चूत एक पहेली -41
(Chut Ek Paheli-41)
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अब तक आपने पढ़ा..
पुनीत- अरे इसमें पूछना क्या है.. ले लो ना.. अच्छा है वो.. और अब जो भी ड्रेस लो.. पहले मुझे पहन कर दिखाना ताकि मैं तेरी तारीफ करूँ.. अब खुश..
पायल ने दो और सेक्सी ड्रेस लिए।
अब पुनीत भी खुलकर उसकी तारीफ करने लगा था.. मगर पायल अभी भी सोच में थी कि पुनीत उसको किस नज़र से देख रहा है।
अचानक उसके दिमाग़ में एक आइडिया आया!
पायल- भाई आप कुछ नहीं ले रहे क्या.. कब से मैं ही लिए जा रही हूँ।
पुनीत- अरे नहीं.. कुछ दिन पहले ही मैंने शॉपिंग की है।
पायल- अच्छा जाने दो भाई.. आपको मेरी फ्रेण्ड की बात बताऊँ.. आपको बहुत हँसी आएगी।
अब आगे..
पुनीत- हाँ बताओ… ऐसी क्या बात है?
पायल- वो मिडल क्लास फैमिली से है.. तो वहाँ ऐसे हाई फैशन कपड़े नहीं पहनते हैं और खास कर शॉपिंग के वक्त उसके साथ उसके पापा या भाई हों.. तो बस पूछो मत..
पुनीत- अरे इसमे हँसने की क्या बात है.. शॉपिंग तो ज़्यादातर घर वालों के साथ ही की जाती है।
पायल- हाँ पता है.. आगे तो सुनो.. एक बार वो अपने भाई के साथ गई.. उसको कुछ कपड़े और अंडरगारमेंट लेने थे.. अब कपड़े तो उसने ले लिए.. भाई के सामने वो ब्रा पैन्टी कैसे खरीदे.. ये दिक्कत की बात थी।
पायल ने ये बात एकदम नॉर्मल होकर कही.. इस पर पुनीत ने भी ज़्यादा गौर नहीं किया कि पायल क्या बोल रही है.. मगर ये पायल की चाल थी।
पुनीत- अरे जब भाई के साथ आ ही गई तो लेने में क्या हर्ज है.. अगर उसको शर्म आ रही थी.. तो भाई को दुकान के बाहर भेज देती.. इसमें क्या है.. खैर.. फिर क्या हुआ.. उसने लिए या नहीं?
पायल- नहीं.. भाई के सामने लेने में उसको शर्म नहीं आई.. मगर फिर भी उसने नहीं लिए..
पुनीत- अरे ये क्या बात हुई.. शर्म भी नहीं आई.. फिर भी नहीं लिए..
पायल- हा हा हा हा.. आगे तो सुनो.. क्यों नहीं लिए.. हा हा हा हा!
पुनीत- अरे तू हँसना बन्द कर पहले.. बात तो बता मुझे..
पायल- हा हा.. उसने दो ड्रेस लिए तो उसके भाई ने कहा.. पहन कर दिखाओ बराबर फिट हैं या नहीं.. तो उसने सोचा अब अंडरगारमेंट लूँगी तो कैसे दिखाऊँगी हा हा हा हा..
पायल की बात सुनकर पुनीत भी ज़ोर ज़ोर से हँसने लगा।
पुनीत- हा हा हा वो भी कोई हा हा पागल ही थी हा हा.. कुछ भी सोच लिया उसने.. इस दुनिया में भी कैसे-कैसे लोग हैं हा हा हा..
पायल- बस बस भाई ऐसे ज़्यादा हँसना ठीक नहीं.. आपके पेट में दर्द हो जाएगा।
पुनीत- अब क्या इरादा है.. और कुछ लेना है या चलें?
पायल- लेना तो है मगर…
पुनीत- अरे क्या लेना है.. ले लो.. ये मगर क्या है?
