चूत एक पहेली -50
(Chut Ek Paheli-50)
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अब तक आपने पढ़ा..
पायल- नहीं जहाँ आप जा रहे हो.. मुझे भी साथ जाना है..
रॉनी- अरे पायल बस 2 मिनट की तो बात है.. यहीं बैठो ना तुम..
पायल- मैंने कहा ना.. मुझे आपके साथ आना है।
पुनीत- अरे यार ये क्या ज़िद हुई..?
पायल- अगर अब ना कहा ना.. वरना आज के बाद मैं तुम दोनों से बात नहीं करूँगी.. देख लेना हाँ..
रॉनी- भाई अब पायल को नाराज़ भी नहीं कर सकते.. हम ऐसा करते है हम भी नहीं जाते.. चलो घर चलो..
अब आगे..
रॉनी की बात सुनकर सन्नी बस उसके चेहरे की ओर देखने लगा.. जैसे उसके किए कराए पर वो पानी फेरना चाहता हो.. मगर हमारा ईडियट पुनीत जो साथ है.. वो कहाँ ये होने देगा। ये भी सन्नी को पता था.. उसने इशारे से पुनीत को कहा कि कुछ बोलो.. ये क्या कह रहा है?
पुनीत- नहीं.. हम घर नहीं जाएँगे और पायल मेरी बात सुनो.. रविवार को यहाँ एक पार्टी है.. हम बस उसकी एंट्री लेने जा रहे हैं।
पायल- ओह्ह.. वाउ.. पार्टी है.. मैं भी आऊँगी आपके साथ.. मज़ा आएगा।
रॉनी- पायल वो पार्टी.. तुम्हारे लायक नहीं है.. यहाँ जूस नहीं बियर.. रम.. वोदका.. ये सब पीना पड़ेगा और भी बहुत कुछ होगा यहाँ..
पायल- तो क्या हुआ.. थोड़ा पी लूँगी.. मगर आपके साथ आऊँगी जरूर..
मतलब गोली अपना असर शुरू करने लगी थी.. अब पायल का दिमाग़ उसके काबू में नहीं था.. उसके जिस्म में वही बेचैनी शुरू हो गई थी।
पुनीत- अगर तुम्हारी यही मर्ज़ी है.. तो चलो आ जाओ.. तुम्हारी भी एंट्री करवा देते हैं।
रॉनी- भाई ये क्या बात हुई.. अब आप यहाँ भी पायल को लेकर जाओगे?
पुनीत- अरे इसमें क्या बुराई है.. और भी तो लड़कियां आएँगी ना यहाँ.. और वैसे भी जब पायल ने खुद फार्म पर गेम के लिए ‘हाँ’ कह दी है.. तो ये तो उसके सामने छोटी सी बात है।
रॉनी- वो भी आपकी वजह से ही सब हुआ है.. मगर इसका अंजाम बहुत बुरा होगा.. ये खेल परिवार की इज़्ज़त से बढ़कर नहीं है।
पुनीत- अरे यार लगता है.. तुझे चढ़ गई है.. तो बहुत जज्बाती हो रहा है.. जस्ट चिल यार.. अब चलो..
पायल और पुनीत के समझाने पर रॉनी मान गया.. तीनों साथ में अन्दर गए.. अपनी एंट्री करवाई और आ गए।
सन्नी ने पहले ही अपनी और बाकी दोस्तों की एंट्री करवा दी थी।
वहाँ से निकल कर वो घर की तरफ़ जाने लगे। रास्ते में सन्नी को उसके घर छोड़ दिया और आगे निकल गए।
दोस्तो, ये अपने घर पहुँचे.. तब तक सन्नी के बारे में कुछ जान लो..
