल की कहानियाँ
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मैंने गांड में लंड एक बार में ही घुसा दिया तो आपी जोर से चिल्लाई- कुत्ता! बहनचोद, रंडी समझ लिया है क्या? आपा हूँ तेरी! रंडी नहीं कि तूने एक बार में ही लंड घुसा दिया.
आपने मेरी कहानी के दो भाग पढ़े। आपके पत्र मुझे मिले, आपका शुक्रगुजार हूँ कि आपने मुझे इतना प्यार दिया। अब हाजिर हूँ अपनी कहानी का अगला भाग लेकर। मैं उस रात काफ़ी अनमना सा महसूस कर रहा था। एक तो मुझे स्वाति की बातों का ख्याल आ रहा था, दूसरे मेरी वासना मुझ पर […]
अब मैंने अपने होंठ उसके होंठ से लगा दिए और उसके होंठों को चूसने लगा। मैंने अपनी जीभ को उसके मुँह से सटाई तो उसने अपना मुँह खोल दिया। अब वो भी मेरी जीभ चूसने लगी, शायद वो इतनी गर्म हो चुकी थी कि अपने आप को रोक नहीं पाई।
मैं बहुत सुन्दर हूँ, घर से निकलती तो मेरी चूचियों और मटकती गाण्ड को देखकर सब का लण्ड खड़े हुए बिन नहीं रह पाता. मैं निकल जाती और वो लण्ड दबाते रह जाते. लेकिन मेरी जवान चूत की धार मेरी फुफेरे भाई ने लगाई अपने फौलादी लंड से!
प्रेषक : माय विश क्या मस्त चाट रही थी वह ! मेरे लण्ड में अकड़न आनी शुरू हो गई और उसने उसको पूरा मुँह में लेना शुरू कर दिया, अब मैं इधर अपनी जीभ अपनी सेक्सी बीवी कि चूत से बहते रस को चाट रहा था और वह चिल्ला रही थी- चाट लो मेरी चूत […]
दोस्तो, आपने मेरी कहानी सबकी इच्छा पूर्ति पढ़ी होगी। मैं आज आप को अपना एक और अनुभव सुनाने जा रहा हूँ। मैं अपनी बीवी को बोलता रहता था कि तुमने तो दूसरे लण्ड के स्वाद ले लिए पर मुझे तो दूसरी चूत मिली ही नहीं। वह बोलती थी- तुम कोशिश करो और मैं भी कर […]
पुरुष को यदि कोई स्त्री आसानी से हासिल हो जाए तो वो जल्द ही उससे ऊब जाता है। जो स्त्री पुरुष को जितना ज्यादा तरसाती है पुरुष उसको हासिल करने के लिए उतना ही ज्यादा लालायित होता जाता है। नेहा के साथ मेरे अधूरे संभोग ने उसे पाने की मेरी इच्छा को और बढ़ा दिया […]
मैंने उसकी पैंटी की इलास्टिक में अपनी ऊँगली फँसाई और उसे नीचे खींचने लगा। उसने अपने नितंब ऊपर उठा दिए और मेरा काम आसान हो गया। पैंटी उतारने के बाद मैं अपना मुँह उसकी योनि के पास ले गया।
सुगन्धा की स्कर्ट और ऊपर उठ गई थी और अब उसकी नीले रंग की पैंटी थोड़ा थोड़ा दिखाई पड़ रही थी। उसकी जाँघें बहुत मोटी नहीं थीं और उरोज भी संतरे से थोड़ा छोटे ही थे।
उसने मुझे कुतिया बनने के लिए कहा, मैं समझ गई कि पहले मेरी गांड मरेगी। मैं झट से कुतिया बन गई, फिर वो मेरी गांड चाटने लगा। हाय क्या बताऊँ दोस्तो, गांड चटाने में कितना मजा आता है।
हाय दोस्तो, मेरा नाम वरुण है, मैं भोपाल का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र उन्नीस साल और मैं सांवले रंग का हूँ। लगभग एक साल से मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अन्तर्वासना की कहानियाँ पढ़ने के बाद मेरा लौड़ा चुदाई करने के लिए फनफना जाता था पर चूत का जुगाड़ न होने पर मैं […]
मुझे चुदाये हुए काफ़ी दिन हो गये थे। मेरा निशाना अब मेरा भाई था। अचानक ही वो मुझे सेक्सी लगने लगा था। घर पर पज़ामें में उसका झूलता लण्ड मुझे उसकी ओर आकर्षित करता था।
मुझे कुछ नहीं सूझा तो मैंने दीदी को बाहों से पकड़ कर बिस्तर पर लिटा दिया, अब वो मेरे सामने एकदम नंगी पड़ी थीं. दूध सा सफ़ेद बदन. चूचियों का सौन्दर्य देखते ही बनता था.
दीदी ने मेरे लिंग को अपने मुंह में ले लिया और पूरे लिंग को अपने मुंह में भर लिया. मुझे ऐसा लग रहा था कि वो मेरे लिंग को कच्चा ही खा जायेगी
कहानी का पिछला भाग: चचेरी बहन का कौमार्य-2 दोस्तो, मेरा ख्वाब था कि मैं किसी की सील तोडूं! पर मुझे अपनी बीवी के साथ भी यह मौका नहीं मिला था, हालांकि मेरी बीवी ने तब मुझे यही बताया था साईकिल चलाते वक्त उसकी चूत की झिल्ली फट गई थी, तो आज जब मुझे अपनी बहन […]
कहानी का पहला भाग: चचेरी बहन का कौमार्य-1 प्रिया थोड़ी देर बाद कमरे में आई, वो अपने बदन को केवल एक तौलिये से ढके थी, कमरे में आते ही वो अपने ड्रेसिंग टेबल की तरफ गई और तौलिया हटा दिया। उफ़ क्या मस्त लग रही थी मेरी बहना! उसके शरीर पर यहाँ वहाँ पानी की […]
दोस्तो, मैं भी अन्तर्वासना की कहानियों को नियमित पढ़ता हूँ, मैंने सोचा मैं भी अपनी कहानी आप सबको बताऊँ। यह मेरी पहली कहानी है, उम्मीद तो यही है कि सभी कुंवारी चूतें फड़फ़ड़ा जायेंगी और मेरे भाइयों के लण्ड फड़क उठेंगे उनको फाड़ने के लिए। कृपया अपनी प्रतिक्रिया जरूर भेजिएगा। मेरा नाम अमित है, मैं […]
मैंने हमेशा से ही दीदी को चोदने की सोची थी और रात को दीदी के सोते समय उनकी चूचियाँ और चूत कभी कभी दबा लेता था। प़र डर के कारण आगे कुछ नहीं कर पाता था।
मैंने अपना हाथ उसकी सलवार में डाला तो उसकी फुद्दी एकदम गीली हो चुकी थी! मैंने धीरे से उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया.
रेखा ने भी मेरा पैंट के ऊपर उभार महसूस किया और वो भी बड़े गौर से मेरे लंड को देखने लगी। रेखा की गोरी गोरी टांगें दिख रही थीं, उसकी स्कर्ट थोड़ी सी ऊपर उठी हुई थी या उसने जानबूझ कर ऐसा किया था।