पायल- भाई मुझे अंडरगारमेंट लेने हैं मगर आपने तो कहा था.. अब जो भी लेना हो.. पहले मुझे पहन के दिखाना तो थोड़ी सोच रही हूँ…
पायल की बात सुनकर पुनीत ज़ोर से हँसने लगा। उसको लगा पायल मजाक कर रही है.. मगर पायल ने अपना पासा फेंक दिया था।
पायल- भाई इसमें इतना हँसने की क्या बात है.. मुझे सच में लेने हैं।
पुनीत- हा हा हा.. अरे तो ले ले.. इसमें सोचना क्या है.. तू भी अपनी फ्रेण्ड की तरह बेवकूफ़ी करेगी क्या.. ड्रेस दिखाना अलग बात है.. ये कोई दिखाता है क्या.. हा हा हा..
पायल- अच्छा अच्छा.. अब ज़्यादा मत हँसो और चलो मेरे साथ.. वो सामने की शॉप से लेंगे..
पुनीत- अरे मैं क्या करूँगा जाकर.. तू ले ले ना.. अपने हिसाब से..
पायल- अब आप मिडल क्लास वाले मत बनो.. वहाँ शॉप में सब आदमी होते हैं मैं वहाँ पर अकेली नहीं जाऊँगी.. मुझे डर लगता है..
पुनीत- अरे इसमें डर कैसा.. पागल कुछ भी बोल देती है, मैं तो बस ऐसे ही कह रहा था.. चल मैं तेरे साथ चलता हूँ।
पायल- ये हुई ना दोस्तों वाली बात.. अब लगा कि आप मुझे दोस्त मानते हो.. चलो अब देखते हैं वहाँ पर कुछ अच्छा है या नहीं..
दोनों शॉप में चले गए.. वहाँ सिर्फ़ नाईटी और अंडरगारमेंट्स ही मिलते थे। हर तरफ़ बस वही नज़र आ रहा था।
पुनीत उस माहौल में थोड़ा सा घबरा रहा था।
पायल- अरे क्या हुआ.. आप ऐसे चुप-चुप क्यों हो?
पुनीत- नहीं ऐसी कोई बात नहीं है.. तुमको जो लेना है.. ले लो..
पायल ने दुकान वाले को कहा कि कुछ न्यू डिज़ाइन दिखाओ।
दुकानदार- मेमसाब आप साइज़ बता दो.. उस हिसाब से मैं नये डिज़ाइन निकालता हूँ।
पायल ने पुनीत की तरफ़ देखा और हल्की सी स्माइल देते हुए कहा- आप 32″ के न्यू डिज़ाइन निकालो और हाँ सैट ही दिखाना।
दुकानदार- अभी लो मेमसाब.. बस 5 मिनट में निकालता हूँ।
पुनीत ने जब पायल के मुँह से साइज़ सुना.. तो उसकी नज़र अपने आप उसके मम्मों पर चली गई और एक अजीब सी बेचैनी उसके मन में होने लगी.. उसका लौड़ा थोड़ी हरकत करने लगा।
पायल इन सब बातों पर गौर कर रही थी मगर वो पुनीत से नजरें नहीं मिला रही थी.. बस इधर-उधर देख रही थी ताकि पुनीत को पूरा मौका मिले।
तभी उसकी नज़र एक रबड़ के पुतले पर गई.. जिसने काली ब्रा और पैन्टी पहनी हुई थी.. जो पारदर्शी थी और बहुत सेक्सी भी दिख रही थी।
पायल ने उसको गौर से देखा और पुनीत को आँखों से इशारा किया कि कैसी है?
पुनीत तो इस अचानक हुए हमले से घबरा गया और अचानक ही उसके मुँह से निकल गया- ये तो बहुत सेक्सी है.. तुम पर बहुत मस्त लगेगी..
इतना कहकर पुनीत झेंप गया कि ये कुछ ज़्यादा हो गया और वो खांसने लगा.. जैसे उसने कोई मिर्ची खा ली हो।
पायल- अरे क्या हुआ आपको.. आप ठीक तो है ना?
दुकानदार- ये लो सर.. पानी पी लो।
पुनीत एक सांस में पूरा गिलास गटक गया और संयत हो गया।
दुकानदार- ये लीजिए.. सब नये डिज़ाइन आपके सामने हैं जो अच्छा लगे.. लेलो अगर नहीं पसन्द आए हों.. तो और कुछ दिखा दूँगा..
