सेक्सी बहन की चूत गान्ड चोदने की तैयारी-1
(Sexy Bahan Ki Chut Gaand Chodne Ki Taiyari- Part 1)
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दोस्तो, मेरा नाम शैलेश है.. मैं दिल्ली में रहता हूँ..
मेरे घर में मेरे पापा मॉम और सबसे ख़ास मेंबर मेरी सेक्सी बहन काजल रहती है। उसकी उम्र 19 साल की है.. वो मुझसे 2 साल छोटी है।
वैसे तो काजल मेरी सग़ी बहन है.. पर उसका जिस्म इतना सेक्सी है कि ना चाहते हुए भी उसकी उठी हुई गाण्ड और फूले हुए चूचे मैं बड़ी ललचाई नजरों से देखता रहता था। उसके मम्मों का साइज़ 32 है पर मुझे काजल की गाण्ड बहुत मस्त लगती है। उसकी गाण्ड बहुत सेक्सी है.. वो जब भी मटक कर चलती है तो उसकी गाण्ड एकदम बाहर की तरफ निकलती है.. देखते ही मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता है।
वो बहुत कम बार ही सलवार सूट पहनती है.. ज्यादातर जीन्स ही पहनती है.. जिसमें उसकी गाण्ड और भी सेक्सी लगती है।
एक दिन की बात है.. मेरे डैड ऑफिस गए हुए थे और मॉम बाजार गई थीं.. घर में सिर्फ़ मैं और काजल ही थे। काजल दूसरे कमरे में सोई हुई थी.. मैं ऐसे ही काजल को देखने के लिए किसी बहाने उसके कमरे में गया.. उस वक्त वो अपनी पीठ के बल सोई हुई थी.. जिससे उसकी गाण्ड पूरी उघड़ी हुई दिख रही थी। उस समय उसने काली जीन्स पहनी हुई थी।
यह देखते ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया और मैं उसके नजदीक चला गया। मैं अपना मुँह उसकी गाण्ड से 2 इंच दूरी पर रख कर सूँघने लगा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
फिर मैंने अपना मोबाइल निकाला और उसकी गाण्ड की पिक ले ली.. ताकि रात को मैं अकेले में ये देख सकूँ।
आज मैं पहली बार काजल की गाण्ड इतने करीब और अच्छे से देख रहा था.. लेकिन मैं उसकी गाण्ड देखने में इतना खो गया था कि फोटो खींचते वक़्त कैमरे का बहुत ज़ोर की आवाज आई.. जिससे काजल हिली.. इससे मैं बहुत डर गया और मैं भाग कर बाहर आ गया।
फिर थोड़ी देर बाद काजल मेरे कमरे में आई और बोली- भैया आप अभी मेरे कमरे में आए थे क्या?
मैंने डरते हुए कहा- नहीं तो.. मैं तो कब से यहीं ही हूँ।
तब उसने कहा- मुझे लगा कि कोई मेरे कमरे में आया था..
शायद उसने मेरे भागते हुए कदमों की आवाज़ को सुन लिया था।
फिर मैंने कहा- तूने कोई सपना देखा होगा।
काजल ने कहा- शायद आप ठीक बोल रहे हो।
मैं शान्त रहा।
उसने पूछा- मॉम कहाँ है?
मैंने कहा- बाजार गई हैं।
फिर उसने कहा- आप चाय पियोगे?
मैंने थोड़ा रुक कर उसके मम्मों को देखा और कहा- नहीं मुझे दूध पीना है..
काजल को कुछ भी समझ में नहीं आया कि मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ। वो बहुत सीधी सी थी.. उसने कहा- भैया आप कब से दूध पीने लगे?
मैंने कहा- बस मुझे आज दूध पीने का बहुत मन है..