शुरू से आप बस सन्नी का नाम सुन रहे हो.. मगर इसके घर में अभी तक हमने कोई चर्चा नहीं की.. तो आज हम सब जानकारी कर लेते हैं।
सन्नी एक अच्छे परिवार से है.. मगर ये यहाँ दिल्ली का नहीं है.. इसका पूरा परिवार पंजाब में है। ये स्टडी के लिए दिल्ली आया था.. उसके बाद यहीं का होकर रह गया। इसने यहाँ अलग-अलग एरिया में बहुत से कमरे और फ्लैट्स किराए पर लिए हुए हैं। इसकी एक बहुत खास वजह है.. जो अभी नहीं बता सकती हूँ। वो आपको आगे पता चल जाएगी। मगर इस बात का पता इसके किसी दोस्त को नहीं है.. सब यही समझते हैं कि ये यहाँ अपने पापा के काम के लिए रहता है। उनका भी प्रॉपर्टी का धन्धा है। जिस घर के पास पुनीत ने इसको छोड़ा है.. यही इसका घर है.. जहाँ कुछ नौकर हैं बस.. इसके अलावा ये यहाँ अकेला ही रहता है।
चलो अब ये बात यहीं ख़त्म करो.. आगे सब समझ जाओगे।
वो तीनों घर पहुँच गए और अपने-अपने कमरों में चले गए।
पायल कमरे में गई और पूरे कपड़े निकाल कर फेंक दिए.. तब जाकर उसको सुकून आया। मगर जब उसने देखा कि कमरे में तो एसी है ही नहीं.. तो उसके होंठों पर एक मुस्कान आ गई। उसने अपने बैग से हेयर रिमूवर लिया और वो बाथरूम में चली गई। वहाँ जाकर अपने हाथ पैर के साथ चूत पर भी क्रीम लगा ली। वैसे कुछ दिन पहले ही उसने बाल साफ किए थे.. मगर पता नहीं आज उसके मन में क्या बात थी कि वो बड़े आराम से बाल साफ करने लगी और बड़बड़ाने लगी।
पायल- भाई आपने तो मुझे पागल बना दिया है.. आज तो मैं आपके लंड को देख कर ही रहूँगी।
पायल ने चूत की सफ़ाई की.. उसके बाद नहाने में मस्त हो गई।
उधर वो दोनों भी अपने कपड़े चेंज करके सोने की तैयारी में लग गए।
कुछ देर बाद रॉनी को कुछ याद आया तो वो कमरे से निकला और पायल के कमरे की तरफ़ चला गया।
दरवाजे पर दस्तक करके रॉनी ने पायल को आवाज़ दी।
उस वक्त पायल बाथरूम से बाहर निकली ही थी, उसने सिर्फ़ तौलिया लपेटा हुआ था।
पायल- कौन है?
रॉनी- मैं हूँ पायल.. मुझे तुमसे एक बात कहनी थी।
पायल- दरवाजा खुला है भाई.. आ जाओ।
रॉनी जब अन्दर गया तो वो पिंक तौलिया में पायल के गोरे जिस्म को बस देखता ही रह गया। वो बहुत प्यारी और सेक्सी लग रही थी.. मगर रॉनी ने जल्दी से अपनी नजरें उसके जिस्म से हटा लीं।
रॉनी- अरे कपड़े तो पहन लेतीं.. ऐसे तौलिये में क्यों खड़ी हो?
पायल- अरे अभी तो नहा कर निकली हूँ.. इतने में आप आ गए।
रॉनी- अरे तो मुझे बोल देतीं.. मैं बाहर वेट कर लेता।
पायल- अब जाने भी दो भाई.. जो कहना है.. कहो.. ऐसे बहस से क्या होगा.. ऐसे ही टाइम खराब करेंगे क्या?
रॉनी- अच्छा सुन.. तू बड़े पापा को आज की बात के बारे में मत बताना और आज के बाद जो भी हम करेंगे.. जहाँ भी जाएँगे.. वो सब हमारे बीच ही रखना.. नहीं तुम जानती हो ना.. क्या हो सकता है?
पायल- हा हा हा भाई.. आप भी ना बहुत भोले हो.. ऐसी बातें बताई जाती है क्या.. और वैसे भी अब हम फ्रेण्ड हैं.. तो ये राज हमारे बीच ही रहेगा।
रॉनी बार-बार पायल के जिस्म को देख रहा था.. मगर उसकी हिम्मत नहीं हो पाई कि वो खुल कर कुछ देखे या ऐसा हो सकता है कि उसके अन्दर का भाई उसे ये सब करने से रोक रहा हो..
रॉनी- ओह्ह.. थैंक्स.. तुमने तो मेरी टेंशन ख़त्म कर दी.. पता नहीं मैं क्या क्या सोच रहा था.. ओके अब सो जाओ गुड नाईट।
पायल- ओके भाई गुड नाईट..
दोस्तो, उम्मीद है कि आपको कहानी पसंद आ रही होगी.. तो आप तो बस जल्दी से मुझे अपनी प्यारी-प्यारी ईमेल लिखो और मुझे बताओ कि आपको मेरी कहानी कैसी लग रही है।
कहानी जारी है।
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