पायल सब सैट को आराम से हाथ में लेकर देखने लगी और चोर नज़र से पुनीत की और भी देखती रही।
पायल- सब बहुत अच्छे हैं मगर कलर कौन सा लूँ.. ये समझ नहीं आ रहा.. आप कुछ मदद करो ना मेरी..
पुनीत- अरे कोई भी लेले.. सब अच्छे ही हैं इसमें इतना सोचना क्या?
पायल- आप प्लीज़ बताओ ना.. कलर के बारे में आप ज़्यादा अच्छा जानते हो.. मैंने आपकी टीशर्ट्स देखी हैं बहुत मस्त हैं सब.. प्लीज़ प्लीज़ बताओ ना..
पुनीत- देखो पायल.. ये पिंक वाली अच्छी है और वो ब्लू भी मस्त लग रही है। एक ये क्रीम ले लो और वो ब्लैक तो मैंने पहले ही बता दिया कि अच्छी है.. हाँ इनमे. रेड कलर होता तो और भी मस्त रहता।
दुकानदार- लाल भी मिल जाएगा.. आप कहो तो ले आऊँ?
पायल- अरे पूछना क्या है.. जल्दी ले आओ और ये सब भी पैक कर दो और हाँ वो सामने वाला सैट भी पैक कर देना.. ठीक है..
दुकानदार- जी मेम.. अभी करवा देता हूँ और कुछ भी देख लो.. आज नया माल आया है। कुछ अच्छी डिज़ाइन की नाईटी भी हैं वो वहाँ सामने देखो उनमें से भी कुछ पसन्द कर लो।
पायल- अरे नहीं नहीं.. पहले ही बहुत कुछ ले लिया.. अब नाईटी लूँगी तो ये साब हम दोनों को मार देंगे हा हा हा हा हा..
पुनीत- अरे ये क्या बोल रही हो.. मैं क्यों मारूँगा और जितना खर्चा तुमने किया है.. वो सब मैं वसूल भी कर लूँगा.. समझी.. चल देख ले जो भी तुम्हें पसन्द आए।
पायल- अच्छा.. कैसे वसूल करोगे आप.. ज़रा बताओ तो?
पुनीत- अरे पागल मजाक कर रहा हूँ.. तू कौन सा रोज-रोज खर्चा करवाती है.. चल अब देख ले.. कुछ पसन्द आए तो?
दुकानदार- हा हा हा, कुछ भी कहो मेम ये साब जी आपको प्यार बहुत करते हैं देखो कैसे सब चीजों के लिए फ़ौरन मान जाते हैं।
पुनीत- अरे प्यार कैसे नहीं करूँगा ये तो मेरी जान है.. मेरी प्यारी…
पुनीत आगे कुछ बोलता इसके पहले पायल ने बोल दिया।
पायल- बस बस.. अब सारी कहानी मत बताओ.. आओ मेरे साथ कुछ नाईटी पसन्द करते हैं।
पुनीत को कुछ समझ नहीं आया कि ये पायल को क्या हो गया है.. उसने ऐसे बीच में क्यों रोका..
पायल ने 2 सेक्सी नाईटी भी पसन्द की.. उसके बाद वो जब जाने लगे.. तो दुकानदार ने कहा- सच्ची इतने लोग यहाँ आते हैं मगर ऐसी खूबसूरत जोड़ी आज तक मैंने नहीं देखी..
पायल- ओह्ह.. थैंक्स.. वैसे हम बस दोस्त हैं ओके बाई..
पायल बाहर निकल गई तो दुकानदार ने धीरे से कहा.. – हाँ पता है.. आजकल दोस्ती में ही सारे कांड हो जाते हैं इतने महंगे सैट तुझे दिलवाए हैं तो लड़का मज़ा भी पूरा लेगा हाँ…
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बाहर आकर पुनीत ने सवालिया नज़रों से पायल की ओर देखा..
दोस्तो, आपको कहानी पसंद आ रही होगी.. आप बस जल्दी से मुझे अपनी प्यारी-प्यारी ईमेल लिखो और मुझे बताओ कि आपको मेरी कहानी कैसी है।
कहानी जारी है।
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