तो उसने कहा- रूको.. मैं आपके लिए दूध लाती हूँ।
फिर वो रसोई में जाने लगी और मैं पीछे से उसकी ठुमकती गाण्ड देखने लगा।
फिर कुछ देर बाद वो दूध लेकर आई.. तब मैंने मन में कहा कि आज तो इस से काम चला लेता हूँ.. पर एक दिन अपनी बहन का दूध पी कर ही रहूँगा।
मैं ये काजल का दूध समझ कर के एक ही सांस में पूरा गिलास पी गया।
ये देखकर काजल बोली- मुझे नहीं पता था कि आपको दूध पीना इतना पसंद है।
फिर वो रसोई में अपने लिए चाय बनाने चली गई।
तब तक मम्मी भी आ गईं।
फिर रात को सोते वक़्त मैं काजल की गाण्ड की पिक देख रहा था.. जो मैंने मोबाइल में ले लिया था। वो पिक देखकर मेरा लौड़ा ऐसा खड़ा हुआ कि सीधा लंड पकड़ना ही पड़ा वरना पूरा दही निकल जाता और मेरा पैंट और बिस्तर गंदा हो जाता।
मैंने फर्स्ट टाइम इतनी ख़तरनाक मुठ्ठ मारी थी.. वो भी अपनी बहन के नाम की।
फिर मैंने सोचा कि जब पिक देखकर ये हाल है.. तो जब ये लंड काजल की गाण्ड में जाएगा.. तो क्या हाल होगा।
उस दिन मैंने तय कर लिया था कि चाहे कुछ भी हो जाए.. एक दिन काजल को चोद कर ही रहूँगा। फिर चाहे प्यार से करना पड़े.. या ज़बरदस्ती.. लेकिन इसे चोदूँगा ज़रूर..
फिर मैं सो गया..
कुछ दिन तक ऐसे ही चलता रहा। मेरी मॉम हमेशा घर में रहती थीं.. इसलिए काजल के जिस्म को देखने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा था।
कुछ दिन बाद मॉम किसी काम से बाहर गईं और तब काजल और मैं फिर अकेले थे.. अब फ़र्क़ सिर्फ़ इतना था कि इस बार काजल जागी हुई थी और टीवी देख रही थी।
मैं ये मौका किसी भी हाल में नहीं जाने देना चाहता था.. क्या पता कब इसके साथ अकेले रहने का मौका मिले.. इसलिए मैं एकदम काजल से चिपक कर बिस्तर पर बैठ गया और टीवी देखने लगा।
बिस्तर बड़ा था.. इसलिए काजल को थोड़ा अजीब लग रहा था कि इतना जगह होने के बाद भी मैं उसके साथ चिपक कर क्यों बैठा हूँ.. लेकिन मेरी बहन ने मुझे हटाया नहीं.. और बिना कुछ बोले वो भी मेरे से चिपककर बैठी रही जबकि उसके पास भी बैठने के लिए काफ़ी जगह थी।
शायद उसने मेरा ख़याल रखा और वो यूँ ही बैठी रही।
फिर मैंने अपना एक हाथ काजल के जाँघ पर रख दिया और सहलाने लगा.. लेकिन काजल चुपचाप टीवी देखती रही। फिर मैंने हिम्मत करते हुए अपना मुँह उसके पीठ पर रख दिया.. जिससे उसके बाल मुझे स्पर्श सुख देने लगे। मैंने मस्ती में 2-3 लटें तो अपने मुँह में भी ले ली थीं.. और बड़े कामुक तरीके से उन बालों की लटों को चूस रहा था।
फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी जाँघ से ऊपर ले जाकर उसके पेट पर रख दिया और उसके पेट को सहलाने लगा।
काजल अभी भी चुप थी।
फिर मैं अपने हाथ उसके मम्मों के करीब ले गया.. तब काजल ने कहा- भैया, आप ये क्या कर रहे हो?
और गुस्से से वो उठ कर अपने कमरे में चली गई और कमरा अन्दर से बन्द कर लिया। दस मिनट बाद मॉम आईं.. तब काजल बाहर आई..
मैं डर गया कि कहीं वो मॉम को बता ना दे.. पर उसने कुछ नहीं कहा और एकदम नॉर्मल रही।
वो मुझसे बात नहीं कर रही थी और ना मुझसे नज़रें मिला रही थी।
फिर रात को मैं उसके कमरे में गया.. वो पढ़ रही थी।
मैंने काजल से कहा- काजल, मुझे माफ़ कर दे.. मुझसे ग़लती हो गई.. मैं बहक गया था।
तब काजल ने कहा- भैया मैं आपकी बहन हूँ.. आप मेरे साथ ऐसा करने की सोच भी कैसे सकते हो।
मैंने समय का फायदा उठाते हुए कहा- क्या करूँ काजल तू इतनी सेक्सी है.. कि मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और ऐसा हो गया.. आई एम सॉरी..
और फिर मैं चुपचाप कमरे से चला गया।
अगले भाग में मैं आपको बताऊँगा कि कैसे मैंने काजल को चोदा।
आप लोगों को अभी तक की स्टोरी कैसी लगी.. प्लीज़ मुझे मेल ज़रूर कीजिएगा।
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